पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा की टॉप ब्यूरोक्रेसी को बड़ा झटका दिया है। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को निर्देश दिया है कि वह राज्य में किसी भी आईएएस अधिकारी को दी गई सिक्योरिटी को वापस ले। कोर्ट ने कहा है कि जिन ऑफिसर्स को नागरिक प्रशासन की जिम्मेदारी या अर्ध-न्यायिक कार्य के लिए तैनात किया गया यह आदेश उन्ही अफसरों पर लागू होगा। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने पुलिस महानिदेशक हरियाणा (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को एक हलफनामा दायर कर यह बताने का भी निर्देश दिया है कि क्या हरियाणा राज्य में किसी आईपीएस अधिकारी को किसी बोर्ड या निगम आदि में नागरिक प्रशासन की ड्यूटी सौंपी गई है। येलो बुक कब्जे में लेने के निर्देश हाईकोर्ट ने सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी देने वाली येलो बुक (सुरक्षा उपलब्ध कराने व सुरक्षा प्राप्त लोगों की जानकारी की किताब) को भी प्रशासन के सुरक्षित कब्जे में रखने का आदेश दिया है। अगली सुनवाई की तारीख पर बुक वापस कर दी जाएगी। मामले की अगली सुनवाई 28 अक्टूबर के लिए स्थगित कर दी गई है। जस्टिस हरकेश मनुजा ने पंजाब एवं हरियाणा राज्य में विभिन्न सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को दी गई सुरक्षा से संबंधित एक चल रही याचिका पर सुनवाई करते हुए ये आदेश पारित किए हैं। कोर्ट ने डीजीपी के दिए फैक्ट का वेरिफिकेशन कराने को कहा राज्य पुलिस प्रमुख को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने उनसे कहा कि वह हलफनामा दायर करें, जिसमें यह सुनिश्चित किया जाए कि यदि हरियाणा राज्य में किसी भी आईएएस अधिकारी को नागरिक प्रशासन की जिम्मेदारियों या अर्ध-न्यायिक कार्यों से निपटने के दौरान कोई सुरक्षा प्रदान की जाती है, तो उसे तुरंत प्रभाव से वापस ले लिया जाए। डीजीपी ने यह जानकारी दी है कि आज तक राज्य में किसी भी आईपीएस अधिकारी को किसी भी बोर्ड या निगम आदि में नागरिक प्रशासन का कर्तव्य नहीं सौंपा गया है। कोर्ट ने डीजीपी से अनुरोध किया कि वह इन इस तथ्यों के उचित सत्यापन के बाद अपने हलफनामे में उचित जवाब दें। डीजीपी बोले- हरियाणा शांतिपूर्ण राज्य चार अक्टूबर को हाईकोर्ट में मामले की हुई सुनवाई के दौरान पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यवाही में शामिल हुए और कहा कि हरियाणा अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण राज्य है, राज्य के भीतर आईएएस अधिकारियों को कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है, जिन्हें नागरिक प्रशासनिक कार्यों और जिम्मेदारियों से जोड़ा गया है, सिवाय किसी ऐसे अधिकारी को छोड़कर जिसे असाधारण परिस्थितियों में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए काम सौंपा गया हो। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा की टॉप ब्यूरोक्रेसी को बड़ा झटका दिया है। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को निर्देश दिया है कि वह राज्य में किसी भी आईएएस अधिकारी को दी गई सिक्योरिटी को वापस ले। कोर्ट ने कहा है कि जिन ऑफिसर्स को नागरिक प्रशासन की जिम्मेदारी या अर्ध-न्यायिक कार्य के लिए तैनात किया गया यह आदेश उन्ही अफसरों पर लागू होगा। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने पुलिस महानिदेशक हरियाणा (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को एक हलफनामा दायर कर यह बताने का भी निर्देश दिया है कि क्या हरियाणा राज्य में किसी आईपीएस अधिकारी को किसी बोर्ड या निगम आदि में नागरिक प्रशासन की ड्यूटी सौंपी गई है। येलो बुक कब्जे में लेने के निर्देश हाईकोर्ट ने सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी देने वाली येलो बुक (सुरक्षा उपलब्ध कराने व सुरक्षा प्राप्त लोगों की जानकारी की किताब) को भी प्रशासन के सुरक्षित कब्जे में रखने का आदेश दिया है। अगली सुनवाई की तारीख पर बुक वापस कर दी जाएगी। मामले की अगली सुनवाई 28 अक्टूबर के लिए स्थगित कर दी गई है। जस्टिस हरकेश मनुजा ने पंजाब एवं हरियाणा राज्य में विभिन्न सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को दी गई सुरक्षा से संबंधित एक चल रही याचिका पर सुनवाई करते हुए ये आदेश पारित किए हैं। कोर्ट ने डीजीपी के दिए फैक्ट का वेरिफिकेशन कराने को कहा राज्य पुलिस प्रमुख को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने उनसे कहा कि वह हलफनामा दायर करें, जिसमें यह सुनिश्चित किया जाए कि यदि हरियाणा राज्य में किसी भी आईएएस अधिकारी को नागरिक प्रशासन की जिम्मेदारियों या अर्ध-न्यायिक कार्यों से निपटने के दौरान कोई सुरक्षा प्रदान की जाती है, तो उसे तुरंत प्रभाव से वापस ले लिया जाए। डीजीपी ने यह जानकारी दी है कि आज तक राज्य में किसी भी आईपीएस अधिकारी को किसी भी बोर्ड या निगम आदि में नागरिक प्रशासन का कर्तव्य नहीं सौंपा गया है। कोर्ट ने डीजीपी से अनुरोध किया कि वह इन इस तथ्यों के उचित सत्यापन के बाद अपने हलफनामे में उचित जवाब दें। डीजीपी बोले- हरियाणा शांतिपूर्ण राज्य चार अक्टूबर को हाईकोर्ट में मामले की हुई सुनवाई के दौरान पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यवाही में शामिल हुए और कहा कि हरियाणा अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण राज्य है, राज्य के भीतर आईएएस अधिकारियों को कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है, जिन्हें नागरिक प्रशासनिक कार्यों और जिम्मेदारियों से जोड़ा गया है, सिवाय किसी ऐसे अधिकारी को छोड़कर जिसे असाधारण परिस्थितियों में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए काम सौंपा गया हो। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा लेडी पुलिसकर्मी का रौब,VIDEO:राजस्थान रोडवेज की बस में कंडक्टर से टिकट के लिए बहस; बोली- वर्दी होकर भी किराया देना पड़ेगा?
हरियाणा लेडी पुलिसकर्मी का रौब,VIDEO:राजस्थान रोडवेज की बस में कंडक्टर से टिकट के लिए बहस; बोली- वर्दी होकर भी किराया देना पड़ेगा? हरियाणा की एक महिला पुलिसकर्मी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह राजस्थान रोडवेज की बस में सफर कर रही है, लेकिन किराया नहीं दे रही। पुलिसकर्मी का कहना है कि वह किराया नहीं देगी, क्योंकि बस में पुलिस का किराया लगता ही नहीं। जबकि, बस का कंडक्टर कह रहा है कि बस में सफर करना है तो टिकट लेना ही होगा। अन्य यात्री भी पुलिसकर्मी से किराया देने के लिए करते हैं, इसके बाद भी महिला पुलिसकर्मी किराया नहीं देती। पुलिसकर्मी कहती है कि वर्दी में होने पर भी किराया दूंगी मैं? हालांकि, इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि दैनिक भास्कर नहीं करता है। वायरल वीडियो में क्या?
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि राजस्थान रोडवेज की बस में हरियाणा महिला पुलिसकर्मी सफर कर रही है। यह वीडियो हरियाणा में रेवाड़ी के धारूखेड़ा के आसपास की बताई जा रही है, क्योंकि महिला पुलिसकर्मी धारूखेड़ा तक ही यात्रा कर रही थी। इसके अलावा अनुमान लगाया जा रहा है कि वह महिला अटेली से बस में चढ़ी होगी, क्योंकि बस का कंडक्टर धारूखेड़ा तक का उससे 50 रुपए किराया मांग रहा है। बस में अटेली से धारूखेड़ा तक के ही 50 रुपए का टिकट लगता है। इस किराए को लेकर बस कंडक्टर और महिला पुलिसकर्मी के बीच बहस हो रही है। बस कंडक्टर लगातार टिकट कटवाने के लिए कह रहा है, लेकिन पुलिसकर्मी उससे बार-बार टिकट न देने की बात कह रही है। इसी बीच कुछ यात्री भी महिला पुलिसकर्मी से टिकट लेने के लिए कहते हैं। कंडक्टर बस भी रुकवाकर साइड करवा देता है। इसके बाद भी पुलिसकर्मी अपनी जिद पर अड़ी रहती है। कंडक्टर से महिला पुलिसकर्मी की पूरी बहस… कंडक्टर : किराया लाओ।
पुलिसकर्मी : टिकट नहीं कटती। कंडक्टर : हमारे यहां कटती है। लाओ, 50 रुपए दो, धारूखेड़ा जाना है तो।
पुलिसकर्मी : नहीं मिलते। कंडक्टर : क्यों नहीं मिलते? यात्रा करनी है तो लगेंगे।
पुलिसकर्मी : नहीं लगेंगे। कंडक्टर (बस रुकने के लिए सीटी मारकर) : आजाओ फिर, उतर लो।
पुलिसकर्मी : नहीं उतरना। कंडक्टर : यात्रा करनी है तो किराया दो, नहीं तो उतर लो।
पुलिसकर्मी (शब्दों को खींचते हुए) : नहीं उतरना। कंडक्टर : यात्रा करनी है कि नहीं?
