हरियाणा के पलवल में गुरुग्राम कैनाल में एक नवजात बच्चे का शव बहता मिला। सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और छानबीन के बाद शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर बच्चे के माता-पिता की तलाश शुरू कर दी है। उटावड़ थाना प्रभारी हरि किशन के अनुसार, टोंका गांव निवासी फकरू ने दी शिकायत में कहा है कि उनका मकान गुरुग्राम कैनाल (नहर) के साथ बना हुआ है। नहर के पुल के पास उसके भाई इस्माइल ने चाय का खोका खोल रखा है। 29 नवंबर को हम खोका पर बैठे थे तथा वहां कुछ छोटे बच्चे नहर के पुल पर खेल रहे थे। उसी दौरान कैनाल (नहर) में एक बच्चा बहकर आता हुआ दिखाई दिया। उसने व वहां खेल रहे बच्चों ने उसे नहर से बाहर निकाला तो बच्चा मृत अवस्था में था। उसके टूंड पर प्लास्टिक की चिमटी बंधी हुई थी। इसकी सूचना उन्होंने तुरंत उटावड़ थाना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और छोटे बच्चे (बेबी) को कब्जे में ले लिया। देखने पर बच्चे के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे। पुलिस के अनुसार देखने से लग रहा है कि बच्चे को जन्म देने के बाद फेंका दिया गया है। पुलिस ने फकरू की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अब आगे की छानबीन में लगी है। हरियाणा के पलवल में गुरुग्राम कैनाल में एक नवजात बच्चे का शव बहता मिला। सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और छानबीन के बाद शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर बच्चे के माता-पिता की तलाश शुरू कर दी है। उटावड़ थाना प्रभारी हरि किशन के अनुसार, टोंका गांव निवासी फकरू ने दी शिकायत में कहा है कि उनका मकान गुरुग्राम कैनाल (नहर) के साथ बना हुआ है। नहर के पुल के पास उसके भाई इस्माइल ने चाय का खोका खोल रखा है। 29 नवंबर को हम खोका पर बैठे थे तथा वहां कुछ छोटे बच्चे नहर के पुल पर खेल रहे थे। उसी दौरान कैनाल (नहर) में एक बच्चा बहकर आता हुआ दिखाई दिया। उसने व वहां खेल रहे बच्चों ने उसे नहर से बाहर निकाला तो बच्चा मृत अवस्था में था। उसके टूंड पर प्लास्टिक की चिमटी बंधी हुई थी। इसकी सूचना उन्होंने तुरंत उटावड़ थाना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और छोटे बच्चे (बेबी) को कब्जे में ले लिया। देखने पर बच्चे के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे। पुलिस के अनुसार देखने से लग रहा है कि बच्चे को जन्म देने के बाद फेंका दिया गया है। पुलिस ने फकरू की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अब आगे की छानबीन में लगी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
टाटा जुडियो फ्रेंचाइजी लेने के लिए 36 लाख ठगे:हिसार के युवक से जालसाजी, साले के साथ करना चाहता था बिजनेस, 9 बार पेमेंट डलवाई
टाटा जुडियो फ्रेंचाइजी लेने के लिए 36 लाख ठगे:हिसार के युवक से जालसाजी, साले के साथ करना चाहता था बिजनेस, 9 बार पेमेंट डलवाई हरियाणा के हिसार में टाटा जुडियो की फ्रैंचाइजी लेने के नाम पर 36 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। हिसार साइबर क्राइम पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। युवक हिसार के मिल गेट का रहने वाला 24 वर्षीय प्रशांत है। प्रशांत ने पुलिस को दी शिकायत पर बताया कि वह खेती बाड़ी का काम करता है। उसने अक्टूबर महीने में टाटा जुडियो कंपनी (कपड़ा कंपनी) की फ्रेचांइजी के लिए मैने अपनी मेल आईडी से उनकी मेल आईडी info@zudiofranchise-tata.com पर मेल की थी। इसके बाद फ्रॉड के लिए कॉल आने लगी और उनके चक्कर में आकर एक महीने में करीब 30 लाख 52 हजार रुपए दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। प्रशांत ने बताया कि जब और पैसों की डिमांड होने लगी तो मैं समझ गया कि किसी ने जालसाजी की है। इसके बाद पुलिस को इस मामले की शिकायत की। पुलिस ने भी पूरे मामले की जांच करने के बाद अज्ञात ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। प्रशांत ने बताया कि वह अपने साले के साथ बिजनेस करना चाहता था। उसने अपने ससुर से कुछ रुपए लिए थे और खुद अपने पैसे दिए थे। विस्तार से जानिये कैसे हुई ठगी…
1. कंपनी की मेल आईडी पर मेल की
प्रशांत ने बताया कि उसने कंपनी की मेल आईडी पर मेल की थी। इसके बाद 5 अक्टूबर को जुडियो कंपनी से मेल का रिप्लाई आया। रिपलाई में कुछ फॉर्म और कंपनी की टर्म कंडीशन भी बताई गई। इसके बाद 11 अक्टूबर को जुडियो कंपनी से मोबाइल न. 8961505847 से कॉल आई और कहा कि आप फ्रेंचाइजी के लिए 2000 स्क्वायर फीट या इससे ऊपर की जगह देख लो। जगह देखने के बाद फिर मुझे कॉल करना। इसके बाद 20 अक्टूबर को जगह देखने के बाद मैने उस जगह की लोकेशन अपने मोबाइल से उनके मोबाइल पर भेज दी। इसके बाद 21 अक्टूबर को उनकी कॉल आई और कहा कि आपकी लोकेशन अप्रूव हो चुकी है और कहा कि हमने आपको कुछ फॉर्म भेजे हैं आप इन फॉर्म को भर कर मेरे पास भेज दें। 2. 17 दिन तक कागजी कार्रवाई करवाते रहे पैसे नहीं मांगे
प्रशांत ने बताया कि 22 अक्टूबर को मैंने उनके द्वारा भेजे गए फॉर्म भर कर उनके पास भेज दिए जिनमे मेरे आधार कार्ड ,फोटो, बैंक खाते की कॉपी, हस्ताक्षर इत्यादि मागे गए थे। ये जानकारी देने के बाद उन्होंने कहा कि आपको कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए 1,17,600 रुपए पे करने होंगे, जिसमे कंपनी से आपकी मीटिंग करवाई जाएगी। कहा कि ये पेमेंट आपकी रिफंडेबल रहेगी। फिर 22 अक्टूबर को ये पेमेंट मैंने उनके द्वारा भेजे गए बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अकाउंट नंबर में मैंने मेरे पिताजी के बैंक अकाउंट से आरटीजीएस से 1,17,600 रुपए भेज दिए। 3. कंपनी के कर्मचारियों ने मीटिंग को कहा
प्रशांत ने बताया कि 23 अक्टूबर को कंपनी की तरफ से कॉल आई और कहा कि आपकी पेमेंट सेक्ससफुल हो चुकी है अब हमारी कंपनी की तरफ से 2 लोग आपसे मीटिंग के लिए आएंगे। इसके बाद 24 अक्टूबर को उन्होंने उन दोनों व्यक्तियों के आधार कार्ड और उनके कंपनी आईकार्ड मेरे पास भेजा। इसके बाद 25 अक्टूबर को एक अन्य व्यक्ति की काल आई और उसने अपना नाम राहुल बताया। राहुल ने बताया कि आपको फ्रेचांइजी से संबधित एक एफिडेवट बनवाना पडे़गा, जिसके लिए आपको 1,57,750 रुपए की RTGS पेमेंट करनी होगी। इसके बाद आपकी कंपनी से मीटिंग होगी, फिर मैंने उनके कहे अनुसार उनके द्वारा भेजे गए अकाउंट नंबर से पिताजी के खाते से 1,57,750 रुपये भेज दिए। 4. पहले RTGS से पेमेंट मांगी, बाद में और पेमेंट मांगी
