हरियाणा के पानीपत शहर की एक कॉलोनी में एक बुजुर्ग को लाठी-डंडों से पीटा गया। बुजुर्ग को तब तक पीटा गया, जब तक वह जमीन पर गिरकर बेहोश नहीं हो गया। बुजुर्ग को अधमरा समझ कर आरोपी मौके से फरार हो गए। इसके बाद घायल के परिजन मौके पर पहुंचे, और उसे अचेत अवस्था में तुरंत सिविल अस्पताल ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बुजुर्ग को होश आया। उसके कान, सिर समेत अन्य जगहों पर गंभीर चोट लगी। इलाज करवाने के बाद बुजुर्ग ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। कमरा खाली करने को कह रहा था बुजुर्ग जानकारी देते हुए घायल बुजुर्ग जय प्रकाश ने बताया कि वह दीनानाथ कॉलोनी का रहने वाला है। उसने कॉलोनी में ही अपने मकान व दूसरी जगह को किराये पर दिया हुआ है। यहां एक जगह पर पिछले कुछ समय से किरायेदारों ने गाय-भैंसों की डेयरी खोली हुई है। जिन्हें वह काफी समय से खाली करने को भी कह रहा था। लेकिन, किरायेदार खाली नहीं कर रहे थे। इसी के चलते बुजुर्ग ने अब अपनी जगह पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। जिससे आरोपी किरायेदारों ने उससे झगड़ा किया। जय प्रकाश का कहना है कि आरोपी दबंग प्रवृत्ति के है। सभी ने मिलकर उसे गली में गिरा कर लाठी-डंडों से खूब पीटा। आरोपियों ने निर्माण कार्य करने पर जान से मारने की धमकी दी है। हरियाणा के पानीपत शहर की एक कॉलोनी में एक बुजुर्ग को लाठी-डंडों से पीटा गया। बुजुर्ग को तब तक पीटा गया, जब तक वह जमीन पर गिरकर बेहोश नहीं हो गया। बुजुर्ग को अधमरा समझ कर आरोपी मौके से फरार हो गए। इसके बाद घायल के परिजन मौके पर पहुंचे, और उसे अचेत अवस्था में तुरंत सिविल अस्पताल ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बुजुर्ग को होश आया। उसके कान, सिर समेत अन्य जगहों पर गंभीर चोट लगी। इलाज करवाने के बाद बुजुर्ग ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। कमरा खाली करने को कह रहा था बुजुर्ग जानकारी देते हुए घायल बुजुर्ग जय प्रकाश ने बताया कि वह दीनानाथ कॉलोनी का रहने वाला है। उसने कॉलोनी में ही अपने मकान व दूसरी जगह को किराये पर दिया हुआ है। यहां एक जगह पर पिछले कुछ समय से किरायेदारों ने गाय-भैंसों की डेयरी खोली हुई है। जिन्हें वह काफी समय से खाली करने को भी कह रहा था। लेकिन, किरायेदार खाली नहीं कर रहे थे। इसी के चलते बुजुर्ग ने अब अपनी जगह पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। जिससे आरोपी किरायेदारों ने उससे झगड़ा किया। जय प्रकाश का कहना है कि आरोपी दबंग प्रवृत्ति के है। सभी ने मिलकर उसे गली में गिरा कर लाठी-डंडों से खूब पीटा। आरोपियों ने निर्माण कार्य करने पर जान से मारने की धमकी दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
अंबाला में रोड एक्सीडेंट में युवक की मौत:पिंजौर नगर निगम में कर्मी था; सरपंच के ट्रैक्टर ने बाइक को मारी टक्कर
अंबाला में रोड एक्सीडेंट में युवक की मौत:पिंजौर नगर निगम में कर्मी था; सरपंच के ट्रैक्टर ने बाइक को मारी टक्कर हरियाणा के अंबाला जिले में ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त गांव पतरेहड़ी निवासी 30 वर्षीय सौरभ के रूप में हुई है। वह कौशल रोजगार निगम के तहत पिंजौर नगर निगम में नौकरी करता था। ट्रैक्टर रजौली गांव के सरपंच का था। गांव पतरेहड़ी निवासी गौरव ने बताया कि उसका बड़ा भाई सौरभ (30) कौशल निगम के माध्यम से नगर निगम पिंजौर पंचकूला में काम करता था। बीते दिन शाम 6 बजे उसका भाई अपनी बाइक पर घर से गांव नंदुवाली अपने किसी निजी काम से गया था। वह अपनी बाइक पर गांव रजौली की तरफ जा रहा था। रात 8 बजे गांव पजेंटा-रजौली रोड पर आगे से आ रही तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बाइक को सीधी टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद बाइक सवार सड़क पर नीचे गिर गया। उसने देखा तो बाइक चालक उसका भाई सौरभ था। आरोपी ट्रैक्टर ड्राइवर अंधेरे का फायदा उठा फरार हो गया। वह अपने भाई को राहगीर की मदद से गाड़ी में मुलाना मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचा। यहां डॉक्टर ने उसके भाई को मृत घोषित कर दिया। रजौली गांव के सरपंच का ट्रैक्टर शिकायतकर्ता ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली गांव रजौली के सरपंच का था। उसे गांव रजौली निवासी कमल चला रिा था। पुलिस ने आरोपी ट्रैक्टर ड्राइवर के खिलाफ धारा 281 व 106 BNS के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने BJP छोड़ी:इस्तीफे में लिखा- पार्टी में अब गद्दारों को तवज्जो, कल पार्टी में आने वालों को टिकटें बांटी
