फरीदाबाद में कैंटर ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई। युवक मां के साथ बहन के घर जा रहा था। पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। मृतक की पहचान गांव दयालपुर, एसबीसी कॉलोनी निवासी धर्मेंद्र और इनकी मां सुमित्रा के रूप में हुई है। पुलिस ने अज्ञात कैंटर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। संदीप ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि 22 नवंबर को दोपहर करीब तीन बजे उसका बड़ा भाई धर्मेन्द्र और मां सुमित्रा बाइक से मेरी बहन आशा से मिलने के लिए सेक्टर-62 बल्लभगढ़ जा रहे थे। मैं अपनी स्कूटी से उनके पीछे-पीछे चल रहा था। संदीप ने बताया कि करीब सवा 3 बजे हम सेक्टर-65 बाइपास रोड कट पर पहुंचे। इसी दौरान कैंटर तेज रफ्तार से गांव साहुपुरा कि ओर से आया और मेरे भाई व मेरी मां को सीधी टक्कर मार दी। टायर के नीचे आने से मां की मौके पर मौत संदीप ने बताया कि टक्कर लगते ही धर्मेंद्र मोटरसाइकिल सहित रोड पर गिर गया। जिसके सिर व शरीर पर काफी चोट आई। जबकि मां कैंटर के टायर के नीचे जा गिरी। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। कैंटर यूपी नंबर का है। जिसे ड्राइवर छोड़कर भा गया। फरीदाबाद में कैंटर ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई। युवक मां के साथ बहन के घर जा रहा था। पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। मृतक की पहचान गांव दयालपुर, एसबीसी कॉलोनी निवासी धर्मेंद्र और इनकी मां सुमित्रा के रूप में हुई है। पुलिस ने अज्ञात कैंटर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। संदीप ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि 22 नवंबर को दोपहर करीब तीन बजे उसका बड़ा भाई धर्मेन्द्र और मां सुमित्रा बाइक से मेरी बहन आशा से मिलने के लिए सेक्टर-62 बल्लभगढ़ जा रहे थे। मैं अपनी स्कूटी से उनके पीछे-पीछे चल रहा था। संदीप ने बताया कि करीब सवा 3 बजे हम सेक्टर-65 बाइपास रोड कट पर पहुंचे। इसी दौरान कैंटर तेज रफ्तार से गांव साहुपुरा कि ओर से आया और मेरे भाई व मेरी मां को सीधी टक्कर मार दी। टायर के नीचे आने से मां की मौके पर मौत संदीप ने बताया कि टक्कर लगते ही धर्मेंद्र मोटरसाइकिल सहित रोड पर गिर गया। जिसके सिर व शरीर पर काफी चोट आई। जबकि मां कैंटर के टायर के नीचे जा गिरी। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। कैंटर यूपी नंबर का है। जिसे ड्राइवर छोड़कर भा गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अंबाला के युवक के साथ धोखाधड़ी:अमेरिका भेजने के नाम पर 20.66 लाख हड़पे, 4 महीने तक बंधक बनाया
अंबाला के युवक के साथ धोखाधड़ी:अमेरिका भेजने के नाम पर 20.66 लाख हड़पे, 4 महीने तक बंधक बनाया हरियाणा के अंबाला में अमेरिका भेजने के नाम पर 20.66 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने व विदेश में बंधक बनाने का मामला सामने आया है। युवक के पिता ने सीएम हरियाणा को शिकायत सौंप भेजकर कार्रवाई की गुहार लगाई, जिसके बाद मुलाना थाने की पुलिस ने आरोपी एजेंट समेत 3 के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। अंबाला के गांव झाडू माजरा निवासी मुल्तान सिंह ने सीएम हरियाणा को शिकायत सौंपी है। वह अपने बेटे को अमेरिका भेजना चाहता था। उसे कोई एजेंट नहीं मिल रहा था। जींद के गांव रामराई निवासी विनोद कुमार का उसके गांव में आना-जाना था। जिसके साथ जानकारी थी। आरोपी ने कहा कि वह भी एजेंट का काम करता है और वह आपके बेटे को अमेरिका भेज देगा। 