फतेहाबाद में बढ़ा घग्घर नदी का जलस्तर:24 घंटों में बढ़ा 3300 क्यूसेक पानी, लोगों को सता रहा बाढ़ का खतरा

फतेहाबाद में बढ़ा घग्घर नदी का जलस्तर:24 घंटों में बढ़ा 3300 क्यूसेक पानी, लोगों को सता रहा बाढ़ का खतरा

पहाड़ों में लगातार हो रही बरसात के कारण एक बार फिर फतेहाबाद क्षेत्र में घग्घर नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। आज सुबह 6 बजे जाखल के चांदपुरा हेड पर पानी का बहाव 5450 क्यूसेक दर्ज किया गया, जो लगातार बढ़ता ही जा रहा है। घग्घर नदी पिछले एक दिन से पानी का बहाव और चढ़ाव काफी बढ़ा है। जिस कारण जाखल क्षेत्र के किसानों व लोगों को एक बार फिर बाढ़ का डर सताने लगा है। लोगों की बढ़ी चिंता हालांकि यह आंकड़ा खतरे के निशान से काफी कम है, लेकिन जिस प्रकार आंकड़ा बढ़ रहा है, उसको लेकर चिंता बढ़ी हुई हैं। चांदपुरा से पीछे खनौरी, गुहला और चीका हेडों पर बढ़ रहे जलस्तर का असर आज शाम तक और चांदपुरा में देखने को मिलेगा। लोग उम्मीद जता रहे हैं कि पहाड़ों और पिछले एरियों में बरसात कम हो तो यह पानी का बहाव कम हो जाएगा। जिससे बाढ़ जैसी आपदा का खतरा टल जाएगा। लगातार बढ़ रहा है जलस्तर आंकड़ों की बात करें तो पिछले 24 घंटों में चांदपुरा में 3300 क्यूसेक बहाव बढ़ा है। मंगलवार सुबह 6 बजे तक यहां बहाव 2150 क्यूसेक दर्ज किया गया था। जबकि आज सुबह 6 बजे यह बढ़कर 5450 क्यूसेक हो चुका है। कल की अपेक्षा गुहला और चीका में भी पानी बढ़ा है। वहां कल 31 हजार 668 क्यूसेक पानी चल रहा था, आज यह बढ़कर 34170 क्यूसेक हो गया है। यह बढ़ा पानी जाखल क्षेत्र की ही तरफ आना है, जिस कारण डर बना हुआ है। पिछले साल आई थी बाढ़ चांदपुरा हेड पर क्षमता 22 हजार क्यूसेक है। जबकि सहायक रंगोई नाले की क्षमता 6 हजार क्यूसेक है। लेकिन जैसे ही आंकड़ा 15 हजार क्यूसेक को पार करता है, तो बाढ़ का खतरा मंडराना शुरू हो जाता है। पिछले साल ऐसा ही हुआ था। 17 हजार क्यूसेक के बाद कई जगहों से घग्घर ओवर फ्लो होना शुरू हो गई थी, और फिर तटबांधों के टूटने के चलते फतेहाबाद सहित जाखल, टोहाना, कुलां, और रतिया क्षेत्रों में बाढ़ ने तबाही मचाई थी। पहाड़ों में लगातार हो रही बरसात के कारण एक बार फिर फतेहाबाद क्षेत्र में घग्घर नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। आज सुबह 6 बजे जाखल के चांदपुरा हेड पर पानी का बहाव 5450 क्यूसेक दर्ज किया गया, जो लगातार बढ़ता ही जा रहा है। घग्घर नदी पिछले एक दिन से पानी का बहाव और चढ़ाव काफी बढ़ा है। जिस कारण जाखल क्षेत्र के किसानों व लोगों को एक बार फिर बाढ़ का डर सताने लगा है। लोगों की बढ़ी चिंता हालांकि यह आंकड़ा खतरे के निशान से काफी कम है, लेकिन जिस प्रकार आंकड़ा बढ़ रहा है, उसको लेकर चिंता बढ़ी हुई हैं। चांदपुरा से पीछे खनौरी, गुहला और चीका हेडों पर बढ़ रहे जलस्तर का असर आज शाम तक और चांदपुरा में देखने को मिलेगा। लोग उम्मीद जता रहे हैं कि पहाड़ों और पिछले एरियों में बरसात कम हो तो यह पानी का बहाव कम हो जाएगा। जिससे बाढ़ जैसी आपदा का खतरा टल जाएगा। लगातार बढ़ रहा है जलस्तर आंकड़ों की बात करें तो पिछले 24 घंटों में चांदपुरा में 3300 क्यूसेक बहाव बढ़ा है। मंगलवार सुबह 6 बजे तक यहां बहाव 2150 क्यूसेक दर्ज किया गया था। जबकि आज सुबह 6 बजे यह बढ़कर 5450 क्यूसेक हो चुका है। कल की अपेक्षा गुहला और चीका में भी पानी बढ़ा है। वहां कल 31 हजार 668 क्यूसेक पानी चल रहा था, आज यह बढ़कर 34170 क्यूसेक हो गया है। यह बढ़ा पानी जाखल क्षेत्र की ही तरफ आना है, जिस कारण डर बना हुआ है। पिछले साल आई थी बाढ़ चांदपुरा हेड पर क्षमता 22 हजार क्यूसेक है। जबकि सहायक रंगोई नाले की क्षमता 6 हजार क्यूसेक है। लेकिन जैसे ही आंकड़ा 15 हजार क्यूसेक को पार करता है, तो बाढ़ का खतरा मंडराना शुरू हो जाता है। पिछले साल ऐसा ही हुआ था। 17 हजार क्यूसेक के बाद कई जगहों से घग्घर ओवर फ्लो होना शुरू हो गई थी, और फिर तटबांधों के टूटने के चलते फतेहाबाद सहित जाखल, टोहाना, कुलां, और रतिया क्षेत्रों में बाढ़ ने तबाही मचाई थी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर