हरियाणा के पलवल जिले में पलवल-अलीगढ़ मार्ग पर चांदहट गांव के पास सड़क पर बने गड्ढ़ें में पहिया जाने से पलटे ऑटो में सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। राहगीरों ने घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवा दिया। चांदहट थाना पुलिस ने प्रत्यदर्शी की शिकायत पर केस दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर पहचान कराने के लिए शवगृह में रखवा दिया है। पलवल से सवारी लेकर आ रहा था चांदहट थाना प्रभारी मलखान सिंह के अनुसार जिला अलीगढ़ (यूपी) के बेसमा गांव निवासी कन्हैया ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह चांदहट चौक पर राधे-राधे होटल के पास टिन सेड में मोची का काम करता है। शिकायत में कहा कि शाम के करीब आठ बजे एक ऑटो चालक अपने ऑटो को तेज गति से चलता हुआ पलवल से सवारी लेकर आ रहा था। इसी दौरान पलवल-अलीगढ़ रोड़ पर बने एक गड्डे में ऑटो का पहिया जाने से ऑटो सड़क पर पलट गया। चालक मौके से फरार जिससे ऑटो में सवार तीन सवारियों को चोटें आई, जिन्हें राहगीर उपचार के लिए अस्पताल ले गए। लेकिन घायल अज्ञात व्यक्ति की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। जिसके बाद अज्ञात वाहन चालक मृतक व्यक्ति के शव को रसूलपुर-मीसा रोड़ के पास सड़क किनारे रखकर फरार हो गया। शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम व पहचान के लिए जिला नागरिक अस्पताल की शवगृह में रखवा दिया। पुलिस मृतक की पहचान करने में जुटी हुई है। पुलिस ने प्रत्यदर्शी कन्हैया की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर मृतक के परिजनों की तलाश शुरू कर दी है। हरियाणा के पलवल जिले में पलवल-अलीगढ़ मार्ग पर चांदहट गांव के पास सड़क पर बने गड्ढ़ें में पहिया जाने से पलटे ऑटो में सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। राहगीरों ने घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवा दिया। चांदहट थाना पुलिस ने प्रत्यदर्शी की शिकायत पर केस दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर पहचान कराने के लिए शवगृह में रखवा दिया है। पलवल से सवारी लेकर आ रहा था चांदहट थाना प्रभारी मलखान सिंह के अनुसार जिला अलीगढ़ (यूपी) के बेसमा गांव निवासी कन्हैया ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह चांदहट चौक पर राधे-राधे होटल के पास टिन सेड में मोची का काम करता है। शिकायत में कहा कि शाम के करीब आठ बजे एक ऑटो चालक अपने ऑटो को तेज गति से चलता हुआ पलवल से सवारी लेकर आ रहा था। इसी दौरान पलवल-अलीगढ़ रोड़ पर बने एक गड्डे में ऑटो का पहिया जाने से ऑटो सड़क पर पलट गया। चालक मौके से फरार जिससे ऑटो में सवार तीन सवारियों को चोटें आई, जिन्हें राहगीर उपचार के लिए अस्पताल ले गए। लेकिन घायल अज्ञात व्यक्ति की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। जिसके बाद अज्ञात वाहन चालक मृतक व्यक्ति के शव को रसूलपुर-मीसा रोड़ के पास सड़क किनारे रखकर फरार हो गया। शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम व पहचान के लिए जिला नागरिक अस्पताल की शवगृह में रखवा दिया। पुलिस मृतक की पहचान करने में जुटी हुई है। पुलिस ने प्रत्यदर्शी कन्हैया की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर मृतक के परिजनों की तलाश शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका:सरकारी नौकरियों में 5 नंबर का आरक्षण असंवैधानिक करार; 23 हजार नियुक्तियां फंसी, फिर एग्जाम होगा
हरियाणा सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका:सरकारी नौकरियों में 5 नंबर का आरक्षण असंवैधानिक करार; 23 हजार नियुक्तियां फंसी, फिर एग्जाम होगा हरियाणा सरकार को सरकारी भर्ती में सामाजिक-आर्थिक आधार पर 5 नंबरों के आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट से भी झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे असंवैधानिक करार दिया है। हरियाणा सरकार ने कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में 1.80 लाख सालाना इनकम वाले परिवारों को यह आरक्षण दिया था। इससे पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इस आरक्षण को खारिज कर दिया था। जिसके खिलाफ हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने सुप्रीम कोर्ट में 4 अपीलें दायर की थीं। सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसबीएन भट्टी द्वारा मामले की सुनवाई की गई। इससे पहले हुई सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार की ओर से दो अन्य याचिकाओं को शामिल करने को लेकर टाइम मांगा था, सुप्रीम कोर्ट ने इसके बाद सोमवार की डेट फिक्स की थी। सामाजिक व आर्थिक आधार पर आरक्षण को लेकर जारी विस्तृत आदेश में हाईकोर्ट ने कहा था कि यह एक प्रकार से आरक्षण देने जैसा है। जब आर्थिक पिछड़ा वर्ग के तहत राज्य सरकार ने आरक्षण का लाभ दिया है तो क्यों यह आर्टिफिशियल श्रेणी बनाई जा रही है। वहीं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से ग्रुप C और D में नियुक्ति पा चुके 23 हजार युवाओं को दोबारा एग्जाम देना पड़ेगा। अगर वे पास नहीं हो पाए तो नौकरी से बर्खास्त हो जाएंगे। HC आरक्षण को बता चुका असंवैधानिक
हाईकोर्ट ने कहा था कि यह फायदा देने से पहले न तो कोई डाटा एकत्रित किया गया और न ही कोई आयोग बनाया गया। इस प्रकार, पहले सीईटी में 5 अंकों का और फिर भर्ती परीक्षा में 2.5 अंकों का लाभ तो भर्ती का परिणाम पूरी तरह से बदल देगा। इन अंकों का फायदा देते हुए केवल पीपीपी धारकों को ही योग्य माना गया है जो संविधान के अनुसार सही नहीं है। नियुक्ति में किसी फायदे को राज्य के लोगों तक सीमित नहीं रखा जा सकता है। एक बार अनुच्छेद 15 और 16 तथा नीति निर्देशक सिद्धांत पूरे भारत में लागू होते हैं। जहां सभी नागरिक रोजगार पाने के हकदार हों, वहां राज्य सरकार को सार्वजनिक रोजगार में नागरिकता के आधार पर विशेष आरक्षण लागू करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। ये दिए थे सरकार को आदेश
हाईकोर्ट ने सभी पदों के लिए नए सिरे से आवेदन मांगने और 6 माह के भीतर भर्ती पूरी करने का हाईकोर्ट ने आदेश दिया था। हाईकोर्ट के आदेश से नियुक्ति पा चुके 23 हजार कर्मचारियों को नए सिरे आयोजित होने वाली भर्ती पूरी होने तक सेवा में बनाए रखने का आदेश दिया था यदि वे दोबारा आयोजित परीक्षा में पास होकर अपना स्थान नहीं बना पाते हैं तो उन्हें बर्खास्त करने का हाईकोर्ट ने आदेश दिया था। इन्हें दी जा चुकी है नियुक्ति
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से ग्रुप सी और ग्रुप डी भर्ती के लिए कुल 401 श्रेणियों की भर्ती निकाली गई थी। समान प्रकार की भर्तियों को क्लब करते हुए आयोग ने इन श्रेणियों के कुल 63 ग्रुप बनाए थे। ग्रुप सी के 32 हजार पद, इसी श्रेणी में टीजीटी के 7471 पद शामिल हैं। इनके अलावा, ग्रुप डी के 13 हजार से अधिक पद हैं। इनमें से ग्रुप सी के 10 हजार और ग्रुप डी के 13 हजार पदों पर अंतिम परिणाम जारी करने के बाद इनको नियुक्ति भी दी जा चुकी है।
फरीदाबाद में पुलिसकर्मी को कार ने टक्कर मारी:पैर में दो जगह फ्रैक्चर, वर्दी फटी, हालत नाजुक; सड़क पार करते समय हुआ हादसा
फरीदाबाद में पुलिसकर्मी को कार ने टक्कर मारी:पैर में दो जगह फ्रैक्चर, वर्दी फटी, हालत नाजुक; सड़क पार करते समय हुआ हादसा फरीदाबाद जिले में बीती रात डायल- 112 में तैनात एसपीओ को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल की पहचान कन्हैया के नाम से हुई है। कन्हैया को प्राथमिक उपचार देने के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। हादसे में कन्हैया के बाएं पैर में फीमर फ्रैक्चर के अलावा एक और फ्रैक्चर हुआ है। घटना की सूचना मिलने के बाद डबुआ थाने से एएसआई संदीप बादशाह खान सिविल अस्पताल में घायल कन्हैया का हाल-चाल जानने के पहुंचे। जब उनसे बात की गई तो उन्होंने बताया कि कन्हैया की ड्यूटी डायल 112 की पीसीआर नंबर 172 है। सड़क पार करते समय हुआ हादसा बीती रात स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) डबुआ पाली रोड पर एसएस स्कूल के पास पीसीआर से उतर कर सड़क पार करते हुए कुछ सामान लेने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। कार चालक कन्हैया को काफी दूर तक घसीटते हुए चला गया। जिससे उसकी पूरी वर्दी कीचड़ में सन गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। कन्हैया की हालात नाजुक सूचना मिलते ही कन्हैया के तुरंत मौके पहुंचे। कन्हैया को लेकर सफदरजंग अस्पताल ना लेजा कर एक निजी अस्पताल में लेकर गए जहां पर कन्हैया का इलाज चल रहा है। लेकिन हालात अभी नाजुक बनी हुई है। इस मामले में ऐसी संदीप ने बताया कि कन्हैया को टक्कर मारने वाली कार की तलाश की जा रही है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को तलाश जा रहा है।
इसराना में फिर विधायक-सांसद में मुकाबला:कांग्रेस से बलबीर वाल्मीकि और बीजेपी के कृष्ण लाल पंवार ने किया नामांकन; केंद्रीय मंत्री खट्टर पहुंचे
इसराना में फिर विधायक-सांसद में मुकाबला:कांग्रेस से बलबीर वाल्मीकि और बीजेपी के कृष्ण लाल पंवार ने किया नामांकन; केंद्रीय मंत्री खट्टर पहुंचे हरियाणा के पानीपत जिले की इसराना विधानसभा सीट पर एक बार फिर कांग्रेस और बीजेपी के पुराने ही दावेदार आमने-सामने है। यहां कांग्रेस से मौजूदा विधायक बलबीर वाल्मीकि और बीजेपी से राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार चुनावी मैदान में है। दोनों ने आज बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया है। कृष्ण लाल पंवार का नामांकन भरवाने के लिए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर पहुंचे। जबकि बलबीर वाल्मीकि अपने सर्मथकों के साथ पर्चा दाखिल करने आए थे। साल 2019 के चुनावों में बलबीर वाल्मीकि ने कृष्ण लाल पंवार को हराया था। इस बार भी यहां कड़ा मुकाबला हो सकता है। 2014 में बीजेपी में शामिल हुए थे पंवार कांग्रेस के मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि ने 2019 के चुनाव में भाजपा के पूर्व मंत्री और पांच बार विधायक रह चुके कृष्ण लाल पंवार को 20,015 मतों से हराया था। लेकिन इस बार भी भाजपा ने उन्हें ही मैदान में उतारा है। इसराना विधानसभा सीट 2009 में परिसीमन प्रक्रिया के बाद 2 छोटे कस्बों इसराना और मतलौडा को मिलाकर अस्तित्व में आई थी। कृष्ण लाल पंवार यहां से इनेलो के टिकट पर विधायक चुने गए थे। लेकिन 2014 में पंवार भाजपा में शामिल हो गए और यहां से दोबारा विधायक चुने गए। भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में राज्य परिवहन एवं जेल मंत्री रहे। लेकिन 2019 में पंवार के असफल चुनाव लड़ने के बाद भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। 2024 के विधानसभा चुनाव में स्थिति अलग है।