भास्कर न्यूज | यमुनानगर बूड़िया के बाद छछरौली थाना क्षेत्र के गांव दसौरा में 6 साल की बच्ची के अपहरण व हत्या का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। अपहरण व हत्या का आरोप गांव के ही राजेश (25) पर लगा है। बच्ची का शव गन्ने के खेत से पुलिस ने रात को ही बरामद कर लिया, जबकि राजेश अभी फरार बताया जा रहा है। ग्रामीणों की मानें तो बच्ची शाम को घर के बाहर खेल रही थी। तभी राजेश उसे उठाकर ले गया। जब राजेश बच्ची को लेकर के गांव के श्मशान घाट की ओर जा रहा था तब कुछ ग्रामीणों ने उसे देख लिया था, पर किसी को उसकी नीयत पर शक नहीं हुआ। जब बच्ची काफी देर तक घर पर नहीं दिखाई तो घरवालों ने उसकी तलाश शुरू की। ग्रामीणों ने बताया कि राजेश बच्ची को श्मशान घाट की ओर ले जा रहा था। इस पर बच्ची के परिजन व ग्रामीण राजेश के घर पहुंचे, तो राजेश के परिजनों ने बताया कि राजेश कपड़े बदलकर घर से कहीं गया है। राजेश के कपड़े गीले मिले। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के साथ ग्रामीणों ने जब बच्ची की तलाश की तो बच्ची का शव गन्ने के खेत से रात करीब 10:00 बजे मिला। पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू की। वहीं, बच्ची का शव मिलने के बाद घर में कोहराम मच गया। गांव के लोग राजेश को ढूंढने के लिए इधर-उधर गए, पर समाचार लिखे जाने उसका तक सुराग नहीं लगा था। पुलिस कार्रवाई में जुटी थी। अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि राजेश ने बच्ची का अपहरण किस नियत से किया। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह साफ हो पाएगा। ग्रामीणों ने मौके पर जांच के लिए पहुंचे एसएचओ छछरौली को बताया कि राजेश नशे का आदी है और वह किसी की नहीं सुनता। उन्होंने बताया कि बच्ची के गले पर निशान मिले हैं। लगता है कि उसकी हत्या गला दबाकर की गई है। बता दें कि दो दिन पहले बूड़िया में भी बच्ची के अपहरण व हत्या का मामला सामने आया था। भास्कर न्यूज | यमुनानगर बूड़िया के बाद छछरौली थाना क्षेत्र के गांव दसौरा में 6 साल की बच्ची के अपहरण व हत्या का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। अपहरण व हत्या का आरोप गांव के ही राजेश (25) पर लगा है। बच्ची का शव गन्ने के खेत से पुलिस ने रात को ही बरामद कर लिया, जबकि राजेश अभी फरार बताया जा रहा है। ग्रामीणों की मानें तो बच्ची शाम को घर के बाहर खेल रही थी। तभी राजेश उसे उठाकर ले गया। जब राजेश बच्ची को लेकर के गांव के श्मशान घाट की ओर जा रहा था तब कुछ ग्रामीणों ने उसे देख लिया था, पर किसी को उसकी नीयत पर शक नहीं हुआ। जब बच्ची काफी देर तक घर पर नहीं दिखाई तो घरवालों ने उसकी तलाश शुरू की। ग्रामीणों ने बताया कि राजेश बच्ची को श्मशान घाट की ओर ले जा रहा था। इस पर बच्ची के परिजन व ग्रामीण राजेश के घर पहुंचे, तो राजेश के परिजनों ने बताया कि राजेश कपड़े बदलकर घर से कहीं गया है। राजेश के कपड़े गीले मिले। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के साथ ग्रामीणों ने जब बच्ची की तलाश की तो बच्ची का शव गन्ने के खेत से रात करीब 10:00 बजे मिला। पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू की। वहीं, बच्ची का शव मिलने के बाद घर में कोहराम मच गया। गांव के लोग राजेश को ढूंढने के लिए इधर-उधर गए, पर समाचार लिखे जाने उसका तक सुराग नहीं लगा था। पुलिस कार्रवाई में जुटी थी। अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि राजेश ने बच्ची का अपहरण किस नियत से किया। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह साफ हो पाएगा। ग्रामीणों ने मौके पर जांच के लिए पहुंचे एसएचओ छछरौली को बताया कि राजेश नशे का आदी है और वह किसी की नहीं सुनता। उन्होंने बताया कि बच्ची के गले पर निशान मिले हैं। लगता है कि उसकी हत्या गला दबाकर की गई है। बता दें कि दो दिन पहले बूड़िया में भी बच्ची के अपहरण व हत्या का मामला सामने आया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में कांग्रेस के 45 कैंडिडेट्स का एनालिसिस:हुड्डा का वनमैन शो, 38 टिकटें उनकी पसंद से; सांसद पत्नी-बेटों के सहारे पावर बैलेंस की कोशिश
हरियाणा में कांग्रेस के 45 कैंडिडेट्स का एनालिसिस:हुड्डा का वनमैन शो, 38 टिकटें उनकी पसंद से; सांसद पत्नी-बेटों के सहारे पावर बैलेंस की कोशिश हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गुरुवार देर रात दो लिस्टों में 45 उम्मीदवारों का ऐलान किया। इसमें पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा का वनमैन शो नजर आया। कांग्रेस हाईकमान ने 45 में से 38 टिकटें उनके करीबियों को दे दी। 2019 के मुकाबले जिन 34 सीटों पर चेहरे बदले गए, उनमें भी 33 हुड्डा खेमे के ही हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों में हुड्डा का दबदबा रहेगा, यह बुधवार को ही साफ हो गया था जब हुड्डा ने बिना टिकट मिले पलवल सीट से अपने समधी करण दलाल और हिसार के सांसद जयप्रकाश जेपी के बेटे विकास सहारण का कलायत से नॉमिनेशन फाइल करवा दिया। बुधवार को घोषित 45 सीटों में से सांसद कुमारी सैलजा के खाते सिर्फ 4 सीटें आईं। सैलजा कैंप में शामिल रणदीप सुरजेवाला को भी हाईकमान ने दो सीटें देकर किनारे कर दिया। कैथल से सुरजेवाला के बेटे और नरवाना से उनके करीबी सतबीर दबलेन को टिकट मिला है। 3 उदाहरण से समझिए टिकट बंटवारे में हुड्डा के दबदबा को 1. हुड्डा ने 2019 ही नहीं बल्कि 2005 से खुद से जुड़े नेताओं या उनके रिश्तेदारों को टिकट दिलाई। इनमें बड़खल से 2009 में MLA रहे महेंद्र प्रताप के बेटे विजय प्रताप, पृथला से 2009 में MLA रहे रघुवीर तेवतिया, पलवल से 2005 में MLA रहे करण दलाल, हथीन से 2009 में MLA रहे जलेब खान के बेटे मुहम्मद इजराइल और अटेली से 2009 में MLA रहीं अनीता यादव का नाम शामिल है। यह सभी लोग हुड्डा की अगुवाई वाली दो सरकारों में उनके साथ रहे। 2. कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के पुरजोर विरोध के बावजूद हुड्डा लगातार दो चुनाव हार चुके अपने करीबियों को भी टिकट दिलाने में कामयाब रहे। इनमें नारनौल से राव नरिंदर, बरवाला से रामनिवास घोड़ेला और पृथला से रघुवीर तेवतिया का नाम शामिल रहा। राव नरिंदर 2009 में हजकां की टिकट पर जीते और उसके बाद हुड्डा से जुड़ गए थे। 3. सिरसा से 9 दिन पहले कांग्रेस में आए गोकुल सेतिया और हांसी से पूर्व JJP नेता राहुल मक्कड़ को टिकट दिलाने में भी हुड्डा खेमा सफल रहा। आदमपुर सीट से पूर्व IAS अधिकारी चंद्रशेखर को मिली टिकट के पीछे भी हुड्डा का ही रोल रहा। जातीय समीकरण को ऐसे साधा जाट वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश
कांग्रेस ने जाट पॉलिटिक्स पर फिर भरोसा जताया। उसके 45 उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 13 चेहरे जाट बिरादरी के हैं। लोकसभा चुनाव में जाट वोटरों ने एकतरफा वोटिंग करते हुए कांग्रेस को सोनीपत, हिसार और रोहतक सीट जिताई थी। नलवा, अंबाला कैंट, कलायत, कैथल, राई, फतेहाबाद और ऐलनाबाद जैसी जाट डोमिनेंट सीटों पर उसने जाट नेताओं को टिकट दी। OBC वर्ग को जोड़ने का प्रयास
कांग्रेस ने 45 में से 10 टिकट OBC वर्ग को दिए। अकेले हिसार जिले में ही ओबीसी वर्ग को 3 सीटें दी गईं। इनमें आदमपुर से पूर्व IAS अधिकारी चंद्रप्रकाश, हिसार से रामनिवास राडा और बरवाला से रामनिवास घोड़ेला शामिल हैं। भाजपा अभी तक नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर ओबीसी कार्ड खेलती रही है। इसी का तोड़ निकालने की कोशिश कांग्रेस करती हुई नजर आई। 7 SC चेहरे
कांग्रेस ने अपनी तीसरी और चौथी लिस्ट में कुल 7 SC नेताओं को टिकट दिए। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की 10 में से दोनों रिजर्व सीटें- अंबाला और सिरसा जीती थी। लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी से जुड़े एससी वोटबैंक को हाईकमान खोना नहीं चाहता। इसलिए उसने SC बिरादरी को प्रॉपर प्रतिनिधित्व दिया है। BJP से जुड़े पंजाबियों को लुभाने के लिए 4 टिकट
कांग्रेस ने 4 पंजाबी चेहरों को टिकट दी है। इनमें सिरसा से गोकुल सेतिया, पानीपत शहरी से वरिंदर कुमार शाह, हांसी से राहुल मक्कड़ और अंबाला कैंट से परविंदर परिमल परी शामिल हैं। सीधे तौर पर इन सीटों पर पंजाबी वोट बैंक का डोमिनेंस है। कांग्रेस ने भाजपा में पंजाबी चेहरों को लेकर पैदा हुए खालीपन को कैश करने की कोशिश की है। भाजपा के 3 बड़े पंजाबी चेहरों में से मनोहर लाल खट्टर केंद्र में जा चुके हैं। अनिल विज अपने क्षेत्र तक सीमित हो चुके हैं। वहीं संजय भाटिया ने चुनाव लड़ने से ही इनकार कर दिया। 2 ब्राह्मण, 2 मुस्लिम भी उतारे
कांग्रेस ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के ‘नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान’ के नारे को कैश करने की भी कोशिश की है। इसके लिए यमुनानगर से रमन त्यागी और बल्लभगढ़ से पराग शर्मा को टिकट दी है। ये दोनों शहरी सीटें हैं। इसके अलावा जगाधरी से अकरम खान और हथीन से मुहम्मद इजराइल को टिकट दी है। हथीन नूंह से सीट सीट है और यहां बड़ा मुस्लिम वोट बैंक है। वहीं जगाधरी में भी मुस्लिम वोट बैंक का असर है। वैश्य, राजपूत और जट्ट सिख को भी टिकट
कांग्रेस ने हर जाति को शामिल करने की कोशिश की है। इनमें 2 वैश्य उम्मीदवार जींद से महाबीर गुप्ता और फरीदाबाद से लखन कुमार सिंगला को टिकट दी है। इन दोनों सीटों पर व्यापारी वोट बैंक ज्यादा है। इसके अलावा घरौंडा से राजपूत वर्ग से वरिंदर सिंह राठौड़ को उतारा है। यहां राजपूत वोट बैंक ज्यादा है। पिहोवा से जट्ट सिख मनदीप सिंह चट्ठा को टिकट दी है। पंजाब से सटी इस सीट पर सिख वोट बैंक ज्यादा है। क्षेत्रीय समीकरण ऐसे साधे जीटी रोड बेल्ट: भाजपा के गढ़ में 13 चेहरे बदले
कांग्रेस ने BJP के स्ट्रॉन्ग होल्ड वाली जीटी रोड बेल्ट में बड़ी सर्जरी की है। 10 साल से सरकार में बैठी भाजपा के खिलाफ भले ही एंटी इनकंबेंसी बताई जा रही हो लेकिन कांग्रेस ने रिस्क लेना ठीक नहीं समझा। उसने पंचकूला से सोनीपत तक इस बेल्ट की पेंडिंग 13 में से 10 सीटों पर 2019 के मुकाबले चेहरे बदल दिए। इनमें से कुछ भूपेंद्र सिंह हुड्डा के 10 से 15 साल पुराने साथी रहे हैं। खास बात यह भी है कि कांग्रेस ने इस एरिया की दो सीटों पर पंजाबी चेहरे भी उतारे हैं। बागड़ बेल्ट: 2019 में जहां हारी, वहां कैंडिडेट बदले
कांग्रेस ने भिवानी से हिसार-सिरसा तक की बागड़ बेल्ट में लोकसभा की तरह विधानसभा में भी दबदबा कायम रखने के लिए 9 नए चेहरे उतारे हैं। उसने बाढ़डा, दादरी, नलवा, लोहारू, बवानीखेड़ा, सिरसा, ऐलनाबाद, आदमपुर और हांसी सीट पर चेहरे बदले हैं। 2019 में कांग्रेस यह सारी सीटें हार गई थीं। इस बेल्ट की तीन सीटों- उकलाना (SC), नारनौंद व भिवानी में कैंडिडेट का इंतजार है। बांगर बेल्ट: धुरंधरों पर भरोसा
बांगर बेल्ट के जींद और कैथल जिलों में पार्टी ने दिग्गजों पर भरोसा जताया है। जींद शहर को साधने के लिए उसने पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता के बेटे महाबीर गुप्ता पर भरोसा जताया है। कैथल जिले की दो सीटों पर अपने सांसदों जयप्रकाश जेपी और रणदीप सुरजेवाला के बेटों को उतारा है। इस एरिया में कांग्रेस खोई जमीन वापस पाने की तलाश में है। दक्षिण हरियाणा-अहीरवाल: 7 टिकट रिपीट, 5 चेहरे बदले
कांग्रेस ने BJP के दूसरे मजबूत गढ़ दक्षिण हरियाणा-अहीरवाल पर भी खास फोकस किया है। 2014 और 2019 में भाजपा को सत्ता तक पहुंचाने में अहम रोल इसी इलाके का रहा। इस बार कांग्रेस इसे तोड़ने की कोशिश करती नजर आ रही है। अहीरवाल भाजपा नेता राव इंद्रजीत का गढ़ माना जाता है इसलिए कांग्रेस ने उनके भाई राव यादवेंद्र सिंह का टिकट काट दिया। इस इलाके की 7 सीटों पर कांग्रेस ने टिकट रिपीट किए हैं वहीं 5 जगह कैंडिडेट बदले हैं। यहां की सोहना सीट का टिकट अभी पेंडिंग है।
पलवल में किसान की ईंटों से पीट कर हत्या:खेतों में रहता था, युवकों ने रास्ते में लूटा; ग्रामीणों ने एक हमलावर पकड़ा
पलवल में किसान की ईंटों से पीट कर हत्या:खेतों में रहता था, युवकों ने रास्ते में लूटा; ग्रामीणों ने एक हमलावर पकड़ा हरियाणा के पलवल जिले के गांव खजूरका एक किसान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि गांव के युवकों ने पहले किसान से लूटपाट की और फिर झगड़ा शुरू कर दिया। युवकों ने किसान को ईंट से पीट-पीटकर घायल कर दिया। बाद में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। चांदहट थाना पुलिस ने 6 नामजद सहित अन्य के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। चांदहट थाना प्रभारी दलबीर के अनुसार, खजूरका गांव निवासी बलबीर सिंह ने दी शिकायत में कहा है कि रिश्ते में उसका चाचा लगने वाला गांव का ही निवासी कर्ण अपने खेत में रहता था। 30 जून की रात करीब 9 बजे कर्ण खेत में फसल की कटाई की मशीन (कम्बाईन) के बारे में बात कर रहा था। उसी दौरान रास्ते में प्रवीण, दीपक व कैलाश ने उसके साथ झगड़ा शुरू कर दिया। उसकी जेब में रखे पैसे लूट लिए। गांव के ही रहने वाले राहुल और योगेंद्र ने कर्ण को आरोपियो से बचाया। उसने बताया कि इस झगड़े के बाद आरोपियों से कर्ण डर गया तो गांव के ही निवासी सुखबीर व पूरन कर्ण को उसके घर छोड़ने के लिए चल दिए। रास्ते में हरेंद्र, प्रवीण, समुंद्र, दीपक, कैलाश, जयवीर और अन्य तीन-चार अज्ञात लोगों ने उन्हें घेर लिया। आरोप है कि वे अपने हाथों में ईंट-पत्थर वे देसी कट्टा लिए हुए थे। उनके ऊपर हमला कर दिया। हमले में कर्ण गंभीर रूप से घायल हो गया और जमीन पर गिर पड़ा। उन्होंने कर्ण को बचाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उन्हें कट्टा दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। झगड़ा