पंजाब के पटियाला में लीला भवन चौक पर रविवार शाम हुए एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए 32 वर्षीय होम डिलीवरी एग्जीक्यूटिव प्रदीप कुमार की सोमवार सुबह 4 बजे मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही का आरोप लगाते हुए लीला भवन चौक पर जाम लगा दिया। डिलीवरी करने जा रहा था घटना रविवार शाम करीब 5 बजे की है। प्रदीप फव्वारा चौक से 21 नंबर फाटक की ओर डिलीवरी करने जा रहे थे। लीला भवन चौक पर ग्रीन सिग्नल पार करते समय बारादरी गार्डन की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार गाड़ी ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में प्रदीप के सिर में गंभीर चोटें आई। डॉक्टरों ने निजी अस्पताल किया रेफर घायल प्रदीप को पहले 21 नंबर फाटक स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने पर उन्हें दूसरे निजी अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी और वह फैक्ट्री एरिया में रहते थे। सोमवार दोपहर करीब 12:15 से 1:30 बजे तक परिजनों और मृतक के दोस्तों ने चौक को पूरी तरह जाम कर दिया। महिला मरीजों को हुई परेशानी इस दौरान एम्बुलेंस में महिला मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद एम्बुलेंस को जाम से निकाला। परिवार का आरोप है कि दुर्घटना करने वाला वाहन ड्राइवर किसी वरिष्ठ अधिकारी का रिश्तेदार है, जिस कारण पुलिस उचित कार्रवाई करने से बच रही है। पुलिस ने खिलाए अस्पताल व चौकी के धक्के पीड़ित परिवार ने बताया कि कार्रवाई के लिए वे पहले सिविल लाइन पुलिस थाना पहुंचे, जहां उन्हें पुलिस चौकी मॉडल टाउन शिकायत दर्ज करने के लिए भेज दिया। जब मॉडल टाउन चौकी पहुंचे, ताे यहां शिकायत दर्ज नहीं की। कोई रास्ता न मिला, ताे दोपहर बाद एक बार फिर शाम करीब 5 बजे पीड़ित परिवार के मेंबर ने फव्वारा चौक पर जाम लगा दिया। पंजाब के पटियाला में लीला भवन चौक पर रविवार शाम हुए एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए 32 वर्षीय होम डिलीवरी एग्जीक्यूटिव प्रदीप कुमार की सोमवार सुबह 4 बजे मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही का आरोप लगाते हुए लीला भवन चौक पर जाम लगा दिया। डिलीवरी करने जा रहा था घटना रविवार शाम करीब 5 बजे की है। प्रदीप फव्वारा चौक से 21 नंबर फाटक की ओर डिलीवरी करने जा रहे थे। लीला भवन चौक पर ग्रीन सिग्नल पार करते समय बारादरी गार्डन की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार गाड़ी ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में प्रदीप के सिर में गंभीर चोटें आई। डॉक्टरों ने निजी अस्पताल किया रेफर घायल प्रदीप को पहले 21 नंबर फाटक स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने पर उन्हें दूसरे निजी अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी और वह फैक्ट्री एरिया में रहते थे। सोमवार दोपहर करीब 12:15 से 1:30 बजे तक परिजनों और मृतक के दोस्तों ने चौक को पूरी तरह जाम कर दिया। महिला मरीजों को हुई परेशानी इस दौरान एम्बुलेंस में महिला मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद एम्बुलेंस को जाम से निकाला। परिवार का आरोप है कि दुर्घटना करने वाला वाहन ड्राइवर किसी वरिष्ठ अधिकारी का रिश्तेदार है, जिस कारण पुलिस उचित कार्रवाई करने से बच रही है। पुलिस ने खिलाए अस्पताल व चौकी के धक्के पीड़ित परिवार ने बताया कि कार्रवाई के लिए वे पहले सिविल लाइन पुलिस थाना पहुंचे, जहां उन्हें पुलिस चौकी मॉडल टाउन शिकायत दर्ज करने के लिए भेज दिया। जब मॉडल टाउन चौकी पहुंचे, ताे यहां शिकायत दर्ज नहीं की। कोई रास्ता न मिला, ताे दोपहर बाद एक बार फिर शाम करीब 5 बजे पीड़ित परिवार के मेंबर ने फव्वारा चौक पर जाम लगा दिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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ख़ालिस्तानी आतंकी डल्ला का ट्रायल नहीं होगा सार्वजनिक:ओंटारियो अदालत ने दिया आदेश; कनाडा सरकार ने प्रसारण पर पाबंदी लगाने की रखी थी मांग
