हरियाणा के पलवल में पुरानी रंजिश के चलते एक युवक को दो गोलियां मार दी गई। कार में सवार होकर आए युवकों ने घर में सो रहे दो सगे भाइयों पर हमला किया था। बड़े भाई ने जब छोटे भाई से भागने को कहा तो हमलावरों ने छोटे भाई पर 2 फायर किए। एक गोली पेट में व दूसरी जांघ पर लगी। गदपुरी थाना पुलिस ने 2 नामजद सहित चार के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है। आरोपी अभी तक फरार हैं। गदपुरी थाना प्रभारी राजवीर के अनुसार, धतीर गांव निवासी देवेंद्र ने दी शिकायत में कहा है कि उसके भाई कृष्ण की गांव में ही पड़ोसी मनीष से किसी बात को लेकर तू-तू, मैं-मैं हो गई थी। मौके पर ही राजीनामा कराकर मामले को शांत करा दिया था। लेकिन 7 जून को वह व उसका भाई कृष्ण रात के 11.30 बजे घर में सो रहे थे। उसी समय उनके घर के गेट पर गाली-गलौज करने की आवाजें सुनाई दी। उन्होंने उठकर देखा तो रास्ते में मनीष, उसकी भुआ का बेटा मितरौल गांव निवासी नरेश व दो अन्य लड़के एक कार में खड़े उनके परिवार को गाली दे रहे थे। लेकिन थोड़ी देर बाद आरोपी वहां से चले गए। उसके बाद 11.45 बजे दोबारा सभी गाड़ी लेकर आए और गाड़ी से उनके घर का गेट तोड़ दिया। गाड़ी से मनीष, नरेश व एक अन्य लड़का घर के अंदर आए व एक लड़का चालक सीट पर बैठा रहा। गेट में लगी टक्कर की आवाज सुनकर पीडित बाहर आया तो आरोपियों ने घर में घुसकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी, शोर सुनकर उसका भाई कृष्ण भी मौके पर आ गया। आरोपियों ने दोनों भाइयों के साथ मारपीट शुरू कर दी तो उसने अपने भाई कृष्ण को अंदर भागने के लिए कहा तो मनीष व नरेश ने हाथ में लिए अवैध हथियारों से सीधे फायर कर दिए। इनमें से एक गोली उसके भाई कृष्ण के पेट में व दूसरी गोली जांघ पर लगी। इससे कृष्ण वहीं गिर पड़ा और आरोपी जान से मारने की धमकी देकर कार में सवार होकर मौके से भाग गए। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची तो घायल को उपचार के लिए फरीदाबाद के निजी अस्पताल में दाखिल करा दिया। पुलिस ने इस संबंध में देवेंद्र की शिकायत पर धतीर गांव निवासी मनीष, मितरौल गांव निवासी नरेश व दो अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। हरियाणा के पलवल में पुरानी रंजिश के चलते एक युवक को दो गोलियां मार दी गई। कार में सवार होकर आए युवकों ने घर में सो रहे दो सगे भाइयों पर हमला किया था। बड़े भाई ने जब छोटे भाई से भागने को कहा तो हमलावरों ने छोटे भाई पर 2 फायर किए। एक गोली पेट में व दूसरी जांघ पर लगी। गदपुरी थाना पुलिस ने 2 नामजद सहित चार के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है। आरोपी अभी तक फरार हैं। गदपुरी थाना प्रभारी राजवीर के अनुसार, धतीर गांव निवासी देवेंद्र ने दी शिकायत में कहा है कि उसके भाई कृष्ण की गांव में ही पड़ोसी मनीष से किसी बात को लेकर तू-तू, मैं-मैं हो गई थी। मौके पर ही राजीनामा कराकर मामले को शांत करा दिया था। लेकिन 7 जून को वह व उसका भाई कृष्ण रात के 11.30 बजे घर में सो रहे थे। उसी समय उनके घर के गेट पर गाली-गलौज करने की आवाजें सुनाई दी। उन्होंने उठकर देखा तो रास्ते में मनीष, उसकी भुआ का बेटा मितरौल गांव निवासी नरेश व दो अन्य लड़के एक कार में खड़े उनके परिवार को गाली दे रहे थे। लेकिन थोड़ी देर बाद आरोपी वहां से चले गए। उसके बाद 11.45 बजे दोबारा सभी गाड़ी लेकर आए और गाड़ी से उनके घर का गेट तोड़ दिया। गाड़ी से मनीष, नरेश व एक अन्य लड़का घर के अंदर आए व एक लड़का चालक सीट पर बैठा रहा। गेट में लगी टक्कर की आवाज सुनकर पीडित बाहर आया तो आरोपियों ने घर में घुसकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी, शोर सुनकर उसका भाई कृष्ण भी मौके पर आ गया। आरोपियों ने दोनों भाइयों के साथ मारपीट शुरू कर दी तो उसने अपने भाई कृष्ण को अंदर भागने के लिए कहा तो मनीष व नरेश ने हाथ में लिए अवैध हथियारों से सीधे फायर कर दिए। इनमें से एक गोली उसके भाई कृष्ण के पेट में व दूसरी गोली जांघ पर लगी। इससे कृष्ण वहीं गिर पड़ा और आरोपी जान से मारने की धमकी देकर कार में सवार होकर मौके से भाग गए। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची तो घायल को उपचार के लिए फरीदाबाद के निजी अस्पताल में दाखिल करा दिया। पुलिस ने इस संबंध में देवेंद्र की शिकायत पर धतीर गांव निवासी मनीष, मितरौल गांव निवासी नरेश व दो अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस में गलत टिकट बंटवारे पर घमासान:सैलजा बोली- सोनीपत पर हरिद्वार से लाए कैंडिडेट, उदयभान बोल- जो भी कहें, सीनियर से कहें
हरियाणा कांग्रेस में गलत टिकट बंटवारे पर घमासान:सैलजा बोली- सोनीपत पर हरिद्वार से लाए कैंडिडेट, उदयभान बोल- जो भी कहें, सीनियर से कहें हरियाणा कांग्रेस में लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है। सिरसा से लोकसभा चुनाव जीत चुकी कुमारी सैलजा लगातार सार्वजनिक मंच पर टिकट बंटवारे को लेकर सवाल उठा रही हैं। वह यहां तक कह चुकी हैं कि टिकट बंटवारा यदि सही होता तो हम सभी सीटों पर जीत दर्ज कर सकते थे। सैलजा ने कहा है कि सोनीपत लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ाने के लिए हरिद्वार (उत्तराखंड) से प्रत्याशी लेकर आ रहे हैं। सैलजा के इन बयानों पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें जो भी बात कहनी है, वह पार्टी के सीनियर लीडरशिप से बात कर सकती हैं। टिकट वितरण बेहतर हुआ था तभी तो हरियाणा में कांग्रेस का ग्राफ भी बढ़ा है। वोटिंग प्रतिशत भी बढ़ा और सीटें भी 5 आईं। उदयभान ने कहा कि कुमारी सैलजा को इस तरीके से जनता में या फिर मीडिया में बयान नहीं देना चाहिए। उदयभान ने दावा किया कि विधानसभा में भी हम 70 प्लस सीटें लेकर आएंगे और सरकार बनाएंगे। अब यहां पढ़िए क्या बोली हैं सैलजा उनका कहना है कि लोकसभा चुनावों में टिकट बंटवारा बेहतर तरीके से हुआ होता तो देश की सबसे पुरानी पार्टी हरियाणा की सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती थी। कुमारी शैलजा ने कहा कि अगर पार्टी हाईकमान को विश्वसनीय फीडबैक दिया गया होता और टिकट बांटने में कोई गड़बड़ी नहीं होतीं, तो पार्टी सभी 10 सीटों पर जीत हासिल कर सकती थी। उन्होंने करनाल सीट का उदाहरण दिया, अगर हम थोड़ा ओर जोर लगाते तो शायद करनाल लोकसभा सीट और विधानसभा सीट हमारे पास होती। भिवानी को देखें, अगर श्रुति चौधरी उम्मीदवार होतीं, तो कांग्रेस आसानी से जीत सकते थी। कांग्रेस में टिकट बंटवारे पर क्यों उठ रहे हैं सवाल… SRK गुट की नहीं चली लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर सवाल उठने की पहली वजह यह है कि इसमें एसआरके गुट की नहीं चल पाई। यही वजह रही कि कुमारी सैलजा अंबाला से टिकट चाहती थी, लेकिन हाईकमान ने उन्हें सिरसा से लड़ा दिया। वहीं भिवानी-महेंद्रगढ़ से किरण चौधरी की बेटी की टिकट काटकर हुड्डा गुट के विधायक राव दान सिंह को दी गई। कहा जाए तो 2024 के टिकट बंटवारे में पूरी तरह से हुड्डा गुट का दबदबा रहा। सोनीपत सीट पर बाहर से लाए कैंडिडेट दूसरी वजह यह भी रही कि इस बार सोनीपत लोकसभा सीट पर दूसरे प्रांत के कैंडिडेट को टिकट दी गई। इसको लेकर एसआरके गुट सवाल उठा रहा है कि टिकट बंटवारे के दौरान हरिद्वार से लाकर सोनीपत सीट से चुनाव लड़ाया गया। इसके अलावा यूपी से आए फिल्म अभिनेता राज बब्बर की टिकट का भी एसआरके गुट ने विरोध किया। हुड्डा गुट टिकट बंटवारे को सही ठहरा रहा लोकसभा चुनाव में हरियाणा में टिकट बंटवारे को लेकर हुड्डा गुट सही ठहरा रहा है। हुड्डा गुट के नेताओं का कहना है कि यदि टिकट बंटवारा सही नहीं हुआ होता कांग्रेस 0 से 5 पर नहीं आ पाती। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी कहा है कि कांग्रेस ने अच्छे चेहरों को टिकट दी, जिसके कारण कांग्रेस के वोट शेयर में पूरे देश में सबसे अच्छा हरियाणा रहा है। यहां 46 प्रतिशत से ज्यादा कांग्रेस पार्टी को वोट शेयर मिला है।
घर के बाहर खेलने निकले बच्चे को ट्रैक्टर ने कुचला:हिसार के सुंदर नगर में दर्दनाक हादसा, ट्रैक्टर-ट्राली चालक मौके पर फरार
घर के बाहर खेलने निकले बच्चे को ट्रैक्टर ने कुचला:हिसार के सुंदर नगर में दर्दनाक हादसा, ट्रैक्टर-ट्राली चालक मौके पर फरार हिसार के सुंदर नगर में दर्दनाक हादसे में 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। रंजन तिवारी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर का रहने वाला था। वह 2 साल पहले हिसार में पढ़ने आया था। हिसार के सुंदर नगर में उसके मामा रहते हैं। मामा अर्जुन और मामी मीरा ही उसकी देखभाल करती थी और उसका ध्यान रखती थी।
रात करीब 8 बजे रंजन साईकिल लेकर अपने घर से बाहर गली में निकला ही था कि एक ट्रैक्टर-ट्राली ने उसे कुचलते हुआ चला गया। लोगों ने शोर मचाया तो ट्रैक्टर चालक तेज गति से ट्रैक्टर लेकर भाग गया। हादसे में रंजन तिवारी बुरी तरह घायल हो गया जिसे लोगों ने सिविल अस्पताल भर्ती करवाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 15 दिन पहले मां मिलने आई थी
मृतक के मामा अर्जुन ने बताया कि रंजन की परवरिश वह अपने बेटे की तरह करते थे। रंजन से उसकी मामी विशेष लगाव रखती थी। वह छोटा सा अपनी मामी के गोद में ही खेलकर बड़ा हुआ है। इसके बाद जब हम हिसार आए तो उसकी मामी उसकी देखभाल करने लगी। हिसार में ही उसका दाखिला करवाया। वह छठी कक्षा में पढ़ता था और स्कूल की छुटि्टयां पड़ने के कारण उसकी मां गीतू अभी 15 दिन पहले ही आई थी। मामी का रो-रोकर बुरा हाल
मामी मीरा ने बताया कि रंजन को उसने बड़े ही प्यार और दुलार से पाला था। वह घर पर ही रहकर खेलता है। हम उसे कभी आंखों से दूर नहीं करते। मगर शाम को वह साईकिल चलाने की जिद करके चला गया। साईकिल लेकर घर से निकला ही था उसका एक्सीडेंट हो गया। वहीं परिजनों ने पुलिस को भी मामले से अवगत करवा दिया है। आज पोस्टमार्टम के बाद बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
किसान दिल्ली कूच करेंगे या नहीं, फैसला 16 जुलाई को:HC ने कहा- हरियाणा सरकार एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर खोले; किसी को रोक नहीं सकते
किसान दिल्ली कूच करेंगे या नहीं, फैसला 16 जुलाई को:HC ने कहा- हरियाणा सरकार एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर खोले; किसी को रोक नहीं सकते पंजाब और हरियाणा के अंबाला व पटियाला के बीच बने शंभू बॉर्डर पर 5 महीने से बैठे किसान दिल्ली कूच करेंगे या नहीं, इसको लेकर फैसला 16 जुलाई को होगा। आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान मजदूर मोर्चा के सरवण सिंह पंधेर ने कहा- हरियाणा सरकार बैरिकेड हटाती है तो हमारी तरफ से भी रास्ता बंद नहीं होगा। दिल्ली जाने को लेकर फैसले के लिए 16 को मीटिंग बुलाई गई है। बता दें कि बुधवार को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर पर की गई बैरिकेडिंग हटाने को कहा। हाईकोर्ट ने कहा कि किसानों की मांगें केंद्र सरकार से हैं। शंभू बॉर्डर पर स्थिति शांतिपूर्ण है। उन्हें दिल्ली जाने की छूट देनी चाहिए। हालांकि हाईकोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि शंभू बॉर्डर खोलने से अगर कोई स्थिति बिगड़ती है तो लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए हरियाणा सरकार कार्रवाई को लेकर स्वतंत्र है। हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि हम लोकतंत्र में रह रहे हैं। किसानों को हरियाणा में घुसने से नहीं रोक सकते। उन्हें घेराव करने दें। यह प्रतिक्रिया तब आई, जब हरियाणा सरकार के वकील ने कहा कि बॉर्डर पर 400-450 प्रदर्शनकारी हैं। अगर बॉर्डर खोला तो वे अंबाला एसपी का कार्यालय घेर सकते हैं। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि वर्दीधारी लोगों को इससे डरना नहीं चाहिए। शुभकरण की मौत की जांच के लिए SIT बनाई
वहीं खनौरी बॉर्डर पर किसान शुभकरण की मौत के मामले में हाईकोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ। हाईकोर्ट ने किसान यूनियनों को कहा कि FSL रिपोर्ट के मुताबिक शुभकरण की मौत शॉट गन से हुई है। पुलिस शॉट गन का इस्तेमाल नहीं करती। ऐसा लगता है कि गोली किसानों की तरफ से चलाई गई हो। हाईकोर्ट ने कहा कि उस दिन की फुटेज चैक की जानी चाहिए ताकि पता चल सके कि शॉटगन किसके पास थी। हरियाणा सरकार के वकील दीपक सब्बरवाल ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर झज्जर सतीश बालन की अगुआई में किसान शुभकरन की मौत की जांच को लेकर एसआईटी बनाई गई है। हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में यह भी तर्क दिया कि किसानों ने स्पेशल फोर्स बना रखी थी। हाईकोर्ट में दायर याचिका में यह दिए थे तर्क 1. भुखमरी की कगार पर आए दुकानदार
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने आज पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में शंभू बॉर्डर खुलवाने को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। वासु रंजन शांडिल्य ने दायर जनहित याचिका में बताया कि 5 महीने से नेशनल हाईवे 44 बंद पड़ा है। अंबाला के दुकानदार, व्यापारी, छोटे बड़े रेहड़ी फड़ी वाले भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। 2. सरकारी बसों का रूट डायवर्ट, तेल खर्च बढ़ा, मरीजों को दिक्कत
वासु रंजन शांडिल्य ने याचिका में पंजाब व हरियाणा सरकार सहित किसान नेता स्वर्ण सिंह पंढेर व जगजीत सिंह डल्लेवाल को भी पार्टी बनाया है। याचिका में हाईकोर्ट को बताया कि शंभू बॉर्डर बंद होने के कारण सरकारी बसों को रूट डायवर्ट किया हुआ है, जिससे तेल का खर्च बढ़ रहा है। अंबाला व शंभू के आसपास के मरीज बॉर्डर बंद होने के कारण दिक्कत में है। एंबुलेंस के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 3. वकीलों को भी आने-जाने में दिक्कत हो रही
वहीं वासु रंजन ने कहा कि हरियाणा पंजाब के वकीलों को भी अंबाला से पटियाला व पटियाला वालों को अंबाला की अदालतों में आने में भारी दिक्कतें हो रही है। उन्होंने बताया कि फरवरी 2024 से गैर कानूनी तरीके से संविधान का उल्लंघन कर राष्ट्रीय हाईवे को बंद किया हुआ है। 4. किसानों ने अस्थायी घर बना लिए
शंभू बॉर्डर के आसपास किसानों ने अस्थाई घर बना लिए हैं, ऐसा लगता है कि जैसे अब शंभू बॉर्डर कभी खुलेगा ही नहीं अनिश्चित काल के लिए बंद हो गया है। वासु रंजन ने दायर जनहित याचिका में कहा कि तुरंत हाईकोर्ट केंद्र व दोनों राज्य सरकारों को रास्ता खोलने के आदेश दें। 5. रोड बंद करना मौलिक अधिकारों का हनन
वासु रंजन ने कहा था कि रास्ता किसके कारण ओर क्यों बंद है इस पर निर्णय हाईकोर्ट करेगा, लेकिन चाहे हरियाणा सरकार हो या पंजाब सरकार हो या केंद्र रोड को बंद करना जनता के मौलिक अधिकारों का हनन है। जबकि फरवरी 2024 से शंभू बॉर्डर बंद पड़ा है जिस कारण अंबाला जिला व पटियाला जिला का छोटा बड़ा काम बंद हो चुका है। हाईवे पंजाब हिमाचल, जम्मू कश्मीर को जोड़ता है इसके बंद होने से न केवल सरकारों को नुकसान हो रहा है बल्कि आम आदमी तो बिना मतलब से भुखमरी के कगार पर आ गया है। 13 फरवरी से चल रहा है आंदोलन
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर 13 फरवरी से किसान आंदोलन चल रहा है। किसान मांगों को लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर दिल्ली कूच के लिए निकले थे, लेकिन उन्हें शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने रोक लिया। यहां पुलिस और किसानों के बीच टकराव भी हुआ था। किसानों के आगे बढ़ने पर उन पर पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले दागे गए। यही स्थित खनौरी बॉर्डर पर भी देखने को मिली थी। किसानों के साथ पुलिस कर्मचारी भी घायल हुए थे। खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण की मौत हो गई थी। NHAI को 108 करोड़ से अधिक का नुकसान
शंभू बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन के कारण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को 108 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। 13 फरवरी को शंभू टोल प्लाजा को बंद किया गया था। तब से अभी तक हाईवे शुरू नहीं हो सका है।