पुलिसकर्मी : यात्रा करनी है। कंडक्टर : फिर 50 रुपए दो।
पुलिसकर्मी : नहीं मिलेंगे। स्टाफ चलेगा। स्टाफ चलता है। कंडक्टर : नहीं, कोई स्टाफ नहीं है। 50 रुपए लगेंगे।
पुलिसकर्मी : नहीं लगेंगे। एक महिला यात्री (पुलिसकर्मी से) : अरे भाई दे दो।
पुलिसकर्मी : नहीं, हरियाणा में पुलिस का स्टाफ चलता है। कंडक्टर : इसमें (राजस्थान बस में) नहीं चलता।
पुलिसकर्मी : हरियाणा में चलता है। कंडक्टर : फ्लाइंग आएगी तो परेशानी हो जाएगी।
पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं। मैं बात कर लूंगी। कंडक्टर : डिपार्टमेंट वाले नहीं सुनते। नीयत खराब होती है।
पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं, नीयत खराब होती है तो। अफसर आएंगे तो मैं बात कर लूंगी। कंडक्टर : उतर लो। नहीं तो किराया दो।
पुलिसकर्मी : नहीं उतरूंगी। मैं जबरदस्ती ऐसे नहीं दे सकती। मुझे नहीं देना। इतना तो सोचो कि क्या टाइम है, लेडीज जा रही है। कंडक्टर : गाड़ी यहीं खड़ी रहेगी। आगे नहीं जाएगी।
पुलिसकर्मी : हां तो यहीं खड़ी करके रख। जहां ले जाना है, वहां ले चल। नीचे नहीं उतरूंगी। एक महिला यात्री : अरे थोड़ा 10-20 रुपए कम करके दे दो।
पुलिसकर्मी : नहीं दूंगी, नहीं उतरूंगी। कंडक्टर : क्यों? सैलरी नहीं मिलता आपको?
पुलिसकर्मी : सैलरी से ही कटते हैं। कंडक्टर : राजस्थान रोडवेज में नहीं कटते।
पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं, नहीं कटते तो। हरियाणा में चलाओगे तो कटेंगे। एक पुरुष यात्री : मैडम यह क्या बात हो गई? आप वर्दी में हो, किराया दे दो।
पुलिसकर्मी : तो वर्दी में होकर भी किराया लेगा? पुरुष यात्री : मैडम यहां सभी स्टाफ हैं। ये कोई बात थोड़े ही आपकी। आपकी वजह से सभी लोग लेट हो रहे हैं। गाड़ी भी बंद करवा दी आपने।
पुलिसकर्मी : मैंने बंद नहीं करवाई है। मैं नहीं उतरूंगी। यात्री : क्या आप भी 50 रुपए के लिए हंगामा करवा रहे हो। क्या महकमे में हो आप?
पुलिसकर्मी : महकमे में ही हैं। यात्री : सारा महकमा ही बैठा है यहां।
पुलिसकर्मी : बैठा रहने दो। मैं नीचे नहीं उतरूंगी, किराया नहीं मिलेगा।
हरियाणा की 10 सीटों पर 8 बजे से मतगणना:येलो-व्हाइट कार्ड वाले कर्मचारियों-एजेटों को ही एंट्री, एग्जिट पोल में भाजपा को 7-कांग्रेस को 3 सीटें
हरियाणा की 10 सीटों पर 8 बजे से मतगणना:येलो-व्हाइट कार्ड वाले कर्मचारियों-एजेटों को ही एंट्री, एग्जिट पोल में भाजपा को 7-कांग्रेस को 3 सीटें हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी। जिसके बाद दोपहर 2 बजे तक हार-जीत की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पहला रुझान 11 बजे तक आने की उम्मीद है। मतगणना के लिए हर सीट पर विधानसभा वाइज 9 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। जिनमें 10 हजार से अधिक कर्मचारियों की तैनाती की गई है। किसी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए 20 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। यहां सबकी नजर करनाल से BJP उम्मीदवार मनोहर लाल खट्टर, रोहतक से पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा, गुरुग्राम से कांग्रेस कैंडिडेट राज बब्बर पर लगी हुई है। राज्य में भाजपा अकेले चुनाव लड़ रही है। वहीं I.N.D.I.A. ब्लॉक के तौर पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) मिलकर लड़ रही हैं। मतगणना से पहले आए एग्जिट पोल्स के मुताबिक राज्य में भाजपा 7 और कांग्रेस-AAP का I.N.D.I.A. ब्लॉक 3 सीटें जीत सकता है।
हरियाणा में सोशल मीडिया चैनल के एडमिन पर FIR:IPS अफसर पर यौन शोषण के आरोप की चिट्ठी वायरल की; आज रिपोर्ट पेश करेंगी SP
हरियाणा में सोशल मीडिया चैनल के एडमिन पर FIR:IPS अफसर पर यौन शोषण के आरोप की चिट्ठी वायरल की; आज रिपोर्ट पेश करेंगी SP हरियाणा में IPS अफसर पर यौन शोषण के आरोपों की वायरल चिट्ठी मामले में आज (29 अक्टूबर) जांच अधिकारी आस्था मोदी महिला आयोग के सामने पेश होंगी। वह अभी तक की जांच की रिपोर्ट आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया को सौंपेंगी। एक दिन पहले दैनिक भास्कर से बातचीत में रेनू भाटिया ने कहा था कि अगर जांच पर संदेह हुआ तो वह जांच अधिकारी बदलने की भी मांग कर सकती हैं। वहीं, इन सब विवाद के बीच सोमवार शाम महिला पुलिस कर्मियों की शिकायत से जुड़ी चिट्ठी वायरल के आरोप में जींद ब्रेकिंग नाम के सोशल मीडिया पेज के एडमिन और अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। यह केस महिला थाने की SHO की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में दर्ज हुआ है। SHO ने शिकायत में कहा कि सोशल मीडिया के जरिए उन्हें बदनाम किया गया। पहले भी इस ग्रुप ने बदनाम करने के नाम पर कइयों से पैसे की डिमांड की है। SHO ने शिकायत में क्या कहा… महिला थाना की SHO ने शिकायत में लिखा- मेरे संज्ञान में आया है कि 2 दिन पहले जींद ब्रेकिंग न्यूज सोशल मीडिया चैनल पर बदनाम करने की नीयत से चैनल के एडमिन ने अन्य लोगों के साथ मिलकर महिला पुलिस कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया और यौन शोषण की शिकायत से संबंधित झूठी पोस्ट वायरल की। पोस्ट में मेरे और उच्च अधिकारियों पर झूठे आरोप लगाए गए। इस मामले की जांच फतेहाबाद की SP कर रही हैं। मुझे पता चला है कि अभी तक 19 पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज हो चुके हैं। अभी तक शिकायत से संबंधित कुछ भी सामने नहीं आया है। मुझे यह भी पता चला है कि 2 दिन पहले जो शिकायत की कॉपी पोस्ट की गई थी उस पर किसी के साइन नहीं थे। कुछ समय बाद महिला पुलिस कर्मचारियों के फर्जी साइन कर एक और शिकायत पोस्ट की गई। ये सब कुछ बदनाम करने की नीयत से किया गया। चैनल के एडमिन पर पहले भी इस प्रकार की शिकायतें करके पुलिस, सिविल अधिकारियों और कर्मचारियों से पैसे का एक्सटॉर्शन किया गया है। एसपी फतेहाबाद कर रही मामले की जांच
फतेहाबाद की SP आस्था मोदी ने अभी तक 19 पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं। अभी शिकायत की बात सामने नहीं आई है। आस्था मोदी का कहना है कि षड्यंत्र है या नहीं, इसे लेकर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। जांच अभी चल रही है। IPS अधिकारी ने कहा था- मैंने खुद जांच के लिए पत्र लिखा