20.66 लाख में हुई डील आरोपी एजेंट ने बताया कि इस समय अमेरिका की स्कीम आई हुई हैं, जिसके लिए आपको 20.66 लाख रुपए खर्च करने पड़ेंगे। पीड़िता ने बेटे को विदेश भेजने के लिए अपना खेत बेचा और 5 लाख रुपए भाई से उधारे लिए। उसने आरोपी एजेंट विनोद कुमार को 20 लाख रुपए दिए। बेटे को विदेश में बंधक बनाया आरोपी एजेंट ने उसके बेटे को सानेगन का वीजा लगाकर भेज दिया। यहां उसके बेटे को एक कमरे में 4 महीने तक बंधक बनाकर रखा। जब उसने पूछा तो उसे कहा कि अभी आपका बेटा रास्ते में है, जल्दी पहुंच जाएगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी एजेंट ने उसके बेटे के माध्यम से कुछ पैसे वापस भी मंगवाए। जब उसका बेटा विदेश नहीं पहुंचा तो उसे धोखाधड़ी के बारे में पता चला। उसने किसी न किसी तरह बेटे को 1.80 लाख रुपए खर्च करके विदेश से वापस भारत बुलाया। मुलाना थाने की पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी एजेंट विनोद कुमार, कविता, संजू उर्फ सुधरा गोदारा के खिलाफ धारा 406,420,506 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गुरुग्राम BJP में टिकट को लेकर घमासान:जीएल शर्मा, नवीन गोयल सहित 150 से अधिक ने छोड़ी पार्टी; कांग्रेस में जाने की चर्चा
गुरुग्राम BJP में टिकट को लेकर घमासान:जीएल शर्मा, नवीन गोयल सहित 150 से अधिक ने छोड़ी पार्टी; कांग्रेस में जाने की चर्चा हरियाणा में बीजेपी कैंडिडेट की पहली लिस्ट जारी होने के बाद प्रदेशभर में भाजपाईयों में नाराजगी देखी जा रही है। पार्टी पदाधिकारी टिकट वितरण पर सवाल उठा रहे हैं, तो कई नेता पार्टी भी छोड़ रहे हैं। वहीं गुरुग्राम में टिकट की रेस में चल रहे जीएल शर्मा, नवीन गोयल सहित 150 से अधिक भाजपा नेताओं ने पार्टी को बाय-बाय बोल दिया है। वहीं कई अपने समर्थकों से डिस्कसन कर रहे हैं। जल्द ही कई अन्य भी पार्टी छोड़ हाथ के साथ हो सकते हैं। बीजेपी की पहली लिस्ट के बाद से उपजे विवाद से यह बात तो साफ हो गई कि जिन बाहरी नेताओं को प्रदेश की बागड़ोर सौंपी गई, उन्होंने अपना होमवर्क सही तरीके से नहीं किया। शायद बीजेपी में पहली बार उनके कार्यकर्ता खुलकर नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं। जीएल शर्मा जल्द ही एक बड़ा प्रोग्राम कर कांग्रेस में शामिल होंगे। बीजेपी में जिस कदर की भगदड़ मची है, उसके चलते यह तो साफ है कि डैमेज कंट्रोल करना इतना आसान नहीं रहने वाला। गुरुग्राम से बीजेपी टिकट के दावेदार जीएल शर्मा, नवीन गोयल सहित उनके करीब 150 समर्थकों ने पार्टी को छोड़ने का ऐलान किया है। साथ ही इन्होंने टिकट वितरण पर सवालिया निशान लगाते हुए अपने नेताओं पर कई आरोप तक मढ़ दिए हैं। जीएल शर्मा ने बताया कि तीसरी बार दावेदारी थी, पार्टी का हर काम ईमानदारी से किया, मन उदास है, समर्थकों का प्रेशर है, इसलिए पार्टी छोड़ने जा रहे हैं। जल्द बड़ा प्रोग्राम कर कांग्रेस में शामिल होंगे। अब बागी बिगाड़ेंगे बीजेपी प्रत्याशी का खेल
गुरुग्राम सीट की बात करें तो यहां से बीजेपी ने मुकेश शर्मा को टिकट दिया है। नाराज नेताओं का आरोप है कि जिसने पार्टी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा और सीनियर नेताओं को अपशब्द कहते हुए पार्टी गाइड लाइन का उल्लंघन किया उसे टिकट देकर बीजेपी ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है। वैश्य चेहरे नवीन गोयल ने बुधवार को कई किमी की पैदल यात्रा निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया उसे भी पार्टी नेताओं ने नजरअंदाज कर दिया। अब नवीन गोयल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर मुकेश शर्मा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसी प्रकार पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा ने भी समर्थकों की मीटिंग बुलाई है और वह भी टिकट वितरण से खासे नाराज हैं। समर्थकों से मंत्रणा पश्चात वह भी शायद पार्टी को बाय-बाय कह सकते हैं। भितरघात व नाराज वर्कर्स को मनाना आसान नहीं
गुरुग्राम ही नहीं बल्कि प्रदेश की दो दर्जन से अधिक विधानसभाओं में बीजेपी के टिकट दावेदार सड़क पर उतर गए हैं। लगातार इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव ताल ठोंक रहे हैं। इसके अलावा जो पार्टी नहीं छोड़ रहे उनका भी बीजेपी नेताओं से मोह भंग हो गया है। भले ही वह पार्टी में रहेंगे लेकिन यह साफ है कि वह बीजेपी प्रत्याशी का अंदरखाने किसी भी सूरत में सपोर्ट नहीं करेंगे। सालों से जो वर्कर्स पार्टी से जुड़े थे अब उनका सहयोग हासिल करना पार्टी के लिए बड़ा टॉस्क है। इसके चलते कई सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों को भितरघात का डर सताने लगा है। यहां तक मौजूदा विधायक व संगठन पदाधिकारी भी अब अंदरखाने खेला करने में शायद पीछे नहीं रहेंगे। चुनाव प्रभारी व प्रदेश प्रभारी पर उठे सवाल
राजनैतिक जानकारों का कहना है कि दूसरे प्रदेश के नेताओं को प्रदेश प्रभारी, चुनाव प्रभारी सहित अन्य दायित्व भले ही दिए गए लेकिन उनका ना तो प्रदेश ना ही यहां के लोगों की समझ है। इन लोगों ने ग्राउंड स्तर पर काम भी नहीं किया। साथ ही प्रदेश के कुछ बीजेपी नेता अपने कद का दुरुपयोग करते हुए अपने समर्थकों के लिए खुलकर पैरवी कर रहे थे, लेकिन दूसरे प्रदेश के प्रभारी इन पर प्रेशर तक नहीं बना पाए। कारण भी साफ है कि प्रदेश के नेताओं के कद, उम्र व अनुभव में दूसरे प्रदेश के जिन नेताओं को दायित्व दिया गया वह उनके सामने अदने थे और उनका जरा भी विरोध नहीं कर पाए। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि भले ही वर्चस्व स्थापित करने के लिए नेताओं ने अपने समर्थकों को टिकट दिला दी, लेकिन अब जो भगदड़ मची है, उससे पार्टी का ही नुकसान होगा। जबकि लोकसभा चुनाव में भी सतीश पूनिया को प्रदेश की बागड़ोर सौंपी गई थी, लेकिन वह असफल साबित हुए और पार्टी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। नवीन गोयल अब निर्दलीय उतरेंगे चुनावी रण में
बीजेपी टिकट दावेदार नवीन गोयल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बीजेपी ने जो भी जिम्मेदारी दी उसका ईमानदारी से निर्वहन किया। पार्टी का कद बढ़ाने के साथ उनकी नीतियों को घर-घर तक पहुंचाया। प्रदेश की रैलियों का सफल आयोजन कराया। 36 बिरादरी को पार्टी से जोड़ा बावजूद 11 साल मेहनत करने के साथ ही लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराईं, लेकिन उनकी उपेक्षा से अब मन उदास है। समर्थकों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का दबाव बनाया, सर्वे में नाम था बावजूद पता नहीं टिकट वितरण का क्या पैमाना था लेकिन अब लोगों की टिकट पर चुनावी रण में उतरेंगे। नवीन गोयल ने कहा कि लोगों के हित में उनका अभियान जारी रहेगा। जिसे टिकट दी वह ना तो धरातल पर सक्रिय थे ना ही लोगों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं थे।
रेवाड़ी में कार ने युवक को मारी टक्कर:हाथ की उंगलियां कटकर हो गई अलग; जूस की रेहड़ी लेकर जा रहा था घर
रेवाड़ी में कार ने युवक को मारी टक्कर:हाथ की उंगलियां कटकर हो गई अलग; जूस की रेहड़ी लेकर जा रहा था घर हरियाणा में रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बा में मंगलवार की देर रात एक कार ने रेहड़ी लेकर घर जा रहे शख्स को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में युवक के एक हाथ की तीन उंगलियां कटकर अलग हो गई। साथ ही उसकी रेहड़ी भी पलट गई। आरोपी कार चालक को मौके पर ही पकड़ लिया गया है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया और आरोपी चालक को हिरासत में ले लिया। मिली जानकारी के अनुसार, मूलरूप से यूपी का रहने वाला एक शख्स कोसली में तहसील परिसर के सामने बेलगिरी के जूस की रेहड़ी लगाता हैं। मंगलवार की रात रोजाना की तरह वह अपनी रेहड़ी लेकर किराये के मकान रेलवे स्टेशन के समीप जा रहा था। तभी रास्ते में रेलवे लाइन के पास एक तेज रफ्तार बलेनो कार ने पीछे से उसे टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद उसकी रेहड़ी पलट गई और उसे भी काफी चोटें आई। हाथ की उंगलियां हो गई अलग हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। घायल शख्स के एक हाथ की उंगलियां ही कटकर अलग हो गई। भीड़ ने आरोपी चालक को मौके पर ही पकड़ लिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरोपी चालक गांव बव्वा का रहने वाला है और कॉलेज में प्रोफेसर हैं। रेहड़ी पलटने के कारण घायल शख्स का सारा सामान भी क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची कोसली थाना पुलिस ने मामले में आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।