हरियाणा के पानीपत जिले के बापौली कस्बे में एक तेज रफ्तार बुलेट चालक ने अचानक दूसरी बाइक के सामन कट मारा। जिससे दूसरी बाइक असंतुलित हो गई और उस पर सवार दोनों दोस्त नीचे गिए गए। हादसे में एक युवक की मौत हो गई। जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। हादसे की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर बुलेट चालक पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में सोनू ने बताया कि वह गांव खोजकीपुर कलां का रहने वाला है। 1 जून को वह अपने दोस्त योगेश कुमार के साथ उसकी बाइक पर सवार होकर गांव बिहौली से खोजकीपुर जा रहा था। आरोपी मौके से फरार बाइक योगेश चला रहा था। शाम करीब साढ़े 4 बजे जब वे गांव मतरौली के नजदीक पहुंचे, तो सामने से एक बुलेट चालक तेज गति, गफलत व लापरवाही से चलाता हुआ आया। जिसने उनके नजदीक आने पर अचानक सामने से कट मार लिया। बाइक का संतुलन बिगड़ा जिससे उनकी बाइक का संतुलन बिगड़ गया और वे नीचे गिर गए। नीचे गिरने पर योगेश को सिर व अन्य जगहों पर गंभीर चोटे लगी और उसे हाथ व अन्य जगहों पर चोटें आई। हादसे के बाद बुलेट चालक रूका। जिस दौरान उसका नंबर HR06BF2470 नोट कर लिया गया। उनकी चोट देखने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। निजी अस्पताल पहुंचाया कुछ देर बाद मौके पर परिवार वाले व जानकार पहुंच गए। जिन्होंने एक निजी वाहन से योगेश को सिवाह स्थित निजी अस्पताल पहुंचाया, जबकि उसे मॉडल टाउन स्थित निजी अस्पताल ले गए। योगेश को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हरियाणा के पानीपत जिले के बापौली कस्बे में एक तेज रफ्तार बुलेट चालक ने अचानक दूसरी बाइक के सामन कट मारा। जिससे दूसरी बाइक असंतुलित हो गई और उस पर सवार दोनों दोस्त नीचे गिए गए। हादसे में एक युवक की मौत हो गई। जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। हादसे की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर बुलेट चालक पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में सोनू ने बताया कि वह गांव खोजकीपुर कलां का रहने वाला है। 1 जून को वह अपने दोस्त योगेश कुमार के साथ उसकी बाइक पर सवार होकर गांव बिहौली से खोजकीपुर जा रहा था। आरोपी मौके से फरार बाइक योगेश चला रहा था। शाम करीब साढ़े 4 बजे जब वे गांव मतरौली के नजदीक पहुंचे, तो सामने से एक बुलेट चालक तेज गति, गफलत व लापरवाही से चलाता हुआ आया। जिसने उनके नजदीक आने पर अचानक सामने से कट मार लिया। बाइक का संतुलन बिगड़ा जिससे उनकी बाइक का संतुलन बिगड़ गया और वे नीचे गिर गए। नीचे गिरने पर योगेश को सिर व अन्य जगहों पर गंभीर चोटे लगी और उसे हाथ व अन्य जगहों पर चोटें आई। हादसे के बाद बुलेट चालक रूका। जिस दौरान उसका नंबर HR06BF2470 नोट कर लिया गया। उनकी चोट देखने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। निजी अस्पताल पहुंचाया कुछ देर बाद मौके पर परिवार वाले व जानकार पहुंच गए। जिन्होंने एक निजी वाहन से योगेश को सिवाह स्थित निजी अस्पताल पहुंचाया, जबकि उसे मॉडल टाउन स्थित निजी अस्पताल ले गए। योगेश को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में चुनाव तारीख बदलने के आसार नहीं:मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने 1 अक्टूबर की तैयारियों के दिए आदेश, भाजपा ने की थी मांग
हरियाणा में चुनाव तारीख बदलने के आसार नहीं:मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने 1 अक्टूबर की तैयारियों के दिए आदेश, भाजपा ने की थी मांग हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीख में बदलाव के आसार नहीं है। राज्य के मुख्य चुनाव आयोग के अधिकारी ने 1 अक्टूबर को चुनाव से संबंधित तैयारियां करने के आदेश दिए हैं। भाजपा ने चुनाव आयोग के समक्ष मतदान डेट से पहले और बाद में छुट्टियों का हवाला देते हुए बदलाव की मांग की। भाजपा ने तर्क दिया था कि लंबी छुट्टियों के कारण लोग घूमने जा सकते हैं। ऐसे में मतदान प्रतिशत कम रह सकता है। इनेलो ने भी इसका समर्थन किया। चुनाव की तारीख बदलने की मांग पर चुनाव आयोग पहले बैठक भी कर चुका है। आयोग ने अपनी बैठक में कहा था कि वह इस मुद्दे पर प्रदेश की अन्य पार्टियों की भी राय जानना चाहता है। अगर सभी पार्टियां इस पर सहमत होती हैं तो बदलाव किया जा सकता है। जहां तक कम मतदान की बात है तो इसका असर सभी पार्टियों पर पड़ेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के 2 महत्वपूर्ण बिन्दु
