प्रयागराज में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक की कनपटी में सटाकर गोली मारी गई है। लाश को देखकर ऐसी आशंका जताई जा रही है कि देर रात उसका मर्डर किया गया है। मौके पर पुलिस और फोरेंसिक टीम मौजूद है। पूरा मामला, यमुनानगर के घूरपुर थाना क्षेत्र का है। यहां थाने से महज 2 किलोमीटर दूर इरादतगंज हवाई पट्टी इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। सूचना पाकर सुबह मौके पर पहुंची घूरपुर पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है। फोरेंसिक के अलावा डॉग स्क्वायड की टीम भी बुलाई गई है। युवक की शिनाख्त के प्रयास जारी युवक की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस ने इलाके के लोगों से पूछताछ की है। युवक के गले में लोहे की जंजीर पड़ी मिली है। आशंका है कि बंधक बनाकर युवक की हत्या की गई है। खबर अपडेट की जा रही है…. प्रयागराज में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक की कनपटी में सटाकर गोली मारी गई है। लाश को देखकर ऐसी आशंका जताई जा रही है कि देर रात उसका मर्डर किया गया है। मौके पर पुलिस और फोरेंसिक टीम मौजूद है। पूरा मामला, यमुनानगर के घूरपुर थाना क्षेत्र का है। यहां थाने से महज 2 किलोमीटर दूर इरादतगंज हवाई पट्टी इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। सूचना पाकर सुबह मौके पर पहुंची घूरपुर पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है। फोरेंसिक के अलावा डॉग स्क्वायड की टीम भी बुलाई गई है। युवक की शिनाख्त के प्रयास जारी युवक की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस ने इलाके के लोगों से पूछताछ की है। युवक के गले में लोहे की जंजीर पड़ी मिली है। आशंका है कि बंधक बनाकर युवक की हत्या की गई है। खबर अपडेट की जा रही है…. उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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प्रशांत किशोर के शराबबंदी खत्म करने वाले बयान पर उठा सियासी तूफान, जान लें JDU, BJP और RJD का स्टैंड
प्रशांत किशोर के शराबबंदी खत्म करने वाले बयान पर उठा सियासी तूफान, जान लें JDU, BJP और RJD का स्टैंड <p style=”text-align: justify;”><strong>Political Storm Over Prashant Kishor Statement:</strong> बिहार में एक अलग मुद्दे पर बहस शुरू हो गई है. चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने हाल ही में बयान दिया है कि जन सुराज की सरकार बिहार में बनती है तो शराबबंदी को वो खत्म कर देंगे. इसके पीछे की उन्होंने वजह भी बताई है. कहा है कि शराबबंदी से सरकार को हर साल 20 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है. यह पैसा भ्रष्ट अधिकारियों, शराब माफिया और नेताओं की जेब में जा रहा है. अब इस पर बिहार में सियासी तूफान उठ गया है. जानिए इस पर जेडीयू, बीजेपी और आरजेडी का स्टैंड क्या है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जेडीयू ने कहा- छात्राएं होश ठिकाने लगा देंगी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रशांत किशोर के शराबबंदी खत्म करने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू के प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा, “प्रशांत किशोर पटना में बेली रोड पर एक हवेली में रहते हैं. उसके ठीक बगल में जेडी वीमेंस कॉलेज है. उसके आगे वीमेंस कॉलेज है. प्रशांत किशोर में हिम्मत है कि वहां लड़कियों के हुजूम के बीच आकर बोले दें कि हमारी सरकार बनी तो शराबबंदी हटाएंगे? छात्राएं उनका होश ठिकाने लगा देंगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अरविंद निषाद ने कहा कि शराबबंदी नीतीश कुमार का ऐतिहासिक फैसला है जिसने आठ साल में बिहार की तस्वीर और तकदीर बदल दी. पीएम मोदी ने भी शराबबंदी की तारीफ की है. शराबबंदी से अपराध में कमी आई है. पारिवारिक कलह के मामलों में कमी आई है. दुर्घटनाओं में कमी आई. इस तरह की घोषणाएं कर प्रशांत किशोर जनता को नचा रहे हैं. गुमराह कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने कहा- ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि कौन हैं प्रशांत किशोर? नहीं जानते हम लोग. एक प्रशांत किशोर का नाम सुने हैं जिन्होंने ममता बनर्जी, कांग्रेस, आरजेडी