<p style=”text-align: justify;”><strong>Anant Singh News:</strong> बाहुबली नेता और छोटे सरकार के नाम से चर्चित अनंत सिंह शुक्रवार की अल सुबह जेल से बरी होकर बाहर निकल गए. सुबह करीब 5 बजे पटना के बेऊर जेल से वह बाहर निकले. यहां से वह बड़हिया के महारानी स्थान के लिए रवाना हुए. यहां पूजा-पाठ करेंगे. जेल से निकलने के दौरान काफी संख्या में उनके समर्थक उनके साथ दिखे. यहां से अनंत सिंह बाढ़ के लदमा स्थित अपने पैतृक गांव जाएंगे.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Anant Singh News:</strong> बाहुबली नेता और छोटे सरकार के नाम से चर्चित अनंत सिंह शुक्रवार की अल सुबह जेल से बरी होकर बाहर निकल गए. सुबह करीब 5 बजे पटना के बेऊर जेल से वह बाहर निकले. यहां से वह बड़हिया के महारानी स्थान के लिए रवाना हुए. यहां पूजा-पाठ करेंगे. जेल से निकलने के दौरान काफी संख्या में उनके समर्थक उनके साथ दिखे. यहां से अनंत सिंह बाढ़ के लदमा स्थित अपने पैतृक गांव जाएंगे.</p> बिहार In Pics: शिमला में ABVP ने निकाली विशाल तिरंगा यात्रा, भारत मां के जयकारों से गूंज उठे पहाड़
Related Posts
हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री का विधानसभा चुनाव से किनारा:बोले- मेरा बेटा लड़ेगा; हुड्डा के मार्गदर्शक कहने पर खुद को एक्टिव पॉलिटिशियन बताया था
हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री का विधानसभा चुनाव से किनारा:बोले- मेरा बेटा लड़ेगा; हुड्डा के मार्गदर्शक कहने पर खुद को एक्टिव पॉलिटिशियन बताया था हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने विधानसभा चुनाव से किनारा कर लिया है। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए बीरेंद्र ने कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। बीरेंद्र सिंह कुछ दिन पहले ही पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान के साथ चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजर आए थे। हालांकि वहां हुड्डा ने उन्हें मार्गदर्शक कह दिया। जिसके जवाब में बीरेंद्र ने कहा था कि वे एक्टिव पॉलिटिशियन हैं। बीरेंद्र सिंह बोले- बेटा लड़ेगा
बीरेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा- ”हमारा परिवार चुनाव लड़ेगा। मेरे बेटे बृजेंद्र सिंह हिसार से लोकसभा के सांसद थे। बेटे ने उचाना विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में आवेदन किया है। यहां से मैं 5 बार विधायक रहा। एक बार मेरी पत्नी प्रेमलता विधायक रहीं। मैं समझता हूं कि उससे उपयुक्त कैंडिडेट नहीं है। मैंने भी ये समझा कि राजनीति के इस युग में युवाओं को और पार्टिसिपेट करने का मौका मिलना चाहिए।” बीरेंद्र सिंह को लोकसभा में झटका दे चुकी कांग्रेस
बीरेंद्र सिंह ने भले ही उचाना सीट से दावा ठोक दिया हो लेकिन कांग्रेस में उनकी राह आसान नहीं है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उन्हें झटका दे चुकी है। उनके बेटे बृजेंद्र सिंह हिसार से BJP के सिटिंग सांसद थे। इसके बावजूद वह बेटे समेत कांग्रेस में आ गए। लोकसभा में कांग्रेस ने उनके बेटे की टिकट काट दी। बीरेंद्र सिंह ने हिसार और सोनीपत से दावेदारी ठोकी थी। हालांकि विधानसभा में उनके बेटे की दावेदारी को कांग्रेस कितनी तवज्जो देगी, इस पर सबकी नजर है। हुड्डा को छोड़ सैलजा संग नजर आ रहे बीरेंद्र
कांग्रेस में इस वक्त संगठन में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का दबदबा है। हालांकि बीरेंद्र सिंह हुड्डा की विरोधी मानी जाती सिरसा सांसद कुमारी सैलजा के साथ नजर आ रहे हैं। वह लोकसभा चुनाव के वक्त भी सैलजा का नामांकन भरवाने गए। अब सैलजा कांग्रेस संदेश यात्रा निकाल रही हैं तो बीरेंद्र सिंह उनके साथ नजर आ रहे हैं। बीरेंद्र सिंह ने कहा था- मेरा बेटा CM की दौड़ में
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के मन में अभी भी हरियाणा का मुख्यमंत्री न बनाए जाने की टीस है। हिसार से बेटे बृजेंद्र को कांग्रेस का टिकट न मिलने के बाद बीरेंद्र सिंह ने जींद में समर्थकों से मीटिंग की थी। जिसमें बीरेंद्र सिंह ने इशारों-इशारों में कहा था कि मैं CM नहीं बन पाया तो क्या हुआ, उनका बेटा अब CM की दौड़ में शामिल हो गया है। इस पर बीरेंद्र सिंह ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के पिता रणबीर सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि भूपेंद्र हुड्डा के बड़े भाई जोगिंद्र के निधन पर बड़ी संख्या में पूरे देश से बड़े नेता आए हुए थे। तब चौधरी रणबीर सिंह ने यह कहा था कि लोग कहते थे क्या रणबीर सिंह कभी CM नहीं बन पाएगा। आज देखो मेरा बेटा प्रदेश का CM है। यह कहकर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अब आप लोग समझ जाओ। हरियाणा की राजनीति के ट्रेजेडी किंग बीरेंद्र सिंह
हरियाणा की सियासत में बीरेंद्र सिंह को ट्रेजेडी किंग कहा जाता है। हरियाणा में जाटों के दबदबे वाले जींद और इससे लगते इलाके को बांगर बेल्ट कहा जाता है। बांगर का यही इलाका किसानों के सबसे बड़े नेता, सर छोटूराम के नाती बीरेंद्र सिंह की राजनीतिक कर्मभूमि रही है। 5 बार विधायक और 3 दफा सांसद रह चुके बीरेंद्र सिंह कभी CM नहीं बन पाए और इसकी टीस उन्हें हमेशा से रही। वह खुद अनेक बार अलग-अलग मंचों से इसका जिक्र भी करते रहे। साफ-सुथरी राजनीति करने वाले बीरेंद्र सिंह हर मुद्दे पर अपना पॉइंट ऑफ व्यू बिना किसी लागलपेट के रखते हैं। जो भी कहना, सीधे मुंह पर कहना, उनकी आदत है। इसी बेबाकी के चलते वह कई बार अपनी ही पार्टी , फिर चाहे वो कांग्रेस हो या भाजपा, के लिए मुश्किलें खड़ी कर चुके हैं। वह वाक्या, जिसमें उदयभान और हुड्डा ने बीरेंद्र पर तंज कस दिया चंडीगढ़ में कांग्रेस ने ‘हरियाणा मांगे इंसाफ’ कैंपेन की लॉन्चिंग रखी थी। इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीरेंद्र सिंह को माइक देने से पहले प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा- ”हमारे प्रदेश के वरिष्ठ नेता हैं चौधरी बीरेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री, बड़ा लंबा तजुर्बा है। (हंसते हुए) 42 साल कांग्रेस का है, 10 साल BJP का है। उनका मार्गदर्शन बहुत ही बेहतर रहा है। वह भी अपने विचार रखेंगे।” इस पर भूपेंद्र हुड्डा ने उदयभान के हाथ से माइक पकड़कर चौधरी बीरेंद्र सिंह के लिए कहा-”मार्गदर्शक बन चुके हैं।”(यह सुनकर सब हंसने लगे) इस पर बीरेंद्र सिंह ने कहा- और ये (मार्गदर्शक) होने वाले हैं। इसके बाद चौधरी बीरेंद्र सिंह ने माइक थामा। उन्होंने कहा- ” मैं जो सोचता हूं। मेरी अपनी असेसमेंट है और ये मैं मार्गदर्शक के रूप में नहीं एक्टिव पॉलिटिशियन के रूप में बता रहा हूं कि हरियाणा में 70 से 75% मतदाता BJP का विरोधी है।”
केंद्र व पंजाब सरकार आज देगी जवाब:अमृतपाल सिंह के साथी दलजीत सिंह पर दोबारा NSA लगाने का मामला, डिब्रूगढ़ जेल में है बंद
केंद्र व पंजाब सरकार आज देगी जवाब:अमृतपाल सिंह के साथी दलजीत सिंह पर दोबारा NSA लगाने का मामला, डिब्रूगढ़ जेल में है बंद खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के सहयोगी व अभिनेता सरबजीत सिंह उर्फ दलजीत कलसी ने उन पर दोबारा लगाए गए नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। आज (मंगलवार) को इस मामले की सुनवाई होगी। इस दौरान केंद्र सरकार, डिब्रूगढ़ जेल व पंजाब सरकार की तरफ से जवाब दाखिल किया जाएगा। गत सुनवाई पर तीनों को नोटिस जारी हुआ था। डिब्रूगढ़ जेल में बंद कलसी ने अपने वकील के माध्यम से याचिका दायर करते हुए कहा है कि उन पर एक्ट लगाना ही गलत है। अजनाला मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि सरकारी वकील ने कई दलीले सुनवाई के दौरान रखी थी। सरकार ने इन दलीलों को सहारे लगाया NSA
वकील ने बताया कि दलजीत सिंह कलसी पर NSA लगाते समय सरकार की तरफ से दलील दी गई है कि यह पंजाब की पीस व हार्मेनी के लिए खतरा है। जबकि ऐसा कुछ नहीं है। वकीलों ने कहा कि NSA की अवधि को 3-3 महीने बढ़ाया जाना चाहिए। जबकि, सरकार ने सीधे एक साल के लिए बढ़ाया दिया है। यह पूरी तरह से गलत है। इसके साथ ही सरकार ने NSA लगाते हुए तर्क यह भी दिया है कि सोशल मीडिया पर इसके बारे में कई पोस्ट हैं। कई लोगों के नाम बताए गए जो इनके साथ खड़े होने का दावा कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि माहौल खराब होगा। कलसी के वकीलों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कलसी जेल के अंदर है। इसके साथ ही उन्होंने इस संबंधी उचित दस्तावेज पेश किए। अदालत में सरकार की तरफ से जवाब देने के लिए 5 हफ्ते का समय मांगा। जबकि, कलसी के वकीलों ने इसका भी विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि कलसी डेढ़ साल से जेल में है। ऐसे में यह अवधि कम की जानी चाहिए। इसके बाद अदालत ने केंद्र व पंजाब सरकार को 3 हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है। कलसी भी चुनाव लड़ने के इच्छुक खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के साथ करीब डेढ़ साल से ज्यादा समय में डिब्रूगढ़ जेल में बंद दलजीत सिंह कलसी भी चुनाव लड़ने का इच्छुक है। कुछ समय पहले इसे लेकर भी चर्चा हुई थी। कलसी ने सुखजिंदर सिंह रंधावा के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट डेरा बाबा नानक से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। जबकि, कुलवंत सिंह राउके पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर रहे गुरमीत सिंह मीत हेयर के सांसद बनने के बाद खाली हुई बरनाला सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। जल्दी ही इन सीटों पर विधानसभा के उप चुनाव तय हैं। कलसी पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा है।
शिमला में 100 मीटर गहरी खाई में गिरी कार:हादसे में युवक की मौत, एक घायल, शादी समारोह में जाते वक्त हादसा
शिमला में 100 मीटर गहरी खाई में गिरी कार:हादसे में युवक की मौत, एक घायल, शादी समारोह में जाते वक्त हादसा हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर के रचोली में बीती रात एक कार गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, सोमवार रात 10 बजे गाड़ी में सवार दोनों युवक रामपुर के जगुणी में शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। इस दौरान इनकी कार रचोली के जबाह के समीप अनियंत्रित होकर करीब 100 मीटर नीचे खाई में जा गिरी। इस हादसे में किन्नौर निवासी सचिन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक घायल है। घायल का खनेरी अस्पताल में उपचार चल रहा है, जबकि मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। सचिन चला रहा था गाड़ी गाड़ी को सचिन नेगी पुत्र वनेश नेगी गांव काफनू किन्नौर चला रहा था। रामपुर निवासी महेश्वर इस हादसे में घायल हुआ है। पुलिस ने स्थानीय युवकों की मदद से देर रात इन्हें खाई से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। अभी हादसे के कारणों का पता नहीं:SHO थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि बीती रात रचोली में हुए हादसे में मृतक का पोस्टमार्टम करवा दिया दिया गया है। उन्होंने बताया कि हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस जांच में जुटी हुई है।