हरियाणा के फतेहाबाद के भट्टू कला में उसे समय हड़कंप मच गया जब बनछटियों के एक देर में सांपों का जोड़ा निकल आया। घबराए लोगों ने स्नेकमैन पवन जगपाल को बुलाया। सांपों का जोड़ा यहां मिलन कर रहा था। इसको देखते हुए किसी ने भी सांपों को हाथ नहीं लगाया। जैसे ही सांपों का मिलन पूरा हुआ तो उसके बाद सांपों को बनछटियों के ढेर से निकाल कर जंगल क्षेत्र में छोड़ दिया गया। स्नेकमैन जोगपाल ने बताया कि गांव भट्टूकलां से भाल सिंह साईं का फोन आया। उन्होंने बताया कि हमारे घर के पास में एक लकडियों का ढेर है, उसमें एक सांप का जोड़ा एक दूसरे के साथ खेल रहे हैं। फिर उन्होंने वहां पर जाकर देखा तो एक लकड़ी के ढेर के अंदर एक इंडियन रेट स्नेक प्रजाति के दो सांप थे, जो नर मादा थे। उनका अभी प्रजनन का समय है। इसलिए वह मिलन कर रहे थे। उन्होंने उन सांपों तंग नहीं किया। उसके कुछ देर बाद में उन्होंने वहां से लकड़ियों को हटाकर उन दोनों सांपों को वहां से सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया और फिर उनको सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया। जोगपाल ने बताया कि अब बारिश का समय है और जमीन के अंदर गर्मी होने के कारण अब सांप बाहर निकलेंगे। उन्होंने बताया कि इंग्लिश में इंडियन रेट स्नेक हिंदी में धामन और घोड़ा पछाड़ बोलते हैं। यह सांप किसान मित्र सांप होता है, जो कि खेत के अंदर जितने भी चूहे होते हैं उनको यह खत्म कर देते हैं और इस सांप के अंदर बिल्कुल भी जहर नहीं होता है। यह सांप बहुत ही कम मात्रा में काटता है। धामन सांप के काटने के केस बहुत कम है। सांपों को निकालने के लिए बनछटि्टयों के ढ़ेर को हटाने में लगे ग्रामीण…PHOTOS हरियाणा के फतेहाबाद के भट्टू कला में उसे समय हड़कंप मच गया जब बनछटियों के एक देर में सांपों का जोड़ा निकल आया। घबराए लोगों ने स्नेकमैन पवन जगपाल को बुलाया। सांपों का जोड़ा यहां मिलन कर रहा था। इसको देखते हुए किसी ने भी सांपों को हाथ नहीं लगाया। जैसे ही सांपों का मिलन पूरा हुआ तो उसके बाद सांपों को बनछटियों के ढेर से निकाल कर जंगल क्षेत्र में छोड़ दिया गया। स्नेकमैन जोगपाल ने बताया कि गांव भट्टूकलां से भाल सिंह साईं का फोन आया। उन्होंने बताया कि हमारे घर के पास में एक लकडियों का ढेर है, उसमें एक सांप का जोड़ा एक दूसरे के साथ खेल रहे हैं। फिर उन्होंने वहां पर जाकर देखा तो एक लकड़ी के ढेर के अंदर एक इंडियन रेट स्नेक प्रजाति के दो सांप थे, जो नर मादा थे। उनका अभी प्रजनन का समय है। इसलिए वह मिलन कर रहे थे। उन्होंने उन सांपों तंग नहीं किया। उसके कुछ देर बाद में उन्होंने वहां से लकड़ियों को हटाकर उन दोनों सांपों को वहां से सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया और फिर उनको सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया। जोगपाल ने बताया कि अब बारिश का समय है और जमीन के अंदर गर्मी होने के कारण अब सांप बाहर निकलेंगे। उन्होंने बताया कि इंग्लिश में इंडियन रेट स्नेक हिंदी में धामन और घोड़ा पछाड़ बोलते हैं। यह सांप किसान मित्र सांप होता है, जो कि खेत के अंदर जितने भी चूहे होते हैं उनको यह खत्म कर देते हैं और इस सांप के अंदर बिल्कुल भी जहर नहीं होता है। यह सांप बहुत ही कम मात्रा में काटता है। धामन सांप के काटने के केस बहुत कम है। सांपों को निकालने के लिए बनछटि्टयों के ढ़ेर को हटाने में लगे ग्रामीण…PHOTOS हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा की असंध विधानसभा में भाजपा नेता जिलेराम शर्मा का भी टिकट कट गया है। पार्टी ने यहां से जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा को टिकट दिया है। इससे नाराज जिलेराम शर्मा ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई है। साथ ही अपने कार्यालय से भाजपा के झंडे हटा दिए हैं। इसके अलावा नारनौल में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने भी पार्टी और पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसका कारण पार्टी में पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होना बताया है। वहीं, जुलाना से BJP नेता सुरेंद्र लाठर भी इनेलो में शामिल हो गए हैं। वह जुालाना से टिकट के दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने यहां से कैप्टन योगेश बैरागी को अपना उम्मीदवार बनाया है। लाठर एक्साइज एवं टैक्सेशन विभाग के पूर्व डिप्टी कमिश्नर हैं। VRS लेकर वह भाजपा में शामिल हुए थे। बीजेपी छोड़ जेजेपी में शामिल हुए नेता
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उधर, गन्नौर में भाजपा की टिकट न मिलने से युवा आयोग के चेयरमैन देवेंद्र कादियान के इस्तीफे के बाद हलके में माहौल गर्म है। देवेंद्र कौशिक को टिकट मिलने के बाद मंगलवार को गन्नौर के गांव बजाना कलां में 12 गांवों की पंचायत हुई। इसमें भाजपा उम्मीदवार की बजाय देवेंद्र कादियान का साथ देने का ऐलान किया गया। महेंद्रगढ़ सीट का टिकट अब भी होल्ड
हालांकि, भाजपा ने अब तक महेंद्रगढ़ सीट से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इसी सीट से रामबिलास शर्मा पिछला विधानसभा चुनाव लड़े थे। इस सीट पर एक और दिलचस्प किस्सा यह है कि RSS से जुड़े रिटायर्ड सरकारी टीचर कैलाश चंद्र पाली 3 दिन पहले भाजपा कैंडिडेट के तौर पर नामांकन कर चुके हैं। पार्टी ने हरियाणा की 90 में से 87 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। अब सिर्फ सिरसा, फरीदाबाद NIT और महेंद्रगढ़ सीट ही बची हैं। वहीं, 12 सितंबर को हरियाणा में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। रामबिलास को शुरू से ही टिकट कटने का अंदेशा था, इसलिए 6 सितंबर को उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाकर हुंकार भरी थी। शीर्ष नेतृत्व की तारीफ की
शीर्ष नेतृत्व की तो रामबिलास शर्मा ने इस सम्मेलन में खूब तारीफ की, लेकिन इशारों ही इशारों में टिकट कटने पर बगावत का भी संदेश दे दिया था। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि दूसरी सूची में रामबिलास शर्मा का नाम फाइनल हो सकता हैं, लेकिन मंगलवार को आई लिस्ट ने फिर से सभी को चौंका दिया। रामबिलास के पुराने जमाने के साथी पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल विज को पार्टी पहली ही लिस्ट में अंबाला कैंट से चुनावी मैदान में उतार चुकी है। रामबिलास शर्मा से जुड़े कार्यकर्ता राजेश शर्मा के मुताबिक, पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा 11 सितंबर दोपहर 1:15 पर सिविल सचिवालय महेंद्रगढ़ में नामांकन दाखिल करेंगे। इससे पहले सुबह 10 बजे जय राम सदन महेंद्रगढ़ में सभी कार्यकर्ता इकट्ठे होंगे। यहां रामबिलास शर्मा कार्यकर्ता को संबोधित भी करेंगे। कैलाश चंद्र का दावा- RSS के कहने पर पर्चा भरा
महेंद्रगढ़ सीट से पर्चा भरने के बाद रिटायर्ड टीचर कैलाश चंद्र ने दावा किया था कि उन्हें RSS ने नामांकन भरने के लिए कहा। यहां से टिकट उन्हें ही मिलेगी। उनका परिवार कराची (पाकिस्तान) से ही भाजपा से जुड़ा हुआ है। हालांकि, नामांकन पत्र के साथ उन्होंने चुनाव आयोग को भाजपा की तरफ से कैंडिडेट होने का आधिकारिक पत्र जमा नहीं कराया है। इसके बाद रामबिलास शर्मा को एक तरह से झटका लगा था। हालांकि, टिकट कटने के शक में उन्होंने समर्थकों की भीड़ जुटाकर चुनौती देते हुए कहा था कि उन्हें कोई हरा नहीं सकता। 2019 का चुनाव हार गए थे शर्मा
2014 में रामबिलास शर्मा के प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए उनकी अगुआई में ही BJP ने विधानसभा का चुनाव लड़ा था। हरियाणा के इतिहास में पहली बार भाजपा ने पूर्व बहुमत की सरकार बनाई थी। उस समय रामबिलास शर्मा CM पद के भी दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उनकी जगह मनोहर लाल खट्टर को CM बनाया। इस दौरान शर्मा को शिक्षा मंत्री बनाया गया। 2019 के चुनाव में पार्टी ने फिर से टिकट दी, लेकिन इस बार वह कांग्रेस के राव दान सिंह से हार गए। इस बार भी रामबिलास महेंद्रगढ़ सीट पर सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। BJP सूत्रों के अनुसार, इस बार पार्टी सर्वे और RSS की तरफ से मिलने वाले फीडबैक में रिपोर्ट ठीक नहीं मिली। फीडबैक ठीक न मिलने से खतरा मंडरा रहा
एक तरफ 10 साल की एंटी इनकंबैंसी, दूसरी तरफ फीडबैक और सर्वे रिपोर्ट पॉजिटिव न मिलने की वजह से उनकी टिकट पर खतरा मंडरा रहा है। रामबिलास शर्मा इसी सीट से 5 बार विधायक बन चुके हैं। वह 2 बार पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। अनिल विज के बाद इस समय रामबिलास ही सबसे पुराने नेताओं में से एक हैं। बीजेपी ने पिछली बार चुनाव हारने वाले 2 मंत्रियों कैप्टन अभिमन्यु और ओमप्रकाश धनखड़ को दोबारा टिकट दी है।
चरखी दादरी के व्यक्ति ने हिसार में किया सुसाइड:भाजपा को पूर्ण बहुमत ना मिलने से था परेशान, ससुराल में खाया जहरीला पदार्थ
चरखी दादरी के व्यक्ति ने हिसार में किया सुसाइड:भाजपा को पूर्ण बहुमत ना मिलने से था परेशान, ससुराल में खाया जहरीला पदार्थ हरियाणा के हिसार में चरखी दादरी जिले के रहने वाले करीब 45 वर्षीय सुखविंद्र ने अपनी ससुराल में जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया। परिवार वालों के अनुसार वह भाजपा पार्टी से जुड़ा हुआ था। लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत ने मिलने के कारण वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा और 28 जून की रात को हिसार में अपने ससुराल में आकर उसने सुसाइड कर लिया। मानसिक रूप से था परेशान चरखी दादरी के तहसील बाढडा के नांदा गांव निवासी जुगविंदर ने बताया कि उसका बड़ा भाई सुखविंदर भिवानी जिले में ट्रांसपोर्ट का काम करता था और भाजपा पार्टी से पिछले कई वर्षों से जुड़ा हुआ था। लोकसभा चुनाव 2024 में मोदी को पूर्ण बहुमत ना मिलने के कारण बडा भाई सुखविंदर मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। परिजनों ने काफी समझाया शिकायतकर्ता ने बताया कि परिवार वालों ने उसे काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वह हमेशा गुमसुम रहने लगा। मृतक सुखविन्द्र मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था। जिसको मैंने व मेरे परिवार वालों ने समझाया भी था। इसके बावजूद वह उदास रहता था। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव परिवार वालों ने बताया कि सुखविंदर की शादी हिसार में हुई थी। वह अपनी ससुराल हिसार के मिर्जापुर रोड स्थित श्रीनगर कॉलोनी में आया हुआ था। 28 जून को उसने रात के समय जहरीला पदार्थ खा लिया। उसके ससुराल वाले से हिसार के नागरिक अस्पताल में लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस ने हिसार के नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिवार वालों को सौंप दिया। पुलिस ने इस मामले में धारा 174 के तहत कार्रवाई की है।