फाजिल्का में नशे के खिलाफ पुलिस द्वारा शुरू किए गए अभियान के तहत अब लोग पुलिस का साथ देने लगे हैं l गांव के गांव नशे के खिलाफ एकजुट होते नजर आ रहे हैं l जिले के 133 गांवों के लोगों ने अपने गांव को नशा मुक्त करने का प्रण लेते हुए नशा बेचने वालों की सूचना पुलिस को देने और नशे से पीड़ित लोगों का इलाज करवाने को लेकर प्रशासन का साथ देने का ऐलान किया है l गांव किलियांवाली के उपकार सिंह बताते हैं कि बहुत सारे लोग इसके लिए आगे नहीं आ रहे थे l लेकिन अब पंचायती स्तर पर लोगों को प्रेरित किया जाएगा और नशा छोड़ने के लिए उनका इलाज भी करवाया जाएगा गांव चक्क खिओवाली के गुरपाल सिंह और चक राधे वाला के बलजीत सिंह बताते हैं कि जब लोग और प्रशासन मिलकर काम करेंगे तो सफलता मिलना लाजमी है डीसी डा. सेनू दुग्गल ने लोगों की इस पहल का स्वागत करते कहा कि प्रशासन गांवों के लोगों की हर संभव मदद करेगा l उन्होंने कहा कि नशा छोड़ने वालों का सरकारी सेहत संस्थानों में फ्री इलाज किया जाएगा l जबकि नशा बेचने वालों की सूचना मिलने पर जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखते हुए उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा l जिला विकास और पंचायत अधिकारी गुरदर्शन लाल ने बताया कि फाजिल्का ब्लॉक में 15, जलालाबाद ब्लाक में 25 गांवों में पंचायती मत पास किए गए हैं l बीडीपीओ गगनदीप कौर ने बताया कि खुईयां सरवर ब्लॉक में 35, अबोहर ब्लाक में 30 और अरनीवाला ब्लॉक में 28 गांव के लोगों ने नशे के खिलाफ लड़ाई में पंचायती मत पास किया हैं l फाजिल्का में नशे के खिलाफ पुलिस द्वारा शुरू किए गए अभियान के तहत अब लोग पुलिस का साथ देने लगे हैं l गांव के गांव नशे के खिलाफ एकजुट होते नजर आ रहे हैं l जिले के 133 गांवों के लोगों ने अपने गांव को नशा मुक्त करने का प्रण लेते हुए नशा बेचने वालों की सूचना पुलिस को देने और नशे से पीड़ित लोगों का इलाज करवाने को लेकर प्रशासन का साथ देने का ऐलान किया है l गांव किलियांवाली के उपकार सिंह बताते हैं कि बहुत सारे लोग इसके लिए आगे नहीं आ रहे थे l लेकिन अब पंचायती स्तर पर लोगों को प्रेरित किया जाएगा और नशा छोड़ने के लिए उनका इलाज भी करवाया जाएगा गांव चक्क खिओवाली के गुरपाल सिंह और चक राधे वाला के बलजीत सिंह बताते हैं कि जब लोग और प्रशासन मिलकर काम करेंगे तो सफलता मिलना लाजमी है डीसी डा. सेनू दुग्गल ने लोगों की इस पहल का स्वागत करते कहा कि प्रशासन गांवों के लोगों की हर संभव मदद करेगा l उन्होंने कहा कि नशा छोड़ने वालों का सरकारी सेहत संस्थानों में फ्री इलाज किया जाएगा l जबकि नशा बेचने वालों की सूचना मिलने पर जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखते हुए उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा l जिला विकास और पंचायत अधिकारी गुरदर्शन लाल ने बताया कि फाजिल्का ब्लॉक में 15, जलालाबाद ब्लाक में 25 गांवों में पंचायती मत पास किए गए हैं l बीडीपीओ गगनदीप कौर ने बताया कि खुईयां सरवर ब्लॉक में 35, अबोहर ब्लाक में 30 और अरनीवाला ब्लॉक में 28 गांव के लोगों ने नशे के खिलाफ लड़ाई में पंचायती मत पास किया हैं l पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में सुखबीर बादल पर बरसे केंद्रीय राज्यमंत्री बिट्टू:बोले- सांप को दूध पिलाओगे तो भी डसेगा, आतंकी चौड़ा किसी का सगा नहीं
पंजाब में सुखबीर बादल पर बरसे केंद्रीय राज्यमंत्री बिट्टू:बोले- सांप को दूध पिलाओगे तो भी डसेगा, आतंकी चौड़ा किसी का सगा नहीं केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू आज पंजाब के लुधियाना पहुंचे। बिट्टू ने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा। बिट्टू ने कहा कि वह 21 दिसंबर तक पंजाब में हैं। वह उन जगहों पर खुद जाकर प्रचार करेंगे जहां निकाय चुनाव या पंचायत चुनाव हो रहे हैं। इस दौरान बिट्टू ने सुखबीर बादल और शिअद पर भी जमकर निशाना साधा। बिट्टू ने कहा कि नारायण चौड़ा ने सुखबीर बादल पर हमला किया, जो निंदनीय है। बिट्टू ने कहा कि अब जब अपने घर में आग लगती है तो पता चलता है कि कितनी गर्मी है। जब दूसरों के घर में आग लगती है तो अक्सर ऐसा लगता है कि लोहड़ी जली है। बिट्टू ने कहा कि जब मैं सुखबीर बादल से कहता था कि चौड़ा जैसे लोग आतंकवादी हैं। ये सांप हैं जो दूध पिलाओ तो भी डस लेंगे। ये लोग जब भी जेल से बाहर आएंगे तो डस लेंगे। ये लोग कभी नहीं बदल सकते। ये किसी के सगे नहीं है। उस समय अकाली दल या सुखबीर ने ध्यान नहीं दिया। अकाली दल आतंकियों को देता रहा सम्मान
आज इन सांपों ने खुद सुखबीर बादल को डस लिया तो पूरा अकाली दल अब परेशान है। चौड़ा जैसे इन आतंकी सोच के लोगों को सरकार को दबा कर रखना चाहिए। मैं शुरू से कहता रहा हूं कि इस चौड़ा ने मुझे मारने की भी कोशिश की लेकिन उस समय अकाली दल इन्हें सम्मान देने की बात करता था। शहरों में बनेगा भाजपा के मेयर
बिट्टू ने कहा कि लुधियाना शहर के वोटरों ने लोकसभा चुनाव में भाजपा का बहुत साथ दिया। इसी तरह जालंधर में भी वोटरों ने अकेले 65 वार्डों में भाजपा को लीड दिलवाई थी। इस कारण पंजाब के बड़े शहरों में भाजपा का मेयर बनन तय है। बिट्टू ने कहा कि आज की प्रदेश सरकार ने लोगों को क्या दिया लोगों को पता ही है। प्रदेश सरकार को चुनाव करवाने से भी भाग रही थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश हुए जिसके बाद सरकार को मजबूरन चुनाव करवाने पड़े। वहीं कांग्रेस की अगर बात करें तो कांग्रेस की न तो सेंटर में सरकार है और न ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। जिस दिन शहरों में भाजपा का मेयर बनेगा उसी दिन से सेंटर से मेयर को हजारा करोड़ रुपए फंड प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देंगे। अब लोगों को फैसला करना पड़ेगा कि अपने शहर का विकास कैसे करना है। लोकसभा चुनाव के बाद अब शहर के लोगों के पास दूसरा मौका है कि भाजपा को जितवा कर शहर का विकास करवाए। बिट्टू ने कहा कि किसानों के बारे बहुत कुछ कहना है लेकिन कुछ दिन बाद किसानों के विषय पर बातचीत करेंगे। भाजपा की निकाय चुनाव को लेकर बड़ी तैयारी है। 6 महीने पहले ही लोकसभा चुनाव हुए हैं। हमारे पास पूरा डाटा है जिस वर्कर ने मेहनत की है उसे टिकट जरूर मिलेगी।
पंजाब में पार्टी निशान पर नहीं होंगे पंचायती चुनाव:पंचायती राज्य नियम 1994 में संशोधन की तैयारी, कैबिनेट मीटिंग में आएगा एजेंडा
