हरियाणा के पलवल में विवाहिता शिवांगी की हत्या कांड में पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। उसके पति का दिल्ली की एक महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी के चलते उसे वृंदावन ले जाने के बहाने रास्ते में मार डाला। पुलिस ने आरोपी पति राजेश के बाद अब उसकी प्रेमिका डिंपल को भी गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है। शिवांगी की हत्या की साजिश टीवी पर आ रहे धारावाहिक क्राइम पेट्रोल देख कर रची गई थी। 24 जून को झाड़ियों में मिला शव पलवल की मिंडकोला पुलिस चौकी प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि 24 जून को मढनाका गांव के निकट रोड़ के पास झाड़ियों में एक महिला का शव बरामद हुआ था। उसके पास मिले आधार कार्ड से शव की पहचान कैलाश नगर निवासी गोपीराम की बेटी शिवांगी के रूप में हुई थी। उसके गले एवं सिर पर चोट के निशान थे। प्रथम दृष्टि ही ये मामला हत्या का होना पाया गया। वृंदावन गई थी, रास्ते में हत्या गोपीराम ने दी अपनी शिकायत में कहा था कि उसकी लड़ी शिवांगी 23 जून को सुबह घर से वृंदावन जाने की कह कर गई थी। देर शाम तक घर नहीं पहुंची तो उन्होंने उसके फोन पर काफी बार सम्पर्क किया, लेकिन फोन नहीं मिला। गोपीराम की शिकायत के आधार पर अज्ञात पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। CIA हथीन को सौंपी गई थी जांच हत्या के मामले की जांच चौकी पुलिस के अलावा सीआईए हथीन प्रभारी दीपक गुलिया को सौंपी गई थी। दीपक गुलिया की टीम ने शव मिलने के 24 घंटे के अंदर हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी उसके पति राजेश को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उदसे कोर्ट में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया था। ऐसे की शिवांगी की हत्या रिमांड के दौरान पति राजेश ने खुलासा किया कि उसका दिल्ली के शालीमार बाग निवासी डिंपल नामक महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसके चलते उन दोनों ने शिवांगी को रास्ते हटाने का प्लान तैयार किया था। प्लान के तहत शिवांगी को 23 जून को वृंदावन के लिए लेकर गए। रास्ते मे दोनों (राजेश व डिंपल) ने मिलकर पहले चुन्नी से शिवांगी का गला दबाया। बाद में ईंट से सिर पर वार कर हत्या कर दी। उसके शव काे मढनाका गांव के पास रोड किनारे झाड़ियों में फेंक दिया था। प्रेमिका के पास मिले शिवांगी के जेवर पुलिस ने 30 जून को हत्या कांड में शामिल डिपंल नामक महिला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग की गाड़ी, आरोपी महिला डिपंल से मृतका के दो सोने के टॉप्स, एक जोड़ी चांदी के पाजेब बरामद कर ली है। सोमवार को दोनों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दोनों ने क्राइम पेट्रोल धारावाहिक देख कर शिवांगी की हत्या की साजिश रची थी। लेकिन पुलिस ने उनके पूरे प्लान का भंडाफोड़ कर दिया। हरियाणा के पलवल में विवाहिता शिवांगी की हत्या कांड में पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। उसके पति का दिल्ली की एक महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी के चलते उसे वृंदावन ले जाने के बहाने रास्ते में मार डाला। पुलिस ने आरोपी पति राजेश के बाद अब उसकी प्रेमिका डिंपल को भी गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है। शिवांगी की हत्या की साजिश टीवी पर आ रहे धारावाहिक क्राइम पेट्रोल देख कर रची गई थी। 24 जून को झाड़ियों में मिला शव पलवल की मिंडकोला पुलिस चौकी प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि 24 जून को मढनाका गांव के निकट रोड़ के पास झाड़ियों में एक महिला का शव बरामद हुआ था। उसके पास मिले आधार कार्ड से शव की पहचान कैलाश नगर निवासी गोपीराम की बेटी शिवांगी के रूप में हुई थी। उसके गले एवं सिर पर चोट के निशान थे। प्रथम दृष्टि ही ये मामला हत्या का होना पाया गया। वृंदावन गई थी, रास्ते में हत्या गोपीराम ने दी अपनी शिकायत में कहा था कि उसकी लड़ी शिवांगी 23 जून को सुबह घर से वृंदावन जाने की कह कर गई थी। देर शाम तक घर नहीं पहुंची तो उन्होंने उसके फोन पर काफी बार सम्पर्क किया, लेकिन फोन नहीं मिला। गोपीराम की शिकायत के आधार पर अज्ञात पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। CIA हथीन को सौंपी गई थी जांच हत्या के मामले की जांच चौकी पुलिस के अलावा सीआईए हथीन प्रभारी दीपक गुलिया को सौंपी गई थी। दीपक गुलिया की टीम ने शव मिलने के 24 घंटे के अंदर हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी उसके पति राजेश को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उदसे कोर्ट में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया था। ऐसे की शिवांगी की हत्या रिमांड के दौरान पति राजेश ने खुलासा किया कि उसका दिल्ली के शालीमार बाग निवासी डिंपल नामक महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसके चलते उन दोनों ने शिवांगी को रास्ते हटाने का प्लान तैयार किया था। प्लान के तहत शिवांगी को 23 जून को वृंदावन के लिए लेकर गए। रास्ते मे दोनों (राजेश व डिंपल) ने मिलकर पहले चुन्नी से शिवांगी का गला दबाया। बाद में ईंट से सिर पर वार कर हत्या कर दी। उसके शव काे मढनाका गांव के पास रोड किनारे झाड़ियों में फेंक दिया था। प्रेमिका के पास मिले शिवांगी के जेवर पुलिस ने 30 जून को हत्या कांड में शामिल डिपंल नामक महिला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग की गाड़ी, आरोपी महिला डिपंल से मृतका के दो सोने के टॉप्स, एक जोड़ी चांदी के पाजेब बरामद कर ली है। सोमवार को दोनों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दोनों ने क्राइम पेट्रोल धारावाहिक देख कर शिवांगी की हत्या की साजिश रची थी। लेकिन पुलिस ने उनके पूरे प्लान का भंडाफोड़ कर दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा CET के वन टाइम रजिस्ट्रेशन में देरी:दिसंबर में होगा एग्जाम; HSSC ने खड़े किए हाथ, बोर्ड ने CM सैनी को बताई दिक्कतें हरियाणा के ग्रुप सी और डी के पदों के लिए होने वाले कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) के रजिस्ट्रेशन में देरी के आसार बन रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री नायब सैनी 31 दिसंबर से पहले सीईटी कराए जाने की घोषणा कर चुके हैं। इधर हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने भी मुख्यमंत्री सैनी को सीईटी क्वालीफाई कराए जाने को लेकर दिक्कतें बताई हैं। इसको लेकर सीएम मीटिंग भी कर चुके हैं। इस मीटिंग में सीईटी में कराए जाने वाले संशोधन और दूसरी आने वाली परेशानियों को लेकर चर्चा की है। मीटिंग में आयोग की तरफ से जानकारी दी गई है कि कुल 24,220 पद थे। इन पदों के लिए चार गुना के हिसाब से 96,880 उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट होने चाहिए थे। मगर 50,566 यूनीक उम्मीदवार ही शॉर्टलिस्ट हो पाए। इसके अतिरिक्त 15603 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो एक से ज्यादा ग्रुप में शॉर्टलिस्ट हुए हैं। इनमें से 535 तो तीन से ज्यादा ग्रुप में शॉर्टलिस्ट हुए हैं। एक से ज्यादा पदों