पलवल में नाबालिग छुट्टियों के दौरान अपने नाना के घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। नाबालिग के पिता ने दो युवकों पर शक जताते हुए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। हसनपुर थाना पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर नाबालिग और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। हसनपुर थाना प्रभारी अजीत नागर के अनुसार एक व्यक्ति ने शिकायत में कहा है कि उसकी 17 वर्षीय बेटी अपने नाना के घर गई थी। 5 जून को दोपहर करीब 12 बजे नाबालिग अचानक घर से लापता हो गई। जिसकी सूचना उसके ससुर ने उसके भाई को दी। सूचना मिलने पर पीड़ित अपने गांव पहुंचा और बेटी की तलाश की, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। पहले भी गायब हो चुकी है लड़की पीड़ित अपने ससुराल पहुंचा, उसके ससुराल वाले भी उसकी बेटी की तलाश में जुटे रहे। लेकिन जब उसकी बेटी का कोई सुराग नहीं मिला तो पीड़ित हसनपुर थाने में शिकायत लेकर पहुंचा। पीड़ित ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि इससे पहले भी टहरकी गांव निवासी तनुज नामक युवक उसकी बेटी को बहला-फुसलाकर नोएडा ले गया था। जिसके बाद पीड़ित ने अपनी बेटी को तनुज के घर से बरामद कर लिया और अपने घर ले आया। उसकी बेटी ने बताया कि आरोपी तनुज और उसका भाई देवन उसे नौकरी दिलाने के बहाने नोएडा ले गए थे। पीड़ित को शक है कि आरोपी उसकी बेटी को बहला-फुसलाकर ले गए हैं। पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही नाबालिग को ढूंढकर उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा और दोषी पाए जाने वालों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। पलवल में नाबालिग छुट्टियों के दौरान अपने नाना के घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। नाबालिग के पिता ने दो युवकों पर शक जताते हुए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। हसनपुर थाना पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर नाबालिग और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। हसनपुर थाना प्रभारी अजीत नागर के अनुसार एक व्यक्ति ने शिकायत में कहा है कि उसकी 17 वर्षीय बेटी अपने नाना के घर गई थी। 5 जून को दोपहर करीब 12 बजे नाबालिग अचानक घर से लापता हो गई। जिसकी सूचना उसके ससुर ने उसके भाई को दी। सूचना मिलने पर पीड़ित अपने गांव पहुंचा और बेटी की तलाश की, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। पहले भी गायब हो चुकी है लड़की पीड़ित अपने ससुराल पहुंचा, उसके ससुराल वाले भी उसकी बेटी की तलाश में जुटे रहे। लेकिन जब उसकी बेटी का कोई सुराग नहीं मिला तो पीड़ित हसनपुर थाने में शिकायत लेकर पहुंचा। पीड़ित ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि इससे पहले भी टहरकी गांव निवासी तनुज नामक युवक उसकी बेटी को बहला-फुसलाकर नोएडा ले गया था। जिसके बाद पीड़ित ने अपनी बेटी को तनुज के घर से बरामद कर लिया और अपने घर ले आया। उसकी बेटी ने बताया कि आरोपी तनुज और उसका भाई देवन उसे नौकरी दिलाने के बहाने नोएडा ले गए थे। पीड़ित को शक है कि आरोपी उसकी बेटी को बहला-फुसलाकर ले गए हैं। पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही नाबालिग को ढूंढकर उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा और दोषी पाए जाने वालों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सिरसा में हत्यारों की गिरफ्तारी पर अड़े परिजन:केहरवाला ग्रामीणों ने नहीं करवाया पोस्टमार्टम, प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन हरियाणा के सिरसा जिला में पुलिस थाना रानियां के अंतर्गत आने वाले गांव केहरवाला में जमीनी विवाद को लेकर एक व्यक्ति की हुई मौत के मामले में शनिवार को नागरिक अस्पताल सिरसा में सैंकड़ों लोगों ने पहुंचकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया तथा मृतक का पोस्टमार्टम करवाने से पहले हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़ गए। 2 घंटे बाद पहुंची पुलिस मौके पर इस मौके पर डीएसपी ने मौका पर पहुंचकर केहरवाला के लोगों से बात की। इस दौरान लोगों ने कहा कि जीवन नगर पुलिस चौकी इंचार्ज ने मामले में लापरवाही बरती है तथा घटना के दो घंटे बाद पुलिस की टीम मौका पर पहुंची है। उन्होंने कहा कि डायल 112 आपातकालीन सेवा भी 1 घंटे के बाद टीम पहुंची है। प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि पुलिस विरोधी पक्ष की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि संबंधित जमीन का विवाद न्यायालय में चल रहा है। उन्होंने कहा कि नथोर के लोगों ने उनके साथ धोखाधड़ी की है तथा योजनाबध तरीके से उनकी जमीन पर बोई गई नरमा की फसल को तबाह कर दिया। इस विवाद की शिकायत पुलिस थाना जीवन नगर चौकी में पहले भी की जा चुकी है। घटनाक्रम की पुलिस जिम्मेदार मामले की कुछ समय पहले भी शिकायत की गई थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हो गया। इस पूरे घटनाक्रम की पुलिस जिम्मेदार है। मृतक जोगिंद्र के पारिवारिक सदस्य आदराम की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इसी बात को लेकर केहर वाला के सैकड़ो लोगों ने नागरिक अस्पताल सिरसा में पहुंचकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की है। गांव के सुभाष ने बताया कि पुलिस मामले को राजनीतिक मुद्दा बना कर दोषी को बचा रही है। उधर इस बारे में जीवन नगर चौकी इंचार्ज पृथ्वी ने बताया कि केहरवाला मामले की जांच सांख्यिकी सेल में चल रही है। शुक्रवार घटनाक्रम की जांच थाना प्रभारी स्वयं कर रहे हैं। घटनाक्रम वाले दिन वे न्यायालय में व्यस्त थे, इसलिए पुलिस को पहुंचने में देरी हुई।
