हिसार में रेलवे प्रशासन ने तीन स्पेशल ट्रेनों के संचालन अवधि में विस्तार किया है। जिसमें शिरड़ी,तिरूपति,पुणे सहित अन्य जगहों पर जाने वाले यात्रियों को फायदा होगा। रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती भीड़ के चलते यह फैसला लिया है। इन तीन स्पेशल ट्रेनों की संचालन अवधि का विस्तार रेलवे अधिकारियों ने बताया कि गाडी संख्या 04715/04716, बीकानेर-साईनगर शिरड़ी -बीकानेर साप्ताहिक स्पेशल रेल सेवा की संचालन अवधि में बीकानेर से 7 से 14 दिसंबर तक (2 ट्रिप) एवं साईनगर शिरड़ी से 8 से 15 दिसंबर तक (2 ट्रिप) विस्तार किया जा रहा है। इसी तरह गाडी संख्या 04717/04718, हिसार-तिरूपति-हिसार साप्ताहिक स्पेशल रेल सेवा हिसार से 07 से 14 दिसंबर तक (2 ट्रिप) एवं तिरूपति से 9 से 16 दिसंबर तक (02 ट्रिप) विस्तार किया जा रहा है। साथ ही यह रेलसेवा मार्ग में औंगुल स्टेशन पर अतिरिक्त ठहराव दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गाडी संख्या 04723/04724, हिसार-हडपसर (पुणे)-हिसार साप्ताहिक स्पेशल रेल सेवा हिसार से 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक (3 ट्रिप) एवं हडपसर (पुणे) से 2 दिसंबर से 16 दिसंबर तक (3 ट्रिप) विस्तार किया जा रहा है। हिसार में रेलवे प्रशासन ने तीन स्पेशल ट्रेनों के संचालन अवधि में विस्तार किया है। जिसमें शिरड़ी,तिरूपति,पुणे सहित अन्य जगहों पर जाने वाले यात्रियों को फायदा होगा। रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती भीड़ के चलते यह फैसला लिया है। इन तीन स्पेशल ट्रेनों की संचालन अवधि का विस्तार रेलवे अधिकारियों ने बताया कि गाडी संख्या 04715/04716, बीकानेर-साईनगर शिरड़ी -बीकानेर साप्ताहिक स्पेशल रेल सेवा की संचालन अवधि में बीकानेर से 7 से 14 दिसंबर तक (2 ट्रिप) एवं साईनगर शिरड़ी से 8 से 15 दिसंबर तक (2 ट्रिप) विस्तार किया जा रहा है। इसी तरह गाडी संख्या 04717/04718, हिसार-तिरूपति-हिसार साप्ताहिक स्पेशल रेल सेवा हिसार से 07 से 14 दिसंबर तक (2 ट्रिप) एवं तिरूपति से 9 से 16 दिसंबर तक (02 ट्रिप) विस्तार किया जा रहा है। साथ ही यह रेलसेवा मार्ग में औंगुल स्टेशन पर अतिरिक्त ठहराव दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गाडी संख्या 04723/04724, हिसार-हडपसर (पुणे)-हिसार साप्ताहिक स्पेशल रेल सेवा हिसार से 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक (3 ट्रिप) एवं हडपसर (पुणे) से 2 दिसंबर से 16 दिसंबर तक (3 ट्रिप) विस्तार किया जा रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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गुरुग्राम में जाट वोटर्स ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन:प्रत्याशियों का जोर अपनी जाति के वोटरों पर; वोटर भी तलाश रहे विकल्प
गुरुग्राम में जाट वोटर्स ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन:प्रत्याशियों का जोर अपनी जाति के वोटरों पर; वोटर भी तलाश रहे विकल्प हरियाणा में लोकसभा चुनाव हों या फिर किसान आंदोलन जाट वोटर्स बीजेपी से हमेशा ही दूरी बनाते आया है। वैसे भी कई चुनाव जाट वर्सेज गैर जाट हुए और उसका पूरा फायदा बीजेपी ने उठाया है। गुरुग्राम, बादशाहपुर, पटौदी व सोहना-तावडू विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जाट वोटर्स ने टेंशन बढ़ा रखी है। कांग्रेस प्रत्याशी भी जाट को लुभाने में सफल नहीं हो रहे तो वोटर भी विकल्प पर