पंचायत चुनाव होने के बाद अब गांव की सियासत दल बदल की राजनीति की ओर रुख करने लगी है l यही वजह है कि अब फाजिल्का के गांव आलमशाह में कांग्रेस से जुड़े ग्राम पंचायत के लोग व पदाधिकारी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए l सादे समारोह के तहत गांव में पहुंचे विधायक नरेंद्रपाल सवना ने उक्त लोगों को पार्टी में शामिल कराया और मान सम्मान देने का दावा किया l गांव आलमशाह पहुंचे आम आदमी पार्टी विधायक नरेंद्रपाल सवना ने बताया कि गांव आलमशाह के लोगों ने सर्वसमिति से गांव की पंचायत को चुना है l जिसमें अशोक सिंह को गांव का सरपंच चुना गया हैl जिनके द्वारा सादे समारोह के तहत उन्हें बुलाया गया हैl आज सरपंच सहित मेंबर व पूरी ग्राम पंचायत को आम आदमी पार्टी में शामिल किया गया हैl विधायक बोले- मिलेगा सभी को मान सम्मान विधायक ने कहा कि उक्त लोगों को पार्टी में बनता मान सम्मान दिया जाएगा और जो भी काम यह उनके पास लेकर आएंगे उन्हें पहल के आधार पर करवाया जाएगाl जबकि, उधर, नए बने सरपंच अशोक सिंह ने कहा कि इससे पहले वह कांग्रेस पार्टी से संबंधित थेl लेकिन मौजूदा विधायक और सरकार के कार्यों को देखते हुए उन्होंने आम आदमी पार्टी में शामिल होने का फैसला किया l पंचायत चुनाव होने के बाद अब गांव की सियासत दल बदल की राजनीति की ओर रुख करने लगी है l यही वजह है कि अब फाजिल्का के गांव आलमशाह में कांग्रेस से जुड़े ग्राम पंचायत के लोग व पदाधिकारी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए l सादे समारोह के तहत गांव में पहुंचे विधायक नरेंद्रपाल सवना ने उक्त लोगों को पार्टी में शामिल कराया और मान सम्मान देने का दावा किया l गांव आलमशाह पहुंचे आम आदमी पार्टी विधायक नरेंद्रपाल सवना ने बताया कि गांव आलमशाह के लोगों ने सर्वसमिति से गांव की पंचायत को चुना है l जिसमें अशोक सिंह को गांव का सरपंच चुना गया हैl जिनके द्वारा सादे समारोह के तहत उन्हें बुलाया गया हैl आज सरपंच सहित मेंबर व पूरी ग्राम पंचायत को आम आदमी पार्टी में शामिल किया गया हैl विधायक बोले- मिलेगा सभी को मान सम्मान विधायक ने कहा कि उक्त लोगों को पार्टी में बनता मान सम्मान दिया जाएगा और जो भी काम यह उनके पास लेकर आएंगे उन्हें पहल के आधार पर करवाया जाएगाl जबकि, उधर, नए बने सरपंच अशोक सिंह ने कहा कि इससे पहले वह कांग्रेस पार्टी से संबंधित थेl लेकिन मौजूदा विधायक और सरकार के कार्यों को देखते हुए उन्होंने आम आदमी पार्टी में शामिल होने का फैसला किया l पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अमृतसर के युवक की दुबई में मौत:अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा शव; दो महीने पहले ही गया था UAE
अमृतसर के युवक की दुबई में मौत:अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा शव; दो महीने पहले ही गया था UAE अमृतसर एयरपोर्ट में दुबई से युवक का शव ताबूत में बंद होकर लौटा। मजीठा के नजदीक गांव पुराना शाम नगर निवासी राजिंदर सिंह के बेटे पलविंदर सिंह का 24 अगस्त को दुबई में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। डॉ. एस.पी. सिंह ओबेरॉय ने कहा कि पलविंदर सिंह भी अन्य युवाओं की तरह बेहतर भविष्य का सपना लेकर दो महीने पहले ही दुबई आए थे। 24 अगस्त को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई। डॉ. ओबेरॉय ने कहा कि उन्हें इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी भारतीय दूतावास ने दी। जिसके बाद उन्होंने अपनी अमृतसर टीम को पीड़ित परिवार के पास भेजा। शव को भारत लाने में आ रही दिक्कतों की जानकारी मिलने के बाद पलविंदर ने तुरंत दुबई में अपनी टीम के माध्यम से और दुबई में भारतीय दूतावास के सहयोग से सभी आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी की और शव को भारत भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि शव को भारत भेजने का खर्च पलविंदर की कंपनी ने दिया है। पलविंदर सिंह के शव के साथ दुबई से आए उनके चाचा साहिल मट्टू के अलावा हमजा के सरपंच धर्मवीर भट्टी, पलविंदर के रिश्तेदार शिपन, रविशेर सिंह, हरप्रीत सिंह और नवदीप सिंह भी गए थे।
