<p style=”text-align: justify;”><strong>Poonch Attack:</strong> भारतीय सेना द्वारा एयर स्ट्राइक बाद बुधवार (7 मई) को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर के पुंछ में एलओसी के पास स्थित गांवों को निशाना बनाकर भारी गोलाबारी की, जिसमें चार बच्चों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 55 से ज्यादा लोग घायल हो गए. वहीं इस गोलाबारी के बारे में और उसके बाद बने बाद बने हालात को लेकर वहां के लोगों ने जानकारी दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में पुंछ में जामिया जिया-उल-उलूम के वाइस प्रिंसिपल ने कहा, “कल पूरे दिन पुंछ में गोलाबारी होती रही और पूरा जिला इससे प्रभावित रहा. जब भी ऐसी परिस्थितियां पैदा हुईं, हमारा शहर हमेशा सुरक्षित रहा. लेकिन अब, बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई है. धार्मिक इमारतों को भी निशाना बनाया गया है. इस इमारत में भी हमारे उस्ताद की गोलाबारी में मौत हो गई. उनके छह बच्चे भी उस समय यहां मौजूद थे. इस गोलीबारी में 3 बच्चे जख्मी हो गए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बड़ी संख्या में लोग कर रहे पलायन'</strong><br />इसके अलावा जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष नरिंदर सिंह ने बताया, “कल पुंछ में बहुत भारी गोलाबारी हुई. हमारे गुरुद्वारे के रागी भाई अमरीक सिंह की गोलाबारी में मौत हो गई. जब यह घटना हुई तब वे अपने घर के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित अपनी दुकान में थे. एक गोला गुरुद्वारे पर भी गिरा, लेकिन यहां कोई मौजूद नहीं था. एक हिंदू बच्चा मारा गया है, चार सिख मारे गए हैं और मुस्लिम समुदाय के कई लोगों की भी गोलाबारी में जान चली गई है. लोगों ने बड़ी संख्या में पलायन करना शुरू कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हम मुश्किलों का समना कर रहे- पुजारी कृष्णानंद</strong><br />वहीं पुंछ में स्थित गीता भवन के मुख्य पुजारी स्वामी कृष्णानंद ने कहा, “हमारे शहर और हमारे मंदिर पर बमबारी की गई. किस्मत से गोला हमारी मुख्य मूर्ति पर नहीं लगा. यह 9 बजे हुआ जब आस-पास कोई नहीं था. अगर समय थोड़ा भी गलत होता, तो कई लोग हताहत हो सकते थे. हमारी पानी की टंकियां टूट गई हैं और हर जगह पानी है. हम कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Poonch Attack:</strong> भारतीय सेना द्वारा एयर स्ट्राइक बाद बुधवार (7 मई) को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर के पुंछ में एलओसी के पास स्थित गांवों को निशाना बनाकर भारी गोलाबारी की, जिसमें चार बच्चों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 55 से ज्यादा लोग घायल हो गए. वहीं इस गोलाबारी के बारे में और उसके बाद बने बाद बने हालात को लेकर वहां के लोगों ने जानकारी दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में पुंछ में जामिया जिया-उल-उलूम के वाइस प्रिंसिपल ने कहा, “कल पूरे दिन पुंछ में गोलाबारी होती रही और पूरा जिला इससे प्रभावित रहा. जब भी ऐसी परिस्थितियां पैदा हुईं, हमारा शहर हमेशा सुरक्षित रहा. लेकिन अब, बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई है. धार्मिक इमारतों को भी निशाना बनाया गया है. इस इमारत में भी हमारे उस्ताद की गोलाबारी में मौत हो गई. उनके छह बच्चे भी उस समय यहां मौजूद थे. इस गोलीबारी में 3 बच्चे जख्मी हो गए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बड़ी संख्या में लोग कर रहे पलायन'</strong><br />इसके अलावा जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष नरिंदर सिंह ने बताया, “कल पुंछ में बहुत भारी गोलाबारी हुई. हमारे गुरुद्वारे के रागी भाई अमरीक सिंह की गोलाबारी में मौत हो गई. जब यह घटना हुई तब वे अपने घर के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित अपनी दुकान में थे. एक गोला गुरुद्वारे पर भी गिरा, लेकिन यहां कोई मौजूद नहीं था. एक हिंदू बच्चा मारा गया है, चार सिख मारे गए हैं और मुस्लिम समुदाय के कई लोगों की भी गोलाबारी में जान चली गई है. लोगों ने बड़ी संख्या में पलायन करना शुरू कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हम मुश्किलों का समना कर रहे- पुजारी कृष्णानंद</strong><br />वहीं पुंछ में स्थित गीता भवन के मुख्य पुजारी स्वामी कृष्णानंद ने कहा, “हमारे शहर और हमारे मंदिर पर बमबारी की गई. किस्मत से गोला हमारी मुख्य मूर्ति पर नहीं लगा. यह 9 बजे हुआ जब आस-पास कोई नहीं था. अगर समय थोड़ा भी गलत होता, तो कई लोग हताहत हो सकते थे. हमारी पानी की टंकियां टूट गई हैं और हर जगह पानी है. हम कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं.”</p> जम्मू और कश्मीर Rajasthan Mock Drill: राजस्थान के 41 जिलों में मॉक ड्रिल, लोगों को हवाई हमलों से बचने का बताया गया तरीका
पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी पर बोले जामिया जिया-उल-उलूम के वाइस प्रिंसिपल, ‘ये पहली बार हुआ है जब…’