ख़ालिस्तानी आतंकी डल्ला का ट्रायल नहीं होगा सार्वजनिक:ओंटारियो अदालत ने दिया आदेश; कनाडा सरकार ने प्रसारण पर पाबंदी लगाने की रखी थी मांग कनाडा की ओंटारियो अदालत ने गुरुवार को खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के अस्थायी प्रमुख अर्श सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला और उसके सहयोगी गुरजंट सिंह के ट्रायल की कार्यवाही पर मीडिया कवरेज, प्रसारण और रिपोर्टिंग पर रोक लगा दी है। यह निर्णय कनाडा सरकार की मांग पर लिया गया है। दरअसल, कनाडा सरकार के वकील द्वारा अदालत में दाखिल एक अर्जी दाखिल की गई थी। जिसमें अदालत की कार्यवाही के प्रसारण पर प्रतिबंध की मांग की गई थी। इस अर्जी को ओंटारियो अदालत ने मान लिया है। यह प्रतिबंध तब तक लागू रहेगा, जब तक ट्रायल समाप्त नहीं हो जाता। डल्ला के खिलाफ भारत की प्रत्यर्पण की मांग इस मामले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के रूप में, भारत ने अर्श डल्ला के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक अनुरोध करने का संकेत दिया है। डल्ला पर भारत में कई गंभीर आपराधिक मामले और आतंकवाद गतिविधियों में शामिल होने आरोप हैं। डल्ला को 2023 में भारतीय गृह मंत्रालय द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया था। जुलाई 2023 में भारत ने कनाडाई सरकार से डल्ला की अस्थायी गिरफ्तारी का अनुरोध किया था। हालांकि, उस समय यह अनुरोध खारिज कर दिया गया था। लेकिन अब कनाडा में हुई हालिया गिरफ्तारी ने प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने कहा- हमने कनाडा में अर्श डल्ला की गिरफ्तारी के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स का संज्ञान लिया है। उसे 10 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था, और कनाडाई प्रिंट और दृश्य मीडिया ने इस घटना पर व्यापक रिपोर्टिंग की है। भारत की प्रत्यर्पण की कार्यवाही जैसवाल ने बताया कि डल्ला के भारत में लंबित आपराधिक मामलों और कनाडा में उसकी अवैध गतिविधियों में संलिप्तता को ध्यान में रखते हुए भारतीय एजेंसियां प्रत्यर्पण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अर्श डल्ला के अपराधों के चलते यह अपेक्षा की जाती है कि उसे भारत लाकर न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा। हमारी एजेंसियां हाल की गिरफ्तारी के मद्देनजर प्रत्यर्पण पर जरूरी कार्रवाई करेंगी। 2023 में भी गिरफ्तारी की मांग की थी भारत ने 2023 में कनाडा से डल्ला की गिरफ्तारी की मांग की थी। लेकिन कनाडा सरकार ने उस समय इस मांग को खारिज कर दिया था। इसी दौरान भारत ने जनवरी 2023 में कनाडा को डल्ला के संदिग्ध पते, भारत में उसके ट्रांजैक्शन, उसकी संपत्तियों और मोबाइल नंबरों की जानकारी दी थी। भारत ने MLAT संधि (पारस्परिक कानूनी सहायता संधि) के तहत कनाडा से इन जानकारियों को वेरिफाई करने के लिए कहा था। दिसंबर 2023 में, कनाडा के न्याय विभाग ने इस मामले पर भारत से अतिरिक्त जानकारी मांगी थी। भारत ने इसका जवाब इस मार्च में दिया था। 50 से ज्यादा मामलों में नामजद है डल्ला अर्श खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का करीबी है और भारत में इस पर 50 से ज्यादा मामले चल रहे हैं। इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, जबरन वसूली, आतंकी गतिविधियां और टेरर फंडिंग शामिल है। मई 2022 में भारत सरकार ने अर्श डल्ला के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसके बाद साल 2023 में उसे आतंकी घोषित कर दिया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए अर्श पंजाब से फरार होकर कनाडा चला गया और वहीं से अपनी गतिविधियों को अंजाम देने लगा। भारत की एजेंसियां लंबे समय से डल्ला को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं।
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पंजाब में वोटिंग से 4 दिन पहले सियासी भूचाल:1.25 मिनट की अश्लील VIDEO वायरल; विरोधी नेताओं का दावा- इसमें AAP सरकार का मंत्री पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग से 4 दिन पहले एक अश्लील वायरल वीडियो ने सियासी भूचाल मचा दिया है। विपक्षी दल दावा कर रहे हैं कि वीडियो में दिख रहा शख्स पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार का एक मंत्री है। 1.25 मिनट की इस वीडियो में ये शख्स अश्लील हरकतें करता नजर आ रहा है। यह वीडियो कॉलिंग के जरिए बने होने की आशंका है। हालांकि दैनिक भास्कर वीडियो को लेकर किए जा रहे दावों की कोई पुष्टि नहीं करता। जानकारी के अनुसार, यह वीडियो विदेशी नंबरों से पंजाब के कुछ मीडिया संस्थानों को भेजी गई। इसमें कोई आवाज नहीं है। यह वीडियो कब की है? इसे किसने बनाया? किसने वायरल किया? इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। वीडियो में जिस मंत्री के होने का दावा किया जा रहा है, दैनिक भास्कर ने उनसे भी बात करने की कोशिश की लेकिन उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई। अकाली नेता मजीठिया ने उठाए सवाल, गवर्नर को सौंपी थी वीडियो
कुछ समय पहले शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया ने दावा किया था कि इस वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स पंजाब का मंत्री है। मजीठिया ने यह वीडियो पंजाब के गवर्नर बीएल पुरोहित को भी भेजी थी। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों से इसकी जांच की मांग की थी। BJP नेता रूपाणी बोले- हरकतें शर्मनाक भाजपा के पंजाब मामलों के प्रभारी और गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी ने इस वीडियो से जुड़े सवाल पर कहा कि ये बहुत शर्मनाक हरकत है। उन्होंने पंजाब की AAP सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से लेकर उनके सारे मंत्री एक्सपोज हो चुके हैं। केपी बोले- मंत्री तुरंत इस्तीफा दें
जालंधर लोकसभा सीट से शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी मोहिंदर सिंह केपी ने कहा है कि AAP सरकार के मंत्री लेवल के किसी नेता से जुड़ा इस तरह का आपत्तिजनक वीडियो सामने आना निंदनीय है। अगर वीडियो में दिख रहा शख्स पंजाब का मंत्री ही है तो उसे तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर वह इस्तीफा नहीं देता तो फिर आम आदमी पार्टी को उस पर एक्शन लेना चाहिए। चन्नी बोले- वीडियो शर्मसार करने वाला
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और जालंधर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी चरणजीत सिंह चन्नी ने इस पूरे मामले पर कहा- मैं कीचड़ में पैर नहीं रखना चाहता। मुझे ये उम्मीद नहीं थी कि कोई मंत्री ऐसा कर सकता है। यह वीडियो शर्मसार करने वाला है। AAP के जिला प्रधान बोले- मुझे पता नहीं वीडियो में पंजाब के मंत्री होने संबंधी दावों और इसे लेकर विरोधी दलों की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर दैनिक भास्कर ने आम आदमी पार्टी की जालंधर जिला इकाई के प्रधान अमृतपाल सिंह से बात की। अमृतपाल ने कहा कि उन्हें फिलहाल इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। ना ही ऐसा कोई वीडियो उनके पास आया है। वह परिवार के साथ कहीं बाहर गए हुए थे इसलिए उन्हें इससे जुड़े विवाद की भी कोई सूचना नहीं है।
पंजाब में पति-पत्नी और बेटे ने किया सुसाइड:तीनों ट्रेन के आगे कूदे; रेलवे ट्रैक पर बिखरे मिले बॉडी पार्ट्स
पंजाब में पति-पत्नी और बेटे ने किया सुसाइड:तीनों ट्रेन के आगे कूदे; रेलवे ट्रैक पर बिखरे मिले बॉडी पार्ट्स पंजाब के लुधियाना में आज सुबह तड़के घुगराना लुधियाना-धुरी लाइन रेलवे स्टेशन के पास एक परिवार ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। इनमें पति-पत्नी और उनका बेटा शामिल है। इन सभी के टुकड़े रेलवे ट्रैक पर बिखरे पड़े थे। आसपास रहने वाले लोगों ने दुर्घटना की सूचना GRP को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शवों के टुकड़े इकट्ठे कर कब्जे में लिया। साथ ही मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने बताया है कि मृतकों में सुखदीप सिंह (32), उनकी पत्नी सुखदीप कौर (30) और और उनका बेटा बलजोत सिंह (9) थे। यह परिवार घुगराना गांव में रहता था। बिल्डिंगों में लिफ्ट लगाता था सुखदीप
जांच अधिकारी ASI गुरमेल सिंह ने जानकारी दी कि जब उन्हें सूचना मिली थी तो वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। वहां पहुंचकर देखा तो शवों की हालत काफी खराब थी। महिला का शव टुकड़े-टुकड़े हो गया था। उसकी एक टांग अलग पड़ी थी, तो दूसरी टांग अलग थी। उसका सिर और धड़ भी अलग थे। ASI के अनुसार, शुरुआती जांच और ग्रामीणों से पूछताछ के बाद पता चला कि सुखदीप सिंह मॉल और अन्य बड़ी बिल्डिंगों में लिफ्ट लगाने का काम करता था। वह अपने परिवार में इकलौता बेटा था। उसकी 2 बहनें और माता-पिता हैं। काम न मिलने से परिवार परेशान था
जांच अधिकारी ने बताया कि सुखदीप के पास इन दिनों बहुत कम काम था। काम न मिलने से वह परेशान था। आज सुबह वह परेशान होकर अपने परिवार के साथ घर से निकला। इसके बाद उसने पत्नी और बेटे के साथ रेल के आगे कूदकर जान दे दी। वहीं, घुगराना गांव के लोगों का कहना है कि सुखदीप ने कई जगह लिफ्ट लगाई थीं, लेकिन उसका पैसों का लेन-देन उसके काम से भी ज्यादा था। इस वजह से भी वह परेशान था। फिलहाल, तीनों शवों का पोस्टमॉर्टम करवाकर पुलिस ने परिजनों को सौंप दिए गए हैं। आज सुबह ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।