पानीपत में धीरेंद्र शास्त्री की कथा:बागेश्वर धाम वाले बाबा बोले- हिंदू राष्ट्र वाले ताली बजाओ, क्या लाहौर वाले बजाएंगे; पर्ची भी निकालेंगे

पानीपत में धीरेंद्र शास्त्री की कथा:बागेश्वर धाम वाले बाबा बोले- हिंदू राष्ट्र वाले ताली बजाओ, क्या लाहौर वाले बजाएंगे; पर्ची भी निकालेंगे

बागेश्वर धाम के बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पानीपत में हनुमत कथा का आज (18 मई) दूसरा दिन है। सेक्टर 13-17 के मैदान में धीरेंद्र शास्त्री लोगों के नाम की पर्चियां भी निकालेंगे। कथा की शुरुआत में धीरेंद्र शास्त्री ने ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ भजन गाया। उन्होंने कहा, “पानीपत के पागलो, उठाओ दोनों हाथ, बजाओ ताली। क्योंकि कोई आज बनेगा, कोई कल बनेगा, मेरे बालाजी का भक्त जरूर बनेगा। जिसे हिंदू राष्ट्र चाहिए, वो ताली बजाओ, क्या लाहौर वाले ताली बजाएंगे? जो बहुत जोर-जोर से कीर्तन गाता है, उसके कीटाणु बाहर आ जाते हैं। जो धीरे-धीरे गाता है, उसके भीतर चले जाते हैं। इसीलिए जोर-जोर से गाओ।” बोले- पानीपत लड़ाइयों के लिए प्रसिद्ध
शास्त्री ने आगे कहा कि आज ज्यादातर लोग पर्ची के चक्कर में आए हैं, लेकिन हम भी इतने बदमाश हैं कि तुम्हें हनुमान जी की पर्ची थमा दी। पहले हनुमान जी का गुणगान होगा, फिर पर्ची निकालेंगे। पानीपत तो लड़ाइयों के लिए प्रसिद्ध है। जब महाराज जी स्टेज पर चढ़ रहे थे तो यहां स्टेज पर लड़ाई हो रही थी। मैंने सेवकों को भेजा और कहा कि इन्हें रोको, बताओ कि ये पानीपत है, यहां लड़ाई हो जाएगी वहीं ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि हमें आतंक फैलाना नहीं आता, लेकिन आतंक फैलाने वालों को सर्जिकल स्ट्राइक करके पूरा जवाब देना आता है। कथा के पहले दिन धीरेंद्र शास्त्री की 2 अहम बातें… सफल जीवन के 3 मंत्र बताए बागेश्वर धाम के बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पानीपत में हनुमत कथा का आज (18 मई) दूसरा दिन है। सेक्टर 13-17 के मैदान में धीरेंद्र शास्त्री लोगों के नाम की पर्चियां भी निकालेंगे। कथा की शुरुआत में धीरेंद्र शास्त्री ने ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ भजन गाया। उन्होंने कहा, “पानीपत के पागलो, उठाओ दोनों हाथ, बजाओ ताली। क्योंकि कोई आज बनेगा, कोई कल बनेगा, मेरे बालाजी का भक्त जरूर बनेगा। जिसे हिंदू राष्ट्र चाहिए, वो ताली बजाओ, क्या लाहौर वाले ताली बजाएंगे? जो बहुत जोर-जोर से कीर्तन गाता है, उसके कीटाणु बाहर आ जाते हैं। जो धीरे-धीरे गाता है, उसके भीतर चले जाते हैं। इसीलिए जोर-जोर से गाओ।” बोले- पानीपत लड़ाइयों के लिए प्रसिद्ध
शास्त्री ने आगे कहा कि आज ज्यादातर लोग पर्ची के चक्कर में आए हैं, लेकिन हम भी इतने बदमाश हैं कि तुम्हें हनुमान जी की पर्ची थमा दी। पहले हनुमान जी का गुणगान होगा, फिर पर्ची निकालेंगे। पानीपत तो लड़ाइयों के लिए प्रसिद्ध है। जब महाराज जी स्टेज पर चढ़ रहे थे तो यहां स्टेज पर लड़ाई हो रही थी। मैंने सेवकों को भेजा और कहा कि इन्हें रोको, बताओ कि ये पानीपत है, यहां लड़ाई हो जाएगी वहीं ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि हमें आतंक फैलाना नहीं आता, लेकिन आतंक फैलाने वालों को सर्जिकल स्ट्राइक करके पूरा जवाब देना आता है। कथा के पहले दिन धीरेंद्र शास्त्री की 2 अहम बातें… सफल जीवन के 3 मंत्र बताए   हरियाणा | दैनिक भास्कर