पहले हीटवेव ने झुलसाया, अब रुलाएगा मानसून, मौसम विभाग की यह अपडेट बढ़ा देगी बेचैनी

पहले हीटवेव ने झुलसाया, अब रुलाएगा मानसून, मौसम विभाग की यह अपडेट बढ़ा देगी बेचैनी

<p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh Monsoon:</strong> छत्तीसगढ़ के बस्तर में मानसून के लिए बस्तरवासियों को और कुछ दिनों तक इंतजार करना पड़ सकता है. बस्तर में मानसून की बेरुखी जारी है. बताया जा रहा है कि सिस्टम कमजोर पड़ने से बादल आगे बढ़ गए हैं और इस साल बस्तर में मानसून 10 दिन लेट हो चुका है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विज्ञानिक के मुताबिक बुधवार की सुबह मानसून बस्तर को पार कर गया, लेकिन बस्तर में बारिश नहीं हुई कई बार मानसूनी हवाओं को अड़चन भी मिली जिसके चलते कई जगह से बिना सिस्टम के कारण ही मानसून आगे बढ़ गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/20/a449a71bae6a8abc7f36498ec12683331718898723148340_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विज्ञानी ने बताया कि बस्तरवासियों को मानसून के लिए थोड़े और दिनों का इंतजार करना पड़ सकता है. इधर बस्तर में पूरी तरह से बादल खुल जाने से तेज गर्मी और उमस से लोगों का बुरा हाल है और तापमान भी 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिस्टम पड़ा कमजोर छट गए घने बादल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एक तरफ जहां प्रदेश की राजधानी रायपुर में गुरुवार को &nbsp;शाम से ही झमाझम बारिश हो रही है. वहीं दूसरी तरफ बस्तर से ही होकर गुजरे मानसून के बादल बस्तर के लोगों से बेरुखी कर गई. पहले से ही पिछले सालों की तुलना में 10 से 12 दिन मानसून बस्तर में लेट है. वहीं सिस्टम कमजोर पड़ जाने से तेज गर्मी और उमस बढ़ने से बस्तर वासियों का बुरा हाल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विज्ञानी एच.पी चंद्रा ने बताया कि मानसून आने के बाद भी बारिश नहीं होने का सबसे बड़ा कारण नमी है. छत्तीसगढ़ में मानसून से पहले हुई बारिश के कारण हवा में नमी थी और इससे मानसून का भी प्रभाव शुरुआती दौर में नहीं दिख रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उनका कहना है कि आने वाले दिनों में बारिश का दायरा बढ़ने के साथ ही गर्मी से राहत मिलनी शुरू हो जाएगी. वही एक द्रोणिका उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश से मणिपुर तक और दूसरी उत्तर दक्षिण द्रोणिका उत्तर पूर्व बिहार से अंदरूनी उड़ीसा तक 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर बनी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;इन हालातों में आगामी शनिवार को बस्तर के कई जगहों पर हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई थी, लेकिन अब दूर-दूर तक बस्तर में बारिश होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं जिसके चलते मानसून के लिए बस्तर वासियों को और इंतजार करना पड़ सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसान बेसब्री से कर रहे मानसून का इंतजार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि अच्छी बात यह है कि बस्तर संभाग में अब तक गर्मी से एक भी मौत नहीं हुई है लेकिन शहरी छात्रों के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी गर्मी से लोगों का बुरा हाल है और बस्तरवासी बेसब्री से मानसून का इंतजार कर रहे हैं. खासकर बस्तर में किसानों ने खेतों में हाल जोतकर धान का बीज भी डाल &nbsp;दिया है और बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से बस्तर में बादल बने हुए हैं उससे दूर-दूर तक मानसून के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. फिलहाल मौसम विभाग ने भी बस्तर में मानसून के लिए बस्तवासियो को और थोड़ा इंतजार करने की बात कही है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh Monsoon:</strong> छत्तीसगढ़ के बस्तर में मानसून के लिए बस्तरवासियों को और कुछ दिनों तक इंतजार करना पड़ सकता है. बस्तर में मानसून की बेरुखी जारी है. बताया जा रहा है कि सिस्टम कमजोर पड़ने से बादल आगे बढ़ गए हैं और इस साल बस्तर में मानसून 10 दिन लेट हो चुका है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विज्ञानिक के मुताबिक बुधवार की सुबह मानसून बस्तर को पार कर गया, लेकिन बस्तर में बारिश नहीं हुई कई बार मानसूनी हवाओं को अड़चन भी मिली जिसके चलते कई जगह से बिना सिस्टम के कारण ही मानसून आगे बढ़ गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/20/a449a71bae6a8abc7f36498ec12683331718898723148340_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विज्ञानी ने बताया कि बस्तरवासियों को मानसून के लिए थोड़े और दिनों का इंतजार करना पड़ सकता है. इधर बस्तर में पूरी तरह से बादल खुल जाने से तेज गर्मी और उमस से लोगों का बुरा हाल है और तापमान भी 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिस्टम पड़ा कमजोर छट गए घने बादल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एक तरफ जहां प्रदेश की राजधानी रायपुर में गुरुवार को &nbsp;शाम से ही झमाझम बारिश हो रही है. वहीं दूसरी तरफ बस्तर से ही होकर गुजरे मानसून के बादल बस्तर के लोगों से बेरुखी कर गई. पहले से ही पिछले सालों की तुलना में 10 से 12 दिन मानसून बस्तर में लेट है. वहीं सिस्टम कमजोर पड़ जाने से तेज गर्मी और उमस बढ़ने से बस्तर वासियों का बुरा हाल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विज्ञानी एच.पी चंद्रा ने बताया कि मानसून आने के बाद भी बारिश नहीं होने का सबसे बड़ा कारण नमी है. छत्तीसगढ़ में मानसून से पहले हुई बारिश के कारण हवा में नमी थी और इससे मानसून का भी प्रभाव शुरुआती दौर में नहीं दिख रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उनका कहना है कि आने वाले दिनों में बारिश का दायरा बढ़ने के साथ ही गर्मी से राहत मिलनी शुरू हो जाएगी. वही एक द्रोणिका उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश से मणिपुर तक और दूसरी उत्तर दक्षिण द्रोणिका उत्तर पूर्व बिहार से अंदरूनी उड़ीसा तक 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर बनी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;इन हालातों में आगामी शनिवार को बस्तर के कई जगहों पर हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई थी, लेकिन अब दूर-दूर तक बस्तर में बारिश होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं जिसके चलते मानसून के लिए बस्तर वासियों को और इंतजार करना पड़ सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसान बेसब्री से कर रहे मानसून का इंतजार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि अच्छी बात यह है कि बस्तर संभाग में अब तक गर्मी से एक भी मौत नहीं हुई है लेकिन शहरी छात्रों के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी गर्मी से लोगों का बुरा हाल है और बस्तरवासी बेसब्री से मानसून का इंतजार कर रहे हैं. खासकर बस्तर में किसानों ने खेतों में हाल जोतकर धान का बीज भी डाल &nbsp;दिया है और बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से बस्तर में बादल बने हुए हैं उससे दूर-दूर तक मानसून के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. फिलहाल मौसम विभाग ने भी बस्तर में मानसून के लिए बस्तवासियो को और थोड़ा इंतजार करने की बात कही है.</p>  छत्तीसगढ़ सीएम अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने पर भगवंत मान क्या बोले?