प्रशांत ने बताया कि इसके बाद उन्होंने 1,58,000 रुपए की एक और पेमेंट करने के लिए कहा। ये पेमेंट 26 अक्टूबर को उनके द्वारा भेजे गए एक्सिस बैंक के खाते में डाली। फिर 28 अक्टूबर को उन्होंने कहा कि कागजी कार्रवाई के लिए आपको 5,90,000 रुपए देने होंगे। जैसे ही मैं पेमेंट करने वाला था कि तभी उनकी काल आई कि आपको 5,90,000 रुपए न करके आपको 8,62,000 रुपए करने होंगे। ये पेमेंट मैंने कैश डिपोजिट मशीन से डलवाई। फिर 29 अक्टूबर को ये पेमेंट होने के बाद उनका फिर मैसेज आया कि अब आपको एनओसी और लैंड डिक्लेयरेशन के लिए और पेमेंट करनी होगी, इसके लिए उन्होंने कहा कि 3,18,000 रुपए और करने होंगे फिर मैंने उनके द्वारा भेजे गए एक्सिस बैंक के खाते में रुपए डलवा दिए। इसके बाद फिर मैंने उनके कहे अनुसार 2,59,600 रुपए डलवाए। 5. बार-बार रुपए मांगे तब शक हुआ
प्रशांत ने बताया कि 29 अक्टूबर को इनका मैसेज आया कि अब आपकी स्टंप ड्यूटी भरनी है। इसके लिए आपको 5,90,000 रुपए की पेमेंट और करनी होगी। मैने 30 अक्टूबर को उनके द्वारा भेजे गए अकाउंट में 90,000 रुपए डलवाये और बाकी कि 5,00,000 रुपए भी डलवा दिए । ये पेमेंट करने के बाद उन्होंने कहा कि ये स्टंप ड्यूटी की 50 प्रतिशत फीस थी, 50 प्रतिशत राशि आपको और पे करनी होगी। फिर 2 नवंबर को मैंने उनके कहे अनुसार 5,90,000 रुपए डलवा दिए। बार-बार रुपए भेजने के बाद फिर मुझे एहसास हो गया कि मेरे साथ जुडियो कंपनी की फ्रेचांइजी के नाम पर फ्रॉड हो रहा है इस तरह से जाल-साजी से फ्रेंचाइजी के नाम पर कुल 30 लाख 52 हजार 950 रुपए हड़प लिए।
रोहतक में मिला युवती का शव:रेप के बाद हत्या की आशंका, मुंह से निकल रहे थे झाग, मोबाइल और पर्स बरामद
रोहतक में मिला युवती का शव:रेप के बाद हत्या की आशंका, मुंह से निकल रहे थे झाग, मोबाइल और पर्स बरामद हरियाणा के रोहतक में IMT फेस 3 के सुनसान इलाके में एक वर्षीय युवती का शव मिला है। मृतका की शिनाख्त नहीं हो पाई है। शव को देख कर आशंका जताई जा रही है कि रेप के बाद युवती की हत्या की गई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पीजीआई में रखवा दिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असल कारणों का खुलासा होगा। पुलिस मामले की जांच करने में जुटी हुई है। घूमने गए युवक ने सड़क किनारे देखा शव खरकड़ा गांव का रहने वाला एक युवक घूमने के लिए आईएमटी फेस – 3 में गया था। इसी दौरान उसने सड़क के किनारे एक युवती का शव पड़ा हुआ दिखा। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। आईएमटी थाना पुलिस व एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। आसपास के लोगों से शव की शिनाख्त करवाने का प्रयास किया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। पुलिस को युवती के पास से एक पर्स व मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है। हालांकि मोबाइल अनलॉक होने पर युवती की शिनाख्त होने की उम्मीद है। IMT थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह ने बताया कि 19 साल की युवती पुरानी सब्जी मंडी थाना एरिया से लापता हुई थी। पता चला है कि उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी डाल रखी है, जिसमें मौत का जिम्मेदार दो युवकों को ठहरा रही है। शव पीजीआई के डेड हाउस में रखवा दिया है। आगे की कार्रवाई सब्जी मंडी थाना पुलिस करेगी।
करनाल के निशांत की पेरिस ओलिंपिक में हार पर बवाल:बॉक्सर विजेंदर ने स्कोरिंग सिस्टम पर उठाए सवाल, पिता बोले- मैक्सिको बॉक्सिंग का बड़ा बाजार
करनाल के निशांत की पेरिस ओलिंपिक में हार पर बवाल:बॉक्सर विजेंदर ने स्कोरिंग सिस्टम पर उठाए सवाल, पिता बोले- मैक्सिको बॉक्सिंग का बड़ा बाजार बॉक्सर निशांत देव का पेरिस ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतने का सपना टूट गया। मैच के अंत तक उन्हें यकीन था कि उन्होंने मैच जीत लिया है। लेकिन जो फैसला आया उसने न सिर्फ निशांत देव बल्कि पूरे देश को हैरान कर दिया। देव की हार के बाद देश में हंगामा मचा हुआ है। फैंस का मानना है कि निशांत देव को जानबूझकर हराया गया है। निशांत देव की हार के बाद अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर विजेंदर सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखकर जजों के फैसले पर सवाल उठाए हैं। वहीं पिता पवन ने कहा कि जैसे भारत में क्रिकेट पर सट्टा लगता है, वैसे ही मैक्सिको में बॉक्सिंग का बहुत बड़ा बाजार है। संभव है कि इसी वजह से निशांत को हराया गया हो। क्वार्टर फाइनल मुकाबला मैक्सिको के मार्को से था निशांत देव के पिता पवन देव ने बताया कि उनके बेटे का आज रात 12:30 बजे पुरुष बॉक्सिंग के 71 किलोग्राम भार वर्ग में मैक्सिको के मार्को वर्डे से मुकाबला था। जहां उसे 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। अगर निशांत यह क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीत जाता तो देश के लिए कांस्य पदक जीतना तय था। पहले दो राउंड में बढ़त पवन ने बताया कि निशांत देव ने पहले दो राउंड जीते। निशांत को तीसरे राउंड में भी जीत का पूरा भरोसा था। सिर्फ उसे ही नहीं, हमें भी पूरा भरोसा था कि हम मैच जीत चुके हैं। लेकिन उसके बाद जजों ने जो फैसला दिया, वह काफी चौंकाने वाला था। जिसमें निशांत को 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। तीसरा राउंड कांटे का रहा पवन ने बताया कि कुल मिलाकर तीसरा राउंड कांटे का रहा और स्कोरिंग ने साबित कर दिया कि एक भी जज ने तीनों राउंड किसी भी बॉक्सर को नहीं दिए। शुरुआती राउंड वर्डे को देने वाले जर्मन जज ने दूसरे राउंड में भारत के पक्ष में फैसला दिया था। पवन ने बताया कि एमेच्योर बॉक्सिंग में ज्यादातर स्कोरिंग पंच नजदीक से और शरीर पर लगाए जाते हैं, इस दौरान निशांत के कुछ हुक या क्रॉस मैक्सिको के मार्को वर्डे के चेहरे पर लगे। कुछ ग्लव्स पर लगे, लेकिन उन स्कोरिंग पंचों को जजों ने नहीं दिया। निशांत देव के पिता ने बताया कि मैच पर आपत्ति जताने का समय 30 मिनट है। लेकिन अब समय खत्म हो चुका है। अब हम कोई अपील भी नहीं कर सकते। अब निशांत फिर से मेहनत करेगा और देश के लिए और मेडल लाएगा। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज ने किया ये ट्वीट देश के अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने निशांत देव की हार के बाद अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया कि मैं इस मैच में स्कोरिंग सिस्टम से हैरान हूं। मुझे नहीं पता कि स्कोरिंग सिस्टम क्या है, लेकिन मुझे लगता है कि यह बहुत करीबी मुकाबला था। निशांत ने बहुत अच्छा खेला, कोई नहीं भाई। फिल्म अभिनेता रणदीप हुड़डा ने भी किया ट्वीट वहीं निशांत की हार के बाद फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा ने अपने सोशल मीडिया X पर लिखा कि निशांत ने ये मैच जीत लिया था। कती सुत दिया था मेक्सिकन। यह स्कोरिंग क्या है? मेडल तो लूट लिया लेकिन दिल जीत लिया निशांत भाई ने। आगे निशांत को हौसला देते हुए लिखा कि अभी और भी बहुत आगे जाना बाकी है।