चुनाव संबंधी कार्य सुचारु रूप से किए जाएं
मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने 1 अक्टूबर 2024 को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश के सभी विभागों के कर्मचारियों व अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि चुनाव के इस महापर्व में अपने विभागों के चुनाव संबंधी कार्यों को सुचारू रूप से पूरा किया जाए। विभाग यह सुनिश्चित करें कि उनके विभाग द्वारा चुनाव प्रबंधन से संबंधित प्रत्येक कार्य तत्परता व सही ढंग से किया जाए। मतदान केंद्रों पर विभाग द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाओं का उचित प्रबंधन हो। राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहें अधिकारी
पंकज अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के अधिकारियों व कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की राजनीतिक गतिविधियों से खुद को दूर रखने के भी निर्देश दिए। जैसे कि राजनीतिक दलों का प्रचार-प्रसार, बूथ एजेंट, चुनाव एजेंट व मतगणना एजेंट बनना आदि। चुनाव की तारीख बदलने के समर्थन में किसने क्या कहा भाजपा प्रदेश बोले- कम हो सकती है वोटिंग
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव आयोग को लेटर लिखकर कहा कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार-रविवार है। 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टी है। इतनी लंबी छुट्टियों में वोटर बाहर घूमने निकल जाएंगे। इससे वोटिंग कम हो सकती है। बड़ौली कहा कि 2 अक्टूबर को राजस्थान में मुकाम धाम में आसोज का मेला शुरू होगा। यह बिश्नोई समाज का बड़ा धार्मिक कार्यक्रम है। इस मेले में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली से लोग पहुंचते हैं। अभय सिंह चौटाला ने BJP की मांग का समर्थन किया
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर 1 अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की BJP की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने लेटर में लिखा, चूंकि लोग आमतौर पर वीकेंड पर छुट्टियों पर जाते हैं, इसलिए यह निश्चित रूप से मतदान को प्रभावित करेगा। मत प्रतिशत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी होने की संभावना है। बिश्नोई महासभा ने कहा- बीकानेर में बड़े मेले का आयोजन
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने भी मुख्य चुनाव आयुक्त को लेटर लिखकर चुनाव की डेट बदलने की मांग की थी। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने कहा कि एक अक्टूबर को राजस्थान के बीकानेर में बड़े मेले का आयोजन होगा। इसमें बिश्नोई समाज के काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में चुनाव की डेट बदली जाए। राजस्थान के बीकानेर में मुकाम धाम स्थित है, जहां आसोज अमावस्या पर मेला लगता है। इस बार आसोज अमावस्या एक अक्टूबर को रात 9.39 बजे शुरू होगी और 3 अक्टूबर को 12:18 बजे समाप्त होगी। चुनाव की तारीख बदलने के विरोध में किसने क्या कहा उदयभान बोले- हार से कोई अछूता नहीं
हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री से लेकर भूतपूर्व प्रदेश अध्यक्ष तक, हार से कोई अछूता नहीं है। इनके मुख्यमंत्री अपने बूथ और विधानसभा में हार गए। इनके पूर्व प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ चुनाव हार गए थे। सुभाष बराला तक चुनाव हार गए थे। दुष्यंत चौटाला ने कहा- भाजपा बुरी तरह से घबरा गई
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि प्रदेश में समय से पहले मतदान की घोषणा होने से भाजपा बुरी तरह से घबरा गई है और इसी के चलते बीजेपी मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग के दरबार में पहुंच गई है। भाजपा को इस चुनाव में हार का डर स्पष्ट सता रहा है, क्योंकि अब भाजपा का जनाधार प्रदेश में गिर चुका है और इसके चलते वह 20 सीट भी नहीं जीत पा रही।
माता-पिता जहां से विधायक बने, अब बेटे की तैयारी:उचाना से ताल ठोकेंगे पूर्व IAS बृजेंद्र सिंह, यहां चौटाला परिवार की स्थिति खराब
