हरियाणा के जिले फरीदाबाद के सेक्टर 21 में आज पीने के पानी और सीवर ओवरफ्लो की समस्या से परेशान होकर हरियाणा की शिक्षा मंत्री का के निवास का घेराव करते हुए परेशान लोगों ने सड़क जाम कर दिया और जोरदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर स्थानीय लोगों ने यह गंभीर आरोप लगाए कि हरियाणा में शिक्षा मंत्री होने के बावजूद सीमा त्रिखा अपने इलाके की मूलभूत सुविधाओं को पूरा नहीं कर पा रही है। 6 दिनों से एमसीएफ के काट रहे चक्कर प्रदर्शन कर रही महिला गीता, सीमा और गायत्री ने बताया कि पिछले लगभग एक महीने से वह लोग पीने के पानी और सीवर की समस्या से जूझ रहे हैं। सीवर का पानी उनके घरों में घुस रहा है, जिसके चलते बच्चे बीमार हो रहे हैं। आज तो हद हो गई, एक महिला को सीवर के पानी घर के अंदर घुसने के चलते करंट लग गया। गनीमत रही कि समय रहते बिजली काट दी गई अन्यथा पूरा परिवार बिजली की चपेट में आ सकता था। सीमा ने बताया कि वह लोग पिछले 6 दिनों से एमसीएफ के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन एमवीएफ ने कोई सुनवाई नहीं की। एमसीएफ में जाने के बाद उन्हें कहा गया कि कोर्ट में जाइए, कोर्ट में गए, तो वहां किसी ने सुनवाई नहीं की। 3-3 मंत्री होने के बाद भी स्मार्ट सिटी का बुरा हाल इसकी शिकायत को लेकर डीसी के पास पहुंचे, डीसी के यहां भी उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला। इसके बाद लोग आज परेशान होकर सड़क पर उतरे है, क्योंकि यह वह इलाका है, जिसे स्मार्ट सिटी कहा जाता है। जब फरीदाबाद में तीन-तीन मंत्री होने के बाद स्मार्ट सिटी का यह हाल है, तो फरीदाबाद के अलग-अलग इलाकों का क्या हाल होगा, जो स्मार्ट सिटी में शामिल नहीं है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि वह लोग सेक्टर 21 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहते हैं और वह लोग डेवलपमेंट चार्ज के अलावा सभी प्रकार के टैक्स देते हैं। लेकिन बावजूद उनके फरीदाबाद में तीन-तीन मंत्रियों के होने के बावजूद भी मूलभूत सुविधाओं की परेशानी से जूझना पड़ रहा है और लोगों को जल भराव जैसी समस्याओं की परेशानी झेलनी पड़ रही है। हरियाणा के जिले फरीदाबाद के सेक्टर 21 में आज पीने के पानी और सीवर ओवरफ्लो की समस्या से परेशान होकर हरियाणा की शिक्षा मंत्री का के निवास का घेराव करते हुए परेशान लोगों ने सड़क जाम कर दिया और जोरदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर स्थानीय लोगों ने यह गंभीर आरोप लगाए कि हरियाणा में शिक्षा मंत्री होने के बावजूद सीमा त्रिखा अपने इलाके की मूलभूत सुविधाओं को पूरा नहीं कर पा रही है। 6 दिनों से एमसीएफ के काट रहे चक्कर प्रदर्शन कर रही महिला गीता, सीमा और गायत्री ने बताया कि पिछले लगभग एक महीने से वह लोग पीने के पानी और सीवर की समस्या से जूझ रहे हैं। सीवर का पानी उनके घरों में घुस रहा है, जिसके चलते बच्चे बीमार हो रहे हैं। आज तो हद हो गई, एक महिला को सीवर के पानी घर के अंदर घुसने के चलते करंट लग गया। गनीमत रही कि समय रहते बिजली काट दी गई अन्यथा पूरा परिवार बिजली की चपेट में आ सकता था। सीमा ने बताया कि वह लोग पिछले 6 दिनों से एमसीएफ के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन एमवीएफ ने कोई सुनवाई नहीं की। एमसीएफ में जाने के बाद उन्हें कहा गया कि कोर्ट में जाइए, कोर्ट में गए, तो वहां किसी ने सुनवाई नहीं की। 3-3 मंत्री होने के बाद भी स्मार्ट सिटी का बुरा हाल इसकी शिकायत को लेकर डीसी के पास पहुंचे, डीसी के यहां भी उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला। इसके बाद लोग आज परेशान होकर सड़क पर उतरे है, क्योंकि यह वह इलाका है, जिसे स्मार्ट सिटी कहा जाता है। जब फरीदाबाद में तीन-तीन मंत्री होने के बाद स्मार्ट सिटी का यह हाल है, तो फरीदाबाद के अलग-अलग इलाकों का क्या हाल होगा, जो स्मार्ट सिटी में शामिल नहीं है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि वह लोग सेक्टर 21 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहते हैं और वह लोग डेवलपमेंट चार्ज के अलावा सभी प्रकार के टैक्स देते हैं। लेकिन बावजूद उनके फरीदाबाद में तीन-तीन मंत्रियों के होने के बावजूद भी मूलभूत सुविधाओं की परेशानी से जूझना पड़ रहा है और लोगों को जल भराव जैसी समस्याओं की परेशानी झेलनी पड़ रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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बता दें कि चौधरी धर्मबीर सिंह भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए हैं। दशकों तक कांग्रेस की राजनीति करने