फरीदाबाद में 3 दिन में 72 मौत:अचानक बढ़ा मरने वालों का ग्राफ, मोर्चरी में नहीं जगह, पीएम में लगी 2-2 टीम

फरीदाबाद में 3 दिन में 72 मौत:अचानक बढ़ा मरने वालों का ग्राफ, मोर्चरी में नहीं जगह, पीएम में लगी 2-2 टीम

हरियाणा के फरीदाबाद जिले में लगातार भीषण गर्मी के बढ़ते पारे से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते जिले के अलग-अलग इलाकों में लू लगने से उल्टी दस्त और बुखार के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। जिसके चलते फरीदाबाद में लोगों की मौत के आंकड़ों में भी वृद्धि हुई है। मोर्चरी में नहीं है शव रखने की जगह बता दें कि जिले में हीट वेव का असर देखने को मिल रहा है। 18 जून से लेकर 20 जून की शाम 5:00 बजे तक फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में 72 लोगों के शव पहुंच चुके है। जिसके चलते अस्पताल की मोर्चरी खचाखच भर गई। मोर्चरी के अंदर काम करने वाले डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों को पांव रखने तक की जगह नहीं मिल रही है। पोस्टमार्टम करने में लगे 2-2 डॉक्टर शवों की संख्या ज्यादा होने के चलते मोर्चरी में शवों के खराब होने का सिलसिला जारी हो गया और शवों से निकलने वाली दुर्गंध के चलते मोर्चरी के आसपास लोगों का खड़ा होना भी मुश्किल हो गया। हालांकि लगातार शवों का पोस्टमार्टम दो-दो डॉक्टरों द्वारा कराया गया। जिसमें डॉक्टर मनीष दयाल और प्रियंका शामिल थी। डॉक्टर मनीष दयाल ने बताया कि उन्होंने लगभग 8 शवों का पोस्टमार्टम किया है और डॉक्टर प्रियंका ने भी लगभग 10 शवों का पोस्टमार्टम किया है। बाकी शवों का भी कल पोस्टमार्टम किया जाएगा। मोर्चरी में कम है फ्रिज की संख्या गौरतलब है की फरीदाबाद जिला लगभग 28 से 30 लाख की आबादी वाला जिला है। केवल फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में ही सड़क दुर्घटना व अन्य किसी हादसे में शिकार हुए लोगों का पोस्टमार्टम कराया जाता है। मोर्चरी छोटी होने और फ्रिजों की संख्या कम होने के चलते मोर्चरी में शवों को रखने की जगह तक नहीं बची। इसलिए मोर्चरी और फ्रिज की संख्या में बढ़ोतरी होनी चाहिए। हरियाणा के फरीदाबाद जिले में लगातार भीषण गर्मी के बढ़ते पारे से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते जिले के अलग-अलग इलाकों में लू लगने से उल्टी दस्त और बुखार के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। जिसके चलते फरीदाबाद में लोगों की मौत के आंकड़ों में भी वृद्धि हुई है। मोर्चरी में नहीं है शव रखने की जगह बता दें कि जिले में हीट वेव का असर देखने को मिल रहा है। 18 जून से लेकर 20 जून की शाम 5:00 बजे तक फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में 72 लोगों के शव पहुंच चुके है। जिसके चलते अस्पताल की मोर्चरी खचाखच भर गई। मोर्चरी के अंदर काम करने वाले डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों को पांव रखने तक की जगह नहीं मिल रही है। पोस्टमार्टम करने में लगे 2-2 डॉक्टर शवों की संख्या ज्यादा होने के चलते मोर्चरी में शवों के खराब होने का सिलसिला जारी हो गया और शवों से निकलने वाली दुर्गंध के चलते मोर्चरी के आसपास लोगों का खड़ा होना भी मुश्किल हो गया। हालांकि लगातार शवों का पोस्टमार्टम दो-दो डॉक्टरों द्वारा कराया गया। जिसमें डॉक्टर मनीष दयाल और प्रियंका शामिल थी। डॉक्टर मनीष दयाल ने बताया कि उन्होंने लगभग 8 शवों का पोस्टमार्टम किया है और डॉक्टर प्रियंका ने भी लगभग 10 शवों का पोस्टमार्टम किया है। बाकी शवों का भी कल पोस्टमार्टम किया जाएगा। मोर्चरी में कम है फ्रिज की संख्या गौरतलब है की फरीदाबाद जिला लगभग 28 से 30 लाख की आबादी वाला जिला है। केवल फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में ही सड़क दुर्घटना व अन्य किसी हादसे में शिकार हुए लोगों का पोस्टमार्टम कराया जाता है। मोर्चरी छोटी होने और फ्रिजों की संख्या कम होने के चलते मोर्चरी में शवों को रखने की जगह तक नहीं बची। इसलिए मोर्चरी और फ्रिज की संख्या में बढ़ोतरी होनी चाहिए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर