प्रयागराज में इंटर कालेज के लेक्चरर गंगा में कूदे…तलाश जारी:सुबह हाथ की नस काट ली थी, पत्नी ने प्रधानाचार्य पर उत्पीड़न के आरोप लगाए

प्रयागराज में इंटर कालेज के लेक्चरर गंगा में कूदे…तलाश जारी:सुबह हाथ की नस काट ली थी, पत्नी ने प्रधानाचार्य पर उत्पीड़न के आरोप लगाए

प्रयागराज में इंटर कॉलेज के एक लेक्चरर ने पहले अपने हाथ की नस काट ली। इसके बाद गंगा में कूद गए। पत्नी के मुताबिक, कॉलेज के प्रधानाचार्य उनका उत्पीड़न कर रहे थे। इससे पहले परेशान होकर उन्होंने शुक्रवार सुबह अपने हाथ की नस भी काट ली थी। अब दारागंज पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। 40 साल के करुणा शंकर शुक्ला गांधी इंटर कॉलेज में अर्थशास्त्र के लेक्चरर हैं। शुक्रवार शाम को पत्नी के साथ ई-रिक्शा पर जा रहे थे। उन्होंने ब्रिज पर ई रिक्शा रुकवा लिया। इसके बाद एक झटके से उतरे और गंगा में कूद गए। पुल पर राहगीरों की भीड़ जुटने से हंगामा मच गया। चीख पुकार मचने पर गोताखोर कूद पड़े। देर रात तक उनको ढूंढा नहीं जा सका। हंगामा मचा तो पूछताछ शुरू हुई
पत्नी ने बताया कि सुबह उन्होंने तनाव के चलते अपने हाथ की नस काट ली थी। इस पर उन्हें झूंसी के एक निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया था। पहले से उनका ब्रेन हैमरेज का इलाज एसआरएन अस्पताल में चल रहा था। इसलिए पत्नी ई-रिक्शा से उन्हें लेकर एसआरएन अस्पताल आ रही थी। बीच रास्ते में लेक्चरर ने कहा कि चक्कर आ रहा है। ई-रिक्शा रुकते ही वह नीचे उतरे और नदी में छलांग लगा दी। उनके इस कदम के पीछे पत्नी ने कॉलेज के प्रधानाचार्य पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। दारागंज पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। जानिये क्या है पूरा मामला
प्रतापगढ़ जिले में राजापुर भंवरी निवासी करुणा शंकर शुक्ला पटेल नगर, झूंसी स्थित गांधी इंटर कॉलेज में अर्थशास्त्र के लेक्चररथे। वह पत्नी माधवी, एक बेटे और बेटी के साथ झूंसी के अपार्टमेंट में रहते थे। शुक्रवार सुबह करुणा शंकर ने अपने हाथ की नस काट ली। घरवालों ने देखा कि तो उन्हें झूंसी के एक हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले गए। इसके बाद पत्नी माधवी उन्हें एसआरएन अस्पताल ले जा रही थी। शास्त्री पुल पर ई रिक्शा पहुंचा तो करुणा शंकर ने पत्नी से उलझने होने की शिकायत की। साथ ही ई रिक्शा वाले से रुकने के लिए कहा। ई रिक्शा किनारे रुका तो वह नीचे उतरे और गंगा नदी में छलांग लगा दी। इसके चलते पुल पर अफरातफरी मच गई। पुल पर राहगीरों की भीड़ जुट गई। शोरगुल सुनकर मल्लाह और गोताखोर शिक्षक को बचाने के लिए दौड़े। घंटों की तलाश के बाद भी प्रवक्ता का कुछ पता नहीं चल पाया। पुल पर इस घटना के बाद यातायात ठप सा हो गया था। पुलिस के पहुंचने के बाद स्थिति सामान्य हुई। प्रयागराज में इंटर कॉलेज के एक लेक्चरर ने पहले अपने हाथ की नस काट ली। इसके बाद गंगा में कूद गए। पत्नी के मुताबिक, कॉलेज के प्रधानाचार्य उनका उत्पीड़न कर रहे थे। इससे पहले परेशान होकर उन्होंने शुक्रवार सुबह अपने हाथ की नस भी काट ली थी। अब दारागंज पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। 40 साल के करुणा शंकर शुक्ला गांधी इंटर कॉलेज में अर्थशास्त्र के लेक्चरर हैं। शुक्रवार शाम को पत्नी के साथ ई-रिक्शा पर जा रहे थे। उन्होंने ब्रिज पर ई रिक्शा रुकवा लिया। इसके बाद एक झटके से उतरे और गंगा में कूद गए। पुल पर राहगीरों की भीड़ जुटने से हंगामा मच गया। चीख पुकार मचने पर गोताखोर कूद पड़े। देर रात तक उनको ढूंढा नहीं जा सका। हंगामा मचा तो पूछताछ शुरू हुई
पत्नी ने बताया कि सुबह उन्होंने तनाव के चलते अपने हाथ की नस काट ली थी। इस पर उन्हें झूंसी के एक निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया था। पहले से उनका ब्रेन हैमरेज का इलाज एसआरएन अस्पताल में चल रहा था। इसलिए पत्नी ई-रिक्शा से उन्हें लेकर एसआरएन अस्पताल आ रही थी। बीच रास्ते में लेक्चरर ने कहा कि चक्कर आ रहा है। ई-रिक्शा रुकते ही वह नीचे उतरे और नदी में छलांग लगा दी। उनके इस कदम के पीछे पत्नी ने कॉलेज के प्रधानाचार्य पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। दारागंज पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। जानिये क्या है पूरा मामला
प्रतापगढ़ जिले में राजापुर भंवरी निवासी करुणा शंकर शुक्ला पटेल नगर, झूंसी स्थित गांधी इंटर कॉलेज में अर्थशास्त्र के लेक्चररथे। वह पत्नी माधवी, एक बेटे और बेटी के साथ झूंसी के अपार्टमेंट में रहते थे। शुक्रवार सुबह करुणा शंकर ने अपने हाथ की नस काट ली। घरवालों ने देखा कि तो उन्हें झूंसी के एक हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले गए। इसके बाद पत्नी माधवी उन्हें एसआरएन अस्पताल ले जा रही थी। शास्त्री पुल पर ई रिक्शा पहुंचा तो करुणा शंकर ने पत्नी से उलझने होने की शिकायत की। साथ ही ई रिक्शा वाले से रुकने के लिए कहा। ई रिक्शा किनारे रुका तो वह नीचे उतरे और गंगा नदी में छलांग लगा दी। इसके चलते पुल पर अफरातफरी मच गई। पुल पर राहगीरों की भीड़ जुट गई। शोरगुल सुनकर मल्लाह और गोताखोर शिक्षक को बचाने के लिए दौड़े। घंटों की तलाश के बाद भी प्रवक्ता का कुछ पता नहीं चल पाया। पुल पर इस घटना के बाद यातायात ठप सा हो गया था। पुलिस के पहुंचने के बाद स्थिति सामान्य हुई।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर