प्रयागराज बॉर्डर के 8 जिलों में 2 लाख वाहन रोके:जौनपुर-कौशांबी से पैदल ही निकले श्रद्धालु, वाराणसी में 20km लंबा जाम

प्रयागराज बॉर्डर के 8 जिलों में 2 लाख वाहन रोके:जौनपुर-कौशांबी से पैदल ही निकले श्रद्धालु, वाराणसी में 20km लंबा जाम

महाकुंभ में भगदड़ के बाद प्रशासन ने प्रयागराज आ रहे श्रद्धालुओं को बॉर्डर के जिलों में ही रोक दिया था। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्पेशल ट्रेनें जहां पहुंची थीं, वहीं तक अगले आदेश तक के लिए रोक दी गईं। इससे 8 जिलों में हाईवे पर 2 लाख से ज्यादा वाहनों के पहिए थम गए। हालात सामान्य होने पर भदोही, मिर्जापुर, जौनपुर और प्रतापगढ़ समेत कई जिलों में प्रशासन ने धीरे-धीरे जाम खुलवाया। जिसके बाद गाड़ियों को रवाना किया गया। कई जिलों में प्रयागराज जाने वाली बसों को बस स्टैंड पर ही रोक दिया गया। बॉर्डर पर वाहन रोके जाने से वाराणसी में 20 किमी लंबा जाम लग गया था। गाड़ियां रोके जाने के बाद 8 जिलों के बॉर्डर के हालात क्या हैं? श्रद्धालु कितना परेशान हुए, प्रशासन ने कैसे व्यवस्था की, पढ़िए सिलसिलेवार रिपोर्ट…। पहले 3 तस्वीरें देखिए वाराणसी में 20 किमी लंबा जाम
वाराणसी से प्रयागराज जाने वाले सभी रूटों पर पुलिस ने बैरियर लगा दिया। प्रयागराज जाने वाले करीब 40 हजार वाहनों को रोक दिया गया था। इसके अलावा 10 हजार से ज्यादा वाहनों को पार्किंग में खड़ा करवाया गया। इस दौरान जीटी रोड पर करीब 20 किमी लंबा जाम लग गया। महाकुंभ में जाने के लिए निकले हजारों लोग बस, कार और अन्य गाड़ियों में फंस गए। चित्रकूट में 10 घंटे से ज्यादा जाम में फंसे लोग
चित्रकूट में पुलिस ने प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं को रोक दिया। इससे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर करीब 10 किमी लंबा जाम लग गया। श्रद्धालु 10 घंटे से ज्यादा जाम में फंसे रहे। ग्वालियर से आए शिव प्रताप सिंह यादव ने बताया- वे परिवार के साथ संगम स्नान के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें वापस भेज दिया। जाम में फंसे लोगों के लिए खाने-पीने की कोई व्यवस्था भी नहीं थी। कौशांबी से श्रद्धालु पैदल महाकुंभ जा रहे
कौशांबी प्रशासन ने श्रद्धालुओं के वाहन बॉर्डर पर रोक दिया। जिसके बाद श्रद्धालु पैदल ही महाकुंभ के लिए रवाना हो गए। जिले में 5 होल्डिंग एरिया बनाए गए। सड़क से पार्किंग तक 50 हजार से ज्यादा वाहनों को रोका गया। ट्रैफिक सीओ जेपी पांडेय के मुताबिक, कोखराज थाने के सामने बने होल्डिंग एरिया में बाहर से आ रही गाड़ियों को रोका गया। यहां श्रद्धालुओं के लिए फ्री भोजन, चाय और नाश्ते की व्यवस्था की गई। प्रतापगढ़ में 10 घंटे बाद खुला जाम प्रयागराज-प्रतापगढ़ हाईवे के भूपियामाऊ के पास रोके गए वाहनों को करीब 10 घंटे बाद शाम 5 के बाद छोड़ दिया गया। जिसके बाद श्रद्धालु की गाड़ियां प्रयागराज के लिए रवाना हुईं। प्रतापगढ़-प्रयागराज बॉर्डर पर पुलिस ने वाहनों को रोक दिया था। प्रशासन ने बॉर्डर से 5 किमी पहले पार्किंग बनाई थी। सड़क से लेकर पार्किंग तक करीब 40 हजार वाहनों को खड़ा किया गया था। DM शिव सहाय अवस्थी और SP डॉ. अनिल कुमार ने एटीएल ग्राउंड का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। जौनपुर DM बोले- गाड़ियों को धीरे-धीरे रवाना कर रहे जौनपुर प्रशासन ने कुंभ की ओर जा रहे श्रद्धालुओं के वाहनों को रोक दिया था। लगभग 7-8 स्थानों पर यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की गई थी। वहीं शाम 4 बजे महाकुंभ मेले की स्थिति ठीक होने पर यात्रियों के वाहनों को प्रयागराज के लिए रवाना किया गया। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने बताया कि वाहनों को धीरे-धीरे प्रयागराज रवाना किया जा रहा है। जो यात्री अभी जनपद में रुके हैं, उनके रहने की व्यवस्था की गई है, सुबह प्रयागराज भेजा जाएगा। भदोही पुलिस ने टुकड़ों में गाड़ियों को छोड़ा भदोही प्रशासन ने शाम 4 बजे के बाद रोके गए वाहनों को धीरे-धीरे छोड़ना शुरू किया गया। शाम 5:00 बजे तक जिले में विभिन्न जगहों पर रोक गए महाकुंभ जा रहे लोगों को रवाना किया गया। जिले में 8 बजे तक पूरी तरह से यातायात सुगमता के साथ शुरू हो गया। प्रयागराज जाने वालों श्रद्धालुओं को भदोही के गोपीगंज, लाला नगर टोल प्लाजा, जंगीगंज, बाबू साराय और ऊंज बॉर्डर पर रोका गया था। रीवा बॉर्डर पर 50 हजार गाड़ियां रोकीं
MP से महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहन यूपी-एमपी बॉर्डर पर रीवा में चाकघाट के पास रोक दिए गए। 50 हजार से ज्यादा गाड़ियां हाईवे और पार्किंग में खड़े कराए गए। यहां 2 DSP सहित पुलिस के 50 जवानों की ड्यूटी लगाई गई। एक लेन पर वाहनों को रोका गया। दूसरी लेन मध्य प्रदेश आने वालों के लिए खोली गई। इस दौरान पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती रही। यात्रियों को रुकने के लिए तीन होल्डिंग स्पेस बनाए गए। मिर्जापुर में 12 घंटे बाद खुला जाम मिर्जापुर में जगह-जगह रोके गए वाहनों को प्रयागराज की ओर शाम को टुकड़ों में रवाना किया गया। श्रद्धालुओं को करीब 12 घंटे इंतजार करना पड़ा। मिर्जापुर प्रयागराज मार्ग पर करीब 6 जगहों पर बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों को रोका गया था। करीब 12 घंटे बाद एक साथ 20-20 की संख्या में गाड़ियों को छोड़ा गया। मिर्जापुर में 10 हजार गाड़ियों को रोका गया था। पुलिस ने 2 बजे के बाद मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और गुजरात के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का आधार कार्ड देखा, जिसके बाद घर वापस जाने के लिए गाड़ियां पास कराईं। —————- ये खबर भी पढ़िए- महाकुंभ भगदड़-12 रिपोर्टर्स की आंखों देखी: लाशों के बीच अपनों की तलाश, जमीन पर तड़पते लोग महाकुंभ कवरेज के लिए दैनिक भास्कर के 12 रिपोर्टर प्रयागराज में तैनात हैं। कुंभ का सबसे बड़ा अमृत स्नान मौनी अमावस्या है। हमारी टीम कवरेज के लिए अलर्ट थी। रात के करीब 2 बजे थे। अचानक एक के बाद एक एंबुलेंस की आवाजें आने लगीं। संगम तट पर मची भगदड़ के बाद मेले में बनाए गए केंद्रीय अस्पताल की स्थिति भयावह थी। पढ़ें पूरी खबर… महाकुंभ में भगदड़ के बाद प्रशासन ने प्रयागराज आ रहे श्रद्धालुओं को बॉर्डर के जिलों में ही रोक दिया था। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्पेशल ट्रेनें जहां पहुंची थीं, वहीं तक अगले आदेश तक के लिए रोक दी गईं। इससे 8 जिलों में हाईवे पर 2 लाख से ज्यादा वाहनों के पहिए थम गए। हालात सामान्य होने पर भदोही, मिर्जापुर, जौनपुर और प्रतापगढ़ समेत कई जिलों में प्रशासन ने धीरे-धीरे जाम खुलवाया। जिसके बाद गाड़ियों को रवाना किया गया। कई जिलों में प्रयागराज जाने वाली बसों को बस स्टैंड पर ही रोक दिया गया। बॉर्डर पर वाहन रोके जाने से वाराणसी में 20 किमी लंबा जाम लग गया था। गाड़ियां रोके जाने के बाद 8 जिलों के बॉर्डर के हालात क्या हैं? श्रद्धालु कितना परेशान हुए, प्रशासन ने कैसे व्यवस्था की, पढ़िए सिलसिलेवार रिपोर्ट…। पहले 3 तस्वीरें देखिए वाराणसी में 20 किमी लंबा जाम
वाराणसी से प्रयागराज जाने वाले सभी रूटों पर पुलिस ने बैरियर लगा दिया। प्रयागराज जाने वाले करीब 40 हजार वाहनों को रोक दिया गया था। इसके अलावा 10 हजार से ज्यादा वाहनों को पार्किंग में खड़ा करवाया गया। इस दौरान जीटी रोड पर करीब 20 किमी लंबा जाम लग गया। महाकुंभ में जाने के लिए निकले हजारों लोग बस, कार और अन्य गाड़ियों में फंस गए। चित्रकूट में 10 घंटे से ज्यादा जाम में फंसे लोग
चित्रकूट में पुलिस ने प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं को रोक दिया। इससे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर करीब 10 किमी लंबा जाम लग गया। श्रद्धालु 10 घंटे से ज्यादा जाम में फंसे रहे। ग्वालियर से आए शिव प्रताप सिंह यादव ने बताया- वे परिवार के साथ संगम स्नान के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें वापस भेज दिया। जाम में फंसे लोगों के लिए खाने-पीने की कोई व्यवस्था भी नहीं थी। कौशांबी से श्रद्धालु पैदल महाकुंभ जा रहे
कौशांबी प्रशासन ने श्रद्धालुओं के वाहन बॉर्डर पर रोक दिया। जिसके बाद श्रद्धालु पैदल ही महाकुंभ के लिए रवाना हो गए। जिले में 5 होल्डिंग एरिया बनाए गए। सड़क से पार्किंग तक 50 हजार से ज्यादा वाहनों को रोका गया। ट्रैफिक सीओ जेपी पांडेय के मुताबिक, कोखराज थाने के सामने बने होल्डिंग एरिया में बाहर से आ रही गाड़ियों को रोका गया। यहां श्रद्धालुओं के लिए फ्री भोजन, चाय और नाश्ते की व्यवस्था की गई। प्रतापगढ़ में 10 घंटे बाद खुला जाम प्रयागराज-प्रतापगढ़ हाईवे के भूपियामाऊ के पास रोके गए वाहनों को करीब 10 घंटे बाद शाम 5 के बाद छोड़ दिया गया। जिसके बाद श्रद्धालु की गाड़ियां प्रयागराज के लिए रवाना हुईं। प्रतापगढ़-प्रयागराज बॉर्डर पर पुलिस ने वाहनों को रोक दिया था। प्रशासन ने बॉर्डर से 5 किमी पहले पार्किंग बनाई थी। सड़क से लेकर पार्किंग तक करीब 40 हजार वाहनों को खड़ा किया गया था। DM शिव सहाय अवस्थी और SP डॉ. अनिल कुमार ने एटीएल ग्राउंड का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। जौनपुर DM बोले- गाड़ियों को धीरे-धीरे रवाना कर रहे जौनपुर प्रशासन ने कुंभ की ओर जा रहे श्रद्धालुओं के वाहनों को रोक दिया था। लगभग 7-8 स्थानों पर यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की गई थी। वहीं शाम 4 बजे महाकुंभ मेले की स्थिति ठीक होने पर यात्रियों के वाहनों को प्रयागराज के लिए रवाना किया गया। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने बताया कि वाहनों को धीरे-धीरे प्रयागराज रवाना किया जा रहा है। जो यात्री अभी जनपद में रुके हैं, उनके रहने की व्यवस्था की गई है, सुबह प्रयागराज भेजा जाएगा। भदोही पुलिस ने टुकड़ों में गाड़ियों को छोड़ा भदोही प्रशासन ने शाम 4 बजे के बाद रोके गए वाहनों को धीरे-धीरे छोड़ना शुरू किया गया। शाम 5:00 बजे तक जिले में विभिन्न जगहों पर रोक गए महाकुंभ जा रहे लोगों को रवाना किया गया। जिले में 8 बजे तक पूरी तरह से यातायात सुगमता के साथ शुरू हो गया। प्रयागराज जाने वालों श्रद्धालुओं को भदोही के गोपीगंज, लाला नगर टोल प्लाजा, जंगीगंज, बाबू साराय और ऊंज बॉर्डर पर रोका गया था। रीवा बॉर्डर पर 50 हजार गाड़ियां रोकीं
MP से महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहन यूपी-एमपी बॉर्डर पर रीवा में चाकघाट के पास रोक दिए गए। 50 हजार से ज्यादा गाड़ियां हाईवे और पार्किंग में खड़े कराए गए। यहां 2 DSP सहित पुलिस के 50 जवानों की ड्यूटी लगाई गई। एक लेन पर वाहनों को रोका गया। दूसरी लेन मध्य प्रदेश आने वालों के लिए खोली गई। इस दौरान पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती रही। यात्रियों को रुकने के लिए तीन होल्डिंग स्पेस बनाए गए। मिर्जापुर में 12 घंटे बाद खुला जाम मिर्जापुर में जगह-जगह रोके गए वाहनों को प्रयागराज की ओर शाम को टुकड़ों में रवाना किया गया। श्रद्धालुओं को करीब 12 घंटे इंतजार करना पड़ा। मिर्जापुर प्रयागराज मार्ग पर करीब 6 जगहों पर बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों को रोका गया था। करीब 12 घंटे बाद एक साथ 20-20 की संख्या में गाड़ियों को छोड़ा गया। मिर्जापुर में 10 हजार गाड़ियों को रोका गया था। पुलिस ने 2 बजे के बाद मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और गुजरात के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का आधार कार्ड देखा, जिसके बाद घर वापस जाने के लिए गाड़ियां पास कराईं। —————- ये खबर भी पढ़िए- महाकुंभ भगदड़-12 रिपोर्टर्स की आंखों देखी: लाशों के बीच अपनों की तलाश, जमीन पर तड़पते लोग महाकुंभ कवरेज के लिए दैनिक भास्कर के 12 रिपोर्टर प्रयागराज में तैनात हैं। कुंभ का सबसे बड़ा अमृत स्नान मौनी अमावस्या है। हमारी टीम कवरेज के लिए अलर्ट थी। रात के करीब 2 बजे थे। अचानक एक के बाद एक एंबुलेंस की आवाजें आने लगीं। संगम तट पर मची भगदड़ के बाद मेले में बनाए गए केंद्रीय अस्पताल की स्थिति भयावह थी। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर