हरियाणा के पानीपत में एक शादी समारोह में हर्ष फायर करने का मामला सामने आया है। कुछ युवकों ने बंदूक-रिवाल्वर व डोगा गन से हवाई फायर किए। युवक नशे में झूम रहे थे। दनादन गोलियां चलाने से कॉलोनी में लोग अनहोनी को लेकर दहशत में रहे। पुलिस ने फिलहाल छानबीन के बाद एक युवक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है। पानीपत के मतलौडा थाना में सूचना मिली थी कि मुंशी राम कॉलोनी में शादी समारोह चल रहा है। इसमें जमकर रिवाल्वर- बंदूक- पिस्टल और डोगा गन से हवाई फायर किए जा रहे हैं। आसपास के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। सूचना के बाद सिपाही संदीप कुमार को मतलौडा की मुंशी राम कॉलोनी में भेजा। सिपाही संदीप कुमार ने लोगों से पूछताछ की तो पाया कि कई लोग हाथ में रिवाल्वर, बंदूक, डोगा गन लेकर हवाई फायर कर रहे थे। वे नशे में थे और मस्ती में झूम रहे हैं। सिपाही संदीप कुमार ने इसके बाद खोजबीन जारी रखी। जो व्यक्ति रिवाल्वर व बन्दूक लेकर कॉलोनी में हवाई फायर कर रहे थे और दहशत फैला रहे थे, उनके नाम आदि मालूम करने की कोशिश की। इस दौरान सामने आया कि गन फायर करने वालों में एक युवा साइन कॉलोनी उग्रा खेड़ी पानीपत का रहने वाला है। उसका नाम हर्षित मलिक बताया गया। मतलौडा थाना में सिपाही संदीप कुमार के बयान कालोनी में दहशत फैलाने की कोशिश करने का मामला हर्षित के खिलाफ दर्ज किया है। पुलिस हवाई फायर करने वाले अन्य आरोपियों का भी पता लगा रही है। हरियाणा के पानीपत में एक शादी समारोह में हर्ष फायर करने का मामला सामने आया है। कुछ युवकों ने बंदूक-रिवाल्वर व डोगा गन से हवाई फायर किए। युवक नशे में झूम रहे थे। दनादन गोलियां चलाने से कॉलोनी में लोग अनहोनी को लेकर दहशत में रहे। पुलिस ने फिलहाल छानबीन के बाद एक युवक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है। पानीपत के मतलौडा थाना में सूचना मिली थी कि मुंशी राम कॉलोनी में शादी समारोह चल रहा है। इसमें जमकर रिवाल्वर- बंदूक- पिस्टल और डोगा गन से हवाई फायर किए जा रहे हैं। आसपास के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। सूचना के बाद सिपाही संदीप कुमार को मतलौडा की मुंशी राम कॉलोनी में भेजा। सिपाही संदीप कुमार ने लोगों से पूछताछ की तो पाया कि कई लोग हाथ में रिवाल्वर, बंदूक, डोगा गन लेकर हवाई फायर कर रहे थे। वे नशे में थे और मस्ती में झूम रहे हैं। सिपाही संदीप कुमार ने इसके बाद खोजबीन जारी रखी। जो व्यक्ति रिवाल्वर व बन्दूक लेकर कॉलोनी में हवाई फायर कर रहे थे और दहशत फैला रहे थे, उनके नाम आदि मालूम करने की कोशिश की। इस दौरान सामने आया कि गन फायर करने वालों में एक युवा साइन कॉलोनी उग्रा खेड़ी पानीपत का रहने वाला है। उसका नाम हर्षित मलिक बताया गया। मतलौडा थाना में सिपाही संदीप कुमार के बयान कालोनी में दहशत फैलाने की कोशिश करने का मामला हर्षित के खिलाफ दर्ज किया है। पुलिस हवाई फायर करने वाले अन्य आरोपियों का भी पता लगा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ में धमाका करने वाले हरियाणा के युवकों की कहानी:अजीत नई गाड़ियों में घूमता; विनय जेल वार्डन का बेटा, झगड़े से लॉरेंस को दिखा
चंडीगढ़ में धमाका करने वाले हरियाणा के युवकों की कहानी:अजीत नई गाड़ियों में घूमता; विनय जेल वार्डन का बेटा, झगड़े से लॉरेंस को दिखा चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर बम ब्लास्ट करने वाले आरोपी अजीत और विनय को 28 नवंबर की शाम चंडीगढ़ पुलिस और हिसार स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों का हिसार के सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के कहने के बाद ही पुलिस दोनों को चंडीगढ़ लेकर जाएगी। दैनिक भास्कर की टीम हिसार जिले के खरड़ और देवा गांव पहुंची। अजीत खरड़ और विनय देवा गांव का रहने वाला है। देवा गांव में अजीत के मामा और विनय का घर एक ही गली में है। इसलिए दोनों एक दूसरे को बचपन से जानते हैं। विनय की मां सिरसा जेल की वार्डन है। देवा गांव के लोगों के मुताबिक साल 2022 में विनय को अचानक राजनीति का शौक जाग गया। तब वह हिसार के जाट कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रहा था। अचानक पता चला कि वह कॉलेज का प्रेसिडेंट बन गया है। पूरे कॉलेज में उसे प्रधान जी कहकर बुलाने लगे। एक दिन विनय ने कॉलेज के बाहर युवक को बुरी तरह मारा। उसके हाथ-पैर तोड़ दिए। उस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था। वह स्कूल टाइम में कबड्डी प्लेयर रहा है। तभी लॉरेंस गैंग की विनय पर नजर पड़ गई। वहीं खरड़ गांव के लोगों के मुताबिक कई दिन से अजीत बदला हुआ लग रहा था। वह महंगी-महंगी गाड़ियों में घूम रहा था। गांववाले भी हैरान थे कि कम जमीन होने के बावजूद वह नई गाड़ियों में कैसे घूम रहा है। अब सिलसिलेवार ढंग से अजीत और विनय के गांव से ग्राउंड रिपोर्ट पढ़िए अजीत के गांववाले बोले- एक दिन तो ऐसा होना ही था खरड़ गांव हिसार मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर हिसार-दिल्ली नेशनल हाईवे पर अंदर जाकर पड़ता है। गांव में अजीत की चर्चा थी, लेकिन कोई बोलने को तैयार नहीं था। गांव के चौराहे पर कुछ युवक मोबाइल में अजीत की चंडीगढ़ ब्लास्ट से जुड़ी खबर पढ़ रहे थे। उनसे बात की तो सामने से जवाब मिला कि एक दिन तो ऐसा होना ही था। उन्होंने कहा कि अजीत के कुछ महीनों से रंग-ढंग बदले हुए थे। आए दिन नई गाड़ियों में घूमता था। कभी लाल रंग की बड़ी गाड़ी तो कभी काले रंग की स्कॉर्पियो। जब भी वह गांव में दिखता था तो उसके पास नई गाड़ी होती थी। गांववाले भी हैरान थे कि उनके पास इतनी लंबी चौड़ी जमीन जायदाद भी नहीं है, लेकिन आए दिन नई गाड़ियों में कहां से घूमता है। परिवार के पास 2 एकड़ जमीन, मां को कैंसर
गांव के अंदर पुराने रोड पर बनी ढाणी में अजीत का घर है। उसके पिता की 3 साल पहले मौत हो गई थी। घर में मां, बहन और बड़ा भाई है। अजीत घर में सबसे छोटा है। उसकी मां को कैंसर है। अजीत के पास 2 एकड़ जमीन है। जैसे ही अजीत के घर पहुंचे तो उसकी मां रोने लगी। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा घर नहीं आया है। सुबह फोन पर पता चला कि उसे गोली लगी है। मेरा बेटा कैसा है। हम गरीब है। घर के अंदर आकर देख लो, हम कैसे रह रहे हैं। अजीत के घर के अंदर जाकर देखा तो काफी पुराना था। दीवार पर ही कपड़े टंगे हुए थे और बिस्तर लगे थे। अंदर 2 कमरे और थे, लेकिन अजीत की मां ने कहा कि अंदर नहीं जाने दूंगी, वहां संदूक रखे हैं। इसके बाद बाहर आकर कहा कि हमें और कुछ नहीं कहना। तभी बाहर अजीत की बहन रोते हुए आई। उसने बताया कि मेरी मां को 2 महीने से बुखार आ रहा है। हम इलाज करवा रहे हैं। उनके पैर का ऑपरेशन हुआ है। मेरा भाई ऐसा नहीं कर सकता। तभी उसकी मां ने कहा कि हम मीडिया में कुछ भी नहीं बोलना चाहते, हमें अकेला छोड़ दो। मेरा बेटा कहां है, हमें ये भी नहीं पता। ग्रामीणों के मुताबिक गांव में कई गैंग
गांव खरड़, अलीपुर की एक ही पंचायत है। दोनों गांव अलग-अलग हैं। यहां जाट और सैनी बहुसंख्यक है। सरपंच से लेकर ब्लॉक समिति चुनाव में दोनों समाज एक दूसरे के खिलाफ हो जाते हैं। हालांकि कुछ ग्रामीण कहते हैं कि राजनीति की बात अलग है, गांव में भाईचारा है। ग्रामीणों के मुताबिक गांव में बदमाशों के अलग-अलग गुट बने हैं। इनमें शराब कारोबारी और ठेकेदारों के गुट हैं। अजीत का भी शराब ठेकेदारों के साथ उठना-बैठना था। खरड़ में 2 और अलीपुर में 2 से ज्यादा गैंग हैं, जो आपस में भिड़ते रहते हैं। दिवाली के पास आनंद का मर्डर हुआ था। इस मामले ने काफी तूल पकड़ा और राजनीति और जातीय रंग ले लिया। गांव का मौजूदा सरपंच सैनी समाज से है। आनंद मर्डर केस में जाट समाज के लोगों ने सरपंच की गिरफ्तारी की मांग की और उसे पद से हटाने को कहा। गांववाले बोले- कई दिन से विनय की गतिविधियां ठीक नहीं थी देवा गांव हिसार मुख्यालय से 11 किलोमीटर दूर राजगढ़ रोड पर पड़ता है। जब दैनिक भास्कर की टीम गांव में पहुंची तो यहां विनय को सभी जानते थे। विनय के बारे में खबर पढ़कर कोई हैरान नहीं था। उनका कहना था कि उसकी गतिविधियां कुछ दिनों से ठीक नहीं थी। वह हिसार में PG में रहता था, इसलिए गांव कम ही आता था। गांव में उसका बहुत कम उठना-बैठना था। विनय की मां सिरसा जेल में वार्डन है और पिता वेदप्रकाश खेती करते हैं। उनके पास 5 एकड़ जमीन है। विनय 3 बहनों का इकलौता भाई है। ग्रामीणों ने विनय के घर का पता बताया। विनय के ही पड़ोस में उसके चाचा कृष्ण कुमार बैठे थे। वह गांव में नया मकान बना रहे हैं। किसान आंदोलन में उसके चाचा ने सक्रिय भूमिका निभाई थी और संयुक्त किसान मोर्चा के गांव देवा के प्रधान भी हैं। कृष्ण कुमार ने बताया कि विनय बालक बुद्धि था। आज कल के लड़के सोशल मीडिया पर ज्यादा रहते हैं। विनय को बहुत समझाया, लेकिन वह नहीं माना। वह हिसार जाने की बात कहकर घर से गया था। उसके बाद से उसका फोन बंद आ रहा है। पहले विनय ठीक था। पढ़ता था और खेती में भी मदद करता था। शहर में जाने के बाद उसे हवा लग गई। ग्रामीण बोले- कुछ नहीं कहेंगे, गांव का मामला
देवा गांव में अजीत के मामा रहते हैं। भास्कर ने ग्रामीणों से कैमरे पर आने और बात करने की कोशिश, लेकिन उन्होंने साफ कह दिया कि गांव का मामला है, आगे जाकर दिक्कत होगी। हमें सारी जिंदगी यहीं रहना है। हालांकि, उन्होंने इतना जरूर कहा कि विनय और अजीत एक साथ कई बार गांव में देखे गए हैं। **************************** चंडीगढ़ बम ब्लास्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- एक महीने पहले रची गई चंडीगढ़ ब्लास्ट की कहानी, हरियाणा के मास्टरमाइंड ने एडवांस पैसे दिए चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर USA में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के करीबी रणदीप मलिक ने बम ब्लास्ट करवाए। एक महीने पहले इसकी साजिश रची गई। मुठभेड़ में पकड़े गए दोनों आरोपी सिग्नल ऐप के जरिए रणदीप से बात करते थे। पढ़ें पूरी खबर चंडीगढ़ में बम ब्लास्ट कर हरियाणा भागे आरोपी, बाइकवाले से लिफ्ट लेने की चूक महंगी पड़ी चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित 2 क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले दोनों आरोपी बाइक से हरियाणा में एंट्री कर गए थे। वह हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर सैनी माजरा टोल पर पहुंचे। यहां दोनों ने बाइक छिपा दी और हरियाणा रोडवेज की बस में सवार हो गए। यहां से वह हिसार जिले के बरवाला में बाडोपट्टी टोल पर पहुंचे। पढ़ें पूरी खबर
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवार ने डिप्टी CM का दावा ठोका:बोले- जब तक भूपेंद्र हुड्डा जिंदा, मुख्यमंत्री पद नहीं मागूंगा, ज्यादा लालच नहीं करूंगा
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवार ने डिप्टी CM का दावा ठोका:बोले- जब तक भूपेंद्र हुड्डा जिंदा, मुख्यमंत्री पद नहीं मागूंगा, ज्यादा लालच नहीं करूंगा हरियाणा चुनाव को लेकर अभी वोटिंग-काउंटिंग होनी है लेकिन कांग्रेस के नेता उससे पहले ही सरकार में पदों का दावा ठोकने लगे हैं। फरीदाबाद NIT से निवर्तमान विधायक नीरज शर्मा ने कांग्रेस सरकार में डिप्टी CM पद पर दावा ठोक दिया है। उनका कहना है कि जब तक भूपेंद्र हुड्डा जिंदा हैं, मैं सीएम का पद नहीं मांगूंगा। नीरज शर्मा को कांग्रेस ने फरीदाबाद NIT से दोबारा टिकट दी है। डिप्टी सीएम पद की दावेदारी का उनका वीडियो खूब वायरल हो रहा है। जवाहर कॉलोनी में सभा में कही बड़ी बात
फरीदाबाद NIT विधानसभा 86 के कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा जवाहर कॉलोनी में चुनाव प्रचार के लिए गए थे। उन्होंने जन सभा में स्टेज पर खड़े होकर लोगों से बातचीत की। इस दौरान नीरज शर्मा ने सरकार बनने से पहले ही अपनी भावना लोगों के सामने रख दी। नीरज शर्मा ने कहा कि आज यहां इतनी संख्या में लोग इकट्ठा हुए हैं, देख कर लगता है कि जैसे मंत्रालय तुम लेकर ही रहोगे। उनका इशारा सीधे सीधे चुनाव में जीत दिलाने का था। अभी पिता (हुड्डा) जीवित हैं, उनकी जगह नहीं ले सकते
नीरज शर्मा इस दौरान लोगों से पूछने लगे कि कैबिनेट मिनिस्ट्री लोगे या डिप्टी सीएम। लोगों ने कह दिया सीएम बन जाओ। इतने में नीरज शर्मा ने कहा ‘हुड्डा साहब सीएम ठीक हैं, मैं डिप्टी सीएम ही ठीक हूं’। उन्होंने कहा कि जब तक पिता (भूपेंद्र हुड्डा) जिंदा हैं तो पिता की जगह नहीं ली जा सकती, इसीलिए हरियाणा में हुड्डा साहब सीएम बनेंगे। बोले- हम बाहर से आकर बसे, जितना मिल जाए, वो सही
नीरज शर्मा कहने लगे कि हम बाहर से आकर यहां बसे हुए हैं, इसीलिए डिप्टी सीएम ही बन जाएं, इतना ही बहुत है, ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए। जितना परमात्मा ने दिया है, उतने में ही संतुष्टि करना चाहिए, क्योंकि लालच करना बुरी बला है। नीरज शर्मा का ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लालू यादव के दामाद भी ठोक चुके दावा
इससे पहले कांग्रेस के रेवाड़ी से उम्मीदवार और बिहार के पूर्व CM लालू यादव के दामाद चिरंजीव राव भी डिप्टी सीएम पद पर दावा ठोक चुके हैं। तब तक उन्हें कांग्रेस से औपचारिक तौर पर टिकट भी नहीं मिली थी। कार्यकर्ता मीटिंग के दौरान चिरंजीव राव ने कहा था कि अगर रेवाड़ी की जनता उन्हें इस बार विधायक चुनती है तो वह सरकार बनने पर डिप्टी सीएम के दावेदार होंगे। मीडियाकर्मियों ने जब इसको लेकर चिरंजीव राव से सवाल किया तो उन्होंने कहा था कि महत्वकांक्षा सभी की होती है और महत्वकांक्षा रखना गलत भी नहीं है। ऐसे ही मेरी भी है। सरकार बनने से पहले नौकरियां भी बांट रहे कांग्रेस उम्मीदवार कांग्रेस अध्यक्ष बोले- 5 हजार युवाओं को नौकरी दूंगा
हरियाणा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वो 5000 युवाओं को नौकरी देने का वादा कर रहे हैं। वायरल वीडियो में वह कह रहे हैं- सरकार हमारी आएगी और उदयभान सरकार के केंद्र में होगा। कम से कम 5000 बंदों को सरकारी नौकरी में लगाएंगे। यह हमारा वादा है। गन्नौर उम्मीदवार बोले- हिस्से से 25-25% ज्यादा देंगे, बेटा बोला- हुड्डा तक आवेदन ले जाउंगा
गन्नौर विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप शर्मा और उनके बेटे चाणक्य ने सरकारी नौकरियों को लेकर विवादित बयान दिया है। प्रचार के दौरान कुलदीप शर्मा ने एक सभा में कहा, ‘इस बार हुड्डा 2 लाख सरकारी नौकरी लेकर आ रहे हैं, इसमें जो भी तुम्हारा हिस्सा होगा उससे 20-25% ज्यादा दे देंगे’। तो वहीं उनके बेटे चाणक्य का भी एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो एक जनसभा में भाषण देते हुए कह रहे हैं- मैं आपको अपना नंबर देकर जाउंगा और आप अपना सिर्फ रोल नंबर लेकर मेरे पास आना, चौधरी भूपेंद्र हुड्डा के पास आपका आवेदन लेकर मैं जाउंगा”। नीरज शर्मा भी कह चुके- 50 वोट पर एक नौकरी देंगे
फरीदाबाद एनआईटी से पूर्व कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा का भी इस बारे में बयान सामने आ चुका है। दरअसल एक जनसभा के दौरान नीरज शर्मा ने अपने समर्थकों से कहा था, ‘ भैया सबकी आज्ञा ले ली, भाई ने खुला चैलेंज कर दिया है। हुड्डा साहब को 2 लाख नौकरी देनी है, मुझे जिता कर भेज दो 2 हजार का कोटा मिलेगा और 50 वोट पर एक नौकरी मिलेगी’। इसके साथ ही उन्होंने मंच से कहा था, ‘जिस गांव में ज्यादा डब्बा भरेगा, उस गांव में ज्यादा नौकरी मिलेगी। यह मेरा फैसला नहीं है, यह सबका फैसला है। कल को मेरे ऊपर मत थोपना’। गोगी बोले- पहले अपना घर भरेंगे
असंध विधानसभा से पूर्व विधायक और इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार शमशेर गोगी के बयान का भी वीडियो वायरल हो चुका है। एक पब्लिक मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा था, ‘सरकार में सबका हिस्सा होगा, तो सरकार में अपने रिश्तेदारों को भी खुश करेंगे। जो बाहर से आ रहे हैं, भाईचारे में उन्हें भी सेट करेंगे। अपना घर भी भरेंगे। तो इसलिए सरकार में बनने के लिए इलेक्शन जीतना जरूरी है’।
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस का कर्नाटक फॉर्मूला:लोकल फेस को प्रचार में देगी तवज्जो; बड़ी रैलियों से बचेगी, विनेश के लिए स्पेशल प्लानिंग
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस का कर्नाटक फॉर्मूला:लोकल फेस को प्रचार में देगी तवज्जो; बड़ी रैलियों से बचेगी, विनेश के लिए स्पेशल प्लानिंग हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कर्नाटक वाला फॉर्मूला लागू करने जा रही है। दरअसल, इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी काफी उत्साहित दिख रही है। वह लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। लोकसभा में कांग्रेस ने राज्य की 9 सीटों पर चुनाव लड़कर 5 पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक हरियाणा विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के प्रचार को लेकर पार्टी ने रणनीति बदल दी है। लोकसभा चुनाव में धुआंधार प्रचार करने वाले राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी की जोड़ी को लेकर यह रणनीति बदली गई है। जहां एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी लगातार प्रचार कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने अपने चुनावी रणनीतिकार सुनील कोनूगोलू से मिले इनपुट के बाद स्थानीय नेताओं के सहारे ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है। श्रीनगर में अब्दुल्ला परिवार और हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के सहारे ही वह चुनाव प्रचार पर फोकस कर रही है। राहुल गांधी ने अब तक जम्मू-कश्मीर में एक दिन प्रचार किया है, जबकि हरियाणा में उन्होंने अब तक कोई सभा नहीं की है। प्रियंका गांधी भी अब तक हरियाणा से दूर हैं। कोनुगोलू की क्या है प्लानिंग दरअसल, कोनुगोलू की टीम को लगता है कि चुनाव राज्य का है, राज्य के स्थानीय मुद्दे हावी हैं, पीएम मोदी को तो सीएम बनना नहीं है, इसलिए चुनावों को न ही राष्ट्रीय मुद्दों पर लड़ा जाए और न ही इसे राहुल बनाम मोदी बनने दिया जाए। इसी फेहरिस्त में अमेरिका से लौटने के बाद पहली बार राहुल हरियाणा गए तो राज्य में बेरोजगारी के मुद्दे को गरम कर दिया। हरियाणा में अवैध रूप से लाखों देकर जान की बाजी लगाकर विदेश जाने को मजबूर युवाओं के ही मामले अमेरिका में मिले शख्स के परिवार से मिलने करनाल गए। लेकिन चुनाव प्रचार से दूर रहे, इसलिए राहुल-प्रियंका के प्रचार को सीमित किया गया है। विनेश के लिए बन रही स्पेशल प्लानिंग पार्टी सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में राहुल- प्रियंका का दोनों राज्यों में प्रचार का कार्यक्रम बन रहा है। हालांकि इन दोनों बड़े चेहरों की रैलियों की संख्या में कमी लाई गई है। जुलाना में विनेश फोगाट के लिए राहुल-प्रियंका के प्रचार का खास कार्यक्रम भी तैयार किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ये जानती है कि रेसलर विनेश के साथ हुए पूरे घटनाक्रम को वह चुनाव में भुना सकती है, इसलिए जुलाना के अलावा भी दूसरी सीटों पर जहां खिलाड़ियों का अच्छा खास प्रभाव हैं, उन पर यूज किया जा सके। अब यहां जानते हैं कौन है कोनूगोलू कर्नाटक में जिता चुके हैं कोनूगोलू कर्नाटक के मूल निवासी सुनील कोनूगोलू भारत के सबसे लोकप्रिय चुनाव रणनीतिकारों में से एक हैं। उन्हें मई 2023 में कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत का पूरा श्रेय दिया जाता है। तेलंगाना में कांग्रेस के चुनाव अभियान की योजना बनाने के पीछे कानुगोलू ही थे, जिन्होंने पार्टी को राज्य में प्रचंड बहुमत से जीत दिलाई। दो साल पहले कोनूगोलू को केसीआर ने एक बैठक के लिए हैदराबाद में अपने फार्म हाउस पर आमंत्रित किया था। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने उन्हें चुनावों के लिए चुनावी रणनीतिकार बनाने की पेशकश की, लेकिन कोनूगोलू ने इस प्रस्ताव को ठुकराकर कांग्रेस का साथ दिया। राहुल गांधी के करीबी हैं मीडिया हलकों में ऐसी चर्चा है कि कोनूगोलू वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भी सलाहकार हैं और उन्हें भारत जोड़ो यात्रा के एक बड़े हिस्से की योजना बनाने का काम भी सौंपा गया था। कांग्रेस से पहले, चुनावी रणनीतिकार ने अन्नाद्रमुक, भाजपा और द्रमुक के साथ काम किया था। प्रशांत किशोर ने जब कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार बनने प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, तब कांग्रेस ने कोनूगोलू से संपर्क किया। उन्हें टास्क फोर्स 2024 के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था। कभी प्रशांत किशोर की टीम का थे हिस्सा अपने शुरुआती दिनों में सुनील कोनूगोलपू 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के लिए चुनावी रणनीति बनाने वाली प्रशांत किशोर की टीम का हिस्सा थे। उस समय नरेंद्र मोदी पहली बार भारत के प्रधानमंत्री बने थे। बाद में प्रशांत किशोर से अलग होकर उन्होंने अपनी एक टीम बनाई और कई पार्टियों के लिए रणनीति बनाने का काम किया। वैसे देखा जाए तो कोई भी रणनीतिकार सभी चुनावों में अपेक्षित रिजल्ट नहीं ला पाते हैं।