पिहोवा में किसान-अधिकारी आमने-सामने:नहीं हो रहा धान का उठान कार्य; मॉइस्चर मशीनों में गड़बड़ी, किसानों ने प्रशासन को दी चेतावनी

पिहोवा में किसान-अधिकारी आमने-सामने:नहीं हो रहा धान का उठान कार्य; मॉइस्चर मशीनों में गड़बड़ी, किसानों ने प्रशासन को दी चेतावनी

पिहोवा में धान की खरीद और उठान कार्य को लेकर आज सुबह किसान मार्केट कमेटी कार्यालय में एकत्रित हुए। किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद किसानों के दबाव बनाने पर अधिकारी इस बात पर राजी हुए की धान की फसल में 17% या फिर उससे कम नमी वाली धान की खरीद का कार्य किया जाएगा। लेकिन अगर 17% से ज्यादा नमी होगा तो धान की खरीद नहीं की जाएगी। इस के बाद हैफेड के अधिकारी पिहोवा अनाज मंडी में पहुंचे और खरीद शुरू की। लेकिन जब धान में मशीन से मॉइश्चर चेक किया गया, तो एक मशीन में 17% तो दूसरी मशीन में 21% मॉइश्चर दिखने लगा। जिसको लेकर किसान और अधिकारियों के बीच बहस शुरू हो गई। किसान बोले भद्दा मजाक कर रहे अधिकारी किसानों ने कहा कि उनके साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। उन्होंने कहा की 1 तारीख को जो धान ज्यादा रेट में बिकी थी। उसका उठान नहीं किया गया। लेकिन जो धान 6 तारीख को कम रेट में बिकी थी। उस धान का उठान कार्य अधिकारियों ने सैलरों के साथ मिलकर कर लिया है। लेकिन जो धान महंगे रेट में बिकी थी उसका उठान अभी तक नहीं हुआ है। भारतीय किसान यूनियन के नेता प्रिंस वड़ैच ने बताया कि किसानों के साथ सरकार भद्दा मजाक कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारियों द्वारा खरीद व उठान कार्य समय पर नहीं किया गया, तो किसान कोई बड़ा फैसला लेंगे। फिर चाहे उन्हें सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन ही क्यों न करना पड़े। एक-दो दिन में शुरू होगा उठान कार्य अनाज मंडी में मौजूद हैफेड के अधिकारियों ने कहा कि प्रशासन द्वारा जो धान की फसल खरीद ली गई है। उसका उठान कार्य एक-दो दिन में शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने किसानों से निवेदन किया है कि किसान सड़कों पर न उतरे। जो भी बातचीत है, उसे यहीं पर बैठकर आराम से सुलझा ले। पिहोवा में धान की खरीद और उठान कार्य को लेकर आज सुबह किसान मार्केट कमेटी कार्यालय में एकत्रित हुए। किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद किसानों के दबाव बनाने पर अधिकारी इस बात पर राजी हुए की धान की फसल में 17% या फिर उससे कम नमी वाली धान की खरीद का कार्य किया जाएगा। लेकिन अगर 17% से ज्यादा नमी होगा तो धान की खरीद नहीं की जाएगी। इस के बाद हैफेड के अधिकारी पिहोवा अनाज मंडी में पहुंचे और खरीद शुरू की। लेकिन जब धान में मशीन से मॉइश्चर चेक किया गया, तो एक मशीन में 17% तो दूसरी मशीन में 21% मॉइश्चर दिखने लगा। जिसको लेकर किसान और अधिकारियों के बीच बहस शुरू हो गई। किसान बोले भद्दा मजाक कर रहे अधिकारी किसानों ने कहा कि उनके साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। उन्होंने कहा की 1 तारीख को जो धान ज्यादा रेट में बिकी थी। उसका उठान नहीं किया गया। लेकिन जो धान 6 तारीख को कम रेट में बिकी थी। उस धान का उठान कार्य अधिकारियों ने सैलरों के साथ मिलकर कर लिया है। लेकिन जो धान महंगे रेट में बिकी थी उसका उठान अभी तक नहीं हुआ है। भारतीय किसान यूनियन के नेता प्रिंस वड़ैच ने बताया कि किसानों के साथ सरकार भद्दा मजाक कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारियों द्वारा खरीद व उठान कार्य समय पर नहीं किया गया, तो किसान कोई बड़ा फैसला लेंगे। फिर चाहे उन्हें सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन ही क्यों न करना पड़े। एक-दो दिन में शुरू होगा उठान कार्य अनाज मंडी में मौजूद हैफेड के अधिकारियों ने कहा कि प्रशासन द्वारा जो धान की फसल खरीद ली गई है। उसका उठान कार्य एक-दो दिन में शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने किसानों से निवेदन किया है कि किसान सड़कों पर न उतरे। जो भी बातचीत है, उसे यहीं पर बैठकर आराम से सुलझा ले।   हरियाणा | दैनिक भास्कर