शादी करने के लिए खुद को एफसीआई विभाग का इंस्पेक्टर बताया और 4 साल तक पत्नी और ससुराल को गुमराह करता रहा। जब भेद खुलने लगा तो कहा कि वह पहले पनसप में इंस्पेक्टर था और इस्तीफा देने के बाद उसने एफसीआई विभाग में नौकरी कर ली। 4 साल बाद इस फर्जीवाड़ा का खुलासा होने पर लड़की की शिकायत पर आरोपी रोहित चावला उसकी मां बिमला चावला पिता मदनलाल निवासी कैथल हरियाणा के अलावा बिचौलिए की भूमिका निभाने वाली रजनी लूथरा और उसके बेटे हिमांशु लूथरा के खिलाफ महिल थाना पटियाला में एफआईआर दर्ज की गई है। बिचौलिए ने जिम्मेदारी लेकर करवाई थी शादी पीड़ित लड़की के पिता ने बताया कि बिचौलिए की भूमिका निभाने वाली महिला और उसके परिवार का घर पर आना-जाना था। लंबे समय से एक दूसरे को जानने की वजह से उन्होंने भरोसा करते हुए जनवरी 2020 में आरोपी से बेटी की शादी करवा दी थी। शादी के बाद बच्चे का जन्म हुआ और उसे समय कोविड की वजह से लॉकडाउन लग गया था। इस दौरान आरोपी ने बेटी को आने नहीं दिया। लॉकडाउन खत्म होने के बाद पता चला कि उनका दामाद एफसीआई में इंस्पेक्टर नहीं है और वह चंडीगढ़ इलाके में कोई और काम करता है। घर पर खाली बैठे रहने की वजह से घरेलू झगड़े बढ़ने लगे इसके बाद पारिवारिक तौर पर समझौता हुआ। रिश्ता करवाने वाले परिवार से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने भी पल्ला झाड़ दिया। जिस वजह से उन्होंने पुलिस को कंप्लेंट करते हुए एफआईआर दर्ज करवा दी। शादी करने के लिए खुद को एफसीआई विभाग का इंस्पेक्टर बताया और 4 साल तक पत्नी और ससुराल को गुमराह करता रहा। जब भेद खुलने लगा तो कहा कि वह पहले पनसप में इंस्पेक्टर था और इस्तीफा देने के बाद उसने एफसीआई विभाग में नौकरी कर ली। 4 साल बाद इस फर्जीवाड़ा का खुलासा होने पर लड़की की शिकायत पर आरोपी रोहित चावला उसकी मां बिमला चावला पिता मदनलाल निवासी कैथल हरियाणा के अलावा बिचौलिए की भूमिका निभाने वाली रजनी लूथरा और उसके बेटे हिमांशु लूथरा के खिलाफ महिल थाना पटियाला में एफआईआर दर्ज की गई है। बिचौलिए ने जिम्मेदारी लेकर करवाई थी शादी पीड़ित लड़की के पिता ने बताया कि बिचौलिए की भूमिका निभाने वाली महिला और उसके परिवार का घर पर आना-जाना था। लंबे समय से एक दूसरे को जानने की वजह से उन्होंने भरोसा करते हुए जनवरी 2020 में आरोपी से बेटी की शादी करवा दी थी। शादी के बाद बच्चे का जन्म हुआ और उसे समय कोविड की वजह से लॉकडाउन लग गया था। इस दौरान आरोपी ने बेटी को आने नहीं दिया। लॉकडाउन खत्म होने के बाद पता चला कि उनका दामाद एफसीआई में इंस्पेक्टर नहीं है और वह चंडीगढ़ इलाके में कोई और काम करता है। घर पर खाली बैठे रहने की वजह से घरेलू झगड़े बढ़ने लगे इसके बाद पारिवारिक तौर पर समझौता हुआ। रिश्ता करवाने वाले परिवार से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने भी पल्ला झाड़ दिया। जिस वजह से उन्होंने पुलिस को कंप्लेंट करते हुए एफआईआर दर्ज करवा दी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना के सिविल अस्पताल पहुंचे सांसद अरोड़ा:बोले- सरकारी अस्पताल को बनाउंगा प्राइवेट जैसा; नया सीवरेज सिस्टम का काम पूरा
लुधियाना के सिविल अस्पताल पहुंचे सांसद अरोड़ा:बोले- सरकारी अस्पताल को बनाउंगा प्राइवेट जैसा; नया सीवरेज सिस्टम का काम पूरा पंजाब के लुधियाना का सिविल अस्पताल आए दिन बदइंतजामी के चलते चर्चा में रहता है। आज लुधियाना से राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में चल रहे जीर्णोद्धार कार्य का जायजा लिया। उनके साथ सिविल सर्जन डॉ. जसबीर सिंह भी मौजूद थे। सांसद संजीव अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि वह लुधियाना के सरकारी अस्पताल को प्राइवेट अस्पताल जैसा बनाने के लिए काम कर रहे हैं। अस्पताल में लंबे समय से सीवरेज सिस्टम की समस्या थी। बारिश के दिनों में सीवरेज सिस्टम ओवरफ्लो हो जाता था, लेकिन अब बड़ी पाइपें और नया सीवरेज सिस्टम डालकर अस्पताल को बेहतर बनाया गया है। 10 साल से बंद पड़ी लिफ्टों को किया जा रहा शुरू अस्पताल में लाखों रुपए की लागत से लगाई गई और पिछले 10 साल से बंद पड़ी लिफ्टों को शुरू करने का काम किया जा रहा है। लिफ्टों को शुरू करने का ठेका जॉनसन कंपनी को दिया गया है। अरोड़ा ने बताया कि इमरजेंसी की रंगाई-पुताई की जा रही है। अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टरों और स्टाफ से भी काम के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में पूछा जा रहा है और उनका समाधान निकाला जा रहा है। चूहों की समस्या का हुआ समाधान अरोड़ा ने कहा कि अस्पताल में चूहों की समस्या सबसे बड़ी थी जिसका अब पक्के तौर पर हल करवा दिया है। अस्पताल के पीछे बने कूड़े के डंप को निगम अधिकारियों की मदद से हटा दिया है। सिविल अस्पताल की वाटर प्रूफिंग को सही करवाया जा रहा है। अस्पताल में सामान की चोरी काफी हो रही थी इस कारण अब आधुनिक सुरक्षा का भी इंतजाम किया जा रहा है। आने वाले समय में सीसीटीवी भी अधिक लगवाए जाएंगे। आने वाले समय में डाक्टरों और अन्य स्टाफ की भर्ती सरकार करेगी।
अबोहर की नहर में मिला युवक का शव:नग्न अवस्था- शरीर के कई अंग गायब, नहीं हो सकी मृतक की पहचान
अबोहर की नहर में मिला युवक का शव:नग्न अवस्था- शरीर के कई अंग गायब, नहीं हो सकी मृतक की पहचान अबोहर के कंधवाला रोड से गुजरती मलूकपुरा माइनर मे आज शाम एक अज्ञात युवक का शव अटका मिला। सूचना मिलने पर नर सेवा नारायण सेवा समिति सदस्य मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकाला। इधर मौके पर पहुंची सिटी टू की पुलिस ने संस्था के सहयोग से शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। समिति प्रधान राजू चराया ने बताया कि उन्हें नहर में नग्रावस्था में किसी युवक शव पड़ा होने की सूचना मिली थी। जिस पर समिति सदस्य बिटटू नरूला, सुभाष व मोनू मौके पर पहुंचे और शव को सिटी टू की पुलिस की मौजूदगी में बाहर निकाला। समिति सदस्यो ने बताया कि शव करीब 10 से 15 दिन पुराना होने के कारण गला सड़ा हुआ है और उसके शरीर के कुछ अंग भी गायब हैं। मृतक की आयु करीब 35 से 40 साल लग रही है। पहचान ना होने के कारण शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। गौरतलब है कि दो दिन पहले ही नहर में एक अज्ञात युवती का शव भी नग्रावस्था में मिला था जिसके गले में पहने लाकेट पर वाणी लिखा था जिसकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
सांसद वड़िंग ने विदेश मंत्री जयशंकर को सौंपा पत्र:लिखा-प्रेस्टीज फाल्कन जहाज के लापता चालक दल के सदस्यों की करें तलाश
सांसद वड़िंग ने विदेश मंत्री जयशंकर को सौंपा पत्र:लिखा-प्रेस्टीज फाल्कन जहाज के लापता चालक दल के सदस्यों की करें तलाश पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को एक पत्र सौंप कर प्रेस्टीज फाल्कन जहाज के लापता चालक दल के सदस्यों की तलाश के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। यह अपील पूर्व विधायक संजय तलवार के अनुरोध पर की गई है, जो पठानकोट के 59 वर्षीय पूर्व नौसेना अधिकारी राजिंदर सिंह के परिवार के साथ निकट संपर्क में हैं। 15 जुलाई को डूबा था जहाज जहाज पलटने के बाद से राजिंदर सिंह लापता हैं। संजय तलवार ने यह मामला पीपीसीसी प्रमुख के ध्यान में लाया, जिन्होंने राजिंदर सिंह की पत्नी निर्मल मिन्हास की परेशान करने वाली स्थिति से अवगत कराया। निर्मल मिन्हास ने कहा कि उनके पति जो मुख्य अधिकारी थे, प्रेस्टीज फाल्कन पर सवार थे, जब 15 जुलाई को यह जहाज प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण ओमान में डुकुम बंदरगाह के पास यह पलट गया था। जबकि 16 चालक दल के नौ सदस्यों को बचा लिया गया है, जिनमें से एक की मौत हो गई, मुख्य अधिकारी राजिंदर सिंह सहित छह लापता हैं। ओमान और भारतीय नौसेना मिलकर करें तलाश पत्र में सांसद वड़िंग ने निर्मल मिन्हास और उनके परिवार पर पड़े गंभीर भावनात्मक और मनो-वैज्ञानिक तनाव को उजागर किया है। भारतीय नौसेना और ओमान सरकार के शुरुआती प्रयासों के बावजूद, खोज अभियान बंद कर दिया गया है, जिससे 15 जुलाई से लापता चालक दल के सदस्यों का पता नहीं चल पाया है। वड़िंग के पत्र में तत्काल अनुरोध किया गया है कि खोज अभियान की निरंतरता और विस्तार सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्री हस्तक्षेप करें। उन्होंने भारत सरकार द्वारा ओमान सरकार और भारतीय नौसेना के साथ मिलकर खोज प्रयासों को बड़े पैमाने पर फिर से शुरू करने की आवश्यकता है ताकि मुख्य अधिकारी राजिंदर सिंह सहित शेष चालक दल के सदस्यों के बारे पता चल सके। डॉ. एस जयशंकर के देश से बाहर होने के कारण वड़िंग ने अनुरोध पत्र विदेश मंत्री के निजी सहायक को सौंपा गया।