मंथन करने में जुट गए हैं। गुरुग्राम विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने पंजाबी चेहरे मोहित ग्रोवर पर दांव लगाया है। चुनाव के चंद दिन पहले ही पैराशूट के जरिए कांग्रेस में एंट्री करने वाले मोहित अभी तक अपने पंजाबी समाज तक ही सिमटे हुए हैं। वहीं उनकी पैराशूट एंट्री से कांग्रेस में टिकट की दावेदारी कर रहे पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया, पंकज डावर, कुलदीप कटारिया, कुलराज कटारिया सहित अन्य नेता के सपनों पर पानी फिर गया। पंकज डावर अब जिला मीडिया कॉडिनेटर की जिम्मेदारी निभाते हुए ग्रोवर के साथ जरूर नजर आ रहे हैं, लेकिन बाकी नेताओं ने दूरी बना रखी है। गुरुग्राम में करीब 40 हजार जाट वोटर हैं और कांग्रेस के जाट नेताओं को अभी तक ग्रोवर अपने साथ नहीं कर पाए हैं। इसी के चलते जाट समाज अब कांग्रेस के विकल्प पर विचार कर रहा है। बादशाहपुर सीट की बात करें तो यहां से कांग्रेस ने यूथ वर्धन यादव को चुनावी रण में उतारा है, तो वह भी यादव वोटर्स को ही साधने में लगे हैं। जबकि बीजेपी की तरफ से पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह मैदान में हैं। यहां यादव वोटर्स बंटना तय है। मेयर की चुनाव की तैयारी कर रहे कुलदीप कटारिया पहले बादशाहपुर में काफी सक्रिय थे, लेकिन अभी तक वर्धन यादव के साथ वह नजर नहीं आए हैं। इसी के चलते यहां के जाट वोट में आप प्रत्याशी बीर सिंह राणा सेंधमारी कर रहे हैं। निर्दलीय प्रत्याशी कुमुदनी दौलताबाद भी इसी बिरादरी से आती हैं, लेकिन अभी तक वह कुछ सोसायटी तक ही सीमित हैं। उनका प्रचार सुस्त रफ्तार से चल रहा है लेकिन जाट होने के चलते कुछ वोट वह भी हासिल कर सकती हैं।
सोहना-तावडू में गुर्जर वोट तक सिमटे प्रत्याशी सोहना-तावडू सीट की बात करें तो यह गुर्जर बाहुल्य है और चुनावी रण में कांग्रेस के रोहताश खटाना, बीजेपी के तेजपाल तंवर, इनेलो-बसपा के सुंदर भड़ाना, आप पार्टी से धर्मेंद्र खटाना, जजपा-आसपा से बिनेश गुर्जर हैं। सभी गुर्जर समाज से आते हैं और यह सभी अपने समाज को अपने पाले में करने के अभियान में जुटे हुए हैं। इसके चलते गुर्जर वोट इन सभी के खाते में जाना तय है। मुस्लिम वोटर भी यहां पर निर्णायक है और चुनावी रण में जावेद अहमद और अताउल्ला खान शामिल हैं। जावेद की समाज में मजबूत पकड़ है और इसी के चलते वह इस सीट के बाजीगर भी साबित हो सकते हैं। यहां जाट वोटर सीमित है लेकिन उसकी ओर किसी की नजर नहीं है। राजपूत वोटर्स के जरिए निर्दलीय कल्याण सिंह चौहान ताल ठोंक रहे लेकिन उनको कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है। आरक्षित पटौदी सीट पर भी कांग्रेस की रणनीति स्पष्ट नहीं
पटौदी सीट से कांग्रेस ने पर्ल चौधरी को मैदान में उतारा है, तो बीजेपी ने पूर्व विधायक विमला चौधरी पर दांव लगाया है। कई पोस्टर्स में कांग्रेस प्रत्याशी के साथ ही पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की फोटो गायब है, सोशल मीडिया पर यह तेजी से वायरल हो रही है। इसके चलते यहां पर कांग्रेस गुटबाजी में उलझी नजर आ रही है। इस सीट पर भी जाट वोटर्स को भी तक साधने की कोशिश नहीं की गई। बीजेपी के पूर्व विधायक सत्यप्रकाश जरावता पूर्व सीएम मनोहरलाल खट्टर के करीबी हैं लेकिन केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने उनकी टिकट पर कैंची चलाकर इंसाफ मंच की पदाधिकारी व पूर्व विधायक विमला चौधरी को टिकट दिला दी। इसके चलते बीजेपी से 37 साल से जुड़े बड़े दलित चेहरे सुमेर सिंह तंवर ने इंद्रजीत पर तीखे प्रहार करते हुए पार्टी छोड़ दी। वहीं जरावता भी नाराज हैं और यह विमला चौधरी को भारी पड़ सकता है। ग्रोवर बोले- पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया संभाल रहे ऑफिस का काम
