कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने बरसाना मंदिर पहुंचकर राधा-रानी के जन्म और विवाह से जुड़े अपने बयान पर माफी मांगी। इस दौरान मंदिर में उनके साथ बदसलूकी की गई। धक्का-मुक्की करते हुए उनके अंगवस्त्र खींचे गए। नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया गया। लोग चिल्ला रहे थे कि नाक रगड़वाओ, कान पकड़वाओ…। शनिवार शाम पंडित मिश्रा जब मंदिर पहुंचे तो असहज दिखे। आखिरकार उन्होंने मंदिर में नाक रगड़कर माफी मांगी। दंडवत प्रणाम किया। इसके बाद मंदिर से बाहर निकले। हाथ जोड़कर ब्रजवासियों का अभिनंदन किया। अब पढ़िए उनके माफी मांगने के बाद ब्रजवासियों का क्या कुछ कहना है… ‘कृष्ण के बारे में गलत बोलने वाले के साथ ऐसा ही होगा’
ब्रजवासियों ने महापंचायत कर प्रदीप मिश्रा को 7 दिन में श्री जी मंदिर में आकर राधा रानी के सामने माफी मांगने का अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद वह 5वें दिन ही बरसाना पहुंच गए। आर. के. पांडे ने महापंचायत में अहम भूमिका निभाई। ब्रज तीर्थ देवालय न्यास के महामंत्री हैं। उन्होंने कहा- उन्होंने राधा जी के सामने गलती मान ली है। यही ब्रजवासियों की मांग थी। पं प्र अपने अनुयायियों से भी कहा है कि किसी भी ब्रजवासी के लिए कोई गलत बात न बोले। हम लोग भी ब्रजवासियों से प्रार्थना कर रहे हैं कि जो हमारी मांग थी, वो अब पूरी हो गई है। सभी ब्रजवासी प्रसन्न हैं भगवान राधा कृष्ण के बारे में गलत बोलने वाले के खिलाफ ऐसा ही होगा। प्रवीन गोस्वामी बोले- ब्रजवासियों ने दिया एकजुटता का परिचय
श्री जी मंदिर के रिसीवर प्रवीण गोस्वामी भी महापंचायत में शामिल हुए थे। उन्होंने प्रदीप मिश्रा के माफी न मांगने पर बरसाना सहित ब्रज के किसी मंदिर में प्रवेश पर रोक लगाने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा- जब ब्रजवासियों को पता चला कि प्रदीप मिश्रा माफी मांगने आ रहे हैं तो उन्होंने एकजुटता और प्रेम का परिचय दिया। ब्रजवासियों ने किसी के लिए एक अपशब्द नहीं बोला। प्रदीप मिश्रा ने राधा रानी मंदिर में आकर नाक रगड़कर अपने अपराध के लिए क्षमा मांग ली है। श्री जी लोगों के लिए इष्ट हो सकती हैं लेकिन बरसाना वासियों के लिए वह लाडो हैं बेटी हैं। सुनील सिंह बोले- मन का क्रोध, अब खत्म हो गया
सुनील सिंह पद्म श्री रमेश बाबा के शिष्य हैं। उन्होंने कहा- प्रदीप मिश्रा के शब्दों से जो मन को ठेस पहुंची थी। उन्होंने श्री जी से आकर माफी मांग ली है इसलिए जो क्रोध था। वह खत्म हो गया है। गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी बोले- हमारी आस्था को चोट पहुंची
श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने कहा- हमारी आस्था को चोट पहुंची थी। कोई भी ईश्वर के प्रति व्यास पीठ पर बैठकर अपशब्द बोले उसको राधा कृष्ण का भक्त सनातनी स्वीकार नहीं कर सकता है। ब्रजवासी बना रहे थे आगे की रणनीति
महापंचायत में दिए गए अल्टीमेटम के बाद से ही ब्रजवासी आगे की रणनीति पर मंथन कर रहे थे। इस बात की जानकारी जब प्रदीप मिश्रा को हुई तो वह पांचवें दिन ही बरसाना पहुंच गए और राधा रानी से क्षमा मांगी। बरसाना श्री जी मंदिर पहुंचते ही प्रदीप मिश्रा ने सबसे पहले राधा रानी की जय बोली और फिर लेटकर ,कान पकड़कर क्षमा मांगी। सुलह कराने में अशोक कौशिक ने निभाई भूमिका
प्रदीप मिश्रा के खिलाफ महापंचायत में जतीपुरा के तीर्थ-पुरोहित अशोक कौशिक भी वहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा- वह माफी मांगने आएंगे। लेकिन ब्रजवासियों के आक्रोश के चलते उनकी बात दबकर रह गई। जानकार बताते हैं कि तभी से अशोक कौशिक इस मामले में लग गए और प्रदीप मिश्रा को बरसाना बुलाकर माफी मंगवा कर मामले को खत्म किया। प्रदीप मिश्रा की जतीपुरा स्थित मुखारबिंद भगवान में आस्था है और वह यहां आते रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोगों का रिएक्शन कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने बरसाना मंदिर पहुंचकर राधा-रानी के जन्म और विवाह से जुड़े अपने बयान पर माफी मांगी। इस दौरान मंदिर में उनके साथ बदसलूकी की गई। धक्का-मुक्की करते हुए उनके अंगवस्त्र खींचे गए। नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया गया। लोग चिल्ला रहे थे कि नाक रगड़वाओ, कान पकड़वाओ…। शनिवार शाम पंडित मिश्रा जब मंदिर पहुंचे तो असहज दिखे। आखिरकार उन्होंने मंदिर में नाक रगड़कर माफी मांगी। दंडवत प्रणाम किया। इसके बाद मंदिर से बाहर निकले। हाथ जोड़कर ब्रजवासियों का अभिनंदन किया। अब पढ़िए उनके माफी मांगने के बाद ब्रजवासियों का क्या कुछ कहना है… ‘कृष्ण के बारे में गलत बोलने वाले के साथ ऐसा ही होगा’
ब्रजवासियों ने महापंचायत कर प्रदीप मिश्रा को 7 दिन में श्री जी मंदिर में आकर राधा रानी के सामने माफी मांगने का अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद वह 5वें दिन ही बरसाना पहुंच गए। आर. के. पांडे ने महापंचायत में अहम भूमिका निभाई। ब्रज तीर्थ देवालय न्यास के महामंत्री हैं। उन्होंने कहा- उन्होंने राधा जी के सामने गलती मान ली है। यही ब्रजवासियों की मांग थी। पं प्र अपने अनुयायियों से भी कहा है कि किसी भी ब्रजवासी के लिए कोई गलत बात न बोले। हम लोग भी ब्रजवासियों से प्रार्थना कर रहे हैं कि जो हमारी मांग थी, वो अब पूरी हो गई है। सभी ब्रजवासी प्रसन्न हैं भगवान राधा कृष्ण के बारे में गलत बोलने वाले के खिलाफ ऐसा ही होगा। प्रवीन गोस्वामी बोले- ब्रजवासियों ने दिया एकजुटता का परिचय
श्री जी मंदिर के रिसीवर प्रवीण गोस्वामी भी महापंचायत में शामिल हुए थे। उन्होंने प्रदीप मिश्रा के माफी न मांगने पर बरसाना सहित ब्रज के किसी मंदिर में प्रवेश पर रोक लगाने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा- जब ब्रजवासियों को पता चला कि प्रदीप मिश्रा माफी मांगने आ रहे हैं तो उन्होंने एकजुटता और प्रेम का परिचय दिया। ब्रजवासियों ने किसी के लिए एक अपशब्द नहीं बोला। प्रदीप मिश्रा ने राधा रानी मंदिर में आकर नाक रगड़कर अपने अपराध के लिए क्षमा मांग ली है। श्री जी लोगों के लिए इष्ट हो सकती हैं लेकिन बरसाना वासियों के लिए वह लाडो हैं बेटी हैं। सुनील सिंह बोले- मन का क्रोध, अब खत्म हो गया
सुनील सिंह पद्म श्री रमेश बाबा के शिष्य हैं। उन्होंने कहा- प्रदीप मिश्रा के शब्दों से जो मन को ठेस पहुंची थी। उन्होंने श्री जी से आकर माफी मांग ली है इसलिए जो क्रोध था। वह खत्म हो गया है। गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी बोले- हमारी आस्था को चोट पहुंची
श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने कहा- हमारी आस्था को चोट पहुंची थी। कोई भी ईश्वर के प्रति व्यास पीठ पर बैठकर अपशब्द बोले उसको राधा कृष्ण का भक्त सनातनी स्वीकार नहीं कर सकता है। ब्रजवासी बना रहे थे आगे की रणनीति
महापंचायत में दिए गए अल्टीमेटम के बाद से ही ब्रजवासी आगे की रणनीति पर मंथन कर रहे थे। इस बात की जानकारी जब प्रदीप मिश्रा को हुई तो वह पांचवें दिन ही बरसाना पहुंच गए और राधा रानी से क्षमा मांगी। बरसाना श्री जी मंदिर पहुंचते ही प्रदीप मिश्रा ने सबसे पहले राधा रानी की जय बोली और फिर लेटकर ,कान पकड़कर क्षमा मांगी। सुलह कराने में अशोक कौशिक ने निभाई भूमिका
प्रदीप मिश्रा के खिलाफ महापंचायत में जतीपुरा के तीर्थ-पुरोहित अशोक कौशिक भी वहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा- वह माफी मांगने आएंगे। लेकिन ब्रजवासियों के आक्रोश के चलते उनकी बात दबकर रह गई। जानकार बताते हैं कि तभी से अशोक कौशिक इस मामले में लग गए और प्रदीप मिश्रा को बरसाना बुलाकर माफी मंगवा कर मामले को खत्म किया। प्रदीप मिश्रा की जतीपुरा स्थित मुखारबिंद भगवान में आस्था है और वह यहां आते रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोगों का रिएक्शन उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर