पानीपत में पत्नी से अफेयर के शक में हत्या:दोस्त को गाड़ी से कुचला; रातभर सड़क पर लावारिस पड़ा रहा युवक, आरोपी अरेस्ट

पानीपत में पत्नी से अफेयर के शक में हत्या:दोस्त को गाड़ी से कुचला; रातभर सड़क पर लावारिस पड़ा रहा युवक, आरोपी अरेस्ट

हरियाणा के पानीपत में पुराना औद्योगिक थाना क्षेत्र में 20 जनवरी की रात को दोस्त की गाड़ी से कुचल कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान दलबीर निवासी अर्जुन नगर के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया उसकी काफी सालों से मृतक कन्हैया के साथ दोस्ती थी। उनके घर पर कन्हैया का आना जाना था। उसे शक था कि उसकी पत्नी का कन्हैया उर्फ बकरा के साथ अफेयर चल रहा है। इसी शक में वह कन्हैया से रंजिश रखने लगा और उसे मारने की ताक में रहता था। 20 जनवरी को वह कन्हैया, अमित व शिव कुमार काबड़ी रोड के नजदीक केंदु वाली गली में शराब पी रहे थे। इसी दौरान उसके फोन पर पत्नी का फोन आया। वह पत्नी से बात कर रहा था, तभी कन्हैया ने उससे फोन ले लिया और पत्नी के साथ गाली गलौच की। शराब पीने के बाद वहां से घर लौटते समय उसने रंजिशन कन्हैया के साथ मारपीट की और इक्को गाड़ी से कुचलकर फरार हो गया था। बाद में कन्हैया की मौत हो गई थी। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। भाई ने पुलिस को बताईं ये 3 बातें… 1. 4 भाई-बहनों में सबसे बड़ा था मृतक मामला पानीपत शहर के पुराना औद्योगिक थाना क्षेत्र का है। पुलिस को दी शिकायत में सुखदेव ने बताया कि वह कुलदीप नगर का रहने वाला है। वह मजदूरी करता है। वे 4 भाई-बहन हैं, जिनमें 3 भाई और सबसे छोटी बहन है। सबसे बड़ा भाई कन्हैया उर्फ बकरा (30) था, जो एक फैक्ट्री में काम करता था। वह कभी-कभार बहुत ज्यादा शराब पी लेता था। 2. अचेत अवस्था में गली में पड़ा था कन्हैया सुखदेव ने बताया कि 20 जनवरी की सुबह करीब 11 बजे पता लगा कि कन्हैया अचेत हालत में हवा सिंह फैक्ट्री के सामने गली में पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर मैं अपने पिता अनिल के साथ मौके पर पहुंचा। वहां से हम कन्हैया को उठाकर घर ले गए। 3. अगले दिन सीने में दर्द उठा इसके बाद 21 जनवरी को कन्हैया ने बताया कि उसके सीने में दर्द हो रहा है। इसलिए, घर में रखी एक दवाई उसे दे दी गई। इसके बाद दोपहर 1 बजे उसे अस्पताल ले जाने लगे तो देखा कि उसकी मौत हो चुकी है। हम अस्पताल नहीं पहुंच पाए थे। हमने उसकी प्राकृतिक मौत समझ कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। चश्मदीद दोस्त ने बताई वारदात की पूरी कहानी… अंतिम संस्कार के 3 दिन बाद खुलासा युवक की मौत के 3 दिन बाद 24 जनवरी को गांव गढ़ी सिकंदरपुर का रहने वाला कन्हैया का दोस्त अमित उसके घर पहुंचा। अमित ने कन्हैया के घर वालों को बताया कि उसकी मौत प्राकृतिक नहीं थी, बल्कि उसकी हत्या की गई है। अमित ने बताया कि 20 जनवरी की रात को वह और कन्हैया कुलदीप नगर के ही रहने वाले दलबीर और शिव कुमार के साथ बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान दलबीर और कन्हैया की कहासुनी हो गई थी। दोनों के बीच काफी गाली-गलौज भी हुई। हालांकि, बाद में दोनों साथ हो गए। एक दोस्त को छोड़कर चले घर अमित का कहना है कि घर चलने के समय उन्होंने शिव कुमार को वहीं छोड़ दिया था। जबकि, बाकी तीनों अपनी ईको गाड़ी से घर चल दिए। जब उनकी गाड़ी विशाल फैक्ट्री के पास पहुंची, तो दलबीर ने कार रोक ली। उसने कहा कि टॉयलेट लगी है। इसके बाद तीनों उतरकर टॉयलेट करने लगी। इसी बीच दलबीर ने फिर से कन्हैया से मारपीट शुरू कर दी। दोनों के बीच फिर से हाथापाई शुरू हो गई। हालांकि, इनका बीच-बचाव अमित ने करवा दिया। दोनों अलग हो गए। इसके बाद कन्हैया पैदल ही घर की ओर जाने लगा। टक्कर मारकर गिराया, फिर कार चढ़ा दी चश्मदीद अमित ने बताया है कि कन्हैया लड़खड़ाते हुए घर की ओर जा रहा था। इसी दौरान दलबीर गाड़ी में बैठा और उसने तेजी से कार चलाते हुए कन्हैया को टक्कर मार दी। इससे कन्हैया जमीन पर गिर गया। फिर दलबीर उसे कुचलता हुआ तेजी से फरार हो गया। कुचलने के बाद कन्हैया वहीं पड़ा रहा। सुबह तक उसकी किसी ने खबर नहीं ली। वह पूरी रात ठंड में था, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। गाड़ी का पहिया भी उसके सीने से निकला था, जिससे उसके सीने में पहले दर्द हुआ था। इसके बाद मौत हो गई। पुलिस ने चश्मदीद के बयान पर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। हरियाणा के पानीपत में पुराना औद्योगिक थाना क्षेत्र में 20 जनवरी की रात को दोस्त की गाड़ी से कुचल कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान दलबीर निवासी अर्जुन नगर के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया उसकी काफी सालों से मृतक कन्हैया के साथ दोस्ती थी। उनके घर पर कन्हैया का आना जाना था। उसे शक था कि उसकी पत्नी का कन्हैया उर्फ बकरा के साथ अफेयर चल रहा है। इसी शक में वह कन्हैया से रंजिश रखने लगा और उसे मारने की ताक में रहता था। 20 जनवरी को वह कन्हैया, अमित व शिव कुमार काबड़ी रोड के नजदीक केंदु वाली गली में शराब पी रहे थे। इसी दौरान उसके फोन पर पत्नी का फोन आया। वह पत्नी से बात कर रहा था, तभी कन्हैया ने उससे फोन ले लिया और पत्नी के साथ गाली गलौच की। शराब पीने के बाद वहां से घर लौटते समय उसने रंजिशन कन्हैया के साथ मारपीट की और इक्को गाड़ी से कुचलकर फरार हो गया था। बाद में कन्हैया की मौत हो गई थी। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। भाई ने पुलिस को बताईं ये 3 बातें… 1. 4 भाई-बहनों में सबसे बड़ा था मृतक मामला पानीपत शहर के पुराना औद्योगिक थाना क्षेत्र का है। पुलिस को दी शिकायत में सुखदेव ने बताया कि वह कुलदीप नगर का रहने वाला है। वह मजदूरी करता है। वे 4 भाई-बहन हैं, जिनमें 3 भाई और सबसे छोटी बहन है। सबसे बड़ा भाई कन्हैया उर्फ बकरा (30) था, जो एक फैक्ट्री में काम करता था। वह कभी-कभार बहुत ज्यादा शराब पी लेता था। 2. अचेत अवस्था में गली में पड़ा था कन्हैया सुखदेव ने बताया कि 20 जनवरी की सुबह करीब 11 बजे पता लगा कि कन्हैया अचेत हालत में हवा सिंह फैक्ट्री के सामने गली में पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर मैं अपने पिता अनिल के साथ मौके पर पहुंचा। वहां से हम कन्हैया को उठाकर घर ले गए। 3. अगले दिन सीने में दर्द उठा इसके बाद 21 जनवरी को कन्हैया ने बताया कि उसके सीने में दर्द हो रहा है। इसलिए, घर में रखी एक दवाई उसे दे दी गई। इसके बाद दोपहर 1 बजे उसे अस्पताल ले जाने लगे तो देखा कि उसकी मौत हो चुकी है। हम अस्पताल नहीं पहुंच पाए थे। हमने उसकी प्राकृतिक मौत समझ कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। चश्मदीद दोस्त ने बताई वारदात की पूरी कहानी… अंतिम संस्कार के 3 दिन बाद खुलासा युवक की मौत के 3 दिन बाद 24 जनवरी को गांव गढ़ी सिकंदरपुर का रहने वाला कन्हैया का दोस्त अमित उसके घर पहुंचा। अमित ने कन्हैया के घर वालों को बताया कि उसकी मौत प्राकृतिक नहीं थी, बल्कि उसकी हत्या की गई है। अमित ने बताया कि 20 जनवरी की रात को वह और कन्हैया कुलदीप नगर के ही रहने वाले दलबीर और शिव कुमार के साथ बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान दलबीर और कन्हैया की कहासुनी हो गई थी। दोनों के बीच काफी गाली-गलौज भी हुई। हालांकि, बाद में दोनों साथ हो गए। एक दोस्त को छोड़कर चले घर अमित का कहना है कि घर चलने के समय उन्होंने शिव कुमार को वहीं छोड़ दिया था। जबकि, बाकी तीनों अपनी ईको गाड़ी से घर चल दिए। जब उनकी गाड़ी विशाल फैक्ट्री के पास पहुंची, तो दलबीर ने कार रोक ली। उसने कहा कि टॉयलेट लगी है। इसके बाद तीनों उतरकर टॉयलेट करने लगी। इसी बीच दलबीर ने फिर से कन्हैया से मारपीट शुरू कर दी। दोनों के बीच फिर से हाथापाई शुरू हो गई। हालांकि, इनका बीच-बचाव अमित ने करवा दिया। दोनों अलग हो गए। इसके बाद कन्हैया पैदल ही घर की ओर जाने लगा। टक्कर मारकर गिराया, फिर कार चढ़ा दी चश्मदीद अमित ने बताया है कि कन्हैया लड़खड़ाते हुए घर की ओर जा रहा था। इसी दौरान दलबीर गाड़ी में बैठा और उसने तेजी से कार चलाते हुए कन्हैया को टक्कर मार दी। इससे कन्हैया जमीन पर गिर गया। फिर दलबीर उसे कुचलता हुआ तेजी से फरार हो गया। कुचलने के बाद कन्हैया वहीं पड़ा रहा। सुबह तक उसकी किसी ने खबर नहीं ली। वह पूरी रात ठंड में था, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। गाड़ी का पहिया भी उसके सीने से निकला था, जिससे उसके सीने में पहले दर्द हुआ था। इसके बाद मौत हो गई। पुलिस ने चश्मदीद के बयान पर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर