झज्जर|एल.ए. स्कूल झज्जर के छात्रों को दसवीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। छात्र गजेंद्र, निकिता सिंह और अंकिता ने प्रदेश स्तर की परीक्षा में गोल्ड मेडल हासिल किया। प्राचार्या निधि कादयान ने बताया कि यह परीक्षा कई स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया था। स्कूल प्रबंधक केएम डागर ने कहा कि यह सम्मान बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा। स्कूल संचालक जगपाल गुलिया, जयदेव दहिया, अनिता गुलिया और नीलम दहिया ने विद्यार्थियों को सम्मानित किया। हिंदी प्राध्यापिका सुदेश कुमारी और पूनम गुलिया को भी मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। इस मौके पर भूगोल प्राध्यापक मुकेश शर्मा,स्कूल के एचओडी रविंद्र लोहचब, पिंकी अहलावत, पुष्पा यादव सभी अध्यापक मौजूद रहे झज्जर|एल.ए. स्कूल झज्जर के छात्रों को दसवीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। छात्र गजेंद्र, निकिता सिंह और अंकिता ने प्रदेश स्तर की परीक्षा में गोल्ड मेडल हासिल किया। प्राचार्या निधि कादयान ने बताया कि यह परीक्षा कई स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया था। स्कूल प्रबंधक केएम डागर ने कहा कि यह सम्मान बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा। स्कूल संचालक जगपाल गुलिया, जयदेव दहिया, अनिता गुलिया और नीलम दहिया ने विद्यार्थियों को सम्मानित किया। हिंदी प्राध्यापिका सुदेश कुमारी और पूनम गुलिया को भी मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। इस मौके पर भूगोल प्राध्यापक मुकेश शर्मा,स्कूल के एचओडी रविंद्र लोहचब, पिंकी अहलावत, पुष्पा यादव सभी अध्यापक मौजूद रहे हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में JJP विधायक BJP में शामिल होंगे:दलित महासम्मेलन में खट्टर जॉइन कराएंगे; स्पीकर बोले- उनका इस्तीफा मेरे पास नहीं पहुंचा हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले जननायक जनता पार्टी (JJP) से इस्तीफा दे चुके नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा कल यानी सोमवार को BJP में शामिल होंगे। कुरुक्षेत्र में होने वाले दलित महासम्मेलन में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और BJP प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली उनका पार्टी में स्वागत करेंगे। आज रविवार को रामनिवास सुरजाखेड़ा को चंडीगढ़ में पार्टी जॉइन करनी थी। हालांकि बाद में उनके जॉइनिंग कार्यक्रम में बदलाव हो गया। रामनिवास सुरजाखेड़ा ने 22 अगस्त को JJP को अलविदा कहते हुए विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला को भेजे इस्तीफे में लिखा था, ‘पिछले 2 साल से पार्टी की गतिविधियां उनकी राजनीतिक विचारधारा से विपरीत रही हैं। इससे परेशान होकर सभी पदों, दायित्वों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।’ हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि अभी विधानसभा में रामनिवास सुरजाखेड़ा का इस्तीफा नहीं पहुंचा है, न ही मुझे मिला है। अभी वह सिर्फ सोशल मीडिया पर ही वायरल हो रहा है। दुष्यंत चौटाला पर विकास कार्यों में भेदभाव के आरोप लगाए थे 2019 के विधानसभा चुनाव में रामनिवास सुरजाखेड़ा JJP के टिकट पर विधायक बने थे। BJP के साथ गठबंधन की सरकार बनने पर सुरजाखेड़ा को खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया। 2022 में सुरजाखेड़ा ने तत्कालीन डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पर आरोप लगाए कि उनके क्षेत्र में विकास कार्यों में भेदभाव हो रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही यहां विकास करवा रहे हैं। सुरजाखेड़ा की बयानबाजी के बाद दुष्यंत चौटाला ने उनसे खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन पद लेकर राजेंद्र लितानी को दे दिया था। JJP के 6 विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके विधानसभा चुनाव ऐलान के बाद जननायक जनता पार्टी (JJP) के 6 विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, उकलाना से विधायक अनूप धानक, टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली, शाहबाद से विधायक रामकरण काला, गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह और बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग शामिल हैं। इनमें जोगीराम सिहाग और अनूप धानक विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। रामनिवास सुरजाखेड़ा के भी इस्तीफा देने की चर्चा है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष इससे इनकार कर चुके हैं। विधानसभा में अभी ये है राजनीतिक समीकरण हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं। अभी विधानसभा में 86 विधायक हैं। भाजपा को समर्थन देने वाले बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद के निधन के बाद सीट खाली पड़ी है। इसके बाद रानियां से निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह चौटाला भी अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। अंबाला से लोकसभा सांसद चुने गए वरुण मुलाना भी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। हाल ही में तोशाम से कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया था। वह भाजपा की राज्यसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार हैं। भाजपा के पास इस वक्त 41 विधायक हैं। इसकी सहयोगी हलोपा 1 और एक निर्दलीय मिलाकर 43 विधायकों का सीधा समर्थन है। विपक्ष के पास कांग्रेस के 28, जजपा के 10, इनेलो एक और 4 निर्दलीय मिलाकर कुल 43 विधायक हैं। अगर निर्दलीय सोमबीर सांगवान, जजपा विधायक जोगीराम सिहाग और अनूप धानक का इस्तीफा स्वीकार हो जाता है तो विधानसभा में 83 विधायक रह जाएंगे।
अंबाला में मंत्री असीम गोयल का हुड्डा पर अटैक:बोले- पूर्व CM कांग्रेस राज में हुए घोटालों- भ्रष्टाचार का हिसाब जनता को दें
अंबाला में मंत्री असीम गोयल का हुड्डा पर अटैक:बोले- पूर्व CM कांग्रेस राज में हुए घोटालों- भ्रष्टाचार का हिसाब जनता को दें हरियाणा के परिवहन राज्य मंत्री असीम गोयल ने कहा कि शहर दर शहर घूम रहे कांग्रेसी प्रदेश की जनता को भूपेंद्र सिंह हुड्डा के राज में हुए घोटालों और भ्रष्टाचार का भी हिसाब जरूर दें। कांग्रेसी घर घर जाकर यह भी बताएं कि उनकी सरकार के राज में देश व प्रदेश में कितने घोटाले हुए ? अंबाला में परिवहन मंत्री ने कहा कि 10 साल तक हरियाणा पर राज करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश को पीछे धकेलने के अलावा कुछ नहीं किया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अगर कुछ किया तो वो है भ्रष्टाचार और घोटाले। जिनका हिसाब आज तक जनता इनसे मांग रही है। असीम गोयल ने तंज कसते हुए कहा कि आज कांग्रेस के नेता पुत्र मोह में जकड़े हुए हैं। सोनिया गांधी को राहुल गांधी की तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सिर्फ अपने पुत्र दीपेंद्र हुड्डा की चिंता है। इन्हें प्रदेशवासियों के हित से कोई सरोकार नहीं। आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी प्रदेश वासियों का भाई और बेटा बनकर दिन रात कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे आमजन के लिए 24 घंटे खुले हैं। आज गरीब और किसान के हक पर कोई डाका नहीं डाल सकता। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब खुद कांग्रेस के नेता कहते थे कि सरकार ऊपर से एक रुपया भेजती है तो नीचे जनता तक 15 पैसे ही पहुंचते हैं। लेकिन अब इस भ्रष्टाचार पर अंकुश लग चुका है। आज प्रधानमंत्री द्वारा भेजा गया एक एक रुपया सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंचता है। परिवहन मंत्री असीम गोयल कहा कि कांग्रेस ने अपने राज में हर व्यवस्था को बिगाड़ने का काम किया। आज व्यवस्थाओं में सुधार होता देख इनसे सहन नहीं हो रहा। कांग्रेस द्वारा नौकरियों के नाम पर मचाई गई लूट को प्रदेश की भाजपा सरकार ने जड़ से खत्म कर दिया। आज युवा अपनी प्रतिभा के दम पर नौकरियां हासिल कर रहे हैं। कांग्रेस राज में चलने वाली पर्ची और खर्ची की प्रथा को भाजपा सरकार ने उखाड़ फेंकने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज ये लोग प्रदेश की जनता को भ्रमित करके और झूठ बोलकर सिर्फ और सिर्फ अपना राजनीतिक वजूद बचाने के विफल प्रयास कर रहे हैं।
हरियाणा में दूसरी लिस्ट के बाद BJP में बगावत:पूर्व मंत्री बागी; नूंह में मुस्लिम नेता ने झंडे हटाए, जिलेराम और 2 नेताओं का इस्तीफा
हरियाणा में दूसरी लिस्ट के बाद BJP में बगावत:पूर्व मंत्री बागी; नूंह में मुस्लिम नेता ने झंडे हटाए, जिलेराम और 2 नेताओं का इस्तीफा हरियाणा में मंगलवार को भाजपा की दूसरी लिस्ट आने के साथ ही नेताओं की बगावत शुरू हो गई है। यहां पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने 2 लिस्टों में भी टिकट का ऐलान न होने के बाद सीधे नॉमिनेशन करने का ऐलान कर दिया है। वहीं, 2 नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन दो नेताओं में नारनौल से पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शिव कुमार महता और बड़खल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा नेता राजन मुथरेजा शामिल हैं। राजन ने भाजपा कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है। वहीं, दूसरी लिस्ट में भाजपा की टिकट न मिलने पर 2019 में नूंह से उम्मीदवार रहे जाकिर हुसैन ने अपने घर से भाजपा के झंडे उतार दिए हैं। साथ ही उनके बेटे ताहिर हुसैन ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया। हालांकि, इस पर जाकिर हुसैन का कहना है कि यह उनके बेटे ताहिर हुसैन का निर्णय है। इसमें उनका कोई हाथ नहीं। इसके बाद ताहिर हुसैन ने इनेलो जॉइन कर ली है। तीनों नेताओं के रिजाइन की कॉपी… ये नेता भी छोड़कर गए
हरियाणा की असंध विधानसभा में भाजपा नेता जिलेराम शर्मा का भी टिकट कट गया है। पार्टी ने यहां से जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा को टिकट दिया है। इससे नाराज जिलेराम शर्मा ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई है। साथ ही अपने कार्यालय से भाजपा के झंडे हटा दिए हैं। इसके अलावा नारनौल में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने भी पार्टी और पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसका कारण पार्टी में पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होना बताया है। वहीं, जुलाना से BJP नेता सुरेंद्र लाठर भी इनेलो में शामिल हो गए हैं। वह जुालाना से टिकट के दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने यहां से कैप्टन योगेश बैरागी को अपना उम्मीदवार बनाया है। लाठर एक्साइज एवं टैक्सेशन विभाग के पूर्व डिप्टी कमिश्नर हैं। VRS लेकर वह भाजपा में शामिल हुए थे। बीजेपी छोड़ जेजेपी में शामिल हुए नेता
हरियाणा सरकार में दो बार चेयरमैन रहे और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रघुनाथ कश्यप, भाजपा ओबीसी पानीपत जिला प्रधान गंगाराम स्वामी, पांचाल समाज के जिला प्रधान और ओबीसी मोर्चा बापौली मंडल अध्यक्ष विपिन पांचाल, किसान मोर्चा सनौली मंडल अध्यक्ष राजेंद्र फोर, ओबीसी मोर्चा मंडल बापौली अध्यक्ष नारायण बैरागी, सनौली मंडल सचिव अभितोष शर्मा BJP छोड़कर जेजेपी में शामिल हो गए। सोनीपत में राजीव-कविता जैन का अल्टीमेटम का समय खत्म
वहीं, सोनीपत में कांग्रेस से आए निखिल मदान को भाजपा से टिकट देने के विरोध में राजीव जैन और कविता जैन ने पार्टी को अल्टीमेटम दिया था। उसका आज समय पूरा हो गया। राजीव जैन ने कहा है कि फैसले के लिए वह शाम तक भाजपा आलाकमान के मैसेज का इंतजार करेंगे। इसके बाद रात को कमेटी की मीटिंग होगी। मीटिंग में जो भी फैसला लिया जाएगा, उसकी जानकारी वर्करों को देकर निर्णय लेंगे। गन्नौर में माहौल गर्म
उधर, गन्नौर में भाजपा की टिकट न मिलने से युवा आयोग के चेयरमैन देवेंद्र कादियान के इस्तीफे के बाद हलके में माहौल गर्म है। देवेंद्र कौशिक को टिकट मिलने के बाद मंगलवार को गन्नौर के गांव बजाना कलां में 12 गांवों की पंचायत हुई। इसमें भाजपा उम्मीदवार की बजाय देवेंद्र कादियान का साथ देने का ऐलान किया गया। महेंद्रगढ़ सीट का टिकट अब भी होल्ड
हालांकि, भाजपा ने अब तक महेंद्रगढ़ सीट से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इसी सीट से रामबिलास शर्मा पिछला विधानसभा चुनाव लड़े थे। इस सीट पर एक और दिलचस्प किस्सा यह है कि RSS से जुड़े रिटायर्ड सरकारी टीचर कैलाश चंद्र पाली 3 दिन पहले भाजपा कैंडिडेट के तौर पर नामांकन कर चुके हैं। पार्टी ने हरियाणा की 90 में से 87 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। अब सिर्फ सिरसा, फरीदाबाद NIT और महेंद्रगढ़ सीट ही बची हैं। वहीं, 12 सितंबर को हरियाणा में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। रामबिलास को शुरू से ही टिकट कटने का अंदेशा था, इसलिए 6 सितंबर को उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाकर हुंकार भरी थी। शीर्ष नेतृत्व की तारीफ की
शीर्ष नेतृत्व की तो रामबिलास शर्मा ने इस सम्मेलन में खूब तारीफ की, लेकिन इशारों ही इशारों में टिकट कटने पर बगावत का भी संदेश दे दिया था। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि दूसरी सूची में रामबिलास शर्मा का नाम फाइनल हो सकता हैं, लेकिन मंगलवार को आई लिस्ट ने फिर से सभी को चौंका दिया। रामबिलास के पुराने जमाने के साथी पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल विज को पार्टी पहली ही लिस्ट में अंबाला कैंट से चुनावी मैदान में उतार चुकी है। रामबिलास शर्मा से जुड़े कार्यकर्ता राजेश शर्मा के मुताबिक, पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा 11 सितंबर दोपहर 1:15 पर सिविल सचिवालय महेंद्रगढ़ में नामांकन दाखिल करेंगे। इससे पहले सुबह 10 बजे जय राम सदन महेंद्रगढ़ में सभी कार्यकर्ता इकट्ठे होंगे। यहां रामबिलास शर्मा कार्यकर्ता को संबोधित भी करेंगे। कैलाश चंद्र का दावा- RSS के कहने पर पर्चा भरा
महेंद्रगढ़ सीट से पर्चा भरने के बाद रिटायर्ड टीचर कैलाश चंद्र ने दावा किया था कि उन्हें RSS ने नामांकन भरने के लिए कहा। यहां से टिकट उन्हें ही मिलेगी। उनका परिवार कराची (पाकिस्तान) से ही भाजपा से जुड़ा हुआ है। हालांकि, नामांकन पत्र के साथ उन्होंने चुनाव आयोग को भाजपा की तरफ से कैंडिडेट होने का आधिकारिक पत्र जमा नहीं कराया है। इसके बाद रामबिलास शर्मा को एक तरह से झटका लगा था। हालांकि, टिकट कटने के शक में उन्होंने समर्थकों की भीड़ जुटाकर चुनौती देते हुए कहा था कि उन्हें कोई हरा नहीं सकता। 2019 का चुनाव हार गए थे शर्मा
2014 में रामबिलास शर्मा के प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए उनकी अगुआई में ही BJP ने विधानसभा का चुनाव लड़ा था। हरियाणा के इतिहास में पहली बार भाजपा ने पूर्व बहुमत की सरकार बनाई थी। उस समय रामबिलास शर्मा CM पद के भी दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उनकी जगह मनोहर लाल खट्टर को CM बनाया। इस दौरान शर्मा को शिक्षा मंत्री बनाया गया। 2019 के चुनाव में पार्टी ने फिर से टिकट दी, लेकिन इस बार वह कांग्रेस के राव दान सिंह से हार गए। इस बार भी रामबिलास महेंद्रगढ़ सीट पर सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। BJP सूत्रों के अनुसार, इस बार पार्टी सर्वे और RSS की तरफ से मिलने वाले फीडबैक में रिपोर्ट ठीक नहीं मिली। फीडबैक ठीक न मिलने से खतरा मंडरा रहा
एक तरफ 10 साल की एंटी इनकंबैंसी, दूसरी तरफ फीडबैक और सर्वे रिपोर्ट पॉजिटिव न मिलने की वजह से उनकी टिकट पर खतरा मंडरा रहा है। रामबिलास शर्मा इसी सीट से 5 बार विधायक बन चुके हैं। वह 2 बार पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। अनिल विज के बाद इस समय रामबिलास ही सबसे पुराने नेताओं में से एक हैं। बीजेपी ने पिछली बार चुनाव हारने वाले 2 मंत्रियों कैप्टन अभिमन्यु और ओमप्रकाश धनखड़ को दोबारा टिकट दी है।