हरियाणा के पानीपत जिले के बापौली कस्बे में एक युवक को पड़ोस में रहने वाली बहू के मायका वालों ने ठग लिया। आरोपियों ने युवक को कनाडा भेजने के बड़े-बड़े सपने दिखाए। उससे सभी ओरिजिनल दस्तावेज ले लिए। पुश्तैनी जमीन बेचकर साढ़े 12 लाख रुपए भी दे दिए। अब आरोपी ने और 10 लाख की मांग की। जिस पर युवक के परिजनों ने विदेश पहुंचने के बाद देने की बात कही थी। लेकिन आरोपियों ने मौके पर ही रुपए मांगे। इसके बाद आरोपियों ने न ही रुपए लौटाए और न ही उसको विदेश भेजा। साथ में धमकियां भी दी। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। 25 लाख में हुआ था सौदा तय बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में वादिल हसन ने बताया कि वह गांव रसलापुर का रहने वाला है। पंजाब के संगरूर के रहने वाले जावेद नाम के व्यक्ति की बहन की शादी रसलापुर गांव में उनके पड़ोस में हुई है। इसी नाते जावेद भी काफी बार उनके घर आता-जाता था। यही पर उसने कहा कि वह उसे विदेश भेज सकता है। कई तरह के प्रलोभन देकर उसे अपने जाल में फंसा लिया। कहा कि वह उसे मास्को के बाद कनाडा भेज देगा। इसके लिए 25 लाख रुपए में सौदा तय हो गया। साथ ही सभी दस्तावेज भी ले लिए। वादिल ने बताया कि उसके पिता ने पुश्तैनी जमीन बेचकर आरोपी को करीब साढ़े 12 लाख रुपए दिए थे। इसके बाद आरोपी ने एक मास्को का वीजा भेज दिया। लेकिन टिकट नहीं भेजी। आरोपी ने और 10 लाख रुपए की मांग की। जोकि परिवार ने कहा था कि वह विदेश पहुंचने पर उक्त राशि दे देगा। लेकिन आरोपी ने उनकी नहीं सुनी। आरोपी के साथ उसका भाई और पिता भी शामिल है। जिन्होंने रुपए लेकर न ही उसे विदेश भेजा और न ही रुपए वापस लौटाए। रुपए वापस मांगने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकियां दी। हरियाणा के पानीपत जिले के बापौली कस्बे में एक युवक को पड़ोस में रहने वाली बहू के मायका वालों ने ठग लिया। आरोपियों ने युवक को कनाडा भेजने के बड़े-बड़े सपने दिखाए। उससे सभी ओरिजिनल दस्तावेज ले लिए। पुश्तैनी जमीन बेचकर साढ़े 12 लाख रुपए भी दे दिए। अब आरोपी ने और 10 लाख की मांग की। जिस पर युवक के परिजनों ने विदेश पहुंचने के बाद देने की बात कही थी। लेकिन आरोपियों ने मौके पर ही रुपए मांगे। इसके बाद आरोपियों ने न ही रुपए लौटाए और न ही उसको विदेश भेजा। साथ में धमकियां भी दी। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। 25 लाख में हुआ था सौदा तय बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में वादिल हसन ने बताया कि वह गांव रसलापुर का रहने वाला है। पंजाब के संगरूर के रहने वाले जावेद नाम के व्यक्ति की बहन की शादी रसलापुर गांव में उनके पड़ोस में हुई है। इसी नाते जावेद भी काफी बार उनके घर आता-जाता था। यही पर उसने कहा कि वह उसे विदेश भेज सकता है। कई तरह के प्रलोभन देकर उसे अपने जाल में फंसा लिया। कहा कि वह उसे मास्को के बाद कनाडा भेज देगा। इसके लिए 25 लाख रुपए में सौदा तय हो गया। साथ ही सभी दस्तावेज भी ले लिए। वादिल ने बताया कि उसके पिता ने पुश्तैनी जमीन बेचकर आरोपी को करीब साढ़े 12 लाख रुपए दिए थे। इसके बाद आरोपी ने एक मास्को का वीजा भेज दिया। लेकिन टिकट नहीं भेजी। आरोपी ने और 10 लाख रुपए की