आज अंजुला हमारे बीच नहीं है। उसकी मौत के बाद उसके शरीर से किसी ने जेवर उतार लिए। जेवर चले गए मुझे उसकी परवाह नहीं जब अंजुला ही नहीं है तो जेवरों का क्या करूंगा। मगर मुझे हर हाल में वो आदमी चाहिए जिसने उसके शव को हाथ लगाया है। ऐसे किसी के शव को तितर बितर कर जेवर उतार लेना क्या यह इंसानियत है। मुझे वो इंसान चाहिए जिसने यह किया है। फिर चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े। यह कहना था नारामऊ में 15 अप्रैल को हादसे में जान गंवाने वाली शिक्षिका अंजुला मिश्रा के पति आनंद मिश्रा का। अपनी बात कहते-कहते पति आनंद मिश्रा रोने लगते हैं। दैनिक भास्कर ने उनसे बातचीत की, शव से गहने-जेवर गायब होने पर वह क्या बोले- पढ़िए पूरी रिपोर्ट वही घर संभालती, उसके रहते मुझे कोई चिंता नहीं थी आनंद मिश्रा कहते हैं अंजुला घर की हर एक जिम्मेदारी संभालती थी। उसके रहते हुए कभी मुझे इस बात की चिंता नहीं हुई कि घर में क्या है क्या नहीं। मुझे क्या करना है क्या नहीं। बच्चों की पढ़ाई लिखाई से लेकर उन्हें ट्यूशन तक छोड़ने जाने से लेकर उनकी सारी एक्टिविटी पर ध्यान देना यह उसकी आदत में था। वो कहते हैं कि मेरी दो बेटियां हैं। परिवार में अब कोई है नहीं। हम पिता-पुत्री ही एक दूसरे का सहारा रह गए हैं। एक बूढ़ी सास है जो इस उम्र में अपनी नातिनों की देखभाल के लिए यहां रह रही हैं। मैं तो सीधे इमरजेंसी पहुंचा था 15 अप्रैल की घटना को याद करते हुए आनंद कहते हैं कि सुबह साढ़े सात बजे हादसा हुआ था। सुबह सवा आठ बजे अंजुला के स्कूल से स्टाफ ने मुझे फोन करके घटना की जानकारी दी थी। मैं सीधे हैलट इमरजेंसी पहुंचा था। वहां पर पहले से सास सर्वोदय नगर निवासी ऊषा तिवारी मौजूद थी। उन्होंने बताया कि अंजुला के शरीर पर जेवर नहीं है। आनंद कहते हैं इसके बाद जब अंजुला का पोस्टमॉर्टम हुआ तो वहां पर दो लोहे के छल्ले जो अंजुला पहनती थी वो ही दिए गए। बाकी कुछ नहीं दिया गया था मुख्यमंत्री पोर्टल से लेकर अधिकारियों तक शिकायत आनंद मिश्रा कहते हैं कि 1 मई को उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल में जेवरात गायब होने की शिकायत की थी। इसके बाद उन्होंने 8 मई को इस प्रकरण में डीएम और पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर जानकारी दी थी। मगर दोनों तरफ से सिर्फ आश्वासन ही मिला। आनंद कहते हैं कि मीडिया से ही पता चला की मामले की जांच एसीपी कल्याणपुर कर रहे हैं। मगर अब तक उनसे किसी पुलिस कर्मी ने शिकायत नहीं की। बेटी पर्णिका सबसे दुलारी आनंद बताते हैं कि शमिना (12) और पर्णिका (6) दो बेटियां हैं। वो कहते हैं शादी के काफी समय बाद बेटी हुई थी। फिर दूसरा बच्चा प्लान किया था। आनंद कहते हैं कि पर्णिका घर में सबसे ज्यादा दुलारी है। अंजुला उसे इतना प्यार करती थी कि रात बारह बजे भी पर्णिका कोई डिमांड कर दे तो वो उसे पूरा करती थी। इतना अमानवीय कौन था मुझे देखना है आनंद कहते हैं इतना अमानवीय कौन हो सकता है जिसे चेन खींचते, कान के बाले नोचते हुए, पायल निकालते हुए, उंगली से अंगूठियां निकालते हुए जरा सा भी तरस न आया हो। वो कहते है कि मुझे हर हाल में ऐसे अमानवीय चेहरे वाले को देखना है। एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पाण्डेय ने बताया कि मामले में जांच शुरू कर दी गई है। जिस एम्बुलेंस में मृतका को ले जाया गया था उसे पूछताछ करने के लिए बुलाया गया है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। ये है पूरा मामला 15 अप्रैल को नारामऊ में कार और बस की टक्कर हो गई थी। जिसमें टीचर अंजुला मिश्रा, आकांक्षा मिश्रा और कार ड्राइवर विशाल द्विवेदी की मौत हो गई थी। टीचर्स प्राइमरी स्कूल में टीचर थी और सुबह घर से स्कूल जाने के लिए निकली थीं। ———— यह खबर भी पढ़िए यूपी में इस बार नहीं तपेगा नौतपा:अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के नीचे रह सकता है; 15 साल बाद बनी ऐसी स्थिति इस बार मौसम को लेकर 2 खुशखबरी है। पहला- यूपी में इस बार नौतपा ज्यादा नहीं तपेगा। दूसरा- तय समय से 2 से 3 दिन पहले मानसून यूपी आ सकता है। आज से (25 मई) से नौतपा शुरू हो रहा है, जो 2 जून तक रहेगा। लेकिन, 15 साल बाद ऐसा होगा कि नौतपा ज्यादा तपेगा नहीं। इसकी वजह मौसम में आई तब्दीली है। अप्रैल से शुरू हुआ आंधी-बारिश का दौर मई लास्ट और जून के पहले सप्ताह तक दिख सकता है। जानिए मौसम वैज्ञानिकों से, नौतपा में कैसा रहेगा मौसम? यह स्थिति क्यों बनी? बारिश की स्थिति क्या रहेगी? पढ़िए पूरी खबर आज अंजुला हमारे बीच नहीं है। उसकी मौत के बाद उसके शरीर से किसी ने जेवर उतार लिए। जेवर चले गए मुझे उसकी परवाह नहीं जब अंजुला ही नहीं है तो जेवरों का क्या करूंगा। मगर मुझे हर हाल में वो आदमी चाहिए जिसने उसके शव को हाथ लगाया है। ऐसे किसी के शव को तितर बितर कर जेवर उतार लेना क्या यह इंसानियत है। मुझे वो इंसान चाहिए जिसने यह किया है। फिर चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े। यह कहना था नारामऊ में 15 अप्रैल को हादसे में जान गंवाने वाली शिक्षिका अंजुला मिश्रा के पति आनंद मिश्रा का। अपनी बात कहते-कहते पति आनंद मिश्रा रोने लगते हैं। दैनिक भास्कर ने उनसे बातचीत की, शव से गहने-जेवर गायब होने पर वह क्या बोले- पढ़िए पूरी रिपोर्ट वही घर संभालती, उसके रहते मुझे कोई चिंता नहीं थी आनंद मिश्रा कहते हैं अंजुला घर की हर एक जिम्मेदारी संभालती थी। उसके रहते हुए कभी मुझे इस बात की चिंता नहीं हुई कि घर में क्या है क्या नहीं। मुझे क्या करना है क्या नहीं। बच्चों की पढ़ाई लिखाई से लेकर उन्हें ट्यूशन तक छोड़ने जाने से लेकर उनकी सारी एक्टिविटी पर ध्यान देना यह उसकी आदत में था। वो कहते हैं कि मेरी दो बेटियां हैं। परिवार में अब कोई है नहीं। हम पिता-पुत्री ही एक दूसरे का सहारा रह गए हैं। एक बूढ़ी सास है जो इस उम्र में अपनी नातिनों की देखभाल के लिए यहां रह रही हैं। मैं तो सीधे इमरजेंसी पहुंचा था 15 अप्रैल की घटना को याद करते हुए आनंद कहते हैं कि सुबह साढ़े सात बजे हादसा हुआ था। सुबह सवा आठ बजे अंजुला के स्कूल से स्टाफ ने मुझे फोन करके घटना की जानकारी दी थी। मैं सीधे हैलट इमरजेंसी पहुंचा था। वहां पर पहले से सास सर्वोदय नगर निवासी ऊषा तिवारी मौजूद थी। उन्होंने बताया कि अंजुला के शरीर पर जेवर नहीं है। आनंद कहते हैं इसके बाद जब अंजुला का पोस्टमॉर्टम हुआ तो वहां पर दो लोहे के छल्ले जो अंजुला पहनती थी वो ही दिए गए। बाकी कुछ नहीं दिया गया था मुख्यमंत्री पोर्टल से लेकर अधिकारियों तक शिकायत आनंद मिश्रा कहते हैं कि 1 मई को उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल में जेवरात गायब होने की शिकायत की थी। इसके बाद उन्होंने 8 मई को इस प्रकरण में डीएम और पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर जानकारी दी थी। मगर दोनों तरफ से सिर्फ आश्वासन ही मिला। आनंद कहते हैं कि मीडिया से ही पता चला की मामले की जांच एसीपी कल्याणपुर कर रहे हैं। मगर अब तक उनसे किसी पुलिस कर्मी ने शिकायत नहीं की। बेटी पर्णिका सबसे दुलारी आनंद बताते हैं कि शमिना (12) और पर्णिका (6) दो बेटियां हैं। वो कहते हैं शादी के काफी समय बाद बेटी हुई थी। फिर दूसरा बच्चा प्लान किया था। आनंद कहते हैं कि पर्णिका घर में सबसे ज्यादा दुलारी है। अंजुला उसे इतना प्यार करती थी कि रात बारह बजे भी पर्णिका कोई डिमांड कर दे तो वो उसे पूरा करती थी। इतना अमानवीय कौन था मुझे देखना है आनंद कहते हैं इतना अमानवीय कौन हो सकता है जिसे चेन खींचते, कान के बाले नोचते हुए, पायल निकालते हुए, उंगली से अंगूठियां निकालते हुए जरा सा भी तरस न आया हो। वो कहते है कि मुझे हर हाल में ऐसे अमानवीय चेहरे वाले को देखना है। एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पाण्डेय ने बताया कि मामले में जांच शुरू कर दी गई है। जिस एम्बुलेंस में मृतका को ले जाया गया था उसे पूछताछ करने के लिए बुलाया गया है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। ये है पूरा मामला 15 अप्रैल को नारामऊ में कार और बस की टक्कर हो गई थी। जिसमें टीचर अंजुला मिश्रा, आकांक्षा मिश्रा और कार ड्राइवर विशाल द्विवेदी की मौत हो गई थी। टीचर्स प्राइमरी स्कूल में टीचर थी और सुबह घर से स्कूल जाने के लिए निकली थीं। ———— यह खबर भी पढ़िए यूपी में इस बार नहीं तपेगा नौतपा:अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के नीचे रह सकता है; 15 साल बाद बनी ऐसी स्थिति इस बार मौसम को लेकर 2 खुशखबरी है। पहला- यूपी में इस बार नौतपा ज्यादा नहीं तपेगा। दूसरा- तय समय से 2 से 3 दिन पहले मानसून यूपी आ सकता है। आज से (25 मई) से नौतपा शुरू हो रहा है, जो 2 जून तक रहेगा। लेकिन, 15 साल बाद ऐसा होगा कि नौतपा ज्यादा तपेगा नहीं। इसकी वजह मौसम में आई तब्दीली है। अप्रैल से शुरू हुआ आंधी-बारिश का दौर मई लास्ट और जून के पहले सप्ताह तक दिख सकता है। जानिए मौसम वैज्ञानिकों से, नौतपा में कैसा रहेगा मौसम? यह स्थिति क्यों बनी? बारिश की स्थिति क्या रहेगी? पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
पत्नी के शव को हाथ किसने लगाया, मुझे वो चाहिए:कानपुर में शिक्षिका के शव से गायब हुए थे जेवर, पति का फूटा दर्द बोले- कोई इतना अमानवीय कैसे ?