को जिताने का टेंडर लिया था. राजनीतिक दलों को जिताने-हराने का टेंडर लेते हैं. कहा कि जिस राजनीतिक दल का जन्म नहीं हुआ है उसके नेता बिहार बदलने की बात कर रहे हैं. यह मुंगेरीलाल के हसीन सपने हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’मदिरालय नहीं पुस्तकालय, विद्यालय, महाविद्यालय चाहिए'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि प्रशांत किशोर कह रहे मदिरालय खोलेंगे, लोगों को वह शराब पिलाएगे. वह लोगों को शराबी बनाएंगे. आज तक प्रशांत किशोर वार्ड पार्षद तक का चुनाव नहीं लड़े हैं. यह सरकार बनाने का दिवास्वप्न देख रहे हैं. रोज अनाप-शनाप बयान देकर सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं. उन्होंने शराबबंदी को एनडीए सरकार के लिए विफल बताया. कहा कि यह सरकार की नाकामी है. जनता प्रशांत किशोर को खारिज करेगी तब उनको पता चल जाएगा कि जनता राजनीतिक रूप से कितनी जागरूक है. मदिरालय नहीं पुस्तकालय, विद्यालय, महाविद्यालय चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bjp-sanjay-jaiswal-big-statement-on-waqf-board-claim-says-muslims-dont-know-and-land-gone-to-waqf-ann-2781841″>’मुसलमानों को भी पता नहीं और जमीन वक्फ को चली गई’, बोर्ड के दावे पर संजय जायसवाल का बड़ा बयान</a></strong></p>
‘अब यह मामला अदालत में है, कई लोग…’, मराठा आरक्षण को लेकर CM एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान
‘अब यह मामला अदालत में है, कई लोग…’, मराठा आरक्षण को लेकर CM एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Eknath Shinde On Maratha Reservation:</strong> महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछने लगी है. मराठा आरक्षण का मामला भी चर्चा में है. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसे लेकर पूछे गए सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि दिए गए आरक्षण के मुताबिक ही भर्तियां हो रही हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, ”जैसा कि हमने कहा, ओबीसी या किसी अन्य समुदाय को वंचित किए बिना मराठा समुदाय को 10% आरक्षण दिया गया था. अब यह मामला अदालत में है, कई लोग कोशिश कर रहे हैं लेकिन अदालत ने उन्हें स्थगन नहीं दिया है.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>बारामती: मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, “जैसा कि हमने कहा, ओबीसी या किसी अन्य समुदाय को वंचित किए बिना मराठा समुदाय को 10% आरक्षण दिया गया था। अब यह मामला अदालत में है, कई लोग कोशिश कर रहे हैं लेकिन अदालत ने उन्हें स्थगन नहीं दिया है। दिए गए आरक्षण के… <a href=”https://t.co/bo8haUSb6S”>pic.twitter.com/bo8haUSb6S</a></p>
— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1812466260288077832?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 14, 2024</a></blockquote>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकार कई मुद्दों पर काम कर रही- <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम ने आगे कहा, ”दिए गए आरक्षण के अनुसार भर्तियां भी हो रही हैं. जस्टिस शिंदे समिति मराठवाड़ा में कुनबी प्रमाण पत्र पर काम कर रही है. सरकार कल की बैठक में सामने आए कई मुद्दों पर भी काम कर रही है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल लगातार चर्चा में रहे हैं. पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में सीएम शिंदे ने मनोज जरांगे पाटिल से मुलाकात कर मराठा आंदोलन से जुड़े ड्राफ्ट की कॉपी दी थी. मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल ने कई आंदोलनों का नेतृत्व किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसकी शुरुआत अगस्त 2023 में भूख हड़ताल से हुई. और उसके बाद मराठा आरक्षण के लिए दबाव बनाने के लिए विरोध प्रदर्शन, रैलियां, नवी मुंबई तक लंबी पैदल यात्रा समेत कई तरह के हथकंडे अपनाए. राज्य की सरकार ने कई मांगों को स्वीकार किया लेकिन समझौते के अनुसार कुछ अन्य मांगों को अभी भी लागू किया जाना बाकी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में मराठा की आबादी करीब 33 फीसदी है. मराठा समाज पिछले करीब 4 दशकों से नौकरियों और शिक्षा के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं. मनोज जरांगे ने मांग की कि मराठा समुदाय के लोगों को ओबीसी के तहत सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण दिया जाए. इसके अलावा, मराठों को कुनबी जाति प्रमाण-पत्र देने वाला एक सरकारी आदेश पारित किया जाए. साथ ही सरकार मराठा समुदाय के आर्थिक और सामाजिक पिछड़ेपन के सर्वे के लिए राशि दे और कई टीम गठित करे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को बड़ा तोहफा! डिप्टी CM अजित पवार किया ये खास ऐलान” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/ajit-pawar-promises-3-lpg-cylinders-to-women-majhi-ladki-bahin-yojana-maharashtra-assembly-elections-2737400″ target=”_self”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को बड़ा तोहफा! डिप्टी CM अजित पवार किया ये खास ऐलान</a></strong></p>
पंजाब में शिअद के दोनों पक्ष आमने-सामने:EX-MLA वडाला ने कहा- सिद्धांतों पर खरी नहीं उतरी पार्टी, उम्मीदवार गरीब, इसलिए समर्थन वापस लिया
पंजाब में शिअद के दोनों पक्ष आमने-सामने:EX-MLA वडाला ने कहा- सिद्धांतों पर खरी नहीं उतरी पार्टी, उम्मीदवार गरीब, इसलिए समर्थन वापस लिया पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल में चल रही कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। कल यानी गुरुवार को अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा था कि वह उपचुनाव में बीएसपी का समर्थन करेंगे। आज अकाली नेता बीबी जागीर कौर और पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला ने अपनी ही पार्टी प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वडाला ने कहा- आज हमारी पार्टी अपने ही सिद्धांतों पर खरी नहीं उतर पाई है। वडाला ने कहा- बादल के नेतृत्व में पार्टी को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में पार्टी में बदलाव की काफी जरूरत है। वडाला ने कहा- पार्टी ने उम्मीदवार घोषित करने से दो दिन पहले चंडीगढ़ से पार्टी का लोगो मंगवाया था। ऐसा नहीं है कि पार्टी को उम्मीदवार के बारे में पता नहीं था। वडाला ने कहा- हमारी बैठकें लगातार चल रही हैं और किसी सिख ने यह नहीं कहा है कि वह वोट नहीं देगा। वडाला ने अकाली दल की उम्मीदवार सुरजीत कौर को वोट देने की अपील की है। वडाला ने कहा- अकाली दल में बदलाव चाहते हैं लोग पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा- लोग अब पार्टी में बदलाव देखना चाहते हैं। सुखबीर सिंह बादल ने अपने एक भाषण में कहा था कि पार्टी किसी एक व्यक्ति की जागीर नहीं है। अगर पार्टी प्रमुख की यही राय है तो उन्हें पार्टी छोड़ देनी चाहिए। क्योंकि पार्टी इस समय बहुत बुरी हालत में है। वडाला ने कहा- पार्टी प्रमुख ने बीएसपी का समर्थन करके एक गरीब परिवार का मजाक उड़ाया है। वडाला ने कहा- अगर कोई अमीर उम्मीदवार होता तो कभी भी पर्चा वापस नहीं लिया जाता। इसका उदाहरण विरसा सिंह वल्टोहा हैं। वडाला ने आगे कहा- मुझे दुख हुआ जब हरसिमरन कौर बादल ने संसद में कहा- छोटा सा पंजाब, छोटी सी पार्टी। जबकि हमारा इतिहास सबसे बड़ा है। अकाली दल में क्यों आई दरार, पढ़ें पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने अपनी उम्मीदवार सुरजीत कौर को समर्थन न देने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि अकाली दल के दूसरे पक्ष ने सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। दूसरे पक्ष में अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर, पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं। चंडीगढ़ में अकाली दल की बड़ी बैठक के दौरान ये नेता अनुपस्थित थे और जालंधर में अलग से बैठक कर रहे थे। जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी को बदलाव की जरूरत है। चंदूमाजरा ने बदलाव शब्द का इस्तेमाल कर सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल के पक्ष के वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने बयान जारी कर कहा- हम जालंधर उपचुनाव में जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है, उसका समर्थन नहीं करेंगे, क्योंकि उक्त उम्मीदवार बीबी जागीर कौर ने बनाया है। इस बारे में उनसे पूछा ही नहीं गया।