वाले धर्मबीर 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले राव इंद्रजीत सिंह की तरह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। राव इंद्रजीत सिंह की पैरवी पर ही तीनों बार पार्टी हाईकमान ने धर्मबीर सिंह को टिकट दी। दो बार 2014 और 2019 में तो धर्मबीर सिंह असानी से जीत गए, लेकिन इस बार कांग्रेस की तरफ से राव दान सिंह को कैंडिडेट बनाए जाने से धर्मबीर सिंह कांटे के मुकाबले में फंस गए थे। चौधरी धर्मबीर सिंह की जीत सुनिश्चित करने के लिए राव इंद्रजीत सिंह को ही मैदान में उतरना पड़ा था। राव इंद्रजीत सिंह ने प्रचार के दौरान चौधरी धर्मबीर को अपना साथी बताते हुए अहीरवाल में उन्हें जिताने की अपील की थी। राव इंद्रजीत सिंह की अपील का काफी हद तक महेंद्रगढ़ इलाके में असर भी दिखाई दिया, जिसकी वजह से आखिरी वक्त में पासा पलट गया और चौधरी धर्मबीर सिंह लोकसभा का चुनाव जीत गए। धर्मबीर के लिए अड़े रहे राव इंद्रजीत सिंह
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अपने राजनीतिक जीवन के दौरान, वह पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल परिवार की 3 पीढ़ियों को हराने के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने 1987 में लोकदल के उम्मीदवार के रूप में तोशाम विधानसभा सीट से खुद बंसीलाल को हराकर चौंका दिया था। उन्होंने 2000 में तोशाम से बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र को हराया और बाद में बंसीलाल की पोती (सुरेंद्र की बेटी) श्रुति चौधरी को 2014 और 2019 में भाजपा के सदस्य के रूप में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर हराया।
हरियाणा के 19 शहरों में बारिश का अलर्ट:खाड़ी की हवाओं से एक्टिव है मानसून; 24 घंटे में 9 जिलों में बिगड़ा मौसम
हरियाणा के 19 शहरों में बारिश का अलर्ट:खाड़ी की हवाओं से एक्टिव है मानसून; 24 घंटे में 9 जिलों में बिगड़ा मौसम हरियाणा में आज 19 शहरों में मौसम खराब रहने वाला है। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। बहादुरगढ़, सांपला, रोहतक, खरखौंदा, सोनीपत, गन्नौर, समालखा, बपौली, खरौंडा, करनाल, गोहाना, इसराना, सफीदो, पानीपत, असंध, कैथल, नीलोखेरि, गुहला, पेहेवा में हल्की बारिश होने के आसार हैं। अभी बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी वाली हवाओं के असर से प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। 24 घंटे में 9 जिलों में झमाझम बारिश हुई। सबसे ज्यादा गुरुग्राम और सोनीपत जिले में हुई, यहां 18-18 एमएम तक बारिश रिकॉर्ड की गई। इधर मौसम विशेषज्ञों कहना है कि बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है। इसके असर से प्रदेश में 17 सितंबर तक बारिश होने के आसार बने हुए हैं। कहां कितती हुई बारिश हरियाणा के 9 जिले ऐसे रहे, जहां 24 घंटे के दौरान हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई। सबसे ज्यादा बारिश गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र में 18.0 एमएम बारिश हुई। इसके अलावा अंबाला में 7.0, यमुनानगर में 6.0 एमएम, चंडीगढ़ में 4.0 एमएम, रोहतक में 9.0, कैथल में 3.5 एमएम, जींद में 0.5 बारिश रिकॉर्ड की गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग के दर्ज आंकड़ों के अनुसार 1 जून से लेकर अब तक हरियाणा में 332.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से 374.3 मिली मीटर से अब तक 10% कम हुई है। अब तक के आंकड़ों के अध्ययन से पता चलता है कि राज्य के 14 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। आगे रहेगा मौसम एचएयू के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. एमएल खिचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 17 सितंबर तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति पर उत्तर की तरफ बने रहने तथा अरब सागर से नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में मानसूनी हवाओं की सक्रियता में बढ़ोतरी होने की संभावना से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 14 सितंबर तक बीच-बीच में हवाएं व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की संभावना बन रही है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट होने तथा वातावरण में नमी की मात्रा में बढ़ोतरी होने की भी संभावना है। परंतु 15 सितंबर से फिर से बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। जुलाई में रुठा रहा मानसून हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में मात्र 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।