झज्जर|स्पेशल बच्चों के स्कूल सवेरा के परिसर में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य न्यायिक न्यायाधीश विशाल, प्लाईवुड कंपनी के मानव संसाधन प्रमुख सुशांत शेखर झा, मान सिंह शेखावत और अरुण ओझा ने पौधे लगाए। उन्होंने कहा कि पेड़ हमें जीवन देते हैं, पेड़ लगाने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा भी जरूरी है। जिला बाल कल्याण अधिकारी सोमदत्त खुंडिया ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और स्कूल स्टाफ को अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर रितु धनखड़, प्रधानाचार्य लवकेश और अन्य स्टाफ भी मौजूद रहे। झज्जर|स्पेशल बच्चों के स्कूल सवेरा के परिसर में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य न्यायिक न्यायाधीश विशाल, प्लाईवुड कंपनी के मानव संसाधन प्रमुख सुशांत शेखर झा, मान सिंह शेखावत और अरुण ओझा ने पौधे लगाए। उन्होंने कहा कि पेड़ हमें जीवन देते हैं, पेड़ लगाने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा भी जरूरी है। जिला बाल कल्याण अधिकारी सोमदत्त खुंडिया ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और स्कूल स्टाफ को अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर रितु धनखड़, प्रधानाचार्य लवकेश और अन्य स्टाफ भी मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में मासिक बैठकों के लिए ग्रीवेंस कमेटियां बनीं:मुख्यमंत्री गुरुग्राम में समस्याएं सुनेंगे, अनिल विज को कैथल-सिरसा; खट्टर के गढ़ में गंगवा को जिम्मेदारी
हरियाणा में मासिक बैठकों के लिए ग्रीवेंस कमेटियां बनीं:मुख्यमंत्री गुरुग्राम में समस्याएं सुनेंगे, अनिल विज को कैथल-सिरसा; खट्टर के गढ़ में गंगवा को जिम्मेदारी हरियाणा के सभी 22 जिलों में मासिक बैठकों के लिए सरकार ने ग्रीवेंस कमेटियां बना दी हैं। सोमवार (4 नवंबर) को कार्यवाहक चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी की तरफ से इसे लेकर आदेश जारी किए गए। मुख्यमंत्री नायब सैनी गुरुग्राम में शिकायतें सुनेंगे। इसके अलावा, परिवहन मंत्री अनिल विज को सिरसा और कैथल की जिम्मेदारी दी गई है। कृष्ण लाल पंवार हिसार और रोहतक में समस्याएं सुनेंगे। राव नरबीर नूंह और फरीदाबाद, महीपाल ढांडा भिवानी और जींद, विपुल गोयल रेवाड़ी और पंचकूला, अरविंद शर्मा महेंद्रगढ़, श्याम सिंह राणा चरखी दादरी और झज्जर, रणबीर गंगवा करनाल और अंबाला, श्रुति चौधरी फतेहाबाद, स्वास्थ्य मंत्री आरती राव पलवल, राजेश नागर कुरूक्षेत्र और गौरव गौतम सोनीपत में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सरकार की तरफ से जारी आदेश… CM बनते ही नायब सैनी के 3 बड़े फैसले अस्पतालों में फ्री डायलिसिस सुविधा 18 अक्टूबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री का चार्ज संभालते ही नायब सैनी ने ऐलान किया कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में किडनी की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों की फ्री डायलिसिस होगी। भविष्य में यह फ्री सुविधा मेडिकल कॉलेजों में भी उपलब्ध कराई जाएगी। SC आरक्षण में वर्गीकरण का फैसला लागू 18 अक्टूबर को पहली कैबिनेट मीटिंग में SC आरक्षण में वर्गीकरण का फैसला लागू किया गया। अभी SC के लिए 15 प्रतिशत और ST के लिए 7.5 प्रतिशत आरक्षण है। इस 22.5% के आरक्षण में ही राज्य एससी व एसटी के उन कमजोर वर्गों का कोटा तय कर सकेंगे, जिनका प्रतिनिधित्व बहुत कम है। सभी निकायों में समाधान शिविर लगवाए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेश पर 22 अक्टूबर से सभी नगर निकायों में समाधान शिविर लगाए गए। ये शिविर एक महीने तक रोजाना लगेंगे। यहां अधिकारी फैमिली आईडी, प्रॉपर्टी आईडी, सीवरेज समस्याएं, पानी और लाइट की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक अधिकारी दफ्तरों में आने वाले लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करते हैं।
हरियाणा में पुलिस पर पथराव, PCR-जिप्सी, बाइकें तोड़ीं:साथी की मौत से गुस्साए कर्मचारी, कंपनी की बसों से भी तोड़फोड़, कई पुलिसकर्मी घायल
