उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय को आज पदभार ग्रहण करना था। इससे पहले गुरुवार सुबह ही हजारों अभ्यर्थी गेट पर धरने पर बैठ गए। चयन आयोग कार्यालय के बाहर प्रयागराज में करीब 5 हजार डीएलएड अभ्यर्थी पहुंचे। आयोग का घेराव करते हुए सरकार से शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने की मांग की अभ्यर्थियों की भीड़ और प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी पहुंच गई। पुलिस मुस्तैद रही, ताकि अभ्यर्थी अंदर न घुसने पाएं। हाथों में तख्तियां लेकर अभ्यर्थी सरकार से मांग कर रहे हैं कि हमें दावे नहीं, नौकरी चाहिए। कह रहें… आज प्रयागराज की धरती से फिर हमने ललकारा है। अनुपात हटाओ शिक्षामंत्री यह अधिकार हमारा है। भर्ती दो… भर्ती दो… । उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय को आज पदभार ग्रहण करना था। इससे पहले गुरुवार सुबह ही हजारों अभ्यर्थी गेट पर धरने पर बैठ गए। चयन आयोग कार्यालय के बाहर प्रयागराज में करीब 5 हजार डीएलएड अभ्यर्थी पहुंचे। आयोग का घेराव करते हुए सरकार से शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने की मांग की अभ्यर्थियों की भीड़ और प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी पहुंच गई। पुलिस मुस्तैद रही, ताकि अभ्यर्थी अंदर न घुसने पाएं। हाथों में तख्तियां लेकर अभ्यर्थी सरकार से मांग कर रहे हैं कि हमें दावे नहीं, नौकरी चाहिए। कह रहें… आज प्रयागराज की धरती से फिर हमने ललकारा है। अनुपात हटाओ शिक्षामंत्री यह अधिकार हमारा है। भर्ती दो… भर्ती दो… । उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
Noida में जाम खत्म करने के लिए बना प्लान, ओखला बैराज से यमुना एक्सप्रेस-वे तक बनेगा नया रूट
Noida में जाम खत्म करने के लिए बना प्लान, ओखला बैराज से यमुना एक्सप्रेस-वे तक बनेगा नया रूट <p style=”text-align: justify;”><strong>Noida News:</strong> नोएडा प्राधिकरण द्वारा नोएडा-ग्रेटर, नोएडा एक्सप्रेस-वे पर बढ़ते यातायात और जाम की समस्या को देखते हुए ओखला बैराज से यमुना एक्सप्रेस-वे तक वैकल्पिक मार्ग (6 लेन एलिवेटेड या 8 लेन ऑन ग्राउंड) बनाने की योजना प्रस्तावित है. 18 सितंबर को इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने हेतु पत्र प्रेषित किया गया है. जिसके उपरान्त परियोजना के क्रियान्वयन की आगामी औपचारिकताएं पूर्ण की जाएगी, जिससे कि परियोजना को धरातल पर उतारा जा सके. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर यातायात का घनत्व अत्यधिक बढ़ने के कारण जनमानस को भीषण जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अतिरिक्त एक्सप्रेस वे पर लगने वाले जाम के कारण होने वाले कार्बन उत्सर्जन से वायु प्रदूषण में भी वृद्धि हो रही है. भविष्य में यह और बढ़ने की सम्भावना है. उपरोक्त परिस्थितियों, वर्तमान एवं भविष्य की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए सुगम यातायात हेतु विद्यमान नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के विकल्प के तौर पर वैकल्पिक मार्ग के रूप में ओखला बैराज से हिन्डन यमुना दोआब होते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे तक अतिरिक्त एक्सप्रेस-वे (6 लेन एलिवेटेड अथवा 8 लेन ऑन ग्राउंड) का निर्माण किये जाने की योजना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अथॉरिटी ने प्रमुख सचिव को लिखा पत्र</strong><br />योजना को मूर्त रूप प्रदान करने से पूर्व उक्त मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये जाने हेतु 18 सितंबर को प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश शासन को नोएडा प्राधिकरण द्वारा पत्र प्रेषित किया गया है. शासन द्वारा उक्त मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये जाने के उपरान्त परियोजना के क्रियान्वयन की आगामी औपचारिकताएं पूर्ण की जायेंगी, जिससे कि परियोजना को धरातल पर उतारा जा सके. यह एक्सप्रेसवे ओखला बैराज के पास से शुरू होकर यमुना और हिंडन के दोआब से होते हुए इस एक्सप्रेस वे को वर्तमान में संचालित यमुना एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/kanpur-green-park-stadium-india-bangladesh-match-not-affected-due-rain-preparations-complete-ann-2786744″>IND VS BAN: बारिश की वजह से भारत-बांग्लादेश मैच पर पड़ेगा असर? ग्रीन पार्क स्टेडियम में ये तैयारियां</a></strong></p>
Bihar News: बिहार के DGP आरएस भट्टी बनाए गए CISF के DG
Bihar News: बिहार के DGP आरएस भट्टी बनाए गए CISF के DG <p style=”text-align: justify;”><strong>DGP RS Bhatti appointed As DG of CISF:</strong> केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. बिहार के DGP आरएस भट्टी को CISF के DG के पद पर नियुक्त किया गया है. पदभार ग्रहण करने की तिथि से 30.09.2025 को उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख तक या अगले आदेश तक बने रहेंगे. दलजीत सिंह चौधरी जो वर्तमान में SSB के महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं, कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल BSF के पद पर किए गए तैनात. 30.11.2025 को उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख तक या अगले आदेश तक बने रहेंगे. </p>
गैंगस्टर लॉरेंस के 2 इंटरव्यू पर खुलासा:पंजाब पुलिस की कस्टडी में पहला, दूसरा राजस्थान जेल में हुआ; हाईकोर्ट ने SIT रिपोर्ट खोली
गैंगस्टर लॉरेंस के 2 इंटरव्यू पर खुलासा:पंजाब पुलिस की कस्टडी में पहला, दूसरा राजस्थान जेल में हुआ; हाईकोर्ट ने SIT रिपोर्ट खोली पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गैंगस्टर का पहला इंटरव्यू पंजाब के खरड़ में पुलिस कस्टडी में हुआ था। जबकि, दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जेल में हुआ था। यह खुलासा इस मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की रिपोर्ट से हुआ है। एसआईटी ने यह सीलबंद रिपोर्ट पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट को सौंपी थी। जिसे बुधवार को सार्वजनिक किया गया। रिपोर्ट के दूसरे तथ्यों के बारे में इंतजार किया जा रहा है। पंजाब के DGP ने खारिज किया था दावा
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू वर्ष 2023 में 14 और 17 मार्च को जारी किए गए थे। जिसके बाद पंजाब पुलिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है। DGP ने लॉरेंस की 2 तस्वीरें दिखाते हुए कहा था- जब लॉरेंस को बठिंडा जेल लाया गया तो इसके बाल कटे थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली
लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत
लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू करने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर रहा है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। वकील बोले- पंजाब पुलिस में काली भेड़ें
इस बारे में इंटरव्यू के खिलाफ पिटीशन दायर करने वाले वकील गौरव ने कहा- आज सुनवाई में साफ हो गया गया कि पंजाब पुलिस में काली भेड़े हैं। जिन्होंने यह इंटरव्यू करवाया था। यह किसी आम आदमी का यह काम नहीं है। हालांकि इसे शुरू से ही दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि अदालत ने तय किया है कि जो भी इस मामले शामिल होंगे, उन पर सीधे कार्रवाई होगी। वहीं, इस मामले में जो भी सुपरवाइजर होंगे, उन पर भी कार्रवाई होगी। इस मामले में डीजीपी एफिडेविट फाइल करेंगे। इस मामले की अगली सुनवाई पांच नौ को तय की गई। अब गुजरात जेल में बंद है लॉरेंस
गैंगस्टर लॉरेंस इस समय गुजरात की जेल में नशा तस्करी से जुडे़ केस में बंद है। उसे अहमदाबाद के साबरमती में हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। हाल ही में उसके पाकिस्तानी डॉन से ईद की बधाई को लेकर वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी। आतंकी गैंग की तरह लॉरेंस का स्लीपर सेल
आतंकियों की तर्ज पर लॉरेंस गैंग ने अपना ‘स्लीपर सेल’ तैयार कर लिया है। स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गे आम लोगों की तरह हमारे बीच में रहते हैं। ये पेशेवर अपराधी नहीं हैं, लेकिन आका (लॉरेंस) का इशारा मिलते ही टारगेट किलिंग करने से भी नहीं चूकते। लॉरेंस गैंग ने ब्रेन वॉश कर स्लीपर सेल में कई नाबालिगों को भी शामिल कर रखा है। ये नाबालिग हथियार सप्लाई, टारगेट किलिंग से लेकर हवाला के जरिए पैसा ठिकाने लगाने का काम कर रहे हैं। इस तथ्य का खुलासा लॉरेंस गैंग के गुर्गों द्वारा राजस्थान में अंजाम दी गई विभिन्न वारदात से जुड़ी जांच और अदालत में दाखिल चार्जशीट में हुआ है। पहली बार बाकायदा ‘स्लीपर सेल’ शब्द का इस्तेमाल किया गया। स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गे पुलिस और जांच एजेंसियों से बचने के लिए बॉक्स कॉल के जरिए संपर्क में रहते हैं। बॉक्स कॉल करने के लिए मोबाइल से सिग्नल ऐप कॉल करने के बाद स्पीकर ऑन- हैंड्स फ्री कर बात की जाती है। बॉक्स कॉल करने से कॉल इंटरसेप्ट नहीं की जा सकती है, और ना ही कॉल लोकेट हो पाती है। सलमान खान के पीछे पड़ा गैंगस्टर लॉरेंस
लॉरेंस इस वक्त सलमान खान के पीछे पड़ा है। सलमान पर आरोप है कि 1998 में फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान राजस्थान के जंगलों में काले हिरण का शिकार किया था। सलमान के अलावा सैफ अली खान, सोनाली बेंद्रे, तब्बू और नीलम कोठारी पर भी आरोप लगे थे। बिश्नोई समाज ने तब सलमान के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। सलमान को इसके लिए जोधपुर कोर्ट ने पांच साल की सजा भी सुनाई थी, हालांकि बाद में उन्हें इस मामले में बेल मिल गई। इसी के चलते गैंगस्टर लॉरेंस सलमान खान को मारना चाहता है। वह कोर्ट में पेशी के दौरान इसकी धमकी तक दे चुका है। सलमान खान पर हमले की प्लानिंग में लॉरेंस के कई गुर्गों को दिल्ली और मुंबई पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। मगर फिर भी लॉरेंस अपने गैंगस्टर के गुर्गों को सलमान खाने के पीछे लगाए हुए हैं। कुछ दिन पहले ही मुंबई में सलमान खान के घर पर फायरिंग की जा चुकी है। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…