हरियाणा के फरीदाबाद में अरावली की पहाड़ियों में बनी कृत्रिम झीलों में गर्मियों के मौसम में नहाने को लेक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि इन झीलों में हर साल कई युवा नहाने दौरान डूबकर अपनी जान गंवा चुके है। ये झीलें कई सौ फिट तक गहरी है, गर्मियों में युवा इनको इंटरनेट पर सर्च कर नहाने के लिए पहुंच जाते है। पहाड़ों में बनी है झील फरीदाबाद की अरावली पहाड़ियों में घने जंगल के बीचों -बीच में ये झील बनी हुई है। फरीदाबाद में सिरोही झील, बड़खल झील , सुरजकुंड झील गुरुकुल इंद्रप्रस्थ के पास झील, और डैथ वैली झील इन दिनों युवाओं के लिए जानलेवा साबित हो रही है। हाल में ही 1 अप्रैल को सिरोही झील में दोस्तों के साथ नहाने गया युवक रवि पानी में डूबकर अपना जान गंवा चुका है। गर्मी के मौसम में फरीदाबाद ही नही गुरुग्राम, दिल्ली सहित दूसरी जगहों से युवा इंटरनेट पर इनको सर्च करते हुए पहुंच जाते है। पत्थर निकालने के बाद बनी झील अरावली में बनी ये झील प्राकृतिक नही है। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक काफी समय पहले इन झील की जगहों पर पत्थर की खदान हुआ करती थी। पहाड़ों से पत्थर निकालने के लिए कई सौ फिट तक खुदाई की गई। पत्थर निकालने के बाद बहुत ज्यादा खुदाई होने के कारण इन जगहों ने झील का रूप धारण कर लिया। इसके साथ ही इन झीलों में नीचे से भी पानी निकलता है। करीब 300 फिट तक गहरी है झील बारिश के मौसम में इन झीलों में पहाड़ों से पानी एकत्रित होकर भर जाता है। पानी बेहद शांत और ठंडा होता है, पानी को देखकर युवा यहां नहाने का मजा लेने के लिए आते है। यहां पर आने वाले युवाओं में कॉलेज में पढ़ने वाला युवा सबसे ज्यादा होते है। लेकिन युवाओं को यहां के पानी की गहराई का पता नही होता। जिस कारण वो नहाने के चक्कर में अपनी जान गंवा बैठते है। विगत वर्षों में अप्राकृतिक झीलों में हुए हादसों पर एक नजर 29 सितंबर-2011: इंजीनियरिंग कालेज के तीन छात्र अभ्य, दीपक रावत और विशाल यादव की खोरी जमालपुर झील में डूबने से मौत 22 जुलाई-2012: अरावली की बड़वाली झील में आरके पुरम, दिल्ली निवासी नितेश की टूबने से मौत 24 मार्च 2014: खोरी-जमालपुर झील में तीन छात्र राघव, रवि और पंकज शर्मा डूबे 29 मार्च 2014: रेडियो जाकी अभय की सूरजकुंड के पास स्थित झील में डूबने से मौत 29 फरवरी 2016: झील में डूबने से द्वारका दिल्ली के रहने वाले तन्मय मिश्रा की मौत हो गयी। एक मई 2016: ओखला फेज-2 निवासी चिंटू की झील में डूबने से हुई आठ मई 2016: भीकम कालोनी के करण की बड़वाली झील में डूबने से मौत हुई 13 अप्रैल 2017: सेल्फी लेते समय एक छात्र की सिरोही स्थित झील में गिरने से मौत 23 अगस्त-2021: झील में नहाने गए शिव दुर्गा विहार निवासी कुलदीप सिंह व पंकज तिवारी की मौत हुई। 18 जून 2023 में दिल्ली संगम बिहार से आए नजीम और गुड्डू की मौत 12 मई 2024 को दिल्ली से झील में नहाने पहुंचे राजीव और साजिद की मौत हो गयी। 1 अप्रैल 2025 : 1 सिरोही झील में अपने दोस्तों के साथ नहाने गए रवि की झील के पानी में डूबने से मौत हो गई। रवि अपने दोस्त के साथ पानी में तैरने के लिए उतरा था पुलिस ने जारी की एडवाइजरी DCP एनआईटी कुलदीप ने बताया कि पुलिस ने इन झीलों पर जाने वाले रास्तों पर चेतावनी बोर्ड लगाए हुए है। हर साल पुलिस के द्वारा झीलों को लेकर एडवाइजरी जारी की जाती है। इन झीलों की गहराई बहुत ज्यादा है। युवा इंटरनेट में सर्च कर गर्मियों के मौसम में नहाने के लिए आते है। पुलिस की तरफ से झील की तरफ जाने वाले रास्तों पर पुलिस की डयूटी लगाई गई है। ताकि कोई युवा झील की तरफ ना जा सके। उन्होंने बताया कि इन झीलों की सतह अत्यधिक चिकनी है, जिससे फिसलकर लोग गहरे पानी में चले जाते हैं और अक्सर डूब जाते हैं। पुलिस और प्रशासन का कहना है कि जान जोखिम में डालने की बजाय सावधानी बरतें और दूसरों को भी सतर्क करें। यदि सभी लोग मिलकर नियमों का पालन करें, तो इन झीलों को हादसों से मुक्त किया जा सकता है। हरियाणा के फरीदाबाद में अरावली की पहाड़ियों में बनी कृत्रिम झीलों में गर्मियों के मौसम में नहाने को लेक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि इन झीलों में हर साल कई युवा नहाने दौरान डूबकर अपनी जान गंवा चुके है। ये झीलें कई सौ फिट तक गहरी है, गर्मियों में युवा इनको इंटरनेट पर सर्च कर नहाने के लिए पहुंच जाते है। पहाड़ों में बनी है झील फरीदाबाद की अरावली पहाड़ियों में घने जंगल के बीचों -बीच में ये झील बनी हुई है। फरीदाबाद में सिरोही झील, बड़खल झील , सुरजकुंड झील गुरुकुल इंद्रप्रस्थ के पास झील, और डैथ वैली झील इन दिनों युवाओं के लिए जानलेवा साबित हो रही है। हाल में ही 1 अप्रैल को सिरोही झील में दोस्तों के साथ नहाने गया युवक रवि पानी में डूबकर अपना जान गंवा चुका है। गर्मी के मौसम में फरीदाबाद ही नही गुरुग्राम, दिल्ली सहित दूसरी जगहों से युवा इंटरनेट पर इनको सर्च करते हुए पहुंच जाते है। पत्थर निकालने के बाद बनी झील अरावली में बनी ये झील प्राकृतिक नही है। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक काफी समय पहले इन झील की जगहों पर पत्थर की खदान हुआ करती थी। पहाड़ों से पत्थर निकालने के लिए कई सौ फिट तक खुदाई की गई। पत्थर निकालने के बाद बहुत ज्यादा खुदाई होने के कारण इन जगहों ने झील का रूप धारण कर लिया। इसके साथ ही इन झीलों में नीचे से भी पानी निकलता है। करीब 300 फिट तक गहरी है झील बारिश के मौसम में इन झीलों में पहाड़ों से पानी एकत्रित होकर भर जाता है। पानी बेहद शांत और ठंडा होता है, पानी को देखकर युवा यहां नहाने का मजा लेने के लिए आते है। यहां पर आने वाले युवाओं में कॉलेज में पढ़ने वाला युवा सबसे ज्यादा होते है। लेकिन युवाओं को यहां के पानी की गहराई का पता नही होता। जिस कारण वो नहाने के चक्कर में अपनी जान गंवा बैठते है। विगत वर्षों में अप्राकृतिक झीलों में हुए हादसों पर एक नजर 29 सितंबर-2011: इंजीनियरिंग कालेज के तीन छात्र अभ्य, दीपक रावत और विशाल यादव की खोरी जमालपुर झील में डूबने से मौत 22 जुलाई-2012: अरावली की बड़वाली झील में आरके पुरम, दिल्ली निवासी नितेश की टूबने से मौत 24 मार्च 2014: खोरी-जमालपुर झील में तीन छात्र राघव, रवि और पंकज शर्मा डूबे 29 मार्च 2014: रेडियो जाकी अभय की सूरजकुंड के पास स्थित झील में डूबने से मौत 29 फरवरी 2016: झील में डूबने से द्वारका दिल्ली के रहने वाले तन्मय मिश्रा की मौत हो गयी। एक मई 2016: ओखला फेज-2 निवासी चिंटू की झील में डूबने से हुई आठ मई 2016: भीकम कालोनी के करण की बड़वाली झील में डूबने से मौत हुई 13 अप्रैल 2017: सेल्फी लेते समय एक छात्र की सिरोही स्थित झील में गिरने से मौत 23 अगस्त-2021: झील में नहाने गए शिव दुर्गा विहार निवासी कुलदीप सिंह व पंकज तिवारी की मौत हुई। 18 जून 2023 में दिल्ली संगम बिहार से आए नजीम और गुड्डू की मौत 12 मई 2024 को दिल्ली से झील में नहाने पहुंचे राजीव और साजिद की मौत हो गयी। 1 अप्रैल 2025 : 1 सिरोही झील में अपने दोस्तों के साथ नहाने गए रवि की झील के पानी में डूबने से मौत हो गई। रवि अपने दोस्त के साथ पानी में तैरने के लिए उतरा था पुलिस ने जारी की एडवाइजरी DCP एनआईटी कुलदीप ने बताया कि पुलिस ने इन झीलों पर जाने वाले रास्तों पर चेतावनी बोर्ड लगाए हुए है। हर साल पुलिस के द्वारा झीलों को लेकर एडवाइजरी जारी की जाती है। इन झीलों की गहराई बहुत ज्यादा है। युवा इंटरनेट में सर्च कर गर्मियों के मौसम में नहाने के लिए आते है। पुलिस की तरफ से झील की तरफ जाने वाले रास्तों पर पुलिस की डयूटी लगाई गई है। ताकि कोई युवा झील की तरफ ना जा सके। उन्होंने बताया कि इन झीलों की सतह अत्यधिक चिकनी है, जिससे फिसलकर लोग गहरे पानी में चले जाते हैं और अक्सर डूब जाते हैं। पुलिस और प्रशासन का कहना है कि जान जोखिम में डालने की बजाय सावधानी बरतें और दूसरों को भी सतर्क करें। यदि सभी लोग मिलकर नियमों का पालन करें, तो इन झीलों को हादसों से मुक्त किया जा सकता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
