हरियाणा के पानीपत जिले के गांव दरियापुर के रहने वाले एक युवक को साइबर ठगों ने अपना शिकार बना लिया। ठग ने जानकार बनकर सोशल मीडिया पर मैसेज किया। कहा कि वह पुर्तगाल में है और उसे 8 लाख रुपए भेज रहा है, वापस लौटने के बाद ले लेगा। कुछ देर बाद उसने भारतीय एजेंट को रुपए दिलवाने के बहाने उससे 2 लाख 44 हजार रुपए ठग लिए। जिसकी शिकायत युवक ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर ठगी का केस दर्ज कर लिया है। विदेश में बैठकर की ठगी साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में बुद्धराम ने बताया कि वह गांव दरियापुर का रहने वाला है। 21 सितंबर को उसकी फेसबुक आईडी पर अमन कश्यप नाम से एक मैसेज आया। उसने खुद को अपने गांव का ही बताया। साथ ही बताया कि वह पुर्तगाल गया हुआ है। 24 सितंबर को उसने कहा कि वह उसे 8 लाख रुपए भेज रहा है, जिन्हें वह भारत वापस लौटकर ले लेगा। इसके बाद उसने फर्जी रसीदे भेज दी। कुछ देर बाद उसके फोन पर एक कॉल आई। कॉल पर व्यक्ति ने कहा कि वह वैरिफिकेशन विभाग से बात कर रहा है। आपने विदेश से 8 लाख रुपए मंगवाए हैं, आपके खाते में अगले 24 घंटे में पहुंच जाएंगे। कुछ देर बाद अपने आपको अमन कश्यप बताने वाले ने कहा कि एजेंट को 2.5 लाख रुपए अपने एजेंट को अर्जेंट भेजने हैं, तुम उसे भेज दो। इसके बाद उसे व्हाट्सएप पर खाता नंबर भेजा गया। अलग-अलग बार में 2 लाख 44 हजार रुपए भेज दिए। बाद में पता लगा कि अज्ञात लोगों ने उसके साथ आनलाइन ठगी की है। हरियाणा के पानीपत जिले के गांव दरियापुर के रहने वाले एक युवक को साइबर ठगों ने अपना शिकार बना लिया। ठग ने जानकार बनकर सोशल मीडिया पर मैसेज किया। कहा कि वह पुर्तगाल में है और उसे 8 लाख रुपए भेज रहा है, वापस लौटने के बाद ले लेगा। कुछ देर बाद उसने भारतीय एजेंट को रुपए दिलवाने के बहाने उससे 2 लाख 44 हजार रुपए ठग लिए। जिसकी शिकायत युवक ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर ठगी का केस दर्ज कर लिया है। विदेश में बैठकर की ठगी साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में बुद्धराम ने बताया कि वह गांव दरियापुर का रहने वाला है। 21 सितंबर को उसकी फेसबुक आईडी पर अमन कश्यप नाम से एक मैसेज आया। उसने खुद को अपने गांव का ही बताया। साथ ही बताया कि वह पुर्तगाल गया हुआ है। 24 सितंबर को उसने कहा कि वह उसे 8 लाख रुपए भेज रहा है, जिन्हें वह भारत वापस लौटकर ले लेगा। इसके बाद उसने फर्जी रसीदे भेज दी। कुछ देर बाद उसके फोन पर एक कॉल आई। कॉल पर व्यक्ति ने कहा कि वह वैरिफिकेशन विभाग से बात कर रहा है। आपने विदेश से 8 लाख रुपए मंगवाए हैं, आपके खाते में अगले 24 घंटे में पहुंच जाएंगे। कुछ देर बाद अपने आपको अमन कश्यप बताने वाले ने कहा कि एजेंट को 2.5 लाख रुपए अपने एजेंट को अर्जेंट भेजने हैं, तुम उसे भेज दो। इसके बाद उसे व्हाट्सएप पर खाता नंबर भेजा गया। अलग-अलग बार में 2 लाख 44 हजार रुपए भेज दिए। बाद में पता लगा कि अज्ञात लोगों ने उसके साथ आनलाइन ठगी की है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
असंध अयोग्य चेयरमैन मामले में SC में सुनवाई:कोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब; कटारिया ने HC के फैसले को दी थी चुनौती
असंध अयोग्य चेयरमैन मामले में SC में सुनवाई:कोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब; कटारिया ने HC के फैसले को दी थी चुनौती करनाल में असंध नगरपालिका के अयोग्य घोषित चेयरमैन सतीश कटारिया ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। जिस पर 16 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार, स्टेट इलैक्शन कमीशन, डिप्टी कमिश्नर करनाल, नगरपालिका असंध, नायब तहसीलदार कम सहायक रिटर्निग ऑफिसर से जवाब मांगने नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं। जिसके लिए 6 सप्ताह का समय दिया गया है। सतीश कटारिया ने कहा कि उनकी मार्कशीट फर्जी नहीं है, इलैक्शन कमीशन उनके शिक्षा बोर्ड को मान्यता प्राप्त नहीं मान रहा है। सतीश कटारिया ने कहा कि मुझे इलैक्शन कमीशन ने अयोग्य घोषित किया है, जबकि इलैक्शन कमीशन के पास अयोग्य घोषित करने की पावर नहीं है। हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका डालकर समय मांगा गया था कि जब तक सुप्रीम कोर्ट में याचिका स्वीकार नहीं हो जाती तब तक समय दिया जाए, लेकिन समय नहीं मिला। जिसके बाद वे सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। वहीं शिकायतकर्ता एडवोकेट सोनिया बोहत ने कहा कि सतीश कटारिया ने न केवल असंध नगरपालिका, बल्कि जनता के साथ भी बड़ा धोखा किया। स्टेट इलैक्शन कमीशन की जांच को भी हाईकोर्ट में गलत ठहराने का प्रयास किया है। कटारिया इलेक्शन कमीशन को ही चैलेंज कर रहा है कि वह उसे टर्मिनेट नहीं कर सकता, यह व्यक्ति प्रशासन को ही नहीं कोर्ट को भी गुमराह करने का काम कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा मामला, सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बेला एम त्रिवेदी व जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की डबल बेंच कोर्ट में सुनवाई हुई। शिकायतकर्ता एडवोकेट सोनिया बोहत की ओर से एडवोकेट सनाया कौशल ने पैरवी की। वहीं सतीश कटारिया की तरफ से सीनियर एडवोकेट राजीव भल्ला पैरवी के लिए खड़े थे। याचिकाकर्ता सतीश कटारिया ने बताया है कि अदालत द्वारा प्रतिवादियों को नोटिस जारी करने के आदेश हुए, जिसके लिए 6 सप्ताह का समय दिया गया है और मुझे पूरा विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट से मुझे न्याय मिलेगा। जानिए क्या है पूरा मामला 2022 में हुए असंध नगरपालिका चुनाव में कटारिया ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। कटारिया ने 4408 वोटों के साथ जीत दर्ज की और चेयरमैन बने। उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी कमलजीत लाडी को 553 वोटों से हराया था। बाद में कटारिया बीजेपी में शामिल हो गए थे। असंध में आम आदमी पार्टी की टिकट पर नगरपालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ रही एडवोकेट सोनिया बोहत ने सतीश कटारिया पर 10वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे। फर्जी मार्कशीट का खुलासा आरटीआई द्वारा हुआ था। एडवोकेट सोनिया बोहत ने कहा कि चुनाव के दौरान ही मार्कशीट पर संदेह हुआ था। यह यूपी बोर्ड की थी, लेकिन उसमें कई त्रुटियां थीं। उन्होंने आरटीआई से सच्चाई सामने लाई। हाईकोर्ट में पहुंचा मामला, चेयरमैन अयोग्य घोषित मामले को लेकर सोनिया बोहत ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सोनिया ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर स्टेट इलैक्शन कमीशन ने जांच की, जिसके बाद 10 अप्रैल 2023 को सतीश कटारिया को चेयरमैन पद से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। एडवोकेट सोनिया बोहत ने बताया कि बीती चार नवंबर को हाईकोर्ट में फाइनल आर्ग्यूमेंट हुई थी। जिसके बाद 20 नवंबर को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने इलैक्शन कमीशन की जांच का सही ठहराया था। इसके बाद कटारिया ने 26 नवंबर को उसी बेंच के समक्ष पुनर्विचार याचिका लगाई। 27 नवंबर को कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इस पर सतीश कटारिया का कहना है कि मैने हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालने तक के लिए समय मांगा था, लेकिन वह समय नहीं मिला। अब आगे क्या होगा नगरपालिका के सचिव प्रदीप खरब के मुताबिक, चेयरमैन पद को लेकर दोबारा इलैक्शन होता है। जिसके लिए छह माह का समय होता है। ऐसे में डायरेक्टर ऑफिस से डायरेक्शन आएगी, उसी के अनुरूप आगामी प्रक्रिया होगी। एडीसी के मार्फत डीएमसी को गाइडलाइंस जाएगी और वहां से डायरेक्शन नगरपालिका असंध को पहुंचेगी।
हरियाणा विधानसभा में मिला सांप:खतरनाक प्रजाति का रसेल वाइपर स्नेक, कर्मचारियों में हड़कंप; रेस्क्यू टीम पकड़ ले गई
हरियाणा विधानसभा में मिला सांप:खतरनाक प्रजाति का रसेल वाइपर स्नेक, कर्मचारियों में हड़कंप; रेस्क्यू टीम पकड़ ले गई हरियाणा विधानसभा में आज सुबह सांप मिलने से हड़कंप मच गया। सुबह जब कर्मचारी ड्यूटी पर आए तो विधानसभा में सांप देखकर उनके होश उड़ गए। कर्मचारियों ने तुरंत सीनियर अधिकारियों को फोन कर इसकी सूचना दी। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग ने स्नेक एक्सपर्ट को मौके पर भेजा और सांप को पकड़ लिया। इसके बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। सांप खतरनाक प्रजाति का रसेल वाइपर है। यह दुनिया के सबसे खतरनाक सांपों में से एक माना जाता है। इसके जहर की एक बूंद भी कई लोगों की जान ले सकती है। बता दें कि आगामी 13 नवंबर से विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है। विधायक सत्र के दौरान मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट और दूसरी पार्टियों के विधायक मौजूद रहेंगे। ऐसे में सांप मिलने से उनकी सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं। फिलहाल सांप को पकड़ लिया गया है और इसे दूर जंगल में छोड़ा जाएगा। 4 महीने पहले हरियाणा सचिवालय में निकला था सांप
