फाजिल्का के काली मंदिर में लगता है मदिरा का भोग:आषाढ़ में लगता है मेला, सुविधा नहीं होने से श्रद्धालु परेशान

फाजिल्का के काली मंदिर में लगता है मदिरा का भोग:आषाढ़ में लगता है मेला, सुविधा नहीं होने से श्रद्धालु परेशान

फाजिल्का जिले में एक ऐसा मेला लगाया जाता है, जहां पर शराब का भोग लगाया जाता है। इस मेले में दूर दूर से लोग आते हैं और शराब का चढ़ावा चढ़ाकर अपनी मन्नतें मांगते हैं। मन्नत पूरी होने पर वे शराब का चढ़ावा चढ़ाते हैं। 3 दिनों के लिए लगता है मेला मेले के प्रबंधकों ने बताया कि फाजिल्का के बाबा अतर शाह की दरगाह पर लगने यह मेला हर साल आषाढ़ में लगाया जाता है। यह मेला तीन दिनों तक चलता है। इस दौरान बड़ी संख्या में दूर दूर से श्रद्धालु माथा टेकने के लिए आते हैं। इस दौरान श्रद्धालु यहां पर माता की मूर्ति पर शराब का चढ़ावा चढ़ाते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा माता की मूर्ति के मुख पर शराब की बोतल लगाई जाती हैं। इसके बाद शराब को आपस में बांटा जाता है। प्रशासन द्वारा नहीं मिलता कोई सहयोग प्रबंधकों का कहना है कि शराब चढ़ाने से माता अपने भक्तों पर खुश होती है और सभी की मनोकामना पूरी करती है। जिससे सभी भक्त शराब की बोतल लेकर आते हैं और माता को चढ़ावा चढ़ाते हैं। वहीं मेले के प्रबंधकों ने यहां पर होने वाले इंतजाम में सरकार या प्रशासन द्वारा कोई सहयोग नहीं मिलने पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। मेले में श्रद्धालुओं के लिए नहीं है सुविधा प्रबंधक आशा ने बताया कि हर साल लगने वाले इस मेले में हजारों की संख्या में भक्त आते हैं। इस दौरान न तो उनके ठहरने का कोई प्रबंध हो पाता है और न ही इनके शौचालय वगैरा का कोई प्रबंध होता है। जिससे उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ती है। उन्होंने फाजिल्का के विधायक और कांग्रेस के साबका विधायक से यहां पर ठहरने वाले लोगों के लिए सुविधा मुहैया करवाने की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि विधायक और सरकार उनकी यह फरियाद सुने और इस मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहने और शौचालय की व्यवस्था की जाए। ताकि उन्हें यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न उठानी पड़े। फाजिल्का जिले में एक ऐसा मेला लगाया जाता है, जहां पर शराब का भोग लगाया जाता है। इस मेले में दूर दूर से लोग आते हैं और शराब का चढ़ावा चढ़ाकर अपनी मन्नतें मांगते हैं। मन्नत पूरी होने पर वे शराब का चढ़ावा चढ़ाते हैं। 3 दिनों के लिए लगता है मेला मेले के प्रबंधकों ने बताया कि फाजिल्का के बाबा अतर शाह की दरगाह पर लगने यह मेला हर साल आषाढ़ में लगाया जाता है। यह मेला तीन दिनों तक चलता है। इस दौरान बड़ी संख्या में दूर दूर से श्रद्धालु माथा टेकने के लिए आते हैं। इस दौरान श्रद्धालु यहां पर माता की मूर्ति पर शराब का चढ़ावा चढ़ाते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा माता की मूर्ति के मुख पर शराब की बोतल लगाई जाती हैं। इसके बाद शराब को आपस में बांटा जाता है। प्रशासन द्वारा नहीं मिलता कोई सहयोग प्रबंधकों का कहना है कि शराब चढ़ाने से माता अपने भक्तों पर खुश होती है और सभी की मनोकामना पूरी करती है। जिससे सभी भक्त शराब की बोतल लेकर आते हैं और माता को चढ़ावा चढ़ाते हैं। वहीं मेले के प्रबंधकों ने यहां पर होने वाले इंतजाम में सरकार या प्रशासन द्वारा कोई सहयोग नहीं मिलने पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। मेले में श्रद्धालुओं के लिए नहीं है सुविधा प्रबंधक आशा ने बताया कि हर साल लगने वाले इस मेले में हजारों की संख्या में भक्त आते हैं। इस दौरान न तो उनके ठहरने का कोई प्रबंध हो पाता है और न ही इनके शौचालय वगैरा का कोई प्रबंध होता है। जिससे उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ती है। उन्होंने फाजिल्का के विधायक और कांग्रेस के साबका विधायक से यहां पर ठहरने वाले लोगों के लिए सुविधा मुहैया करवाने की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि विधायक और सरकार उनकी यह फरियाद सुने और इस मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहने और शौचालय की व्यवस्था की जाए। ताकि उन्हें यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न उठानी पड़े।   पंजाब | दैनिक भास्कर