फतेहाबाद के अग्रवाल कॉलोनी में दीपावली की रात दो गुटों में झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान एक गुट ने दूसरे के घर में घुसकर हमला कर दिया और हवाई फायरिंग कर दी। इस दौरान एक युवती के हाथ पर गोली लग गई। युवती के अलावा उसके माता-पिता भी मारपीट में घायल हो गए। जिन्हें नागरिक अस्पताल लाया गया, यहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है। किसी बात पर महिला से हुआ था झगड़ा जानकारी के अनुसार अग्रवाल कॉलोनी निवासी 45 वर्षीय दिनकर भट्टू रोड पर एक किराना की दुकान पर खड़ा था। बताया जा रहा है कि इसी दौरान अंजलि कॉलोनी निवासी महिला के साथ किसी बात को लेकर उसका आपस में झगड़ा हो गया। झगड़े के बाद दोनों अपने-अपने घर चले गए। रात को दिनकर जब अपने घर पर परिवार के साथ था तो इसी दौरान घर के बाहर कार पर कुछ लोग आए। कार में सवार होकर पहुंचे लोग बताया जा रहा है कार में महिला और दो-तीन अन्य युवक सवार थे और उन्होंने आकर मारपीट शुरू कर दी। जानकारी मिली है कि कार सवार युवकों ने गोली चला दी, जो दिनकर की बेटी चंदा के हाथ पर जा लगी। इस घटना में चंदा के अलावा उसके पिता दिनकर व मां मोती को भी चोटें लगी। जिन्हें नागरिक अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें रेफर कर दिया गया। जांच में जुटी पुलिस शहर थाना पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर रही है। एसएचओ प्रहलाद सिंह ने बताया कि झगड़े की सूचना मिली थी। एक युवती को हाथ के पास गोली लगी है। पुलिस घायल दिनकर के बेटे के बयान दर्ज कर रही है। बयानों के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। फतेहाबाद के अग्रवाल कॉलोनी में दीपावली की रात दो गुटों में झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान एक गुट ने दूसरे के घर में घुसकर हमला कर दिया और हवाई फायरिंग कर दी। इस दौरान एक युवती के हाथ पर गोली लग गई। युवती के अलावा उसके माता-पिता भी मारपीट में घायल हो गए। जिन्हें नागरिक अस्पताल लाया गया, यहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है। किसी बात पर महिला से हुआ था झगड़ा जानकारी के अनुसार अग्रवाल कॉलोनी निवासी 45 वर्षीय दिनकर भट्टू रोड पर एक किराना की दुकान पर खड़ा था। बताया जा रहा है कि इसी दौरान अंजलि कॉलोनी निवासी महिला के साथ किसी बात को लेकर उसका आपस में झगड़ा हो गया। झगड़े के बाद दोनों अपने-अपने घर चले गए। रात को दिनकर जब अपने घर पर परिवार के साथ था तो इसी दौरान घर के बाहर कार पर कुछ लोग आए। कार में सवार होकर पहुंचे लोग बताया जा रहा है कार में महिला और दो-तीन अन्य युवक सवार थे और उन्होंने आकर मारपीट शुरू कर दी। जानकारी मिली है कि कार सवार युवकों ने गोली चला दी, जो दिनकर की बेटी चंदा के हाथ पर जा लगी। इस घटना में चंदा के अलावा उसके पिता दिनकर व मां मोती को भी चोटें लगी। जिन्हें नागरिक अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें रेफर कर दिया गया। जांच में जुटी पुलिस शहर थाना पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर रही है। एसएचओ प्रहलाद सिंह ने बताया कि झगड़े की सूचना मिली थी। एक युवती को हाथ के पास गोली लगी है। पुलिस घायल दिनकर के बेटे के बयान दर्ज कर रही है। बयानों के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा CID विवादों में घिरी:नाम-पावर को लेकर उठे सवाल, CM नायब सैनी तक पहुंची शिकायत; कुछ दिन पहले नया चीफ लगाया था
हरियाणा CID विवादों में घिरी:नाम-पावर को लेकर उठे सवाल, CM नायब सैनी तक पहुंची शिकायत; कुछ दिन पहले नया चीफ लगाया था हरियाणा में क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) का गठन ही विवादों में घिर गया है। इसको लेकर एक शिकायत CM नायब सैनी तक पहुंची है। जिसमें दावा किया गया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बने हरियाणा के पुलिस कानून (2007) में सीआईडी नाम का कोई जिक्र नहीं है। यह भी कहा गया है कि CID को इन्वेस्टिगेशन का अधिकार ही नहीं है तो फिर उसके नाम में इसे शामिल क्यों किया गया है। सरकार ने हाल ही में फरीदाबाद के पूर्व पुलिस कमिश्नर सौरभ सिंह को CID का चीफ लगाया है। सौरभ सिंह 1993 बैच के IPS अधिकारी हैं। सरकार में यह विभाग काफी अहम माना जाता है। इसी वजह से CM नायब सैनी ने इसे अपने पास रखा है। CID को लेकर पैदा हुए विवाद से जुड़ी 3 अहम बातें.. 1. SC के आदेश पर हरियाणा में 16 साल पहले बना पुलिस कानून
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट एवं कानूनी विश्लेषक हेमंत कुमार ने बताया कि हरियाणा पुलिस एक्ट (कानून), 2007 को लागू हुए 16 साल से ऊपर हो गए हैं। सितंबर 2006 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा देश में पुलिस सुधार सुनिश्चित करने के लिए पंजाब के तत्कालीन सीएम प्रकाश सिंह बादल बनाम भारत सरकार एवं अन्य नामक केस में ऐतिहासिक निर्णय दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा समेत देश की सभी प्रदेश सरकारों को 6 निर्देशों के तहत ब्रिटिश शासनकाल के दौरान से लागू पुलिस एक्ट,1861 को समाप्त करने को कहा था। इसके अलावा विधानसभा में प्रदेश का नया पुलिस कानून बनाने को कहा था। जिसके बाद इसे हरियाणा में भी बनाया गया। 2. CID के बजाय पुलिस लॉ में सिर्फ 2 ही विंग
एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि हरियाणा पुलिस कानून, 2007 में क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट नाम का कहीं उल्लेख नहीं है, इसके स्थान पर पुलिस कानून की धारा 16 में प्रदेश पुलिस में स्टेट इंटेलिजेंस विंग (SIV) और स्टेट क्राइम इन्वेस्टिगेशन (SCI) विंग बनाने की बात कही गई है। पुलिस कानून के अनुसार ये दोनों कोई अलग विभाग नहीं बल्कि राज्य पुलिस संगठन के ही दो अलग-अलग विंग होंगे। वर्तमान में इंटेलिजेंस विंग का काम CID के जरिए कराया जा रहा है। 3. पुलिस कानून में इन 2 विंग को दिए काम
हरियाणा पुलिस कानून की धारा 16 अनुसार स्टेट इंटेलिजेंस विंग का कार्य इंटेलिजेंस का संग्रहण, समाकलन, विश्लेषण एवं उपयुक्त (सीमित) प्रचारण करना है। वहीं स्टेट क्राइम इन्वेस्टिगेशन विंग का कार्य आपराधिक आसूचना (क्रिमिनल इंटेलिजेंस) का संग्रहण, समाकलन और विश्लेषण करना है। इसके साथ साथ यह विंग गंभीर और जघन्य अपराधों एवं जिनका अंतरराज्यीय, अंतर-जिला, बहु शाखन, मुख्य आर्थिक अपराध, साइबर अपराध एवं अन्य गंभीर अपराधों के संबंध में जांच करना शामिल है। अंग्रेजों ने बनाई थी सीआईडी
हेमंत ने बताया कि हमारे देश में सीआईडी की स्थापना अंग्रेजी शासनकाल दौरान हुई थी, हालांकि वर्तमान में देश के सभी राज्यों में इसकी संरचना एवं कार्यकलाप एक सामान नहीं हैं। हरियाणा पुलिस कानून, 2007 की धारा 16 अनुसार प्रदेश सीआईडी के पास न तो कानूनन क्रिमिनल इंटेलिजेंस है तो न ही क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन की शक्ति है। यह शक्तियां स्टेट क्राइम इन्वेस्टिगेशन विंग के पास निहित है, इसलिए सीआईडी का वर्तमान अंग्रेजी नाम क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन न्यायोचित नहीं है। सीएम सैनी के पास है सीआईडी डिपार्टमेंट
हरियाणा सरकार के वर्ष 2024 में हुए विभागों के बंटवारे में CID को CM नायब सैनी के पास रखा गया है। इसको हिंदी में तो गुप्तचर विभाग बताया गया है लेकिन अंग्रेजी में क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन बताया गया है। रोचक बात यह है कि सीआईडी अर्थात गुप्तचर विभाग किसी भी आपराधिक मामले में आधिकारिक तौर पर क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन नहीं करता है। हरियाणा सरकार कार्य (आवंटन) नियमावली 1974 में आज तक सीआईडी को अलग विभाग के रूप में नहीं बल्कि प्रदेश के गृह विभाग के अंतर्गत ही दर्शाया गया है। CID चीफ हैं सौरभ सिंह
22 दिंसबर 2024 को सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार सौरभ सिंह 1998 बैच के IPS अधिकारी को सीआईडी चीफ बनाया गया। सौरभ सिंह मूल रूप से लखनऊ, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। अपने 26 साल के कार्यकाल के दौरान सौरभ सिंह फतेहाबाद, भिवानी, झज्जर, सिरसा, रोहतक और जींद में एसपी और गुरुग्राम में पुलिस उपायुक्त और यातायात में पुलिस अधीक्षक के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। फिलहाल फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर पद पर तैनात थे। करीब एक महीने पहले नवंबर में उन्हें फरीदाबाद का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया था। अब उन्हें सीआईडी चीफ नियुक्त किया गया है।