सिद्धू के समर्थन में आए SC के वकील:HS फुल्का बोले- नवजोत सिद्धू ने सही कहा, आहार ही सबसे अच्छी दवा
सिद्धू के समर्थन में आए SC के वकील:HS फुल्का बोले- नवजोत सिद्धू ने सही कहा, आहार ही सबसे अच्छी दवा पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने पत्नी डॉ. नवजोत कौर के कैंसर का उपचार आयुर्वेदिक तरीके से करने के दावे पर डॉक्टरों के खंडन किया था। अब इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सीनियर वकील HS फुल्का ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही उन्होंने पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का धन्यवाद भी किया है कि उन्होंने अपने इस संघर्ष का अनुभव लोगों के साथ शेयर किया। सीनियर वकील एचएस फुल्का ने कहा- नवजोत सिद्धू सही कह रहे हैं, आहार ही सबसे अच्छी दवा है। हमने कोविड को भी सिर्फ आहार से ही ठीक किया। कोई एलोपैथी दवा नहीं ली। यह सिर्फ तब नहीं है, जब आप बीमार हों। बल्कि अपने नियमित आहार को ऐसा बनाए कि वह दवा की तरह काम करें और शरीर को फिट रखें। फुल्का बोले- सिद्धू ने अपना अनुभव साझा किया, मैंने अपना आगे फुल्का ने कहा- नवजोत अपना अनुभव साझा कर रहे हैं और मैं अपना अनुभव साझा कर रहा हूं। कैसे आहार ने हमें अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने और दवा से बचने में मदद की है। यह उन लोगों के लाभ के लिए है जो इस पर विश्वास करते हैं। शरीर को स्वस्थ रखने में आहार की भूमिका सर्वविदित और प्रलेखित है। सुबह की चाय से दिन की शुरुआत करना शरीर के लिए ज़हरीला होता है। हम दिन की शुरुआत पानी और फिर नींबू और फिर फलों से करते हैं। फलों के बाद ही चाय पीनी चाहिए। हर नैचुरोपैथी की किताब में यही बताया गया है। सुबह की इस दिनचर्या से आधा काम हो जाता है। ज्यादा चीनी, मैदा, रिफाइंड तेल, तले हुए खाद्य पदार्थों से बचें। इनके बिना भी खाना बहुत स्वादिष्ट बन सकता है। क्षारीय रक्त को बनाए रखने के लिए आहार में 5 से 7 भाग फल और सब्जियां शामिल करें। शरीर में खुद को ठीक करने की शक्ति होती है। दवा का इस्तेमाल आखिरी उपाय होना चाहिए पहले नहीं। इस पर कई किताबें हैं जिनका उल्लेख नवजोत सिंह सिद्धू ने भी किया है। खुद पर और अपने शरीर की ताकत पर और खुद को ठीक करने की शक्ति पर भरोसा रखें। सिद्धू दंपती ने आयुर्वेद से इलाज का किया गया दावा डॉ. नवजोत कौर ने कहा था कि डॉक्टर होते हुए मैं यही समझती थी कि इलाज पहले है और आयुर्वेद सबसे बाद में। मुझे लगता था कि मैं बीमार हूं और मुझे कोड़ी-कोड़ी चीजें देने लग गए। कुछ समय बाद मुझे अच्छा लगने लगा। मैं ये चीजें खाने लगी। मेरा वेट कम होना शुरू हो गया। शरीर में जो फुलावट थी, वो ठीक होने लगी। मैं 30 किलो वजन कम कर चुकी हूं। हमें ठीक होने के बाद भी फॉलो करनी है। अगर मेरा पेट स्कैन हो गया, इसका मतलब ये नहीं कि मैं ठीक हो गई। वो सैल हमारे शरीर में ही होते हैं। उन्हें दोबारा पनपने से रोकना है। ये लाइफ स्टाइल चेंज करने का तरीका है, जिसे मैं फॉलो करती हूं। सिद्धू के दावे के बाद टाटा मेमोरियल अस्पताल ने जारी की एडवाइजरी नवजोत सिद्धू के दावे के बाद टाटा मेमोरियल अस्पताल को एक एडवाइजरी जारी करनी पड़ी। उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू के दावों को खारिज किया। इस एडवाइजरी को टाटा मेमोरियल अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सीएस