गुरुग्राम में एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है इसमें मोहित ग्रोवर मीडिया कर्मी के सवाल का जवाब देते हुए कह रहे हैं कि पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया उनके ऑफिस का काम संभाल रहे हैं। इसके बाद से कटारिया समर्थक खासे नाराज हैं और सभी ने ग्रोवर से दूरी बना ली है। बड़ी संख्या में नाराज लोग अब निर्दलीय प्रत्याशी नवीन गोयल के साथ भी नजर आने लगे हैं।
जींद में हत्या कर शव को फेंका:चादर में लिपटी हुई थी लाश, सिलाई की; सिर और नाक से बह रहा था खून
जींद में हत्या कर शव को फेंका:चादर में लिपटी हुई थी लाश, सिलाई की; सिर और नाक से बह रहा था खून जींद के सफीदों में उस वक्त सनसनी मच गई जब सफीदों-असंध मार्ग पर स्थित गांव पाजू मोड़ के पास चादर में लिपटी एक व्यक्ति की लाश बरामद हुई। मृतक की उम्र करीब 45 साल बताई जाती है। सूचना पाकर सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया गया। एफएसएल टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्रित किए। पुलिस ने लाश को शिनाख्त के लिए नागरिक अस्पताल में रखवाया है। प्रारंभिक तौर पर मर्डर की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के अनुसार सफीदों-असंध मार्ग पर वीरवार की दोपहर बाद गांव पाजू मोड़ के पास किसी ने चादर में लिपटी लाश देखी। उसने इसकी सूचना ग्रामीणों और पुलिस को दी। देखते ही देखते काफी तादाद में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। सिर और नाक पर चोट के निशान उधर, सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने धागे से सीली गई चादर को खोला तो उसमें से करीब 45 वर्षीय व्यक्ति का शव निकला। मृतक के सिर और नाक से खून बहने के निशान थे। शव की तलाशी के दौरान उसके पास कुछ खास नहीं मिला, जिससे उसकी पहचान हो सके। सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर मर्डर का मामला लग रहा है। शव के नाक से खून निकला हुआ है। मृतक कहीं बाहर का लग रहा है और किसी ने इसे बाहर से लाकर यहां पर फेंका है।
हरियाणा में 15 से 20 कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम फाइनल:2 सितंबर तक आएगी पहली लिस्ट, 4 दिन चलेगी कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक
हरियाणा में 15 से 20 कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम फाइनल:2 सितंबर तक आएगी पहली लिस्ट, 4 दिन चलेगी कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हरियाणा में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट के दावेदारों के नामों की उलझन में फंसी हुई है। 26 अगस्त से अगले चार दिनों तक नई दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी। जिसमें 90 सीटों के लिए आए दावेदारों के आवेदन को शॉर्ट लिस्ट करने का काम किया जाएगा। प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया कह चुके हैं- हमारी कोशिश सिंगल नाम का पैनल बनाकर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजने की रहेगी। ऐसे में चार दिन होने वाली बैठक में तमाम सीनियर नेता दावेदारों के नाम शॉर्ट लिस्ट कर सिंगल पैनल बनाने की कोशिश में जुटेंगे। कई सीटों पर 40 से अधिक दावेदार बता दें कि पिछले 10 सालों से सत्ता से दूर कांग्रेस में इस बार टिकट को लेकर नेताओं में काफी क्रेज दिखने को मिल रहा है। जुलाई महीने में कांग्रेस ने चुनाव लड़ने वाले नेताओं से आवेदन मांगे थे। करीब 15 दिन चली प्रक्रिया के तहत 90 सीटों के लिए 2556 आवेदन आए हैं। कई सीटों पर तो 40 से ज्यादा दावेदारों की संख्या है। जिसके चलते सिंगल ही नहीं, बल्कि तीन-चार नाम ही शॉर्ट लिस्ट करना कांग्रेस के लिए सिरदर्दी बन गया है। कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी परेशानी गुटबाजी भी है, प्रदेश में फिलहाल कांग्रेस में तीन गुट बने हुए हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला अलग-अलग ग्रुप में राजनीति कर रहे हैं। तीनों ही ग्रुप की कोशिश अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिलाने की है। 1 या 2 सितंबर को आ सकती है पहली लिस्ट दरअसल, चार दिन के मंथन के बाद कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति हरियाणा में चुनाव लड़ने वाले नेताओं पर अंतिम मोहर लगाएगी। गुटबाजी के कारण कांग्रेस हाईकमान ने टिकटों का वितरण अपने हाथों में ले लिया हैं। संभावना है कि स्क्रीनिंग कमेटी की तरफ से शॉट लिस्ट कर भेजे जाने वाले पैनल के बाद 1 या 2 सितंबर को कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो सकती हैं। क्योंकि 27 अगस्त को भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की भी बैठक हैं। इस बैठक के बाद भाजपा भी इसी माह के अंत तक अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती हैं। 15 से 20 नामों की सूची फाइनल चार दिनों में भले ही स्क्रीनिंग कमेटी सिंगल नाम का पैनल बनाने की कोशिश करेगी। लेकिन प्रदेश की 15 से 20 सीटें ऐसी है, जिन पर एक तरह से सिंगल नाम तय भी हो चुके है। इनमें रोहतक, गढ़ी-सांपला-किलोई, रेवाड़ी, झज्जर, बेरी, महम, नूंह, पुन्हाना, पलवल, बड़खल, फरीदाबाद, कोसली, महेंद्रगढ़, थानेसर, बरौदा के अलावा कुछ अन्य सीटें शामिल है, जिनमें पर लगभग एक-एक नाम फाइनल हो चुके हैं। बस इन नामों को शॉर्ट लिस्ट कर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाना है। 5 सितंबर से नामांकन प्रक्रिया हरियाणा में 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी हैं। 5 सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी और 12 सितंबर को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि हैं। यानी अगले 10 दिनों के अंदर दोनों ही प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के ज्यादातर उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी। 13 सितंबर को नामांकन की जांच होगी और 16 सितंबर नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है। चुनाव की तारीख बढ़ाने की मांग की थी BJP 22 अगस्त को भाजपा ने चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख बढ़ाने की मांग थी। भाजपा ने छुट्टियों का हवाला देते हुए कहा कि 1 अक्टूबर को मतदान आयोजित होने से वोटिंग प्रतिशत घटने की संभावना है। गैर जाट वोट बैंक पर कांग्रेस का फोकस अधिक हरियाणा कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में टिकटों पर मंथन के बीच विधानसभा सीटों का गुणा-गणित तैयार कर लिया है। इस बार कांग्रेस बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए गैर जाट वोट बैंक पर ज्यादा फोकस करेगी।