माता-पिता जहां से विधायक बने, अब बेटे की तैयारी:उचाना से ताल ठोकेंगे पूर्व IAS बृजेंद्र सिंह, यहां चौटाला परिवार की स्थिति खराब चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह ने उचाना विधानसभा से अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। दशकों से बीरेंद्र सिंह का परिवार उचाना से लड़ता आया है। इस बार बीरेंद्र सिंह अपनी अगली पीढ़ी को उचाना से लड़वाना चाहते हैं। उनके बेटे पूर्व IAS बृजेंद्र सिंह इस बार उचाना से ताल ठोकने को तैयार हैं। उन्होंने अभी से गांव-गांव जाकर जनसंपर्क शुरू कर दिया है। वह अपने पुराने समर्थकों से मिल रहे हैं और वहीं नए लोगों को भी अपने साथ जोड़ने में लगे हैं। उचाना में इस बार चौटाला परिवार की स्थिति सबसे खराब रही। यहां से विधायक दुष्यंत चौटाला अपनी मां नैना चौटाला को मात्र 4210 वोट ही दिलवा सके। इसके अलावा भाजपा से चुनाव लड़ने वाले रणजीत चौटाला को उचाना विधानसभा से 44885 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के जयप्रकाश को 82204 वोट मिले थे। इन नतीजों से बीरेंद्र सिंह का परिवार उत्साहित है और उन्होंने बेटे बृजेंद्र सिंह को इस सेफ सीट से चुनाव लड़वाने के लिए अभी से तैयारी शुरू करवा दी है। बृजेंद्र सिंह हिसार से रह चुके सांसद
बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह ने 2019 में लोकसभा चुनाव हिसार से जीता था। राजनीति की शुरुआत उन्होंने भाजपा से की। हिसार से रिकॉर्ड वोटों से वह जीते मगर 2024 के लोकसभा चुनाव आते-आते उनका भाजपा से मोह भंग हो गया। किसान आंदोलन, अग्निवीर और महिला पहलवानों के यौन शोषण जैसे मुद्दों पर उनकी भाजपा से ठन गई। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने पाला बदल लिया और कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस से उनको लोकसभा का टिकट मिलने की उम्मीद थी मगर उनको टिकट नहीं मिला। अब वह पिता की पारंपरिक सीट रही उचाना से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। बीरेंद्र सिंह और पत्नी प्रेमलता पहली बार यहीं से लड़े
उचाना विधानसभा की हरियाणा की राजनीति में अलग ही पहचान है। यहां से चुने विधायकों ने हरियाणा की राजनीति को प्रभावित किया है। अब बृजेंद्र सिंह यहां से चुनाव जीतकर हरियाणा की राजनीति में बड़ा रोल अदा करना चाहते हैं। चौधरी बीरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रेमलता विधानसभा का पहला चुनाव यहीं से लड़े और राजनीति में मुकाम हासिल किया। बीरेंद्र सिंह 5 बार उचाना से जीतकर हरियाणा विधानसभा में विधायक बने (1977-82, 1982-84, 1991-96, 1996-2000 और 2005-09) और 3 बार हरियाणा में कैबिनेट मंत्री रहे। उन्होंने 3 बार सांसद का चुनाव जीता। बीरेंद्र सिंह ने अपना पहला चुनाव 1972 में लड़ा और 1972 से 1977 तक वे ब्लॉक समिति उचाना के चेयरमैन रहे। उन्होंने 1977 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर उचाना कलां निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा चुनाव लड़ा और देश में कांग्रेस विरोधी लहर के बावजूद, एक बड़े अंतर से सीट जीती। वहीं पत्नी प्रेमलता ने बीजेपी से 2014 में चुनाव लड़ा और दुष्यंत चौटाला को हराकर विधायक बनी। 2009 से 2014 तक रहा इनेलो का वर्चस्व
वर्ष 2009 से 2014 तक लोकसभा चुनावों में यहां इनेलो का वर्चस्व रहा। 2009 में इनेलो के संपत सिंह को 47 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। इसके बाद 2014 में हिसार से इनेलो कैंडिडेट रहे दुष्यंत चौटाला को 87,243 वोट मिले थे। उस दौरान कांग्रेस, हजकां, बसपा समेत सभी उम्मीदवारों को मिले कुल वोटों की संख्या भी दुष्यंत के वोटों से कम थी। कुल मतदान के 57 प्रतिशत वोट दुष्यंत को मिले थे। मगर दुष्यंत द्वारा भाजपा सरकार को समर्थन के बाद से ही उनकी पकड़ हलके में कमजोर होती गई। वहीं बाकी कसर किसान आंदोलन और सत्ता विरोधी लहर ने पूरी कर दी। जानिए, इस चुनाव में उचाना में कैसे हुआ उलटफेर
1. नैना चौटाला को 77 बूथों पर मिले 10 से कम वोट
हिसार संसदीय क्षेत्र के उचाना विधानसभा क्षेत्र को पहले इनेलो, उसके बाद बीरेंद्र सिंह और अब तक दुष्यंत चौटाला का गढ़ माना जा रहा था, लेकिन अब दुष्यंत के इस गढ़ में जयप्रकाश उर्फ जेपी ने सेंधमारी कर डाली है। वर्तमान में विधायक दुष्यंत चौटाला की पार्टी से प्रत्याशी उनकी मां नैना चौटाला को 77 बूथों पर तो 10 वोट भी नहीं मिल पाए हैं। बूथ नंबर 83 और 181 पर तो जजपा का खाता भी नहीं खुला। 102 नंबर बूथ पर केवल एक वोट आया। विधानसभा के 66 गांवों में से 59 गांवों में जयप्रकाश और छह गांवों में रणजीत सिंह को बढ़त मिली। वहीं डूमरखां कलां में दोनों कैंडिडेट बराबरी पर रहे। हलके के गांव खांडा के बूथ नंबर 192 और 194 को छोड़ दें तो बाकी किसी भी बूथ पर जेपी के वोटों की संख्या 100 से नीचे नहीं आई। 2. खांडा समेत छह गांवों में ही रणजीत को मिली लीड, 59 में जेपी आगे