पलवल में पुरानी रंजिश में युवक को मारी 2 गोलियां:कार की टक्कर से तोड़ा घर का गेट; दो भाइयों को बुरी तरह पीटा
पलवल में पुरानी रंजिश में युवक को मारी 2 गोलियां:कार की टक्कर से तोड़ा घर का गेट; दो भाइयों को बुरी तरह पीटा हरियाणा के पलवल में पुरानी रंजिश के चलते एक युवक को दो गोलियां मार दी गई। कार में सवार होकर आए युवकों ने घर में सो रहे दो सगे भाइयों पर हमला किया था। बड़े भाई ने जब छोटे भाई से भागने को कहा तो हमलावरों ने छोटे भाई पर 2 फायर किए। एक गोली पेट में व दूसरी जांघ पर लगी। गदपुरी थाना पुलिस ने 2 नामजद सहित चार के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है। आरोपी अभी तक फरार हैं। गदपुरी थाना प्रभारी राजवीर के अनुसार, धतीर गांव निवासी देवेंद्र ने दी शिकायत में कहा है कि उसके भाई कृष्ण की गांव में ही पड़ोसी मनीष से किसी बात को लेकर तू-तू, मैं-मैं हो गई थी। मौके पर ही राजीनामा कराकर मामले को शांत करा दिया था। लेकिन 7 जून को वह व उसका भाई कृष्ण रात के 11.30 बजे घर में सो रहे थे। उसी समय उनके घर के गेट पर गाली-गलौज करने की आवाजें सुनाई दी। उन्होंने उठकर देखा तो रास्ते में मनीष, उसकी भुआ का बेटा मितरौल गांव निवासी नरेश व दो अन्य लड़के एक कार में खड़े उनके परिवार को गाली दे रहे थे। लेकिन थोड़ी देर बाद आरोपी वहां से चले गए। उसके बाद 11.45 बजे दोबारा सभी गाड़ी लेकर आए और गाड़ी से उनके घर का गेट तोड़ दिया। गाड़ी से मनीष, नरेश व एक अन्य लड़का घर के अंदर आए व एक लड़का चालक सीट पर बैठा रहा। गेट में लगी टक्कर की आवाज सुनकर पीडित बाहर आया तो आरोपियों ने घर में घुसकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी, शोर सुनकर उसका भाई कृष्ण भी मौके पर आ गया। आरोपियों ने दोनों भाइयों के साथ मारपीट शुरू कर दी तो उसने अपने भाई कृष्ण को अंदर भागने के लिए कहा तो मनीष व नरेश ने हाथ में लिए अवैध हथियारों से सीधे फायर कर दिए। इनमें से एक गोली उसके भाई कृष्ण के पेट में व दूसरी गोली जांघ पर लगी। इससे कृष्ण वहीं गिर पड़ा और आरोपी जान से मारने की धमकी देकर कार में सवार होकर मौके से भाग गए। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची तो घायल को उपचार के लिए फरीदाबाद के निजी अस्पताल में दाखिल करा दिया। पुलिस ने इस संबंध में देवेंद्र की शिकायत पर धतीर गांव निवासी मनीष, मितरौल गांव निवासी नरेश व दो अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
जींद में 5 वर्षीय बच्ची से छेड़छाड़:टॉफी दिलाने के बहाने ले गया था पड़ोसी, पीड़िता की मां ने गंदी हरकत करते देखा
जींद में 5 वर्षीय बच्ची से छेड़छाड़:टॉफी दिलाने के बहाने ले गया था पड़ोसी, पीड़िता की मां ने गंदी हरकत करते देखा जींद जिले के उचाना क्षेत्र के एक गांव में 5 वर्षीय बच्ची के साथ गली के ही रहने वाले 11 वर्षीय किशोर ने छेड़छाड़ की। आरोपी बालक ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट को दबाया। परिजनों की शिकायत पर उचाना थाना पुलिस ने पॉक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी है। टॉफी दिलाने के बहाने ले गया था आरोपी पुलिस को दी शिकायत में उचाना सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव की महिला ने बताया कि उसकी 5 वर्षीय बेटी गली में खेल रही थी। इस दौरान उनके घर के नजदीक ही रहने वाला किशोर आया और उसकी बेटी को टॉफी दिलवाने का झांसा देकर साथ ले जाने लगा। आरोपी ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट को छुआ और उन्हें दबाने लगा। ऐसा करते हुए उसने देख लिया और बच्ची को आवाज लगाई तो वह वहां से भाग गया। क्षेत्र में बढ़ रही घटनाएं उचाना थाना पुलिस ने आरोपी किशोर के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। बता दें कि बाल यौन अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही है। कई माह पहले उचाना के एक सरकारी स्कूल में प्राचार्या द्वारा छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। एक दिन पहले ही क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल के प्राचार्य ने चौथी कक्षा की 10 वर्षीय छात्रा के साथ रेप का मामला सामने आया था। प्राइवेट स्कूल प्राचार्य अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जबकि सरकारी स्कूल का प्राचार्य सलाखों के पीछे है।