मांग की। जोकि परिवार ने कहा था कि वह विदेश पहुंचने पर उक्त राशि दे देगा। लेकिन आरोपी ने उनकी नहीं सुनी। आरोपी के साथ उसका भाई और पिता भी शामिल है। जिन्होंने रुपए लेकर न ही उसे विदेश भेजा और न ही रुपए वापस लौटाए। रुपए वापस मांगने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकियां दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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श्रुति चौधरी की भाई ने मुश्किलें बढ़ाईं:अनिरुद्ध भी बंसीलाल के नाम पर एक्टिव, जाट वोट बंटे तो BJP फंसेगी; बागी से भी नुकसान हरियाणा में भिवानी जिले की तोशाम विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल का परिवार आमने-सामने है। भाजपा ने यहां राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी पूर्व सांसद श्रुति चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने बंसीलाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी को टिकट दिया है। श्रुति और अनिरुद्ध चचेरे भाई-बहन हैं। इनके अलावा, आम आदमी पार्टी (AAP) ने दलजीत सिंह, इनेलो-बसपा ने ओम सिंह, जजपा-असपा ने राजेश भारद्वाज और भाजपा के बागी शशिरंजन परमार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। तोशाम सीट में कुल 2.20 लाख वोटर हैं। यह सीट बंसीलाल परिवार का गढ़ रही है। अभी तक यहां 15 चुनाव हुए हैं, जिसमें 11 बार बंसीलाल परिवार का ही कोई सदस्य चुनाव जीता है। लोगों का कहना है कि इस चुनाव में श्रुति और अनिरुद्ध के बीच मुकाबला है। श्रुति को बंसीलाल की विरासत का फायदा तो मिलेगा, लेकिन एकतरफा माहौल नहीं है। जाट वोट ज्यादा कांग्रेस की तरफ जाएंगे। दूसरा भाजपा से बागी शशिरंजन परमार श्रुति का गणित बिगाड़ेंगे। लोगों के मुताबिक अनिरुद्ध चौधरी को कांग्रेस की लहर का फायदा है। वह भी बंसीलाल के नाम पर ही जनता के बीच जा रहे हैं, लेकिन यहां की जनता उन्हें जानती तक नहीं। अगर उन्हें बंसीलाल के नाम का कुछ फायदा मिला तो ही वह श्रुति को टक्कर दे पाएंगे। 4 पॉइंट में समझें तोशाम विधानसभा सीट के समीकरण श्रुति चौधरी बंसीलाल की विरासत पर वोट मांग रही श्रुति चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पोती हैं। उनके पिता सुरेंद्र सिंह और मां किरण चौधरी हरियाणा सरकार में मंत्री रहे हैं। श्रुति ने 2009 में कांग्रेस के टिकट पर भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद वह लगातार 2 लोकसभा चुनाव हारीं। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया। जिसके बाद किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर आरोप लगाया और बाद में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। हाल ही में हुए राज्यसभा उपचुनाव में भाजपा ने किरण चौधरी को राज्यसभा भेज दिया और श्रुति को तोशाम से उम्मीदवार घोषित कर दिया। इस चुनाव में श्रुति चौधरी बंसीलाल के नाम पर जनता के बीच जा रही हैं। वह जनता से लगातार कह रही हैं कि कांग्रेस में उनकी अनदेखी हुई है। भिवानी-महेंद्रगढ़ क्षेत्र के भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भेदभाव किया है। उनकी वजह से लोकसभा में टिकट कटा। अनिरुद्ध चौधरी बंसीलाल की विरासत पर दावा ठोक रहे अनिरुद्ध चौधरी बंसीलाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा के बेटे हैं। रणबीर महेंद्रा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष रह चुके हैं। अनिरुद्ध भी BCCI के कोषाध्यक्ष रहे हैं। रणबीर महेंद्रा ने 2005 में कांग्रेस के टिकट पर मुंढाल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और विधायक बने। इसके बाद 2019 में उन्होंने चरखी दादरी जिले की बाढड़ा सीट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। पिछले 3 चुनाव से किरण चौधरी ही तोशाम सीट से चुनाव लड़ती आ रही थीं। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गईं तो अनिरुद्ध चौधरी ने तोशाम सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार बना दिया। अनिरुद्ध चौधरी भी फील्ड में दादा बंसीलाल के नाम पर वोट मांग रहे हैं। वह बंसीलाल की विरासत पर खुद का हक जता रहे हैं। वह लोगों से पानी की समस्या दूर करने का वादा कर रहे हैं। शशिरंजन क्षेत्र में एक्टिव होने के नाम पर वोट मांग रहे शशिरंजन परमार साल 2000 में मुंढाल विधानसभा सीट से इनेलो के टिकट पर विधायक बने थे। करीब 7 साल पहले वह भाजपा में शामिल हो गए। 2019 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें तोशाम सीट से उम्मीदवार बनाया। चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की किरण चौधरी को कड़ी टक्कर दी और करीब 54 हजार वोट लेकर दूसरे नंबर पर रहे। इस चुनाव में भी वह भाजपा से टिकट की मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने किरण चौधरी की बेटी श्रुति को उम्मीदवार बना दिया। इसके बाद वह भाजपा से बागी हो गए और कैरू गांव में समर्थकों की महापंचायत बुलाकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। अब शशिरंजन जनता के बीच जाकर किरण और श्रुति चौधरी के खिलाफ वोट मांग रहे हैं। उनका आरोप है कि राजनीतिक लाभ के लिए मां-बेटी भाजपा में शामिल हुई हैं। वह लगातार लोगों से कह रहे हैं कि मैं 5 साल से जनता के बीच आकर सुख-दुख में शामिल हो रहा हूं। बंसीलाल के दोनों बेटे एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ चुके यह पहला मौका नहीं है, जब बंसीलाल परिवार चुनाव में आमने-सामने है। साल 1998 में हुए लोकसभा चुनाव में बंसीलाल ने अपनी हरियाणा विकास पार्टी से छोटे बेटे सुरेंद्र सिंह को भिवानी सीट से उम्मीदवार बनाया था। इसी सीट पर कांग्रेस ने बंसीलाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा को टिकट दे दिया। तभी बंसीलाल परिवार में मतभेद की खबरें सामने आई थीं। हालांकि दोनों भाइयों ने चुनाव के दौरान एक दूसरे पर हमला नहीं बोला। वहीं बंसीलाल के परिवार से 2 कैंडिडेट देख उनके राजनीति विरोधी चौधरी देवीलाल ने अपने पोते अजय चौटाला को इसी सीट से उम्मीदवार बना दिया। ये चुनाव सुरेंद्र सिंह जीत गए। अजय चौटाला दूसरे नंबर और रणबीर महेंद्रा तीसरे नंबर पर रहे। क्या कहते हैं तोशाम के वोटर… राजकपूर बोले- बहन-भाई में टक्कर
जुई बिचली निवासी राजकपूर ने कहा कि यहां तो भाजपा व कांग्रेस बराबर हैं। थोड़ा बहुत अंतर है। मुख्य टक्कर दोनों बहन-भाई में है। शशिरंजन परमार जो वोट लेगा वह भाजपा को नुकसान होगा। इस बार श्रुति के ही जीतने के चांस हैं। यहां उनके परिवार ने काफी काम किए हैं। यहां एक कहावत है, जब बुजुर्ग आदमी मरता है तो वह अपना वारिस बनाता है कि मेरे मरने के बाद यह काम तू संभालेगा। चौधरी बंसीलाल ने श्रुति चौधरी को पगड़ी पहनाई और कहा कि मेरी वारिस तू है। इस हलके को तुमने संभालना है। किरण चौधरी जब दिल्ली की राजनीति में थीं तो बंसीलाल ने उन्हें बुलाकर कहा था कि श्रुति अभी बच्ची है, मैं पगड़ी इसके सिर पर रखता हूं। इसको तुम्हें संभालना है। तोशाम हलके को तुम्हें संभालकर रखना है। उसके बाद से तोशाम हलका किरण के साथ रहता है। सुनील ने कहा- श्रुति को परमार-भारद्वाज नुकसान पहुंचाएंगे जुई के रहने वाले सुनील लांबा ने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार अनिरुद्ध चौधरी के जीतने की संभावना है। निर्दलीय शशिरंजन परमार राजपूतों के वोट लेगा। बंसीलाल के गांव गोलागढ़ के पास पत्थरवाली गांव के सरपंच राजेश भारद्वाज को जजपा ने उम्मीदवार बनाया है। राजेश आसपास के गांव के वोट हासिल करेगा, जिसका श्रुति चौधरी को नुकसान होगा। भाजपा का विरोध तो पहले भी था और अब भी है। जनता नहीं चाहती। इस कारण श्रुति हारेगी। टक्कर अनिरुद्ध चौधरी व श्रुति चौधरी में लग रही है। बीर सिंह बोले- भाजपा ने ओबीसी और जाटों के लिए अच्छे काम किए लेघां गांव के रहने वाले बीर सिंह ने कहा कि चुनाव में भाजपा की जीत होगी। भाजपा ने यहां काम किए हैं। सिर्फ ओबीसी के लिए ही नहीं, जाटों के लिए भी अच्छे काम हुए हैं। मैं खुद जाट हूं, लेकिन आज तक कोई भी काम नहीं रुका। तोशाम हलके की बात करें तो यहां जाटों के वोट ज्यादा हैं, जिनमें से करीब 30 प्रतिशत वोट भाजपा को मिलेंगे और ओबीसी 70 प्रतिशत भाजपा के साथ हैं। अन्य जातियों के वोट शशिरंजन परमार के भी काफी हैं और वह भाजपा के वोट काटेंगे। बंसीलाल की विरासत का फायदा श्रुति चौधरी को होगा। इसका एक कारण यह भी है कि श्रुति का परिवार ही साथ लगा हुआ है। अनिरुद्ध तो अभी आया है। कृष्ण बोले-अनिरुद्ध को कोई नहीं जानता बुजुर्ग कृष्ण ने बताया कि यहां भाजपा की श्रुति चौधरी ही जीतेगी। श्रुति को वोट देने का कारण यह है कि भाजपा ने किरण को राज्यसभा भेजा है। अनिरुद्ध चौधरी को यहां कोई नहीं जानता। कभी इससे वास्ता ही नहीं पड़ा। हमें ये भी नहीं पता था कि वह रणबीर महेंद्रा का बेटा है। हरियाणा चुनाव से जुड़ी ये ग्राउंड रिपोर्ट्स भी पढ़ें… पूर्व BJP मंत्री हैट्रिक चांस में कड़े मुकाबले में फंसे:AAP की गुर्जर वोट बैंक में सेंध; कांग्रेस वेव से अकरम को फायदा अनिल विज कड़े मुकाबले में फंसे:खुद को CM चेहरा बता फायदा लेने की कोशिश; कांग्रेस पर गुटबाजी भारी, वोट शिफ्ट हुए तो चित्रा भारी पड़ेंगी राव इंद्रजीत की बेटी आरती तिकोने मुकाबले में फंसी:कांग्रेस बांटेगी अहीर वोटर; राजपूत-दलित वोटर्स एकतरफा तो ठाकुर बिगाड़ेंगे सियासी गणित नायब सैनी को CM चेहरे का फायदा:BJP के बागी गर्ग वोटकटवा; बड़शामी ने जाट न बांटे तो कांग्रेस के मेवा से कड़ी टक्कर विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल में फंसेगी रेसलर; OBC-ब्राह्मण एकतरफा होने पर ही BJP को फायदा
फतेहाबाद में दो जगह घरों में मिले कोबरा सांप:बेडरूम में सांप की फुंकार से डरे परिजन; दूसरी जगह टॉयलेट सीट में घुसा
फतेहाबाद में दो जगह घरों में मिले कोबरा सांप:बेडरूम में सांप की फुंकार से डरे परिजन; दूसरी जगह टॉयलेट सीट में घुसा हरियाणा के फतेहाबाद क्षेत्र में दो जगहों पर कोबरा सांप निकलने पर दो परिवारों के लोग कई घंटे तक दहशत में रहे। हालांकि समय रहते सांपों का पता चलने पर जान माल की हानि होने से टल गई। पहली घटना फतेहाबाद के बीघड़ रोड क्षेत्र एक ढाणी की है, जहां काला कोबरा नाग मकान के भीतर कमरे तक पहुंच गया था। वहीं दूसरी घटना ढिंगसरा की है, जहां सुबह टायलेट गए परिवार के सदस्य ने सीट के अंदर फन फैलाए कोबरा को देखा। स्नेकमैन पवन जोगपाल ने बताया कि रविवार सुबह बीघड़ रोड फतेहाबाद से करण नाम के शख्स की कॉल आई कि उनके बेडरूम में काला नाग फन फैलाए बैठा है। सांप की फुंकार से उसका पता चला। इससे उनकी जान बच गई। जब वे वहां पहुंचे तो सांप कमरे के अंदर बने स्टोर रूम में छुपा हुआ था, वहां से उसे पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि यह मादा कोबरा सांप थी। ढिंगसरा में सांप से दहशत पवन ने बताया कि इसके बाद ढिंगसरा गांव से एक ग्रामीण भगत सिंह का फोन मिला कि उनके मकान के शौचालय में टायलेट सीट के अंदर सांप दिख रहा है। जब वे वहां पहुंचे तो सांप सीट के साइडों में बनी जगह पर छुप गया। इस पर उन्होंने सीट को पानी से भरा तो सांप बाहर आकर फन फैला कर बैठ गया। पवन जोगपाल ने बताया कि दोनों ही जगहों पर सांपों से किसी को भी डसे जाने का खतरा था, लेकिन गनीमत रही कि उनका समय रहते पता चल गया।
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पानीपत में युवक ने किया सुसाइड:काम पर नहीं जा रहा था; परिवार वालों ने जाने को कहा, सल्फास खाकर की दी जान हरियाणा के पानीपत जिले के गांव जालपाड़ में युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर ही सल्फास निगल लिया। जिससे युवक की हालत खराब हो गई। तुरंत ही परिवार वाले उसे एक निजी अस्पताल ले गए। जहां से डॉक्टरों ने दूसरे अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। दूसरे निजी अस्पताल में इलाज के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। इसके बाद शव को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने चैकअप के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शवगृह में रखवाया गया। जहां परिजनों के बयानों के आधार पर इत्फ़ाकिया कार्रवाई करते हुए पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। 9 भाई-बहनों में पांचवें नंबर पर था जानकारी देते हुए शातिर ने बताया कि मृतक उसका 19 साल का भाई आमिर था। वह पेंट का काम करता था। पिछले 4 दिन से वह काम पर नहीं जा रहा था। जिससे परिजनों ने न जाने का कारण भी पूछा। साथ ही उसे काम पर जाने को कहा भी था। लेकिन उसने न ही कारण बताया और न ही वह काम पर गया। बुधवार शाम को उसने घर पर ही सल्फास की गोलियां खा ली। तुरंत ही गंभीर हालत में उसे देख लिया गया। इसके बाद बाइक पर बैठाकर एक निजी अस्पताल ले जाया गया। दूसरे निजी अस्पताल में उसकी हालत में कुछ सुधार जरूर हुआ। लेकिन, फिर अचानक और तबीयत खराब हो गई और उसकी मौत हो गई। वह 9 भाई-बहनों में पांचवें नंबर पर था।