भाजपा उम्मीदवार रणजीत सिंह चौटाला को हलके के केवल छह गांवों खांडा, बिघाना, भगवानपुरा, उचाना मंडी, कसूहन और जीवनपुर में ही लीड मिली। बाकी 59 गांवों में जेपी को ज्यादा वोट मिले। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के गांव डूमरखां कलां में मुकाबला बराबरी पर रहा। जयप्रकाश की सबसे बड़ी जीत छात्तर गांव में 2700 से अधिक मतों से रही तो रणजीत चौटाला की सबसे अधिक जीत खांडा गांव में 1061 मतों की रही। 3. दुष्यंत चौटाला के लिए वोट रिकवरी बनेगी चुनौती
वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में दुष्यंत सिंह चौटाला ने 47 हजार वोटों की रिकॉर्ड जीत प्राप्त की थी। विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला को 92 हजार वोट मिले थे। अब आगामी विधानसभा चुनावों में वोटों की रिकवरी करना दुष्यंत चौटाला के लिए बड़ी चुनौती रहेगी। क्योंकि इस बार भी दुष्यंत चौटाला का सामना बीरेंद्र सिंह के परिवार से ही होगा। अगर बीरेंद्र परिवार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ता है तो फिर उनका खुद का वोट बैंक के अलावा कांग्रेस से जुड़े वोटों का साथ रहेगा।
हरियाणा में 5 दिन अच्छी बारिश के संकेत:15 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट, कम दवाब के क्षेत्र से टर्फ रेखा उत्तर में बढ़ी
हरियाणा में 5 दिन अच्छी बारिश के संकेत:15 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट, कम दवाब के क्षेत्र से टर्फ रेखा उत्तर में बढ़ी पाकिस्तान के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से हरियाणा में अच्छी बारिश के संकेत मिल रहे हैं। सुबह से ही उत्तरी हरियाणा व अन्य जिलों में बारिश देखने को मिल रही है। यह बारिश अगले 5 दिनों तक जारी रहेगी। इस दौरान हरियाणा के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश भी हो सकती है। पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, हिसार, जींद, भिवानी, चरखी दादरी में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली। अभी तक मानसून द्रोणिका दक्षिण की ओर रहने के कारण हरियाणा राज्य में मानसूनी बारिश की गतिविधियों में कमी देखी जा रही थी। हरियाणा में 36% कम बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD)के दर्ज आंकड़ों के अनुसार 1 जून से लेकर 20 जुलाई के दौरान हरियाणा राज्य में 94.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य बारिश (147.5 मिलीमीटर) से अब तक 36% कम हुई है। मानसून के प्रवेश 1 जुलाई से अब तक राज्य के ज्यादातर जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
हरियाणा में IMD ने चंडीगढ़, पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, पानीपत, करनाल, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा बाकि जिलों में सामान्य बारिश हो सकती है। अब तक कम बारिश के कारण अधिकतम तापमान 40 डिग्री को पार कर गया है। सिरसा का अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री तक पहुंच गया। इसी प्रकार हिसार का तापमान 39.4 डिग्री, रोहतक का 38.8 डिग्री तक पहुंच गया। तापमान में लगातार बढ़ोतरी से दिन के समय उमस से लोग ज्यादा परेशान हैं। 22 जुलाई से 24 जुलाई में अच्छी बारिश होगी : डॉ. खीचड़
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि पंजाब के साथ लगते पाकिस्तान पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना से मानसून टर्फ की अक्षय रेखा दक्षिण से अब सामान्य स्थिति उत्तर की तरफ बढ़ने की संभावना है जिससे हरियाणा राज्य में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। हरियाणा राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 22 जुलाई से 24 जुलाई के दौरान हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की भी संभावना बन रही है। इस दौरान बीच बीच में बादल छाए रहने तथा तेज हवाएं चलने की संभावना को देखते हुए दिन के तापमान में गिरावट होने की भी संभावना है।