पानीपत के रिसालू में 3 श्रद्धालुओं यमुना नदी में डूबे गए, जिसमें से दो शव के बरामद कर लिए गए हैं। श्रद्धालु रविवार को अमावस्या के मौके पर यमुना में स्नान करने गए थे, जिसके बाद घर नहीं लौटे। गोताखोरों ने सोमवार को तलाशी अभियान चलाया और तीन किलोमीटर दूर दो के शव बरामद किए। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं, बाकियों की तलाश में गोताखोर जुटे हुए हैं। तीनों राजस्थान के सीकर के गांव बाय खाटूश्याम के रहने वाले थे। डूबने वालों में महेश (25), उसका भाई बोधु उर्फ जितेंद्र (21) और दोस्त लोकेश (34) अपने 5 अन्य साथियों के साथ सनौली स्थित यमुना नदी में स्नान के दौरान कुंड में डूब गए थे, जिसमें से 3 डूबे। सभी हरियाणा में टाइल लगाने का काम करते थे। हादसे के बाद रविवार को ही सनौली थाना एसएचओ संदीप कुमार, एसडीएम स्वप्निल कुमार यादव, सीओ अमरदीप मौर्य और कोतवाली प्रभारी वीरेंद्र कसाना ने प्राइवेट गोताखोर के साथ फलड पीएसी के जवानों ने सर्च अभियान में चलाया। देर शाम तक भी उनके हाथ कोई सफलता नहीं लग सकी थी, जिस कारण सर्च अभियान बंद कर दिया गया था। इसके बाद सोमवार को फिर से तलाशी अभियान चलाया गया। हादसे से जुड़ी तस्वीरें… दो के शव मिले तीसरे का पता नहीं
सोमवार को करीब 8 बजे गोताखोर साजिद, दिलशाद, मुस्तकीम उर्फ बिल्लू, मेहरबान, आदिल, इसरान के साथ इदरीस ने हादसा से करीब 3 किलोमीटर दूरी पर नन्हेड़ा गांव से सामने मामौर-सहपत गांव के बीच यमुना नदी से लोकेश का शव बरामद हुआ। एक घंटे के अंतराल में महेश का भी शव मिला गया। गोताखोरों ने शवों को बाहर निकाला। इसके बाद सनौली यमुना पुल पर पहुंचे मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वहीं, यमुना में तीसरे डूबे बोधु का अभी कोई सुराग नहीं लग सका। पानीपत के रिसालू में 3 श्रद्धालुओं यमुना नदी में डूबे गए, जिसमें से दो शव के बरामद कर लिए गए हैं। श्रद्धालु रविवार को अमावस्या के मौके पर यमुना में स्नान करने गए थे, जिसके बाद घर नहीं लौटे। गोताखोरों ने सोमवार को तलाशी अभियान चलाया और तीन किलोमीटर दूर दो के शव बरामद किए। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं, बाकियों की तलाश में गोताखोर जुटे हुए हैं। तीनों राजस्थान के सीकर के गांव बाय खाटूश्याम के रहने वाले थे। डूबने वालों में महेश (25), उसका भाई बोधु उर्फ जितेंद्र (21) और दोस्त लोकेश (34) अपने 5 अन्य साथियों के साथ सनौली स्थित यमुना नदी में स्नान के दौरान कुंड में डूब गए थे, जिसमें से 3 डूबे। सभी हरियाणा में टाइल लगाने का काम करते थे। हादसे के बाद रविवार को ही सनौली थाना एसएचओ संदीप कुमार, एसडीएम स्वप्निल कुमार यादव, सीओ अमरदीप मौर्य और कोतवाली प्रभारी वीरेंद्र कसाना ने प्राइवेट गोताखोर के साथ फलड पीएसी के जवानों ने सर्च अभियान में चलाया। देर शाम तक भी उनके हाथ कोई सफलता नहीं लग सकी थी, जिस कारण सर्च अभियान बंद कर दिया गया था। इसके बाद सोमवार को फिर से तलाशी अभियान चलाया गया। हादसे से जुड़ी तस्वीरें… दो के शव मिले तीसरे का पता नहीं
सोमवार को करीब 8 बजे गोताखोर साजिद, दिलशाद, मुस्तकीम उर्फ बिल्लू, मेहरबान, आदिल, इसरान के साथ इदरीस ने हादसा से करीब 3 किलोमीटर दूरी पर नन्हेड़ा गांव से सामने मामौर-सहपत गांव के बीच यमुना नदी से लोकेश का शव बरामद हुआ। एक घंटे के अंतराल में महेश का भी शव मिला गया। गोताखोरों ने शवों को बाहर निकाला। इसके बाद सनौली यमुना पुल पर पहुंचे मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वहीं, यमुना में तीसरे डूबे बोधु का अभी कोई सुराग नहीं लग सका। हरियाणा | दैनिक भास्कर