के लिए 19109 उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट हुए, जिनमें से 7401 तीन से ज्यादा पदों के लिए शॉर्टलिस्ट हुए। HSSC ने मीटिंग में बताई ये 5 दिक्कतें… 1. अभी तक एक ही सीईटी हुआ है, जिसमें चार गुना शॉर्टलिस्ट का प्रावधान था। अब दूसरा सीईटी होगा तो, पहले वाले सीईटी और दूसरे वाले सीईटी स्कोर के अनुसार शॉर्टलिस्ट करने में दिक्कत आएगी। इसका एक कारण यह भी है कि बीसीए, बीसी-बी की क्रीमी लेयर सीमा बढ़ाई है, जो उम्मीदवार पहले बीसी श्रेणी में थे, अब उसमें नई सीमा वाले उम्मीदवार भी शामिल होंगे । जो पहले अयोग्य थे, अब योग्य हो सकते हैं। किसी का स्कोर बढ़ेगा तो इस स्कोर को और पुराने स्कोर को अपडेट करने में दिक्कत आएगी। 2. अनुसूचित जाति को भी प्रदेश सरकार ने दो वर्गों में बांट दिया है। पहले वाले सीईटी में केवल अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र है। मगर अब उन्हें दो वर्गों में कैसे बांटेंगे ? वन टाइम रजिस्ट्रेशन में यह प्रावधान नहीं है, क्योंकि रजिस्ट्रेशन के समय भी सिर्फ कैटेगरी पूछी जाती है, जाति नहीं। 3. चार गुना या 10 गुना या 12 गुना या इससे ज्यादा शॉर्टलिस्ट करने के तरीके पर भी संशय है। क्या शॉर्टलिस्ट ग्रुप में कुल पदों की संख्या के अनुसार किया जाना है? या कैटेगरी और पद अनुसार किया जाना है। अभी तक एचएसएससी ने कैटेगरी और पद अनुसार शॉर्टलिस्ट किए थे। लेकिन इसमें एक ही उम्मीदवार कई पदों के लिए रिपीट हुए। 4. आरक्षण शॉर्टलिस्ट के समय दिया जाना है या आखिरी चयन के समय दिया जाना है। इस बार तो आयोग ने शॉर्टलिस्ट के समय ही आरक्षण दे दिया। मगर हाईकोर्ट ने एचपीएससी केस में एक बेंच ने इसे गलत बताया हुआ है, इसलिए सीईटी संशोधन करते समय इसका भी ध्यान रखना पड़ेगा। 5. सीईटी क्वालीफाई होना चाहिए , अन्यथा उम्मीदवार रिपीट होते रहेंगे।
किरण चौधरी नहीं देंगी विधायकी से इस्तीफा:इसके पीछे हरियाणा BJP की प्लानिंग; राज्यसभा इलेक्शन में फायदा, फ्लोर टेस्ट में बहुमत में दिखेगी
किरण चौधरी नहीं देंगी विधायकी से इस्तीफा:इसके पीछे हरियाणा BJP की प्लानिंग; राज्यसभा इलेक्शन में फायदा, फ्लोर टेस्ट में बहुमत में दिखेगी कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन करने वाली हरियाणा की तोशाम विधानसभा सीट से विधायक किरण चौधरी विधायकी से इस्तीफा नहीं देंगी। यह हरियाणा बीजेपी की मेगा प्लानिंग का हिस्सा है। इस प्लानिंग के जरिए बीजेपी राज्यसभा सीट में फायदा लेगी। इसके साथ ही यदि मानसून सत्र के दौरान विश्वास मत हासिल करने के लिए फ्लोर टेस्ट भी कराया जाता है तो भी विधानसभा में भाजपा बहुमत में दिखेगी। अभी ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि किरण चौधरी या श्रुति को भाजपा हरियाणा से हाल ही में खाली हुई एक राज्यसभा सीट के लिए आगामी कुछ दिनों में होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। किरण या श्रुति के अलावा भी पार्टी कोई अन्य उम्मीदवार बनाती है तो भी बीजेपी, कांग्रेस के मुकाबले मजबूत स्थिति में रहेगी। अब पढ़िए कैसे राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को होगा फायदा… वोटिंग के लिए व्हिप जारी नहीं कर सकती कांग्रेस