पंजाब में पार्टी निशान पर नहीं होंगे पंचायती चुनाव:पंचायती राज्य नियम 1994 में संशोधन की तैयारी, कैबिनेट मीटिंग में आएगा एजेंडा पंजाब में आने वाले पंचायती चुनाव पार्टी निशान पर नहीं करवाने की योजना सरकार बना रही है। इसके लिए पंजाब पंचायती राज्य नियम 1994 में संशोधन की तैयारी की गई है। आने वाली अगली कैबिनेट मीटिंग में इस संबंधी एजेंडा भी लाया जा सकता है। इसके पीछे कोशिश यही है गांवों में माहौल खुशनुमा रहे । साथ ही सारे लोग मिलकर गांवों के विकास में सहयोग करे। कानूनी माहिरों से भी ली है राय पंचायती चुनावों को लेकर एक उच्च स्तरीय मीटिंग कुछ दिन पहले हुए हुई थी। इस दौरान यह मुद्दा उठा था। इसको लेकर कानूनी माहिरों से भी राय ली गई है। इसके बाद इस दिशा में कदम बढ़ाया गया है। सूत्रों की माने तो पार्टी निशान पर चुनाव से गांवों में जहां लोग बंट जाते हैं। राजनीतिक दखल अधिक हो जाता है। इस वजह से गांवों का उचित तरीके से विकास नहीं हो पाता है। सबसे बड़ी बात यह है लड़ाई झगडे़ बहुत ज्यादा होते है। अगर यह संशोधन होता है तो बड़ी राहत की बात होगी। 2018 में कांग्रेस के समय में हुए थे चुनाव पंचायत विभाग की तरफ फरवरी में उन पंचायतों को भंग कर दिया गया था, जिनके कार्यकाल को पूरे पांच साल हो चुके थे। साल 2018 में कांग्रेस सरकार के समय में पंचायत चुनाव हुए थे। उस समय 13276 सरपंचों व 83831 पंचों का चुनाव हुआ था। वहीं, इसके बाद अधिकारियों काे ही पंचायतों का कार्यवाहक अफसर लगा दिया था। वहीं वोटर सूचियों व अन्य काम पहले ही से चल रहे हैं। ऐसे में उम्मीद है कि जल्दी ही इस दिशा में कार्रवाई हो सकती है। पहले यह पत्र जारी हुआ था राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से दो हफ्ते पहले एक पत्र ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग को लिखा था। साथ ही भविष्य में होने वाले चुनावों के लिए पंच व सरपंचों की सीटों को रिजर्व करने संबंधी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कहा था। पत्र में कहा गया था कि s.11 (5) के अनुसार रिजर्वेशन संबंधी हर जिले में डिप्टी कमिश्नर की तरफ से नोटिफिकेशन जारी की जाए, ताकि चुनाव के समय आम लोगों व उम्मीदवारों को दिक्कत न उठानी पडे़।
बंगा के विधायक डॉ सुक्खी आए मुश्किल में:HC के वकील ने भेजा नोटिस, विधायक पद से इस्तीफा देने को कहा
बंगा के विधायक डॉ सुक्खी आए मुश्किल में:HC के वकील ने भेजा नोटिस, विधायक पद से इस्तीफा देने को कहा शिरोमणि अकाली दल (SAD) छोड़कर आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन करने वाले बंगा के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खी मुश्किल में आ गए हैं। पंजाब एंड हरियाणा के एडवोकेट एचसी अरोड़ा ने उन्हें पब्लिक डिमांड नोटिस भेजा है। साथ ही कहा कि अब आप अपने विधायक पद से इस्तीफा दे। क्योंकि लोगों ने आपको शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर चुना था, लेकिन अब आपने आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली है। उन्होंने कहा है कि आप पर भी दल बदल कानून लागू होता है। ऐसे में इस्तीफा देना जरूरी है। आप एक महत्वपूर्ण पद पर है। साथ ही सारी चीजों को अच्छी तरह से समझते हैं। ऐसे में पहल के आधार पर अपना इस्तीफा विधानसभा के स्पीकर को भेज दे। वरना वह विधानसभा स्पीकर को इस मामले में शिकायत करेंगे। CM की उपस्थिति में जॉइन की थी पार्टी डॉ. सुखिवंदर सिंह सुक्खी की तरफ से 14 अगस्त को आम आदमी पार्टी जॉइन की गई थी। उन्होंने CM भगवंत मान की उपस्थिति में पार्टी जॉइन की थी। इस मौके उन्होंने डॉ. सुक्खी