हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना क्षेत्र में नर्स गोशा के मर्डर मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी फौजी रामफल के तीन दोस्तों को भी गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक दोस्त हत्या करने में रामफल के साथ सहयोगी बताया गया है, जबकि दो दोस्तों ने लाश ठिकाने लगाने में उसकी मदद की थी। पकड़े गए तीनों युवकों की पहचान रतिया के वार्ड 3 निवासी बूटा सिंह, जगदीश व सागर सिंह के रूप में हुई है। बता दें कि 4 फरवरी को टोहाना के मंघेड़ा निवासी 24 वर्षीय नर्स गोशा अचानक से लापता हो गई थी, वह घर से अस्पताल में 24 घंटे की नर्स की ड्यूटी कहकर निकली थी और वापस नहीं लौटी, पुलिस ने गुमशुदगी का पर्चा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। इसके बाद रतिया क्षेत्र में घग्घर में एक युवती की लाश बोरी में गली सड़ी अवस्था में मिली थी। जिसकी शिनाख्त 15 फरवरी को गोशा के परिजनों ने गोशा के रूप में कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला भी दर्ज कर लिया था। जांच के दौरान सामने आया कि गोशा का प्रेम प्रसंग साथ लगते गांव जाबते वाला निवासी फौजी रामफल के साथ चल रहा था। पुलिस उस तक पहुंचती, उससे पहले वह अपनी सेना की ड्यूटी पर चला गया था। अब इन दिनों वह छुट्टी पर आया तो पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया और सख्ती बरती तो उसने हत्या के राज को खोल दिया था। डीएसपी संजय बिश्नोई ने बीते दिन मीडिया में बताया था कि गोशा और रामफल प्रेम संबंध में थे और दोनों स्कूल में एक साथ पढ़ते थे। बाद में गोशा नर्स बन गई तो रामफल फौज में भर्ती हो गया। इसी दौरान रामफल की शादी भी हो गई। अब लड़की के परिजनों ने उसका रिश्ता कनाडा में करना चाहा तो लड़की ने यह रिश्ता न करने के लिए रामफल से कहा और रामफल से उससे शादी करने का दबाव बनाया, इसके बाद हत्या की साजिश रची गई। पुलिस ने बताया कि 4 फरवरी को रामफल अपने दोस्तों के साथ गोशा को कार में बैठाकर फतेहाबाद में फिल्म देखने के बहाने लेकर आया। रास्ते में उसकी चुन्नी व चार्जर की तार से गला दबाकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने बताया था कि उसके कुछ अन्य दोस्त भी मामले में शामिल हैं।जिसके बाद अब पुलिस ने उक्त तीनों को दबोचा है। पुलिस के अनुसार बूटा सिंह हत्या की घटना में रामफल के साथ शामिल है, जबकि बाकी दो ने शव को ठिकाने लगाने में मदद की थी। पुलिस मामले में आगामी कार्रवाई में जुटी है। हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना क्षेत्र में नर्स गोशा के मर्डर मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी फौजी रामफल के तीन दोस्तों को भी गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक दोस्त हत्या करने में रामफल के साथ सहयोगी बताया गया है, जबकि दो दोस्तों ने लाश ठिकाने लगाने में उसकी मदद की थी। पकड़े गए तीनों युवकों की पहचान रतिया के वार्ड 3 निवासी बूटा सिंह, जगदीश व सागर सिंह के रूप में हुई है। बता दें कि 4 फरवरी को टोहाना के मंघेड़ा निवासी 24 वर्षीय नर्स गोशा अचानक से लापता हो गई थी, वह घर से अस्पताल में 24 घंटे की नर्स की ड्यूटी कहकर निकली थी और वापस नहीं लौटी, पुलिस ने गुमशुदगी का पर्चा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। इसके बाद रतिया क्षेत्र में घग्घर में एक युवती की लाश बोरी में गली सड़ी अवस्था में मिली थी। जिसकी शिनाख्त 15 फरवरी को गोशा के परिजनों ने गोशा के रूप में कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला भी दर्ज कर लिया था। जांच के दौरान सामने आया कि गोशा का प्रेम प्रसंग साथ लगते गांव जाबते वाला निवासी फौजी रामफल के साथ चल रहा था। पुलिस उस तक पहुंचती, उससे पहले वह अपनी सेना की ड्यूटी पर चला गया था। अब इन दिनों वह छुट्टी पर आया तो पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया और सख्ती बरती तो उसने हत्या के राज को खोल दिया था। डीएसपी संजय बिश्नोई ने बीते दिन मीडिया में बताया था कि गोशा और रामफल प्रेम संबंध में थे और दोनों स्कूल में एक साथ पढ़ते थे। बाद में गोशा नर्स बन गई तो रामफल फौज में भर्ती हो गया। इसी दौरान रामफल की शादी भी हो गई। अब लड़की के परिजनों ने उसका रिश्ता कनाडा में करना चाहा तो लड़की ने यह रिश्ता न करने के लिए रामफल से कहा और रामफल से उससे शादी करने का दबाव बनाया, इसके बाद हत्या की साजिश रची गई। पुलिस ने बताया कि 4 फरवरी को रामफल अपने दोस्तों के साथ गोशा को कार में बैठाकर फतेहाबाद में फिल्म देखने के बहाने लेकर आया। रास्ते में उसकी चुन्नी व चार्जर की तार से गला दबाकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने बताया था कि उसके कुछ अन्य दोस्त भी मामले में शामिल हैं।जिसके बाद अब पुलिस ने उक्त तीनों को दबोचा है। पुलिस के अनुसार बूटा सिंह हत्या की घटना में रामफल के साथ शामिल है, जबकि बाकी दो ने शव को ठिकाने लगाने में मदद की थी। पुलिस मामले में आगामी कार्रवाई में जुटी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में मानसून फिर कमजोर पड़ा:7 अगस्त से एक्टिव होगा; आज कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी, 3 दिन की बारिश से पारा 7 डिग्री गिरा
हरियाणा में मानसून फिर कमजोर पड़ा:7 अगस्त से एक्टिव होगा; आज कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी, 3 दिन की बारिश से पारा 7 डिग्री गिरा हरियाणा में मानसून फिर कमजोर पड़ गया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 7 अगस्त से प्रदेश में मानसून फिर सक्रिय होगा। इस बार मानसून प्रदेश से रूठा रहा, यही कारण है कि 1 जून से 2 अगस्त तक मात्र 162.1 एमएम बारिश ही दर्ज की गई। जबकि सामान्य तौर पर प्रदेश में 217 एमएल बारिश होनी चाहिए थी। मौसम विभाग ने आज यानी शनिवार को प्रदेश के कुछ जिलों में बूंदाबांदी की संभावना जताई है। 4 अगस्त से प्रदेश में मानसून की सक्रियता कम हो जाएगी। शुक्रवार को सबसे ज्यादा बारिश चरखी दादरी में हुई। यहां 21 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा 10 और जिलों में बारिश दर्ज की गई। 6 अगस्त तक कोई अलर्ट नहीं हरियाणा में मानसून के कमजोर पड़ने के कारण मौसम विभाग ने 6 अगस्त तक कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून की अक्षय रेखा उत्तर दिशा की ओर सामान्य स्थिति में रहने के कारण 3 अगस्त को प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना है। 4 से 6 अगस्त के बीच कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। इसलिए 6 से 9 अगस्त को बन रहे बारिश के आसार पंजाब के ऊपर एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से बंगाल की खाड़ी की ओर से मानसूनी सक्रियता बढ़ने की संभावना है। जिसके प्रभाव से छह से नौ अगस्त के बीच भी हरियाणा के कई क्षेत्रों में बारिश की संभावना बन रही है। कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है। जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। 5 सालों में जुलाई में सबसे कम बारिश हरियाणा में इस बार जुलाई में 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकडों को देखे तो 2018 में549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
हरियाणा में दादा-दादी ने पोती का बनवारा निकाला:माता-पिता का हो चुका तलाक, बिजली निगम में तैनात है दूल्हा
हरियाणा में दादा-दादी ने पोती का बनवारा निकाला:माता-पिता का हो चुका तलाक, बिजली निगम में तैनात है दूल्हा हरियाणा के नारनौल में दादा-दादी ने शादी से पहले पोती का बनवारा निकाला। इस दौरान रिश्तेदारों के साथ गांव वालों ने भी DJ पर डांस किया। लड़की के माता-पिता का तलाक हो चुका है। हालांकि पिता ने तलाक के बाद दूसरी शादी नहीं की, लेकिन वह बचपन से ही अपने दादा-दादी के साथ रह रही है। लड़की अभी 12वीं क्लास में पढ़ती है। उसके पिता फाइनेंस कंपनी में हैं। वहीं दादा फूलचंद खनन विभाग से सेवानिवृत्त हैं, जबकि दादी नीलम गृहिणी हैं। लड़की का एक छोटा भाई है, जो पढ़ाई कर रहा है। नारनौल शहर के जमालपुर मोहल्ला निवासी नेहा चौधरी की शादी 29 नवंबर को दादरी निवासी जतिन से होगी। दूल्हा हरियाणा बिजली वितरण निगम में कार्यरत है। शादी को यादगार बनाने के लिए दादा ने नेहा चौधरी को लड़के की तरह घोड़ी पर बैठाया और बनवारा निकाला। दादा-दादी ने पढ़ाई के लिए मोटिवेट किया
नेहा चौधरी ने बताया कि उसके दादा-दादी ने कभी भी मां की कमी को नहीं खलने दिया। दादा-दादी उसको हमेशा पढ़ाई के लिए भी मोटिवेट करते रहते हैं। उन्होंने हर कदम पर उसका साथ दिया है। पिता बोले- दादा-दादी ने बड़े लाड-प्यार से पाला
लड़की के पिता राजवीर सिंह ने बताया कि नेहा छोटी थी, जब उनका उसकी मां से तलाक हो गया था। जिसके बाद नेहा का दादा-दादी ने बड़े लाड-प्यार से पालन-पोषण किया। नेहा की उम्र अभी 19 साल है। रिश्ता करने में नहीं हुई कोई परेशानी
राजवीर सिंह ने बताया कि मां न होने के कारण दादा उसके पालन-पोषण में कोई कमी नहीं आने दे रहे हैं। नेहा का रिश्ता करने में कोई तकलीफ नहीं हुई। लड़की जब बड़ी हो गई थी तो रिश्ता करना ही था। इसलिए वे रिश्ता ढूंढ रहे थे। इसमें कोई तकलीफ भी नहीं हुई। दादा बोले- लड़का-लड़की में कोई भेदभाव नहीं
नेहा के दादा ने बताया कि समाज में अब बदलाव आ रहा है। लड़का लड़की में कोई भेदभाव नहीं रहा। वह अपनी पोती की शादी पूरे धूमधाम के साथ करना चाह रहे थे। इसलिए उन्होंने पूरी तैयारी की है। बनवारा में परिवार के लोगों ने ही नहीं, बल्कि परिचितों ने भी नेहा को घोड़ी पर बैठाकर ढोल-नगाड़ों और डीजे पर डांस किया। ——————————— हरियाणा में शादी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… 11 पौधे देकर बेटी विदा की, पिता ने दूल्हे को 1 रुपया शगुन दिया; दहेज प्रथा को समाज के लिए बीमारी बताया हरियाणा के नारनौल में पिता ने बिना दहेज के अपनी बेटी की शादी की। पिता ने एक रुपए का कन्यादान किया। साथ ही बढ़ते प्रदूषण से पर्यावरण को बचाने के लिए 11 पौधे भी दान किए। दोनों परिवारों ने सर्वसम्मति से बिना दहेज के शादी करने का फैसला किया और इसे दृढ़ संकल्प के साथ पूरा किया। पूरी खबर पढ़ें
करनाल में 2 लोगों से 28 लाख की ठगी:ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर लिए पैसे, फेसबुक के जरिए कॉन्टेक्ट किया
करनाल में 2 लोगों से 28 लाख की ठगी:ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर लिए पैसे, फेसबुक के जरिए कॉन्टेक्ट किया करनाल में दो लोगों को विदेश भेजने के नाम पर 28 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। फेसबुक के जरिए संपर्क किए गए एक व्यक्ति ने ऑस्ट्रेलिया भेजने का झांसा देकर पैसे मांगे। पीड़ितों ने करनाल की एक फाइनेंस कंपनी के माध्यम से यह रकम दे दी। लेकिन न तो काम हुआ और न ही पैसे वापस किए गए। मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता कैमला निवासी फतेह सिंह और करनाल निवासी दीपक कुमार ने बताया कि फेसबुक के जरिए उनकी हरमन सिंह नाम के व्यक्ति से बात हुई। हरमन ने दावा किया कि वह मलेशिया में रहता है और लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। बातचीत के दौरान उसने उन्हें विश्वास में लिया और कहा कि वह उन्हें करनाल की मान फाइनेंस कंपनी से मिलवा देगा, जहां से उनका काम पूरा हो जाएगा। फाइनेंस कंपनी के जरिए सिक्योरिटी के तौर पर लिए 28 लाख रुपए हरमन सिंह ने बताया कि भूपेंद्र मान और अजमेर सिंह नाम के व्यक्ति फाइनेंस कंपनी चलाते हैं। इनके जरिए सिक्योरिटी के तौर पर 28 लाख रुपए जमा करवाने की बात हुई थी। पीड़ितों ने यह रकम 14 मई को कंपनी के दफ्तर में जमा करवा दी। भूपेंद्र मान ने लेटर हेड पर लिखकर दिया कि काम न होने पर पैसे वापस कर दिए जाएंगे। मुंबई तक भेजा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट नहीं मिली रकम जमा होने के बाद हरमन सिंह ने पीड़ितों के बच्चों को दिल्ली से मुंबई भेजने की टिकट दी। उसने आश्वासन दिया कि दो दिन में ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट का इंतजाम कर देगा। लेकिन 15 से 30 मई तक कोई इंतजाम नहीं हुआ, और बच्चों को मजबूरी में घर लौटना पड़ा। जिम्मेदारी से मुकरा फाइनेंस कंपनी का मालिक जब फतेह सिंह और दीपक कुमार ने हरमन सिंह से संपर्क किया तो उसने धमकी देते हुए कहा कि पैसे वापस नहीं मिलेंगे। उसने सारी जिम्मेदारी भूपेंद्र मान और अजमेर सिंह पर डाल दी। जब फाइनेंस कंपनी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि पैसे हवाला के जरिए भेज दिए गए हैं और अब उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है। थाने में शिकायत के बाद मामला दर्ज शिकायतकर्ताओं ने इस मामले की शिकायत 24 जून को थाना घरौंडा में की थी। लेकिन जब कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने 17 दिसंबर को फिर से आवेदन दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने भूपेंद्र मान और अजमेर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। थाना घरौंडा के एएसआई प्रवीण कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। तथ्यों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।