कानूनी विश्लेषक और पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के वकील हेमंत कुमार ने बताया कि बीजेपी ने जान-बूझ कर सोची समझी रणनीति के कारण किरण से इस्तीफा नहीं दिलवाया है। अगले कुछ दिनों में हरियाणा से खाली हुई राज्यसभा सीट के उपचुनाव में मतदान की आवश्यकता होती है तो उस परिस्थिति में किरण सदन में कांग्रेस विधायक रहते हुए भी भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान कर सकती है। इसकी वजह यह है कि राज्यसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपने विधायकों को वोटिंग के संबंध में निर्देश देने के लिए व्हिप नहीं जारी किया जा सकता है। इसका फायदा बीजेपी राज्यसभा चुनाव की वोटिंग में उठाएगी। विधानसभा में बहुमत में आई बीजेपी
किरण चौधरी के भाजपा में आने से विधानसभा में नायब सैनी की मौजूदा सरकार की 87 सदस्यीय सदन में विधायकों की संख्या एक बढ़कर 44 (स्पीकर को मिलाकर) हो गई है। इस संख्या में बीजेपी के 41 विधायक हैं, जबकि 1 हलोपा विधायक गोपाल कांडा, किरण चौधरी और एक निर्दलीय विधायक किरण चौधरी शामिल हैं। चूंकि अभी सदन में 87 विधायक हैं, ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 44 हो गया है, जो भाजपा के पास है। यदि मानसून सत्र के दौरान विश्वास मत हासिल करने के लिए फ्लोर टेस्ट होता है तो बीजेपी यहां विपक्ष के मुकाबले बहुमत में दिखाई देगी। किरण के इस्तीफे का एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी
सूत्रों का कहना है कि अगर किरण चौधरी इस्तीफा नहीं देने का फैसला करती हैं तो कांग्रेस स्पीकर को लिखित में भेज सकती है कि चौधरी ने पार्टी छोड़ दी है और सदन की उनकी सदस्यता रद्द कर दी जानी चाहिए। हालांकि इसके बाद स्पीकर को प्रतिनिधित्व मिल जाता है तो उन्हें यह तय करना होता है कि वह विधायक के रूप में बनी रह सकती हैं या नहीं। सूत्रों ने कहा कि इस संबंध में जल्द ही कोई निर्णय आने की संभावना नहीं है। किरण की तरह JJP के 2 विधायकों पर कार्रवाई लंबित
हरियाणा विधानसभा चुनाव में करीब 4 महीने बाकी हैं, भाजपा को समर्थन करने वाले 2 जेजेपी विधायक सदन के सदस्य बने हुए हैं। अगर मानसून सत्र के दौरान विश्वास मत लाया जाता है तो वे भाजपा का समर्थन करेंगे। जेजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्पीकर को एक ज्ञापन दिया है, जो स्पीकर के पास लंबित है। उम्मीद है कि किरण चौधरी के खिलाफ कांग्रेस का ज्ञापन विधानसभा स्पीकर के खिलाफ पेश किया जाएगा।
हरियाणा में दो ट्रेनों की परिचालन अवधि बढ़ी:वलसाड-भिवानी और साबरमती-हरिद्वार ट्रेनें शामिल; दोनों वाया रेवाड़ी होकर चलेंगी
हरियाणा में दो ट्रेनों की परिचालन अवधि बढ़ी:वलसाड-भिवानी और साबरमती-हरिद्वार ट्रेनें शामिल; दोनों वाया रेवाड़ी होकर चलेंगी यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने हरियाणा होकर चलने वाली वलसाड-भिवानी-वलसाड साप्ताहिक और साबरमती-हरिद्वार-साबरमती द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेनों की संचालन अवधि में विस्तार किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार एक ट्रेन 1 अगस्त से 29 अगस्त तक और दूसरी ट्रेन 2 अगस्त से 29 नवंबर तक चलेगी। ये दोनों ट्रेनें रेवाड़ी होकर चलती हैं। दोनों ट्रेनों का संचालन समय और स्टेशन स्टॉपेज पहले की तरह ही रहेंगे। इन ट्रेनों का किया विस्तार 1. गाड़ी संख्या 09007/09008, वलसाड-भिवानी-वलसाड साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन के संचालन अवधि में वलसाड से 1 से 29 अगस्त तक (5 ट्रिप) एवं भिवानी से 2 से 30 अगस्त तक (5 ट्रिप) विस्तार किया जा रहा है। 2. गाड़ी संख्या 09425/09426, साबरमती-हरिद्वार-साबरमती द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन के संचालन अवधि में साबरमती से दिनांक 2 अगस्त से 29 नवंबर तक (35 ट्रिप) एवं हरिद्वार से 3 अगस्त से 30 नवंबर तक (35 ट्रिप) विस्तार किया जा रहा है।