उन्नाव के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में नाबालिग किशोरी को भगाने के आरोप में जेल गए युवक ने रिहाई के कुछ दिनों बाद किशोरी की मां व दर्जनों लोगो के सामने धारदार हथियार से खुद का गला रेत लिया। गले पर गहरे घाव होते ही वह गिर गया। परिजन उसे नजदीकी अस्पताल ले गए। जहां डाक्टरों ने उसे जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद से यह कहानी लोगो में चर्चा का विषय बनी हुई है। जानकारी के अनुसार गंजमुरादाबाद नगर निवासी एक बीस वर्षीय युवक करीब छह माह पूर्व पड़ोस की ही एक नाबालिग लड़की को भगा ले गया था। इसके बाद किशोरी के परिजनों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई तो खोजबीन के बाद किशोरी को परिजनों के सुपुर्द कर युवक को जेल भेज दिया गया। तब लोग समझ रहे थे कि इस कहानी का पटाक्षेप हो गया। लेकिन करीब 15 दिन पहले युवक जेल से घर लौटा थ तबसे घर पर ही रह रहा था। इसी बीच बीती शाम को किसी तरह लड़की की मां से कुछ कहासुनी हुई तो गंजमुरादाबाद नगर के हरदोई उन्नाव मार्ग पर चौकी परिसर से कुछ दूर एक जनप्रतिनिधि के स्थान पर दर्जनों लोग एकत्र हो गए। तभी लड़का ओर लड़की दोनों पक्ष के लोग भी पहुंच गए। चर्चा है कि युवक ने अपने प्रेम का इजहार करते हुए प्रेमिका की मां ओर दर्जनों लोगो के सामने ही अचानक पास मौजूद किसी धारदार हथियार से गला रेत लिया। इस घटना के बाद आनन फानन में उसे स्थानीय सीएचसी पर भर्ती कराया गया। जहां से उसे रेफर कर दिया गया। हालांकि युवक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। लेकिन यह प्रेम प्रसंग की कहानी लोगो में चर्चा का विषय बनी हुई है। युवक किशोरी दोनों एक ही धर्म के बताए जा रहे हैं। जबकि दोनों इंटरकास्ट के है। इस घटना के बाद से दोनों के परिजन भी सकते में प्रतीत दिख रहे हैं। उन्नाव के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में नाबालिग किशोरी को भगाने के आरोप में जेल गए युवक ने रिहाई के कुछ दिनों बाद किशोरी की मां व दर्जनों लोगो के सामने धारदार हथियार से खुद का गला रेत लिया। गले पर गहरे घाव होते ही वह गिर गया। परिजन उसे नजदीकी अस्पताल ले गए। जहां डाक्टरों ने उसे जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद से यह कहानी लोगो में चर्चा का विषय बनी हुई है। जानकारी के अनुसार गंजमुरादाबाद नगर निवासी एक बीस वर्षीय युवक करीब छह माह पूर्व पड़ोस की ही एक नाबालिग लड़की को भगा ले गया था। इसके बाद किशोरी के परिजनों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई तो खोजबीन के बाद किशोरी को परिजनों के सुपुर्द कर युवक को जेल भेज दिया गया। तब लोग समझ रहे थे कि इस कहानी का पटाक्षेप हो गया। लेकिन करीब 15 दिन पहले युवक जेल से घर लौटा थ तबसे घर पर ही रह रहा था। इसी बीच बीती शाम को किसी तरह लड़की की मां से कुछ कहासुनी हुई तो गंजमुरादाबाद नगर के हरदोई उन्नाव मार्ग पर चौकी परिसर से कुछ दूर एक जनप्रतिनिधि के स्थान पर दर्जनों लोग एकत्र हो गए। तभी लड़का ओर लड़की दोनों पक्ष के लोग भी पहुंच गए। चर्चा है कि युवक ने अपने प्रेम का इजहार करते हुए प्रेमिका की मां ओर दर्जनों लोगो के सामने ही अचानक पास मौजूद किसी धारदार हथियार से गला रेत लिया। इस घटना के बाद आनन फानन में उसे स्थानीय सीएचसी पर भर्ती कराया गया। जहां से उसे रेफर कर दिया गया। हालांकि युवक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। लेकिन यह प्रेम प्रसंग की कहानी लोगो में चर्चा का विषय बनी हुई है। युवक किशोरी दोनों एक ही धर्म के बताए जा रहे हैं। जबकि दोनों इंटरकास्ट के है। इस घटना के बाद से दोनों के परिजन भी सकते में प्रतीत दिख रहे हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Bihar News: ‘PK का असली चेहरा…’, जन सुराज की बैठक में हुआ हंगामा तो टूट पड़ीं पार्टियां, सबने खूब सुनाया <p style=”text-align: justify;”><strong>Ruckus In Jan Suraaj Meeting:</strong> गया के दो विधानसभा क्षेत्रों बेलागंज और इमामगंज में उपचुनाव को लेकर प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने शुक्रवार को बैठक में प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा की. प्रशांत किशोर ने जैसे ही संभावित प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की और एक उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगाई, वहां मौजूद दो प्रत्याशियों के बीच हंगामा शुरू हो गया. इस पर प्रशांत किशोर नाराज दिखे और उन्होंने नारा लगाने वालों से कहा शांत बैठ जाओ, नारे लगाओगे तो गर्दन कट जाएगी. इस हंगामे पर बिहार की तमाम बड़ी पार्टियों ने चुटकी ली और प्रशांत किशोर पर निशाना साधा. </p>
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<p style=”text-align: justify;”>जेडीयू नेता अरविंद निषाद ने प्रशांत किशोर पर हमला करते हुए कहा कि गया के बेलागंज उपचुनाव के लिए उम्मीदवार चयन करने में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ा. आपके सभा में कुर्सियां चलीं. तय उम्मीदवार के खिलाफ लोगों ने जमकर के नारे लगाए. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उम्मीदवारी चयन में अभी तो इनका यह हाल हुआ है. जब आगे बिहार में यह शराबबंदी के खिलाफ अभियान चलाएंगे, तो जनता इनका क्या हाल करेगी. ये तो बिहार की जनता ही बताएगी. </p>
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<p style=”text-align: justify;”>वहीं, बीजेपी नेता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार की राजनीति प्रशांत किशोर के बस की बात नहीं है. गया में जो उनकी छोटी सी मीटिंग चल रही थी, मीटिंग में जो घटना घटी आपको पता चल गया होगा यह बिहार की जनता है. जबरदस्ती इन पर कुछ थोपा नहीं जा सकता. राजनीति में धमकी भरी भाषा प्रयोग नहीं करनी चाहिए. यह कौन सी भाषा हुई, जिसमें आप कह रहे हैं आप दबाव नहीं बना सकते, बोलोगे तो कट जाओगे. राजनीति जीवन में इस तरीके के भाषा का प्रयोग करने से बचना चाहिए. आप अहंकार में ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. अहंकारी का नाश सबसे पहले होता है. जैसे रावण का नाश हुआ था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीके पर आरेजडी ने कसा तंज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले पर आरजेडी भी पीछे नहीं रही. आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कुछ लोग शोर मचा रहे थे और बिहार के राजनीति में उनको अपनी हैसियत पता चल गई. अभी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होते ही जिस तरह से कुर्सियां चली नारे लगे, भगदड़ की स्थिति हुई अब उनको पता चल रहा है. यह बिहार की धरती है, यहां पर बिहार की जनता राजनीतिक रूप से जागरूक रहती है. यह राजनीति में शोर मचाने आए थे. बीजेपी की बी टीम बनकर वोट कटवा का काम करने के लिए जनता ने असली चेहरा उनका देख लिया. अभी तो एक दो उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया तो यह स्थिति है. अभी जनता के बीच में जाएंगे तो पता चल जाएगा, राजनीतिक हैसियत क्या है?</p>
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