पलवल में नेशनल हाईवे-19 पर स्थित गुलशन ढाबे पर रात में कार में आए हथियारबंद आधा दर्जन युवकों ने होटल मालिक के साथ मारपीट की। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। झगड़े में होटल मालिक सहित दो आरोपी भी घायल हो गए। मुंडकटी थाना पुलिस ने गुलशन ढाबे के मालिक की शिकायत पर 6 के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर होटल पर पड़े मिले दो जिंदा कारतूस कब्जे में ले लिए है। थाना प्रभारी मुकेश कुमार के अनुसार, खटैला गांव निवासी विनोद ने दी शिकायत में कहा कि उसने नेशनल हाईवे-19 पर गुलशन ढाबा नाम से होटल खोला हुआ है। होटल पर रात करीब 11:20 बजे एक स्वीट कार आकर रूकी। कार में से खटैल गांव निवासी जीतू, अमित, सिद्धार्थ, सुंदर, भारत और वीरू निवासी तुमसरा उतरे। आरोप है कि आरोपी जीतू के हाथ में देसी कट्टा व अन्य के हाथों में डंडे थे। आरोपियों ने होटल पर आते ही उस पर डंडों से हमला कर जमीन पर गिराने के बाद लात-घूंसों से मारपीट कर घायल कर दिया। झगड़े का शोर सुनकर मौके पर खटैला गांव निवासी राम अवतार और मुनीत आ गए। जिसके बाद आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देते हुए कहकर गए है कि आज तो तू बच गया है, आइंदा हम तुझे जान से खत्म कर देंगे। झगड़े में आरोपी सिद्धार्थ और अमित को भी चोट लगी है। आरोपियों के भागते समय दो कारतूस भी मौके पर गिर गए। झगड़े की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस ने मौके से दो जिंदा कारतूस भी बरामद कर कब्जे में ले लिए। पीड़ित ने शिकायत में कहा है कि ये कारतूस जीतू के पास से गिरे है। मुंडकटी थाना पुलिस ने विनोद की शिकायत पर उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पलवल में नेशनल हाईवे-19 पर स्थित गुलशन ढाबे पर रात में कार में आए हथियारबंद आधा दर्जन युवकों ने होटल मालिक के साथ मारपीट की। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। झगड़े में होटल मालिक सहित दो आरोपी भी घायल हो गए। मुंडकटी थाना पुलिस ने गुलशन ढाबे के मालिक की शिकायत पर 6 के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर होटल पर पड़े मिले दो जिंदा कारतूस कब्जे में ले लिए है। थाना प्रभारी मुकेश कुमार के अनुसार, खटैला गांव निवासी विनोद ने दी शिकायत में कहा कि उसने नेशनल हाईवे-19 पर गुलशन ढाबा नाम से होटल खोला हुआ है। होटल पर रात करीब 11:20 बजे एक स्वीट कार आकर रूकी। कार में से खटैल गांव निवासी जीतू, अमित, सिद्धार्थ, सुंदर, भारत और वीरू निवासी तुमसरा उतरे। आरोप है कि आरोपी जीतू के हाथ में देसी कट्टा व अन्य के हाथों में डंडे थे। आरोपियों ने होटल पर आते ही उस पर डंडों से हमला कर जमीन पर गिराने के बाद लात-घूंसों से मारपीट कर घायल कर दिया। झगड़े का शोर सुनकर मौके पर खटैला गांव निवासी राम अवतार और मुनीत आ गए। जिसके बाद आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देते हुए कहकर गए है कि आज तो तू बच गया है, आइंदा हम तुझे जान से खत्म कर देंगे। झगड़े में आरोपी सिद्धार्थ और अमित को भी चोट लगी है। आरोपियों के भागते समय दो कारतूस भी मौके पर गिर गए। झगड़े की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस ने मौके से दो जिंदा कारतूस भी बरामद कर कब्जे में ले लिए। पीड़ित ने शिकायत में कहा है कि ये कारतूस जीतू के पास से गिरे है। मुंडकटी थाना पुलिस ने विनोद की शिकायत पर उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पलवल में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 7 लाख हड़पे:बेसहारा बच्चों की दी जानी थी राशि, बाल संरक्षण इकाई में हुआ घोटाला
पलवल में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 7 लाख हड़पे:बेसहारा बच्चों की दी जानी थी राशि, बाल संरक्षण इकाई में हुआ घोटाला पलवल में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 7 लाख रुपए सहायता राशि लेने का मामला सामने आया है। बेसहारा बच्चों को दी जाने वाली सहायता योजना में धांधली हुई है। कैंप थाना पुलिस ने बाल संरक्षण इकाई के चार कर्मचारियों के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सहायता राशि लेने का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। कैंप थाना प्रभारी दिनेश के अनुसार, राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की रजिस्ट्रार (एएसजे) गौमती मनोचा ने अगस्त में पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस ने शिकायत की जांच के बाद जिला बाल संरक्षण इकाई में फर्जी तरीके से सहायता राशि हड़पने के प्रमाण मिले। कटेसरा गांव निवासी राहुल उर्फ रविंद्र नियमों के खिलाफ अपने दो बच्चों रूही और कार्तिक के नाम पर यह राशि ले रहे थे। इसी प्रकार कौशल भी अपने बच्चों हरसल व माही तथा अन्य बच्चों के नाम पर भी धोखाधड़ी से राशि ली जा रही थी। जांच के दौरान पाया गया कि जिला बाल संरक्षण इकाई के कर्मचारियों ने अपने नजदीकी संबंधियों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाया है। 7 लाख रुपए से भी अधिक की राशि गलत तरीके से हड़पी गई है। 2018 से यह घोटाला किया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि जिला बाल संरक्षण इकाई की डाटा एनालिस्ट कीर्ति शर्मा, गायत्री देवी, सविता और सीता देवी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। धोखाधड़ी की राशि और ज्यादा हो सकती है, क्योंकि जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारियों ने पुलिस को पूरा रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया है। पूरे रिकॉर्ड की जांच होने पर धोखाधड़ी के आरोपियों की संख्या भी बढ़ सकती है और राशि भी। इस मामले के आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर पूरा रिकार्ड कब्जे में लिया जाएगा और जांच में जो भी आरोपी पाया जाएगा, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
रोहतक PGI में डॉक्टरों ने बंद की आपातकालीन सेवाएं:RDA-इंटर्न डॉक्टरों ने गेट पर लगाया ताला, बोले- अपनी जान गंवाकर कैसे बचाएं मरीज
रोहतक PGI में डॉक्टरों ने बंद की आपातकालीन सेवाएं:RDA-इंटर्न डॉक्टरों ने गेट पर लगाया ताला, बोले- अपनी जान गंवाकर कैसे बचाएं मरीज रोहतक पीजीआई में पिछले 13 दिनों से जारी हड़ताल के दौरान शनिवार से रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (RDA) और इंटर्न डॉक्टरों ने आपातकालीन सेवाएं बंद करने का फैसला लिया। डॉक्टरों ने कहा कि वे अपनी जान गंवाकर कब तक मरीजों की जान बचा सकते हैं। शुक्रवार रात को भी कार सवार कुछ लोगों ने डॉक्टरों और सुरक्षा कर्मियों के साथ बदतमीजी की। नौबत झगड़े तक की हो गई थी, लेकिन मारपीट नहीं हुई। जबकि प्रशासन सुरक्षा के दावे कर रहा है। शुक्रवार रात को हुई वारदात के बाद सभी ने आपातकालीन सेवाएं बंद करने का फैसला लिया। जिसके बाद सीनियर डॉक्टरों के कंधे पर ही आपातकालीन सेवाओं का जिम्मा आ गया है। इधर, कोलकाता में हुए महिला डॉक्टर की रेप व हत्या मामले में हड़ताल करने के बाद ओपीडी सर्विस बंद कर दी थी। विरोध प्रदर्शन करते हुए रेजिडेंट व इंटर्न डॉक्टरों ने रोहतक पीजीआई के पीछे वाले गेट, जो श्रीनगर कॉलोनी व चिन्योट कॉलोनी की तरफ खुला है। उस पर ताला जड़ दिया। साथ ही कहा कि रोहतक पीजीआई का कैंपस सुरक्षित होना चाहिए। रात को हुई बदसलूकी
हड़ताल में शामिल एमबीबीएस ट्रेनी डॉक्टर पंकज बिट्टू, नेत्र रोग विभाग की चिकित्सक डॉ. सोनम, जूनियर रेजिडेंस डॉ. दिव्या और एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा प्रिया कौशिक ने कहा कि शुक्रवार रात को उनकी प्रशासन के साथ बैठक थी। बैठक में सुरक्षा मुहैया करवाने, सीसीटीवी लगवाने सहित अन्य आश्वासन दिए थे। जब वे मीटिंग से बाहर आए तो दो गाड़ियों में कुछ बाहरी लोग पीजीआई कैंपस में आए। उन्होंने पीजीआई के सुरक्षा कर्मियों के साथ बदसलूकी की। वहीं एमबीबीएस विद्यार्थियों को भी धमकाने लगे। इसके बाद उन्होंने आपातकालीन सेवाएं बंद करने का फैसला लिया। मांग पूरी नहीं होने तक बंद रखेंगे आपातकालीन सेवाएं
उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांग सुरक्षा की है। अगर चिकित्सकों को सुरक्षा ही नहीं मिलेगी, तो वे कैसे मरीजों का उपचार कर सकते हैं। इसलिए उन्हें सुरक्षा दी जाए। साथ ही कहा कि यहां रोहतक पीजीआई प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब आला अधिकारियों को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। ताकि सभी डॉक्टर हड़ताल छोड़कर काम पर लौटें और उन्हें सुरक्षित माहौल मिले। साथ ही कहा कि आपातकालीन सेवाएं मांग पूरी नहीं होने तक बंद रखेंगे।
हरियाणा में BJP सांसद ने CM कुर्सी पर दावा ठोका:बोले- दक्षिणी हरियाणा के जरिए सत्तासीन होना है; इस बार बेटी को भी चुनाव लड़ाऊंगा
हरियाणा में BJP सांसद ने CM कुर्सी पर दावा ठोका:बोले- दक्षिणी हरियाणा के जरिए सत्तासीन होना है; इस बार बेटी को भी चुनाव लड़ाऊंगा हरियाणा में लोकसभा चुनाव में पांच सीटों का नुकसान झेलने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) में अब विधानसभा चुनाव से पहले सीएम पद को लेकर दावेदारी शुरू हो गई हैं। गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले राव इंद्रजीत सिंह ने सीएम पद को लेकर एक तरह से दावा ठोका है। लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद समर्थकों को संबोधित करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा- हरियाणा के इलेक्शन के लिए हमने तैयारी करनी है। जो हमसे रूठ गया, उसे मनाना है। दक्षिणी हरियाणा के जरिए ही सत्तासीन होना है। हमे संगठित होकर मजबूत रहता हैं। हो सकता है कि समय से पहले हरियाणा में विधानसभा चुनाव हो। बेटी आरती राव को लेकर इंद्रजीत ने कहा कि मैं आरती को इस बार इलेक्शन जरूर लड़ाऊंगा। पहले तो यह कहती थी, लेकिन अब मैं कह रहा हूं। राव बोले- धर्मबीर सिंह 4 विधानसभा में हार रहा था
राव इंद्रजीत सिंह ने ये भी कहा कि हमारे बगल वाले हलके में चौधरी धर्मबीर सिंह चारों विधानसभा में हार रहा था, लेकिन मेरे जाने के बाद वहां हमारे लोगों ने भरपूर साथ दिया। धर्मबीर की खुद की बिरादरी के लोगों ने वोट नहीं दी। लेकिन हमारे चारों हलके के लोगों ने उसे जीत दिया। ये ही हमारी ताकत हैं। दक्षिण हरियाणा में 11 सीटें यादव बाहुल्य
दक्षिणी हरियाणा में 14 सीटें आती है। इनमें 11 सीटें यादव बाहुल्य हैं। वहीं दक्षिणी हरियाणा ही सूबे की राजनीति का केंद्र रहा है। राव इंद्रजीत सिंह के पिता राव बीरेंद्र सिंह ऐसे पहले नेता थे, जो इस इलाके से मुख्यमंत्री बने। इसके बाद इस इलाके से कोई दूसरा नेता सीएम पद तक नहीं पहुंचा। राव इंद्रजीत सिंह अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। सरकार बनाने में दक्षिणी हरियाणा का अहम रोल
2014 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने के बाद राव इंद्रजीत सिंह ने कई बार सीएम पद को लेकर अपनी मंशा जाहिर की, लेकिन उनकी इच्छा अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। हरियाणा के दूसरे इलाके के मुकाबले बीजेपी 10 साल बाद भी दक्षिणी हरियाणा में सबसे ज्यादा मजबूत है। दोनों बार सूबे में सरकार बनाने में दक्षिणी हरियाणा का अहम रोल रहा है। इस बार भी अन्य इलाकों के मुकाबले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इस इलाके की दोनों सीट गुरुग्राम और भिवानी-महेंद्रगढ़ पर जीत दर्ज की है। ऐसे में राव इंद्रजीत सिंह की उम्मीदें फिर से जगी हैं। 2019 के चुनाव में दक्षिणी हरियाणा में 8 सीटें जीती
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने दक्षिणी हरियाणा की 14 में से आठ सीटें थी। इनमें कोसली, बावल, नारनौल, नांगल चौधरी, अटेली, गुरुग्राम, पटौदी, सोहना सीट शामिल है। जबकि महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, नूंह, फिरोजपुर-झिरका, पुन्हाना कांग्रेस के खाते में गईं थीं। वहीं बादशाहपुर सीट पर निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद को जीत मिली थी। इनमें राव इंद्रजीत सिंह के समर्थक नारनौल से विधायक ओमप्रकाश यादव और बावल से डॉ. बनवारी लाल शामिल है।