हरियाणा में पुलिस पर पथराव, PCR-जिप्सी, बाइकें तोड़ीं:साथी की मौत से गुस्साए कर्मचारी, कंपनी की बसों से भी तोड़फोड़, कई पुलिसकर्मी घायल हरियाणा के गुरुग्राम में शनिवार को बस के नीचे आने से फैक्ट्री कर्मचारी की मौत हो गई। घटना के बाद साथी कर्मचारी भड़क गए। उन्होंने एक्सीडेंट करने वाली बस को तोड़ दिया। पुलिस कर्मचारियों को समझाने के लिए पहुंची तो उन्होंने जमकर पथराव किया। गुस्साई भीड़ ने पुलिस की PCR समेत दूसरी गाड़ियां भी तोड़ डाली। माहौल तनावपूर्ण देख भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई। पथराव में कई पुलिस कर्मचारियों को चोटें आई हैं। कर्मचारियों के मुताबिक कंपनी के बस ड्राइवर ने उनके साथी मोनू (24) को जानबूझकर कुचलकर मार दिया। यह हादसा नहीं बल्कि हत्या है। ड्राइवर ने जानबूझकर उसके ऊपर बस चढ़ा दी। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस आरोपी ड्राइवर को पकड़ने के बजाय उन्हें ही परेशान कर रही है। हंगामे और पथराव के PHOTOS…. कंपनी कर्मचारियों ने पुलिस को क्या बताया
एक कर्मचारी ने कहा कि वह सुबह की शिफ्ट के लिए कंपनी में ड्यूटी के लिए आया था। कंपनी की बस कर्मचारियों को लेकर आई। सभी कर्मचारी नीचे उतर गए। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले का रहने वाला मोनू भी उसी बस से उतरा था। मोनू नीचे उतरा तो अचानक बस ड्राइवर ने लापरवाही से बस को पीछे की तरफ तेज गति से चलाकर मोनू को टक्कर मार दी। जिससे मोनू नीचे गिर गया और बस का टायर मोनू के सिर के ऊपर से गुजर गया। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद ड्राइवर वहां से फरार हो गया। पुलिस प्रवक्ता ने कहा- ड्राइवर की पहचान की, जल्द पकड़ेंगे
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि सेक्टर 35 स्थित पद्मिनी VNA कंपनी की बस कर्मचारियों को लेकर आई थी। एक कर्मचारी उतरकर बस के पीछे खड़ा हो गया। ड्राइवर देख नहीं पाया और उसकी बस के नीचे आने से मौत हो गई। जब मौके पर पहुंचे तो उसके साथियों की भीड़ काफी गुस्से में थी। इसके बाद उन्हें शांत किया गया। घटनास्थल पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट और क्राइम टीम बुलाकर जांच कराई गई। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। बस ड्राइवर की पहचान की जा चुकी है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हरियाणा में ननदों से परेशान होकर सुसाइड:घर में लड़कों को बुलाती थीं, भाभी ने विरोध किया तो भाई से कहा-इसके बुलाने पर आ रहे
हरियाणा में ननदों से परेशान होकर सुसाइड:घर में लड़कों को बुलाती थीं, भाभी ने विरोध किया तो भाई से कहा-इसके बुलाने पर आ रहे हरियाणा के पानीपत में महिला ने नाबालिग ननदों से परेशान होकर फांसी लगा ली। घटना 8 जून शनिवार की है, लेकिन मृतका के पिता की शिकायत पर पुलिस ने अब मामला दर्ज किया है। FIR में पति दलीप, चाचा राजेंद्र, चाचा योगेंद्र, योंगेंद्र की पत्नी और उनकी 2 नाबालिग बेटियों का नाम है। मृतका की पहचान नेहा रानी (26) के रूप में हुई है। परिवार का कहना है कि नाबालिग ननदें घर में लड़कों को बुलाती थीं। जब नेहा ने इसका विरोध किया तो पति के सामने उसके द्वारा लड़कों को बुलाने की बात कही गई। इसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। बिहार के सिवान जिले के रहने वाले शंभू शाह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी नेहा पति दलीप के साथ पानीपत की थर्मल कॉलोनी के नजदीक सुंदर नगर में रहती थी। यही पर पति के चाचा-चाची, चाचा की 2 बेटियां, ससुर भी रहता है। पति को नेहा के खिलाफ भड़काया
शंभू शाह ने बताया कि जब चाचा-चाची काम पर चले जाते थे तो उनकी दोनों नाबालिग बेटियां, बाहरी लड़कों को अक्सर घर पर बुलाती थीं। नेहा ने इस बात का विरोध भी किया था। उसने पूरी घटना की जानकारी अपने पति दलीप को दी। इसके बाद उसका और चाचा का विवाद रहने लग गया। कुछ समय बीतने के बाद दलीप की चाची और उसकी दोनों बेटियों ने बदलना लेने की भावना से दलीप को भड़काते हुए कहा कि नेहा ही घर पर लड़कों को बुलाती है। जिसके बाद नेहा और दलीप में भी मनमुटाव शुरू हो गया। सारा परिवार एक तरफ हो गया और नेहा पर आत्महत्या किए जाने का अक्सर दबाव बनाने लगे थे। बेटी को चाचा के घर खेलने के लिए भेज दिया
रोजाना की तरह उसका शनिवार को दलीप काम पर गया हुआ था। घर पर नेहा अपनी 7 साल की बेटी के साथ अकेली थी। सुबह करीब 11 बजे उसने पड़ोस में किसी महिला से रस्सी ली। इसके बाद उसने बेटी को पड़ोस में ही चाचा के घर खेलने भेज दिया। पीछे से उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शाम करीब 6 बजे दलीप घर लौटा तो नेहा फंदे पर लटकी हुई थी। उसने अपने हाथ पर पेन से लिखा था- ‘मेरे मरने की जिम्मेदार मधु है, सिर्फ और सिर्फ मधु।’