होता देख मौके पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। ग्रामीणों ने मौके पर आरोपी दीपक को पकड़ लिया, जबकि अन्य आरोपी मौके से भागने में कामयाब हो गए। इसी दौरान किसी ने फोन कर झगड़े की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई और ग्रामीणों ने पकड़े गए आरोपी दीपक को मौके पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया गया। शिकायतकर्ता के अनुसार आनन-फानन वह कर्ण को लेकर जिला नागरिक अस्पताल पलवल पहुंचे, जहां से कर्ण की हालत नाजुक देखते हुए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में सोमवार सुबह कर्ण की मौत हो गई।
सोनीपत में युवक की हत्या में युवती गिरफ्तार:दोनों एक महीने से लिव इन में थे; झगड़े में ट्रेन के आगे धकेला
सोनीपत में युवक की हत्या में युवती गिरफ्तार:दोनों एक महीने से लिव इन में थे; झगड़े में ट्रेन के आगे धकेला हरियाणा के सोनीपत में युवक अंकित की हत्या के मामले में पुलिस ने लिव इन रिलेशन में रह रही युवती को गिरफ्तार किया है। 26 जून को वह युवती के साथ घर आया था। वहां दोनों में झगड़ा हुआ तो रात को ही युवती उसे धक्के देकर लग गई थी। अगले दिन अंकित का शव रेलवे लाइन के पास पड़ा मिला। पुलिस ने 1 जुलाई काे हत्या का मामला दर्ज किया था। पुलिस का कहना है कि आपसी झगड़े में युवती ने युवक को ट्रेन के आगे धक्का दे दिया था। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 1 जुलाई को मोहित निवासी न्यू बाबा कॉलोनी सोनीपत ने थाना सदर सोनीपत में भाई की हत्या की शिकायत दी थी। उसने बताया कि उसका भाई अंकित करीब 1 महीने से सोनीपत की एक लड़की के साथ रिलेशनशिप मे भगत सिंह कालोनी मे किराए पर कमरा लेकर रह रहा था। उस लड़की ने उसके भाई को अपनी बातों मे बहला फुसला रखा था। धक्के मारते हुए घर से लेकर गई मोहित ने बताया कि 26 जून को दिन के समय उसका भाई अंकित लड़की के साथ घर पर आया था। घर पर आने के बाद किसी बात को लेकर दोनों का आपस मे झगडा हो गया। झगडा करते समय लड़की ने उसके भाई अंकित को जान से मारने की बात कही थी। उसके बाद 27 जून को सुबह करीब 4 बजे वह अंकित को धक्के मारते हुई घर से बाहर ले गई। कह रही थी की आज अंकित को जान से मार दूंगी। अंकित को लेकर उनके घर से चली गई थी। अखबार में न्यूज देख चला पता भाई ने बताया कि इसके बाद से उनकी अंकित से कोई बात नहीं हुई। 30 जून को अखबार के माध्यम से पता चला कि उसके भाई अंकित की मौत रेलवे लाईन सोनीपत के पास हुई है। वे रेलवे थाना सोनीपत में गए। वहां पर हमने अपने भाई अंकित के फोटो देख कर शव की पहचान की। पता चला कि अंकित की लाश 27 जून को सुबह करीब 8 बजे बाबा कॉलोनी के पास रेलवे लाइन के पास पड़ी हुई मिली थी। थाना सदर सोनीपत में केस दर्ज किया गया था। सोनीपत सदर थाना के ASI नरेन्द्र ने पुलिस टीम के साथ घटना में शामिल युवती को गिरफ्तार कर लिया है। उसे गुरुवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। युवती ने ये किया खुलासा पुलिस के अनुसार युवती ने पूछताछ में बताया कि उसका अंकित के साथ झगड़ा हो गया था। दोनों लड़ते हुए रेलवे लाइन के पास पहुंच गए। वहां पर दोनों में मारपीट हुई। इसके बाद उसे भय था कि कहीं अंकित उसे मार न दे। इसी दौरान वहां से ट्रेन आई तो उसने अंकित को ट्रेन के आगे धक्का दे दिया। इससे उसकी मौत हो गई। वह डर कर मौके से भाग गई।