हरियाणा के पलवल में एक नवविवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसकी शादी को अभी डेढ़ महीना ही हुआ था। उसके मायके के लोगों का आरोप है कि दहेज में 2 लाख न मिलने पर ससुराल वालों ने उनकी बेटी को फंदे पर लटका कर हत्या कर दी। पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर पति सहित 5 के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। यूपी के जिला गौतमबुध नगर के जेवर निवासी भिक्कन ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उसने अपनी बेटी कुमकुम की शादी 9 जुलाई 2024 को हथीन थाना के मंडोरी गांव निवासी कृष्ण के साथ की थी। शादी में अपनी हैसियत अनुसार दान-दहेज भी दिया था। लेकिन ससुराल वाले दहेज से खुश नहीं थे। शादी के दिन से ही उसकी बेटी के साथ दहेज में 2 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। उसने आरोप लगाया कि दो लाख रुपए न देने पर मंडोरी गांव निवासी पति कृष्ण, ससुर जगबीर, जेठ सतीश, जेठानी सतीश की पत्नी व ननद रेखा उनकी बेटी कुमकुम के साथ मारपीट करने लगे। कहते थे कि अपने पिता से 2 लाख रुपए लेकर नहीं आई तो तुझे जान से मार देंगे। शिकायत में कहा कि उसकी बेटी कुमकुम ने अपने पिता को फोन कर 25 अगस्त को बुलाया था। वह अपने साथ तीन अन्य व्यक्तियों को लेकर अपनी बेटी की ससुराल पहुंचा और उसकी ससुराल वालों को समझा-बुझाकर अपनी बेटी को अपने साथ ले जाने के लिए कहने लगा। लेकिन कुमकुम की ससुराल ने उसकी बेटी को भेजने से इनकार कर दिया। इसके बाद वे वापस अपने गांव चले गए। 26 अगस्त 2024 को उसकी बेटी कुमकुम की दहेज की मांग पूरी न होने पर फांसी लगाकर हत्या कर दी। वे बेटी की ससुराल पहुंचे तो उसकी बेटी मृत मिली। हथीन थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि कुमकुम के पिता भिक्कन की शिकायत पर पति कृष्ण, ससुर जगबीर, जेठ सतीश, जेठानी सतीश की पत्नी व ननद रेखा के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने आरोपी पति कृष्ण को गिरफ्तार कर लिया है। हरियाणा के पलवल में एक नवविवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसकी शादी को अभी डेढ़ महीना ही हुआ था। उसके मायके के लोगों का आरोप है कि दहेज में 2 लाख न मिलने पर ससुराल वालों ने उनकी बेटी को फंदे पर लटका कर हत्या कर दी। पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर पति सहित 5 के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। यूपी के जिला गौतमबुध नगर के जेवर निवासी भिक्कन ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उसने अपनी बेटी कुमकुम की शादी 9 जुलाई 2024 को हथीन थाना के मंडोरी गांव निवासी कृष्ण के साथ की थी। शादी में अपनी हैसियत अनुसार दान-दहेज भी दिया था। लेकिन ससुराल वाले दहेज से खुश नहीं थे। शादी के दिन से ही उसकी बेटी के साथ दहेज में 2 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। उसने आरोप लगाया कि दो लाख रुपए न देने पर मंडोरी गांव निवासी पति कृष्ण, ससुर जगबीर, जेठ सतीश, जेठानी सतीश की पत्नी व ननद रेखा उनकी बेटी कुमकुम के साथ मारपीट करने लगे। कहते थे कि अपने पिता से 2 लाख रुपए लेकर नहीं आई तो तुझे जान से मार देंगे। शिकायत में कहा कि उसकी बेटी कुमकुम ने अपने पिता को फोन कर 25 अगस्त को बुलाया था। वह अपने साथ तीन अन्य व्यक्तियों को लेकर अपनी बेटी की ससुराल पहुंचा और उसकी ससुराल वालों को समझा-बुझाकर अपनी बेटी को अपने साथ ले जाने के लिए कहने लगा। लेकिन कुमकुम की ससुराल ने उसकी बेटी को भेजने से इनकार कर दिया। इसके बाद वे वापस अपने गांव चले गए। 26 अगस्त 2024 को उसकी बेटी कुमकुम की दहेज की मांग पूरी न होने पर फांसी लगाकर हत्या कर दी। वे बेटी की ससुराल पहुंचे तो उसकी बेटी मृत मिली। हथीन थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि कुमकुम के पिता भिक्कन की शिकायत पर पति कृष्ण, ससुर जगबीर, जेठ सतीश, जेठानी सतीश की पत्नी व ननद रेखा के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने आरोपी पति कृष्ण को गिरफ्तार कर लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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1. जाट वोक बैंक का ना बटना : भाजपा के रणजीत के जीतने का कारण जाट वोट बैंक का नहीं बटना है। इस बार सभी प्रमुख पार्टियों भाजपा, कांग्रेस, जजपा और इनेलो ने जाट चेहरों को मैदान में उतारा था। भाजपा को उम्मीद थी कि इससे जाट वोट बैंक बटेगा। हिसार में करीब 33 प्रतिशत जाट आबादी है। ऐसे में जाट वोट सीधा कांग्रेस को गया। जाट बाहुल्य हलके उचाना और नारनौंद में जयप्रकाश को बंपर वोट मिले। वहीं जजपा की नैना चौटाला को 22032 और इनेलो की सुनैना चौटाला को 22303 वोट मिले। दोनों को मिलाकर 44335 वोट मिले। इससे अधिक 44794 वोटों की लीड तो जयप्रकाश को नारनौंद हलके से ही मिल गई। 2. शहरों में कम मार्जिन : रणजीत की हार का कारण शहरों में कम मार्जिन से जीतना रहा। शहरों में भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को करीब 1 लाख वोटों से लीड मिलने की उम्मीद थी। मगर हिसार में रणजीत चौटाला को 36605 और हांसी में 6670 वोटों की लीड मिली। दोनों को यदि मिला दिया जाए तो आंकड़ा 43275 वोट का बनता है। इससे लीड जयप्रकाश ने एक ही हलके नारनौंद से लेकर पूरी कर ली। इसके बाद उकलाना और उचाना ने बची कसर पूरी कर दी।
3. आदमपुर और नलवा से हार : भाजपा को पूरी उम्मीद थी कि आदमपुर और नलवा से जीत मिलेगी। मगर आदमपुर में भाजपा 6384 वोटों से हार गई। इसके अलावा नलवा हलके में भाजपा 2439 वोटों से हार गए। आदमपुर में भाजपा को 15000 वोटों की लीड मिलने का अनुमान था। दो साल पहले हुए आदमपुर उपचुनाव में भव्य बिश्नोई करीब 15 हजार से अधिक वोटों से जीते थे मगर इस चुनाव में दो साल पहले हुए चुनाव का मार्जिन तो घटाया ही साथ ही 6384 वोट लेकर जयप्रकाश ने बढ़त भी बनाई। 4. बड़े नेताओं की नाराजगी: रणजीत की हार का मुख्य कारण बड़े नेताओं की नाराजगी रहा। रणजीत को टिकट मिलने से टिकट के दावेदार कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अभिमन्यु नाराज हो गए। इनकी टीम ने रणजीत चौटाला की ग्राउंड पर उतर कर मदद नहीं की। कुलदीप खुद आदमपुर में घूमने के बजाय अपने बेटे को भेजते रहे।