ने कहा कहा था कि वह अपने इलाके के विकास के लिए AAP जॉइन कर रहे हैं। क्योंकि वह लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। लेकिन वह अपने इलाके का विकास नहीं करवा रहे थे। क्योंकि पहले कांग्रेस की सरकार थी, जबकि अब AAP की सरकार है। वहीं, सीएम को उन्होंने जो भी काम बताया। वह पहल के आधार पर हुआ है। ऐसे में उन्होंने यह राह चुनी है। हालांकि उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल में हमेशा उन्हें बनता मान सम्मान मिला है। एडवोकेट ने नोटिस में दिए हैं यह तर्क 1. आप पंजाब विधानसभा के पिछले चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। 2. 14 अगस्त 2024 को आपने शिरोमणि अकाली दल से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। उसी दल की टिकट पर आपने बंगा विधानसभा सीट से पिछला विधान सभा चुनाव लड़ा था और वह सीट जीती थी। सीएम भगवंत मान ने आप को आम आदमी पार्टी में शामिल करवाया। 3. पंजाब के लोगों और बंगा विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं ने आपको कभी भी आम आदमी पार्टी में शामिल होने का जनादेश नहीं दिया। इस प्रकार, अनुच्छेद 102 (2) और 191 (2) के तहत परिकल्पित “दलबदल के आधार पर अयोग्यता के प्रावधान” की धारा 2 के प्रावधानों को ध्यान में रखा जाए। भारत के संविधान की “10वीं अनुसूची के अनुसार, आपको पंजाब विधान सभा के सदस्य के रूप में बने रहने के लिए अयोग्य माना जाता है, क्योंकि आपने स्वेच्छा से शिरोमणि अकाली दल की सदस्यता छोड़ दी है। 4. मैं आपके ध्यान दिलाना चाहता हूं कि पंजाब विधान सभा द्वारा अधिनियमित नियमों के तहत अर्थात “पंजाब विधान सभा (दल-बदल के आधार पर सदस्यों की अयोग्यता) नियम, 2020”, विशेष रूप से नियम 6(1) के तहत और उपरोक्त नियमों के 6 (2) के अनुसार, “कोई भी व्यक्ति” विधान सभा के सदस्य के रूप में बने रहने पर आपकी अयोग्यता की मांग के लिए पंजाब विधान सभा के अध्यक्ष के समक्ष याचिका दायर कर सकता है। कानून का उपरोक्त प्रस्ताव कि कोई भी व्यक्ति (जो विधान सभा का सदस्य हो भी सकता है या नहीं भी), पंजाब विधान सभा के माननीय अध्यक्ष के समक्ष ऐसी याचिका दायर कर सकता है, जो माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से सुदृढ़ है। 5. यह सार्वजनिक सूचना आपको एक गैर-राजनीतिक व्यक्ति के रूप में दी जा रही है। किसी भी राजनीतिक दल के प्रति निष्ठा नहीं रखते हुए और केवल एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते, और आम जनता का एक सदस्य होने के नाते, जो जनहित याचिकाएं (पीआईएल) दायर करने के लिए जाना जाता है। )
हाईकोर्ट में पंजाब के लोगों के सार्वजनिक हित में मैं ईमानदारी से आशा और विश्वास करता हूं कि आप अपने विवेक के अनुसार और देश के कानून के अनुसार कार्य करेंगे, और अपने खिलाफ शिकायतकर्ता के रूप में मेरे लिए कोई उद्देश्य नहीं रखेंगे। 6. मुझे उम्मीद है कि एक सम्मानित नागरिक और बंगा निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के निर्वाचित प्रतिनिधि होने के नाते, आप देश के कानून का सम्मान करेंगे, और भारत के संविधान की दसवीं अनुसूची के अक्षरशः और भावना के अनुसार कार्य करेंगे। और बिना किसी नोटिस या नोटिस की अपेक्षा किए तुरंत पंजाब विधान सभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंप देंगे।