परमेश ने खुद अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस एडवाइजरी में लिखा- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पूर्व क्रिकेटर ने अपनी पत्नी के ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के बारे में जानकारी दी है। इस वीडियो में कहा गया है कि डेयरी उत्पाद, चीनी छोड़ने और हल्दी और नीम का सेवन करने से उनकी पत्नी का कैंसर ठीक हो गया। इन दावों के लिए कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं। हल्दी, नीम, या अन्य घरेलू उपायों के कैंसर के इलाज में इस्तेमाल पर स्टडी जारी है। हालांकि, इनसे कैंसर ठीक होने का कोई क्लिनिकल डेटा उपलब्ध नहीं है। हम जनता से अपील करते हैं कि इन असत्यापित घरेलू उपचारों का पालन करने से पहले सही चिकित्सा सलाह लें। कैंसर के लक्षण दिखने पर योग्य डॉक्टर या कैंसर विशेषज्ञ से संपर्क करें। कैंसर का इलाज प्रारंभिक अवस्था में पता लगने और प्रमाणित पद्धतियों (सर्जरी, कीमोथैरेपी, और रेडिएशन) के माध्यम से संभव है।
दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने दिया इस्तीफा:बोले- वल्टोहा से डरते नहीं; उनका शिरोमणि अकाली दल से जुड़ाव दुखद
दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने दिया इस्तीफा:बोले- वल्टोहा से डरते नहीं; उनका शिरोमणि अकाली दल से जुड़ाव दुखद तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका आरोप है कि शिरोमणि अकाली दल के नेता विरसा सिंह वल्टोहा लगातार उन पर व उनके परिवार पर निजी हमले कर रहा हैं। उनकी जाति तक परखी गई। शिरोमणि अकाली दल की सोशल मीडिया टीम भी उनका साथ दे रही है। उन्होंने बेहद भावुक होकर कहा कि वह विरसा सिंह वल्टोहा से डरते नहीं है, लेकिन शिरोमणि अकाली दल की ओर से उसका साथ देना बेहद दुखी कर रहा है, इसीलिए वह इस्तीफा दे रहे हैं। क्योंकि वह सिर्फ जत्थेदार ही नहीं बल्कि बेटियों के पिता भी हैं। उन्होंने पंजाब और केंद्र सरकार को सिक्योरिटी वापस लेने को कहा है। आरोप प्रत्यारोप के बीच इस्तीफा अकाली दल के विरसा सिंह वल्टोहा ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया के जरिए आरोप लगाया था कि जत्थेदार आरएसएस और बीजेपी के दबाव में काम करते हैं। जिसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से उन्हें 15 अक्तूबर को पेश होने के लिए सबूतों सहित बुलाया था। कल जब विरसा सिंह वल्टोहा पेश हुए तो उन्होंने अपना स्पष्टीकरण दिया वहीं श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ सबूतों की एक पेनड्राइव भी सौंपी। जिसक बाद श्री अकाल तख्त साहिब के पांचो सिंह साहिबानों ने बैठक की और फैसला किया कि विरसा सिहं वल्टोहा को अकाली दल से 10 साल के लिए निष्कासित किया जाए। खुद ही छोड़ी थी अकाली दल श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों के बाद विरसा सिंह वल्टोहा ने अकाली दल की ओर से निष्कासित किए जाने से पहले ही अकाली दल को त्याग दिया और इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद आज अकाली दल ने भी उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया।स्पष्टीकरण जनतक करने को कहा था। विरसा सिंह वल्टोहा ने त्याग पत्र देने के साथ ही सोशल मीडिया पर आकर श्री अकाल तख्त से गुजारिश की थी कि उनके स्पष्टीकरण और पेन ड्राइव को जन तक किया जाए और अगर नहीं किया गया तो वह खुद ही इसे लोगों के सामने रखेंगे। जिसके बाद जैसे ही अकाली दल की ओर से निष्कासन की खबर आयी तो विरसा सिंह वल्टोहा ने अपना स्पष्टीकरण भी सोशल मीडिया पर डाल दिया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी ऐतराज जताया कि कल की पांच सिंह साहिबानों की बैठक में जिनके खिलाफ सबूत दिए उन्हें बिठाना कहां तक सही था।