वहीं, आरोपों पर IPS अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि चिट्ठी में जिसके नाम हैं, वह सभी कह रहे हैं कि यह हमारी ओर से नहीं लिखा गया है। इसके लिए मैंने फिर भी इन्क्वायरी के लिए रिक्वेस्ट की है। इन्क्वायरी होने के बाद सारी चीजें सामने आ जाएंगी। DGP को मामले से अवगत करवा दिया गया है।
जो महिला पुलिसकर्मी ACR खराब होने का जिक्र कर रही हैं, वह खुद इन चिट्ठी को लेकर मना कर रही हैं। जब तक यह लेटर वेरीफाई नहीं हो जाता, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। इसकी जांच जारी है। वायरल चिट्ठी में अफसर पर 5 बड़े आरोप 1. SP सर ने मेरा हाथ पकड़ा
मैं एक महिला पुलिसकर्मी हूं और अपना काम ईमानदारी से करती हूं। मेरे जिले में तैनात IPS अधिकारी सुंदर महिला पुलिस कर्मचारियों पर गंदी नजर रखते हैं। SP की पत्नी और बच्चे बाहर रहते हैं। एक दिन महिला थाने की SHO मुझे अपने साथ SP आवास ले गईं। उस वक्त कोठी पर गेट मैन के सिवा कोई नहीं था। सर और SHO मैडम ने कहा कि रसोई में जाकर चाय बना लाओ। जब मैं चाय बनाकर बाहर आई तो मैडम रूम में नहीं थी। जैसे ही मैं सर को चाय देने लगी तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया, मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे। इसका मैने विरोध किया और जबरन कमरे से बाहर आ गई। 2. DSP को बताया तो जवाब मिला- को-ऑपरेट करना पड़ता है
जब मैं कैंप ऑफिस के बाहर पहुंची तो मैंने देखा महिला SHO मैडम वहां बैठी थीं। मैंने मैडम को अंदर की बात बताई तो वह भड़क गईं और कहने लगी अफसरों को को-ऑपरेट करना पड़ता है। मैडम की यह बात सुन मैं रोते हुए SP आवास से बाहर निकल गई। फिर मैंने यह बात महिला DSP मैडम को बताई। DSP ने भी कहा कि प्रमोशन के लिए अफसरों को को-ऑपरेट करना पड़ता है। इसलिए, मेरी बात मानो तो थोड़ा को-ऑपरेट करो। इसके बाद देखो तुम्हारा प्रमोशन पक्का और उसके बाद तुम रुपयों में खेलोगी। यह बातें सुन मैं ऑफिस से बाहर चली गई। इसके बाद महिला थाने की SHO मेरे पीछे पड़ गई और मेरी ACR खराब करने की धमकियां देकर मानसिक रूप से टॉर्चर करने लगी। 3. आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाऊंगी
CM सर, मैं एक बेहद गरीब परिवार की लड़की हूं। आपकी भाजपा सरकार में मैं ईमानदारी से बिना किसी रुपयों के नौकरी लगी हूं। इसलिए, नहीं कि पिता और बड़े भाई के समान अफसर हमारा यौन शोषण करे। माना मैं गरीब हूं, लेकिन इज्जतदार परिवार से हूं। अगर अफसरों ने ऐसी हरकत बंद नहीं की तो मैं आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाउंगी। SP सर के इस घिनौने काम में DSP से लेकर SHO मैडम तक शामिल हैं, जो कर्मचारियों को प्रमोशन का लालच देकर ऐसे काम करवाने के लिए मजबूर करते हैं। 4. SHO ने गिरोह बनाया, अमीर लड़कों को फंसाते हैं
SHO के पुलिस अधिकारी के साथ नाजायज संबंध हैं और SHO ने एक गिरोह बनाया हुआ है, जिसमें कई युवतियां शामिल हैं। ये अमीर घर के लड़कों पर फर्जी केस दर्ज करवाते हैं और फिर लाखों रुपए लेकर समझौते करवाते हैं। इस खेल में SHO, DSP और SP तीनों मिलकर काम कर रहे हैं। इससे हर महीने करोड़ों की कमाई करते हैं। अगर आप इन पुलिस अधिकारियों की संपत्तियों की डिटेल निकालेंगे तो सब कुछ क्लियर हो जाएगा। 5. विधवा कॉन्स्टेबल की ACR खराब की
एक विधवा कॉन्स्टेबल पर SP सर का दिल आया हुआ है। मेरी तरह इस कॉन्स्टेबल ने भी इनकार किया तो इसको भी मानसिक रूप से परेशान किया जाने लगा। इस बारे में विधायक को भी बताया। विधायक ने SP को कहा कि यह मेरी बहन है। तब SP ने कहा कि आपकी बहन मेरी बहन हुई, लेकिन उसके बावजूद SP सर ने उसकी ACR खराब कर दी। CM सर मैं अकेली ऐसी महिला नहीं हूं। SP सर की बुरी नजर है। जो सुंदर महिला पुलिसकर्मी SP को पसंद आती हैं, उसके बाद महिला DSP और SHO उन महिला कर्मचारियों को बहला फुसलाकर लालच देकर घिनौना काम करने को मजबूर करती हैं। अगर वह नहीं मानतीं तो उनकी ACR खराब करने की धमकी दी जाती है। इससे पहले SP सर जहां तैनात थे, वहां भी इनके कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध थे।