<p style=”text-align: justify;”><strong>Kedarnath Chopper Crash: </strong>उत्तराखंड के केदारनाथ में आज सुबह हुए हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में जिन सात लोगों की मौत हुई है, उनमें जयपुर के रहने वाले हेलीकॉप्टर के पायलट राजवीर सिंह भी शामिल हैं. राजवीर सिंह लंबे समय से सेना के साथ जुड़े हुए थे. रिटायरमेंट के बाद वह पिछले साल ही आर्यन एवियशन कंपनी के साथ जुड़े थे और उसके हेलीकॉप्टर को पायलट के तौर पर उड़ान भराते थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>राजवीर की मौत की खबर सामने आने के बाद से उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है. वह चार महीने पहले ही जुड़वां बच्चों के पिता बने थे. राजवीर का पार्थिव शरीर सोमवार को जयपुर पहुंचेगा और उसी दिन उनका अंतिम संस्कार भी किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजवीर सिंह का परिवार मूल रूप से राजस्थान के दौसा जिले का रहने वाला है. काफी साल पहले वह परिवार के साथ जयपुर आ गए थे और यहीं शास्त्री नगर इलाके में रहते थे. राजवीर करीब 14 सालों तक इंडियन एयर फोर्स में सेवा देने के बाद रिटायर हुए थे. उनकी पत्नी दीपिका भी सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर हैं. हालांकि जुड़वा बच्चों को जन्म देने की वजह से वह इन दिनों छुट्टी पर हैं और राजवीर के घर पर ही रह रही हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/06/15/49d604413c8ec3bb5244b51ef05806181749983538133340_original.crdownload” /></p>
<p style=”text-align: justify;”>राजवीर सिंह की मौत से सिर्फ उनके परिवार में ही मातम नहीं पसरा हुआ है, बल्कि पूरा मोहल्ला ग़म में डूबा हुआ है. पड़ोस के लोगों का कहना है कि राजवीर बेहद मिलनसार स्वभाव के थे. अपने पड़ोस के युवाओं का वह ख्याल रखते थे और उन्हें हमेशा आगे पढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते थे. इंडियन एयरफोर्स में रहते हुए वह ज्यादातर लड़ाकू विमान उड़ाते थे. उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर के आसपास भी काफी दिनों तक उड़ान भरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वह करीब महीने भर पहले ही जयपुर से वापस गए थे. जुड़वा बच्चों के जन्म पर वह 30 जून को एक कार्यक्रम करना चाहते थे. परिवार के लोगों से कल आखिरी बार उनकी बातचीत हुई थी. इस बातचीत में उन्होंने परिवार वालों को केदारनाथ में लगातार खराब मौसम होने की जानकारी दी थी. पड़ोसी सूरज शर्मा और अशोक योगी के मुताबिक राजवीर की मौत से पूरे मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पायलट राजवीर सिंह के निधन की जानकारी मिलने पर जयपुर में बीजेपी के स्थानीय विधायक स्वामी बाल मुकुंद आचार्य भी उनके घर पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी. उत्तराखंड सरकार की तरफ से परिवार वालों को उनका शव मिलने की जानकारी दे दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एक करीबी रिश्तेदार और नजदीकी दोस्त उनका पार्थिव शरीर लेने के लिए उत्तराखंड रवाना हो गए हैं. राजवीर सिंह का पार्थिव शरीर सोमवार को जयपुर पहुंचेगा और उसी दिन उनका अंतिम संस्कार भी किया जाएगा. राजवीर सिंह के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. कोई भी बोलने या बात कर सकने की स्थिति में नहीं है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Kedarnath Chopper Crash: </strong>उत्तराखंड के केदारनाथ में आज सुबह हुए हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में जिन सात लोगों की मौत हुई है, उनमें जयपुर के रहने वाले हेलीकॉप्टर के पायलट राजवीर सिंह भी शामिल हैं. राजवीर सिंह लंबे समय से सेना के साथ जुड़े हुए थे. रिटायरमेंट के बाद वह पिछले साल ही आर्यन एवियशन कंपनी के साथ जुड़े थे और उसके हेलीकॉप्टर को पायलट के तौर पर उड़ान भराते थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>राजवीर की मौत की खबर सामने आने के बाद से उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है. वह चार महीने पहले ही जुड़वां बच्चों के पिता बने थे. राजवीर का पार्थिव शरीर सोमवार को जयपुर पहुंचेगा और उसी दिन उनका अंतिम संस्कार भी किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजवीर सिंह का परिवार मूल रूप से राजस्थान के दौसा जिले का रहने वाला है. काफी साल पहले वह परिवार के साथ जयपुर आ गए थे और यहीं शास्त्री नगर इलाके में रहते थे. राजवीर करीब 14 सालों तक इंडियन एयर फोर्स में सेवा देने के बाद रिटायर हुए थे. उनकी पत्नी दीपिका भी सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर हैं. हालांकि जुड़वा बच्चों को जन्म देने की वजह से वह इन दिनों छुट्टी पर हैं और राजवीर के घर पर ही रह रही हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/06/15/49d604413c8ec3bb5244b51ef05806181749983538133340_original.crdownload” /></p>
<p style=”text-align: justify;”>राजवीर सिंह की मौत से सिर्फ उनके परिवार में ही मातम नहीं पसरा हुआ है, बल्कि पूरा मोहल्ला ग़म में डूबा हुआ है. पड़ोस के लोगों का कहना है कि राजवीर बेहद मिलनसार स्वभाव के थे. अपने पड़ोस के युवाओं का वह ख्याल रखते थे और उन्हें हमेशा आगे पढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते थे. इंडियन एयरफोर्स में रहते हुए वह ज्यादातर लड़ाकू विमान उड़ाते थे. उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर के आसपास भी काफी दिनों तक उड़ान भरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वह करीब महीने भर पहले ही जयपुर से वापस गए थे. जुड़वा बच्चों के जन्म पर वह 30 जून को एक कार्यक्रम करना चाहते थे. परिवार के लोगों से कल आखिरी बार उनकी बातचीत हुई थी. इस बातचीत में उन्होंने परिवार वालों को केदारनाथ में लगातार खराब मौसम होने की जानकारी दी थी. पड़ोसी सूरज शर्मा और अशोक योगी के मुताबिक राजवीर की मौत से पूरे मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पायलट राजवीर सिंह के निधन की जानकारी मिलने पर जयपुर में बीजेपी के स्थानीय विधायक स्वामी बाल मुकुंद आचार्य भी उनके घर पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी. उत्तराखंड सरकार की तरफ से परिवार वालों को उनका शव मिलने की जानकारी दे दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एक करीबी रिश्तेदार और नजदीकी दोस्त उनका पार्थिव शरीर लेने के लिए उत्तराखंड रवाना हो गए हैं. राजवीर सिंह का पार्थिव शरीर सोमवार को जयपुर पहुंचेगा और उसी दिन उनका अंतिम संस्कार भी किया जाएगा. राजवीर सिंह के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. कोई भी बोलने या बात कर सकने की स्थिति में नहीं है.</p> राजस्थान ‘जब मामला जाट बेटियों का था तो खूब…’, चंद्रशेखर आजाद पर लगे आरोपों पर बोले बृजभूषण शरण सिंह