राजेश खुल्लर CM सैनी के CPS बने:कैबिनेट रैंक नहीं दिया; 3 दिन पहले भी जारी हुए थे आदेश, कुछ घंटों में रोक लगाई थी
राजेश खुल्लर CM सैनी के CPS बने:कैबिनेट रैंक नहीं दिया; 3 दिन पहले भी जारी हुए थे आदेश, कुछ घंटों में रोक लगाई थी हरियाणा में रिटायर्ड IAS अधिकारी राजेश खुल्लर को मुख्यमंत्री नायब सैनी का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) लगा दिया गया है। इस बार उन्हें कैबिनेट का रैंक नहीं दिया गया। इसे लेकर सोमवार रात चीफ सेक्रेटरी टीवीएसएन प्रसाद की तरफ से ऑर्डर जारी हुए। 3 दिन पहले 18 अक्टूबर की रात 8 बजे भी खुल्लर के CPS की नियुक्ति के ऑर्डर जारी हुए थे। तब उन्हें कैबिनेट का रैंक भी दिया गया था। हालांकि करीब 4 घंटे बाद रात 12 बजे चीफ सेक्रेटरी ने उस आदेश पर रोक लगा दी थी। अगले दिन सुबह यह बात सामने आई कि 3 सीनियर कैबिनेट मंत्रियों ने खुल्लर की नियुक्ति का विरोध जताया था। उनका कहना था कि अधिकारी को कैबिनेट का रैंक देना गलत है। खुल्लर 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए और रिटायरमेंट के 24 घंटे के अंदर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) नियुक्त कर दिया गया था। तब उन्होंने 1982 बैच के वरिष्ठ रिटायर्ड आईएएस अफसर डीएस ढेसी की जगह ली थी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब BJP ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को हरियाणा का नया CM बनाया, तब राजेश खुल्लर ही उनके चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी रहे। राजेश खुल्लर की नियुक्ति के ऑर्डर… कौन हैं राजेश खुल्लर राजेश खुल्लर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 2014 में राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद से ही वे तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर की गुडबुक में रहे। खुल्लर 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए और रिटायरमेंट के 24 घंटे के भीतर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) नियुक्त कर दिया गया। तब उन्होंने 1982 बैच के सीनियर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीएस ढेसी की जगह ली थी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को हरियाणा का नया सीएम बनाया था, तब भी राजेश खुल्लर उनके चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) थे। पर्ची सिस्टम के विरोधी अपने 35 साल के लंबे कार्यकाल के दौरान राजेश खुल्लर कई जिलों के डीसी, विभागाध्यक्ष और प्रशासनिक सचिव रहे। वर्ष 2019 में खट्टर ने उन्हें अपने प्रधान सचिव के साथ-साथ गृह सचिव की जिम्मेदारी सौंपी। खुल्लर ने जनसंपर्क एवं भाषा, जेल, आपराधिक जांच और न्याय विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली। हरियाणा में करप्शन की जड़ समझे जाने वाले तीन प्रमुख क्षेत्रों- सरकारी भर्ती, ट्रांसफर और लैंड यूज चेंज (CLU) से जुड़ी प्रक्रिया को कंप्यूटराइज्ड कराने का श्रेय राजेश खुल्लर को ही जाता है। हरियाणा इन तीनों कामों में चलने वाले पर्ची सिस्टम के कारण देशभर में सुर्खियों में रहता था। सीएम ऑफिस (CMO) में रहते हुए खुल्लर ने ही पर्ची सिस्टम की जगह पारदर्शी व्यवस्था बनाई। इसके बाद अब आम लोगों या कर्मचारियों को अपने ट्रांसफर से लेकर बीपीएल राशन कार्ड बनवाने तक, किसी अधिकारी या कर्मचारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। मनोहर ने वर्ल्ड बैंक से वापस बुलवाया राजेश खुल्लर की सितंबर-2020 में वर्ल्ड बैंक के वाशिंगटन डीसी कार्यालय में कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्ति हो गई। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए हुई थी। अमेरिका जाने से पहले उन्होंने करीब 5 साल हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ उनके प्रधान सचिव के रूप में काम किया। उसके बाद मनोहर सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने राजेश खुल्लर को तय टाइम से पहले वर्ल्ड बैंक से वापस हरियाणा बुलाने की मंजूरी दे दी थी। वर्ल्ड बैंक से लौटने के बाद खुल्लर को एफसीआर और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया गया। CMO के रहे ओवरऑल इंचार्ज इस साल 19 अप्रैल से 1 जून के बीच हुए लोकसभा चुनाव से करीब सवा 2 महीने पहले यानी 8 फरवरी 2024 को हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने सीएम ऑफिस (सीएमओ) में बड़ा बदलाव किया था। उस समय खट्टर ने 58 प्रमुख विभागों को 6 अफसरों में बांट दिया था। उस फेरबदल के दौरान सीएम के तत्कालीन मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को 17, तत्कालीन सहायक प्रधान सचिव आशिमा बराड़ को 11, तत्कालीन प्रधान सचिव वी उमाशंकर को 10, अमित अग्रवाल को 9, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी देवेंद्र सिंह को 3, एचसीएस सुधांशु गौतम को 6 और भूपेश्वर दयाल को 2 विभाग दिए गए थे। इसके साथ ही खट्टर ने राजेश खुल्लर को सीएम ऑफिस (सीएमओ) का ओवरऑल इंचार्ज भी बनाया था।
हरियाणा चुनाव, कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 9 उम्मीदवार घोषित:पार्टी ने अब तक 28 विधायकों समेत 41 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया
हरियाणा चुनाव, कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 9 उम्मीदवार घोषित:पार्टी ने अब तक 28 विधायकों समेत 41 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने रविवार (8 सितंबर) की देर रात अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में 9 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया। पार्टी ने तोशाम सीट से पूर्व सीएम बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी और उचाना कलां सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे व BJP के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में बादशाहपुर सीट से टिकट पाकर वर्धन यादव ने सबको चौंका दिया। वर्धन राहुल गांधी की पसंद हैं और उन्हें यूथ कांग्रेस के कोटे से टिकट मिला है। वहीं कुछ दिन पहले रेसलर विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से लौटने के बाद नई दिल्ली एयरपोर्ट से बलाली गांव तक रोड शो के दौरान जिस मर्सीडीज जी-वैगन गाड़ी में सवार थीं, वह इन्हीं वर्धन यादव की थी। इससे पहले कांग्रेस ने 6 सितंबर की रात को अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। दो हिस्सों में आई उस लिस्ट में 28 सिटिंग विधायकों समेत कुल 32 टिकटों का ऐलान किया गया था। कांग्रेस अभी तक 90 में से 41 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इनमें बड़े चेहरों के तौर पर रेसलर विनेश फोगाट के अलावा ED केस में फंसे पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा, सुरेंद्र पंवार, धर्म सिंह छौक्कर, राव दान सिंह और नूंह हिंसा के आरोपी MLA मामन खान का नाम शामिल है। अभी 49 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा बाकी है। हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी। 8 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। लिस्ट की खास बातें उम्मीदवारों की लिस्ट… कांग्रेस की पहले जारी लिस्ट में शामिल उम्मीदवार कांग्रेस की पहली-दूसरी लिस्ट से जुड़ी खबरें पढ़ें.. हरियाणा में कांग्रेस की 2 लिस्ट जारी, 32 नाम:ED केस में फंसे-नूंह हिंसा आरोपी समेत 28 विधायकों को दोबारा टिकट; BJP बोली- क्राइम चैंपियनशिप हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 सितंबर की देर रात दो लिस्ट में 32 उम्मीदवारों का ऐलान किया। पहली लिस्ट में 31 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया। डेढ़ घंटे बाद दूसरी लिस्ट में एक कैंडिडेट का नाम घोषित किया (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस की पहली लिस्ट के 32 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:1 हारे-1 दलबदलू को टिकट, 80 साल के कादियान सबसे बुजुर्ग, विनेश सबसे यंग हरियाणा में कांग्रेस ने 32 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें सिर्फ 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में पिछला चुनाव हारे हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को टिकट मिली है। 32 सीटों में 9-9 टिकटें जाट और SC उम्मीदवारों को मिली हैं। SC के लिए 17 सीटें रिजर्व हैं। पहली लिस्ट में केवल 5 महिलाएं हैं। इस लिस्ट में 1 दलबदलू को टिकट दी है। (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस के 32 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में BJP जैसी बगावत-भगदड़ से बचने की कोशिश; सांसदों को दोटूक मैसेज- हाईकमान सबसे ऊपर कांग्रेस हाईकमान सेफ गेम खेलते हुए हरियाणा चुनाव के लिए जारी 32 उम्मीदवारों की दो लिस्टों में BJP में मची भगदड़-बगावत जैसे हालात से बचने की कोशिश करता नजर आया। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की 4 मीटिंग हुईं। उसके बाद 3 मीटिंग केंद्रीय चुनाव समिति की हुईं। आखिरी बैठक में राहुल गांधी की जगह खुद सोनिया गांधी पहुंचीं। इसके बावजूद पार्टी बड़ी लिस्ट जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। (पूरी खबर पढ़ें)