पानीपत जिले के नौल्था गांव में रोहतक पानीपत हाईवे पर सरकारी स्कूल के सामने पीर के साथ बने मंदिर में बीते शनिवार की रात बाबा सत्यवान की गला रेत कर की गई हत्या के मामले को पुलिस ने महज 36 घंटे में सुलझा लिया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान नौल्था निवासी संदीप के रूप में हुई है। जिसे मंगलवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया वह करीब 5-6 साल से मंदिर में बाबा सत्यवान के पास आता जाता था। बाबा प्रसाद बांटकर भिक्षा में मिले पैसों में से उसे प्रतिदिन 200 से 300 रुपए दे देता था। बाबा के लिए रात का खाना वह घर से लेकर जाता था। वह स्वंय भी कभी कभी मंदिर में ही सो जाता था। भिक्षा में मिले पैसे देने बंद करने पर की वारदात अब कुछ दिनों से बाबा ने उसे पैसे देने बंद कर दिए थे और मांगने पर मारपीट और गाली गलौज करने लगा था। इसी वजह से वह बाबा से रंजिश रखने लगा। 3 मई की शाम आरोपी शराब लेकर मंदिर में बाबा के पास गया। बाबा पहले ही शराब का सेवन किए हुए था। उसने बाबा के साथ आंगन में तख्त पर बैठकर शराब पी। बाबा को नशा होने पर आरोपी ने पैसों को लेकर बाबा के साथ कहासुनी और हाथापाई की। आरोपी ने पास में पड़ा चाकू उठाकर उससे बाबा का गला रेत कर हत्या कर दी। जिसके बाद वह मौके से फरार हो गया था। बेटे ने पुलिस को दी थी शिकायत
थाना इसराना में अशोक निवासी मुआना जींद हाल दुर्गा कॉलोनी घरौंडा ने दी शिकायत में बताया था कि उसका पिता सत्यवान घर छोड़कर करीब 5-6 साल से नौल्था गांव में सरकारी स्कूल के सामने पीर बाबा के साथ साथ बने मंदिर में रहते थे। यही भिक्षा मांगकर अपना गुजर बसर कर रहे थे। उसे सूचना मिली थी कि उसके पिता सत्यवान की 3 मई की रात अज्ञात ने तेज धार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी है। पानीपत जिले के नौल्था गांव में रोहतक पानीपत हाईवे पर सरकारी स्कूल के सामने पीर के साथ बने मंदिर में बीते शनिवार की रात बाबा सत्यवान की गला रेत कर की गई हत्या के मामले को पुलिस ने महज 36 घंटे में सुलझा लिया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान नौल्था निवासी संदीप के रूप में हुई है। जिसे मंगलवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया वह करीब 5-6 साल से मंदिर में बाबा सत्यवान के पास आता जाता था। बाबा प्रसाद बांटकर भिक्षा में मिले पैसों में से उसे प्रतिदिन 200 से 300 रुपए दे देता था। बाबा के लिए रात का खाना वह घर से लेकर जाता था। वह स्वंय भी कभी कभी मंदिर में ही सो जाता था। भिक्षा में मिले पैसे देने बंद करने पर की वारदात अब कुछ दिनों से बाबा ने उसे पैसे देने बंद कर दिए थे और मांगने पर मारपीट और गाली गलौज करने लगा था। इसी वजह से वह बाबा से रंजिश रखने लगा। 3 मई की शाम आरोपी शराब लेकर मंदिर में बाबा के पास गया। बाबा पहले ही शराब का सेवन किए हुए था। उसने बाबा के साथ आंगन में तख्त पर बैठकर शराब पी। बाबा को नशा होने पर आरोपी ने पैसों को लेकर बाबा के साथ कहासुनी और हाथापाई की। आरोपी ने पास में पड़ा चाकू उठाकर उससे बाबा का गला रेत कर हत्या कर दी। जिसके बाद वह मौके से फरार हो गया था। बेटे ने पुलिस को दी थी शिकायत
थाना इसराना में अशोक निवासी मुआना जींद हाल दुर्गा कॉलोनी घरौंडा ने दी शिकायत में बताया था कि उसका पिता सत्यवान घर छोड़कर करीब 5-6 साल से नौल्था गांव में सरकारी स्कूल के सामने पीर बाबा के साथ साथ बने मंदिर में रहते थे। यही भिक्षा मांगकर अपना गुजर बसर कर रहे थे। उसे सूचना मिली थी कि उसके पिता सत्यवान की 3 मई की रात अज्ञात ने तेज धार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