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने BJP छोड़ी:इस्तीफे में लिखा- पार्टी में अब गद्दारों को तवज्जो, कल पार्टी में आने वालों को टिकटें बांटी हरियाणा के पूर्व मंत्री कर्ण देव कांबोज ने बीजेपी छोड़ते हुए पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इंद्री विधानसभा से 2014 में विधायक और हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले एवं वन विभाग के पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज ने इंद्री से टिकट न मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वर्तमान में वह भाजपा ओबीसी मोर्चा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष थे, लेकिन उन्होंने अपने पद के साथ-साथ भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा में गद्दारों को तवज्जो मिलने का आरोप
कर्ण देव कांबोज ने अपने इस्तीफे में पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली भाजपा नहीं रही। उन्होंने कहा कि अब पार्टी में नुकसान पहुंचाने वाले गद्दारों को तवज्जो दी जा रही है, जबकि वफादार कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। कांबोज ने कहा कि उन्होंने और उनके परिवार ने वर्षों तक भाजपा की सेवा की, लेकिन पार्टी ने उनके योगदान को नजरअंदाज किया। संगठन में किए गए काम को नजरअंदाज किया गया
कांबोज ने इस्तीफे में उल्लेख किया कि पिछले पांच सालों में उन्होंने ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में पूरे हरियाणा में काम किया और 150 सामाजिक टोलियों का गठन किया। इसके बावजूद पार्टी ने उनकी सेवाओं को नजरअंदाज किया और उन्हें टिकट नहीं दिया। कांबोज ने आरोप लगाया कि पार्टी ने वफादार कार्यकर्ताओं के बजाय उन लोगों को टिकट दिया है जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं। कृष्ण देव कांबोज के इस्तीफे की कॉपी… कांग्रेस और भाजपा में अब कोई फर्क नहीं
कांबोज ने भाजपा के फैसलों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी अब कांग्रेस की तरह हो गई है। उन्होंने कहा, “जब पार्टी में पुराने और वफादार कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर नए चेहरों को प्राथमिकता दी जा रही है, तो कांग्रेस और भाजपा में क्या फर्क रह गया है?” उनका यह बयान सीधे तौर पर भाजपा की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है और पार्टी के अंदर गहरे असंतोष को दर्शाता है। आगे का राजनीतिक सफर चुनाव लड़ने के संकेत
कर्ण देव कांबोज ने अपने इस्तीफे में यह भी कहा कि उनका आगामी फैसला उनके समर्थकों के निर्णय पर निर्भर करेगा। उन्होंने संकेत दिया कि वह अपने समर्थकों के निर्णय का सम्मान करते हुए अगला कदम उठाएंगे। कांबोज ने यह भी इशारा किया कि उनके समर्थक तय करेंगे कि वह आगामी चुनाव लड़ेंगे या नहीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि वह चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं और बीजेपी के खिलाफ एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ सकते हैं या किसी अन्य पार्टी से हाथ मिला सकते हैं। राजनीतिक परिदृश्य में असर
कर्ण देव कांबोज का इस्तीफा खासकर इंद्री विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। कांबोज ने 2014 में इंद्री से जीत हासिल की थी और खाद्य विभाग के मंत्री बने थे। हालांकि, 2019 में पार्टी ने उन्हें इंद्री की बजाय रादौर से चुनाव लड़ने भेजा, जहां वह हार गए। अब 2024 के चुनाव में कांबोज का अलग मैदान में उतरना भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
सैलजा बोलीं- शाह पूरे देश से मांगें माफी:सिरसा में कहा- भगवान से कम नहीं हैं बाबा साहेब, गृहमंत्री ने सदन में किया अपमान
सैलजा बोलीं- शाह पूरे देश से मांगें माफी:सिरसा में कहा- भगवान से कम नहीं हैं बाबा साहेब, गृहमंत्री ने सदन में किया अपमान सिरसा में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में बाबा साहेब के बारे में टिप्पणी करके उनका अपमान किया है। हमारे लिए संविधान ग्रंथ से कम नहीं है और बाबा साहेब भगवान से कम नहीं हैं। इसलिए गृह मंत्री अमित शाह पूरे देश से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बात करना भाजपा की आदत हो गई है। जब चुनाव होते हैं, तो भाजपा को बाबा साहेब की जरूरत होती है और वे बाबा साहेब का नाम लेते हैं। उनका इस्तेमाल करते हैं और सदन में अपमान करते हैं। भगवान से कम नहीं है बाबा साहेब- सैलजा सांसद ने कहा कि सदन में इस प्रकार टिप्पणी करके अमित शाह ने पूरी दुनिया के सामने बाबा साहेब का अपमान किया है। हमारी मांग है कि अमित शाह पूरे देश से माफी मांगे। हम इस प्रकार बाबा साहेब के अपमान को बर्दाश्त नहीं कर सकते। बाबा साहेब हमारे लिए भगवान से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब पर अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल सहित इंडिया गठबंधन के कई सांसदों ने भाजपा के खिलाफ संसद परिसर में रोष प्रकट किया और मांग की कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह माफी मांगें।