इससे पहले करीब 4 महीने पहले चंडीगढ़ में हरियाणा सचिवालय में सांप मिलने से हड़कंप मच गया था। सांप सचिवालय की चौथी मंजिल तक पहुंच गया था। सांप को देखकर सभी के हाथ-पांव फूल गए। इसके बाद फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को इसकी सूचना दी गई थी। स्नेक एक्सपर्ट ने थोड़ी ही देर में सांप को पकड़ लिया था। सचिवालय की चौथी मंजिल पर ही CM कार्यालय है। यहां महत्वपूर्ण विभागों के ऑफिस भी हैं। यह सांप डिपार्टमेंट में फाइलों के पीछे छिपकर बैठा था। जैसे ही फाइल निकाली तो सांप निकलकर बाहर आ गया था।
हरियाणा में रिटायर्ड कर्मचारी की नशे की ओवरडोज देकर हत्या:शादी का विज्ञापन देने वालों को टारगेट करती थी महिला; बक्से में लाश छिपाई
हरियाणा में रिटायर्ड कर्मचारी की नशे की ओवरडोज देकर हत्या:शादी का विज्ञापन देने वालों को टारगेट करती थी महिला; बक्से में लाश छिपाई हरियाणा में कुरुक्षेत्र की CIA-2 टीम ने रेलवे से रिटायर्ड कर्मचारी की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में महिला को गिरफ्तार किया है। महिला की पहचान जालंधर की रहने वाली हिमाचली देवी के रूप में हुई है। उसने व्यक्ति की नशे की ओवरडोज देकर हत्या की थी। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि महिला अखबार में शादी का विज्ञापन देने वालों को टारगेट करती थी। नराता राम ने भी शादी का विज्ञापन निकलवाया था। विज्ञापन देखकर हिमाचली देवी उसके संपर्क में आई। जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली। उसने नराता राम की हत्या की और शव बक्से में छिपा दिया। जाते हुए वह अपने साथ नराता राम का मोबाइल ले गई। गूगल पे के जरिए उसने 3 लाख रुपए की शॉपिंग कर ली। अब सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला… 3 जून को गुमशुदगी की शिकायत दी अंबाला के जलुबी निवासी राकेश कुमार ने 3 जून को शाहबाद पुलिस को शिकायत देकर कहा था कि उसके पिता नराता राम रेलवे से रिटायर्ड हो चुके हैं। रिटायर्ड होने के बाद उन्होंने दूसरी शादी की थी, लेकिन कुछ समय बाद उसकी दूसरी पत्नी उन्हें छोड़कर चली गई। कुछ समय बाद उसके पिता किसी अन्य महिला के साथ घर से कहीं चले गए। उन्होंने पिता की काफी जगह तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। राकेश की शिकायत पर शाहबाद थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच सब इंस्पेक्टर ओमप्रकाश कर रहे थे। 7 दिसंबर को लाश मिली राकेश कुमार ने आगे बताया कि 7 दिसंबर को वह शाहबाद की अमर विहार कॉलोनी में पहुंचे। कॉलोनी में स्थित घर में उसके पिता आते-जाते रहते थे। यह घर हिमाचली देवी का था। घर पर कोई नहीं था और बदबू भी आ रही थी। शक होने पर उन्होंने घर के ताले तोड़ दिए। अंदर संदूक में उसके पिता की डेडबॉडी मिली। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। महिला के घर से पहले भी शव मिला राकेश ने यह भी बताया कि जब इस महिला के बारे में थाने में जाकर पूछा तो पता चला कि उस महिला ने इससे पहले जालंधर में एक फौजी को भी मार दिया था। उसके उस फौजी के साथ संबंध थे। बाद में उस फौजी की लाश उस महिला के घर में उसके बेड के अंदर मिली थी। तब महिला ने पुलिस को कहा था कि फौजी को किसी ने मारकर उसके बेड में रखा है। उसका कोई हाथ नहीं है। पुलिस ने जालंधर से गिरफ्तार किया नराता राम की लाश मिलने के बाद पुलिस ने धारा 302 जोड़कर CIA-2 को जांच सौंप दी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए CIA-2 के प्रभारी इंस्पेक्टर मोहन लाल की टीम ने महिला को जालंधर से गिरफ्तार कर 8 दिन के रिमांड पर लिया। पूछताछ के दौरान टीम ने महिला से नराता राम का मोबाइल बरामद किया। महिला ने नराता राम को नशीली गोलियां दी थीं। इसके बाद उसे मरा हुआ समझकर बक्से में बंद कर पंजाब भाग गई।