लुधियाना|प्रशासन की ओर से शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर पीएयू परिसर में 28 सितंबर को प्रतियोगिता का आयोजन होगा। 30 सेकेंड में सर्वाधिक दूध की बोतल पीने वाले को प्रथम पुरस्कार मिलेगा। सर्वोत्तम पगड़ी, चित्रकला प्रतियोगिता के भी विजेता को पुरस्कार मिलेगा। 29 सितंबर को मॉल रोड से फोर्टिस अस्पताल, चंडीगढ़ रोड तक साइकिल रैली निकाली जाएगी। सर्वश्रेष्ठ पगड़ी प्रतियोगिता(केवल भगवा रंग की पगड़ी) भी होगी। लुधियाना|प्रशासन की ओर से शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर पीएयू परिसर में 28 सितंबर को प्रतियोगिता का आयोजन होगा। 30 सेकेंड में सर्वाधिक दूध की बोतल पीने वाले को प्रथम पुरस्कार मिलेगा। सर्वोत्तम पगड़ी, चित्रकला प्रतियोगिता के भी विजेता को पुरस्कार मिलेगा। 29 सितंबर को मॉल रोड से फोर्टिस अस्पताल, चंडीगढ़ रोड तक साइकिल रैली निकाली जाएगी। सर्वश्रेष्ठ पगड़ी प्रतियोगिता(केवल भगवा रंग की पगड़ी) भी होगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर वेस्ट सीट पर AAP की रिकॉर्ड जीत के मायने:CM फ्रंट-फुट पर रहे, विश्वास जीतने के लिए लिया घर; कांग्रेस-भाजपा ने खोया कैडर वोट
जालंधर वेस्ट सीट पर AAP की रिकॉर्ड जीत के मायने:CM फ्रंट-फुट पर रहे, विश्वास जीतने के लिए लिया घर; कांग्रेस-भाजपा ने खोया कैडर वोट जालंधर वेस्ट सीट पर हुए विधानसभा उप-चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार मोहिंदर भगत ने सीएम भगवंत मान की सपोर्ट से 55246 वोट हासिल किए और तकरीबन 37325 वोट से जीत हासिल की। जालंधर वेस्ट में ये अभी तक की सबसे बढ़ी जीत मानी जा रही है, जबकि पूर्व विधायक व भाजपा के उम्मीदवार शीतल अंगुराल 17921 वोट और कांग्रेस की सुरिंदर कौर 16757 वोटों के साथ कैडर वोट भी नहीं जुटा पाए। विधानसभा 2022 के चुनावों में 39213 वोट AAP ने हासिल किए थे। जबकि कांग्रेस को 34960 और भाजपा को 33486 वोट मिले थे। लेकिन इस बार आंकड़ों में भारी बदलाव हुआ। भास्कर एक्सप्लेनर में जानें AAP की जीत का रहस्य- 6 फैक्टर्स, जिसने AAP को दिलाई जीत- 1. सीएम मान का विश्वास व एक्शन लोकसभा चुनावों में AAP की हार के बाद सीएम भगवंत मान के लिए ये उप-चुनाव एक कड़ी चुनौती बना, जिसे उन्होंने फ्रंट पर रहते हुए जीता है। चुनावों की घोषणा व मोहिंदर भगत का नाम घोषित होने के बाद सीएम का खुद जालंधर में घर लेना और सप्ताह में दो दिन यहां रुकने की घोषणा ने वोटरों को एक बार फिर AAP पर विश्वास करने के लिए मजबूर किया। 2. खुद प्रचार के लिए उतरे CM
मुख्यमंत्री भगवंत मान का नाम AAP प्रचार लिस्ट में चाहे नीचे था, लेकिन पूरे प्रचार की कमान उन्होंने ही संभाल ली थी। अंतिम दिनों में सीएम मान ने खुद मीटिंगें करनी शुरू की। एक दिन में सीएम मान ने 4 से 5 मीटिंग्स का लक्ष्य रखा था। भीड़ के बीच आम नागरिक की तरह सीएम मान को घूमते देख वोटरों का विश्वास बढ़ा और AAP को उसका फायदा हुआ। 3. मिस CM मान ने संभाली कमान CM मान खुद फ्रंट फुट पर खेल रहे थे, लेकिन उन्हें मिस CM व अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर का साथ भी इन चुनावों में मिला। चुनाव घोषणा के बाद सीएम मान के साथ डॉ. गुरप्रीत कौर भी जालंधर में शिफ्ट हो गईं। हाथ में कुछ महीनों की बेटी को पकड़ जालंधर में खरीदे घर में प्रवेश ने लोगों के दिलों में छाप छोड़ी। इसके बाद सीएम मान की गैर हाजिरी में उन्होंने कैंप ऑफिस में लोगों की मुश्किलों को सुना भी और तत्काल उनकी समस्याओं को हल भी करवाया। इतना ही नहीं, डॉ. गुरप्रीत कौर खुद नुक्कड़ मीटिंगों में पहुंची और फीमेल वोटरों का विश्वास जीता। 4. जालंधर वेस्ट में 50% से अधिक SC वोटर जालंधर लोकसभा चुनावों में सांसद बने कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी की जीत का सबसे बढ़ा कारण SC व रविदासिया समुदाय का समर्थन मिलना था। जालंधर वेस्ट की बात करें ताे यहां 50% से अधिक वोटर SC, रविदासिया व भगत समुदाय का है। चुनावों की घोषणा के बाद से ही मोहिंदर पाल भगत को भगत समुदाय ने समर्थन देने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद रविदासिया समुदाय भी खुलकर उनके साथ चला। पूर्ण रूप से SC वोटर का साथ मिलने के बाद मोहिंदर पाल भगत की जीत लगभग तय हो चुकी थी। 5. AAP सरकार की स्कीमों का लाभ जालंधर वेस्ट में अधिकतर आबादी बस्तियों में बस्ती है, जो बिलो पावर्टी लाइन (BPL) कैटेगरी में आते हैं। जल्लवाल आबादी, भारगो कैंप, बस्ती दानिश मनदा, बस्ती गुजां, बबरीक चौक और बस्ती नौ ऐसे इलाके हैं, जहां अधिकतर वोटर हैं। AAP को इन इलाकों से काफी अधिक फायदा हुआ। 600 यूनिट के बाद भी इन्हें बिजली मुफ्त है और आटा दाल स्कीम से यहां कई घरों के चूल्हे चलते हैं। 6. साफ छवि व चुन्नी लाल भगत के परिवार की छाप रही भारी मोहिंदर पाल भगत पूर्व भाजपा विधायक व पंजाब सरकार में मंत्री रहे चुनी लाल भगत के बेटे हैं। चुनी लाल भगत की तरह आज तक मोहिंदर पाल भगत की छवि पर कोई उंगली नहीं उठा सका। AAP व CM मान ने उनकी छवि को आगे रखकर ही प्रचार शुरू किया। जबकि कांग्रेस पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर के एक भी काम को प्रमुख रखकर वोट नहीं मांग सकी। वहीं, भाजपा के उम्मीदवार शीतल अंगुराल को वोटरों ने दल बदल का टैग लगाते हुए निकारा। जाने क्यों जरूरी थी AAP के लिए ये जीत AAP को लोकसभा 2024 के चुनावों में पंजाब में सरकार होने के बावजूद करारी हार का सामना करना पड़ा था। AAP कम होती पॉपुलैरिटी को दोबारा खड़ा करने के लिए ये जीत काफी मायने रखती है। पंजाब में पंचायती चुनाव, नगर निगम चुनाव, दोनों पैंडिंग हैं। वहीं, आने वाले 6 महीनों में 4 और सीटों पर विधानसभा उप-चुनाव आने वाले हैं। लोकसभा चुनाव के बाद अगर इस विधानसभा उप-चुनाव में भी हार मिलती तो AAP के वर्कर नैतिक रूप से कमजोर जो जाती। कांग्रेस बेहतर प्लानिंग की तरफ बढ़ेगी कांग्रेस लोकसभा चुनाव में 7 सीटें जीतने और राज्य में 26.30% वोट हासिल करने के बाद सबसे बढ़ी पार्टी बन चुकी है। लोकसभा चुनाव जालंधर में जीतने के बाद भी उप-चुनाव में हार के लिए कांग्रेस को अब मंथन की आवश्यकता है। 2022 में कांग्रेस सरकार गिरने के बाद से कई सीनियर लीडर चुप्पी साध चुके हैं और PPCC से उलट चल रहे हैं। कांग्रेस के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती उन्हें इकट्ठे करके आने वाले समय में 4 लोकसभा सीटों, डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा, चब्बेवाल और बरनाला पर होने वाले उप-चुनावों पर ध्यान केंद्रित करना है। कांग्रेस के लिए ये चार सीटों में से तीन पर जीत हासिल करना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि 2022 में इनमें से तीन सीटों डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा और चब्बेवाल पर कांग्रेस का कब्जा था। भाजपा खुद को मजबूत करने में जुटी भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जिसके पास पंजाब से एक भी लोकसभा सीट नहीं है, लेकिन राज्य की वे तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। भाजपा विस्तार की तरफ बढ़ रही है। ऐसे में उसका लक्ष्य अपने कैडर वोटर को बढ़ाना है। दल बदलू का टैग पाकर शीतल अंगुराल उप-चुनाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके और दूसरे स्थान पर रहे हैं। सिर्फ उनके ही नहीं, सुशील कुमार रिंकू के लिए भी भाजपा में अपना स्थान बनाए रखना एक चुनौती है। अकाली दल ने BSP का सपोर्ट कर पल्ला झाड़ा 2017 व उसके बाद हुए सभी लोकसभा व विधानसभा चुनावों में अकाली दल लगातार नीचे गिरता जा रहा है। अब जब अकाली दल में अंतर-कलह ही बहुत अधिक बढ़ चुकी है तो सीनियर लीडरशिप ने बहुजन समाज पार्टी का साथ देने की घोषणा करते हुए इन चुनावों से ही दूर कर लिया। हालात ऐसे बने की अध्यक्ष सुखबीर बादल और चंदूमाजरा समर्थक बागी गुट के बीच खुद को फंसता देख अकाली दल उम्मीदवार सुरजीत कौर ने ही दल बदल AAP जाइन कर ली। चूंकि, सुरजीत कौर नामांकन वापस ना ले सकी, AAP में जाने के बाद भी वे अकाली दल की उम्मीदवार रहीं। इन परिणामों अकाली दल व BSP के परिणाम ने सभी को हैरान कर दिया। अकाली दल का समर्थन पा कर भी BSP पांचवें नंबर और अकाली दल उससे अधिक वोटें हासिल कर सकी। 4 उप-चुनावों में भी CM मान को दिखानी होगी ताकत जालंधर वेस्ट चुनाव के बाद अब सबसे बड़ी चुनौती चार सीटों डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा, चब्बेवाल और बरनाला के उप-चुनाव होंगे। AAP के लिए अपनी गिरी पॉपुलैरिटी को उठाने का यहां सबसे अच्छा मौका होगा। सीएम मान के बाद पंजाब में अभी तक कोई दूसरा बड़ा चेहरा नहीं है और ये पार्टी के लिए एक बड़ा नुकसान भी है। ऐसे में जालंधर उप-चुनाव की तरह ही इन विधानसभा हलकों की कमान सीएम मान को खुद संभालनी होगी। बरनाला तो AAP का गढ़ है। CM मान इसे अपने हाथ से नहीं जाने देंगे। वहीं, चब्बेवाल के पूर्व विधायक डॉ. राज कुमार के दल-बदल कर सांसद बन जाने के बाद यहां भी AAP स्ट्रॉन्ग हुई है। डेरा बाबा नानक और गिद्दड़बाहा दो कांग्रेस की सीटें हैं, जिनकी सेंधमारी के लिए CM मान को कड़ी मेहनत करनी होगी।

लुधियाना में बडे़ ड्रग रैकेट का भंडाफोड़:22.41 लाख की ड्रग मनी- ढाई किलो अफीम बरामद, पुलिस ने जब्त किए लाखों के जेवर
लुधियाना में बडे़ ड्रग रैकेट का भंडाफोड़:22.41 लाख की ड्रग मनी- ढाई किलो अफीम बरामद, पुलिस ने जब्त किए लाखों के जेवर लुधियाना पुलिस ने ड्रग तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आज एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से लाखों रुपए की ड्रग मनी, एक कार और अन्य कीमती सामान बरामद हुआ है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान अमरजीत सिंह उर्फ गांधी निवासी बीआरएस नगर के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी के पास से 2.5 किलो अफीम, 22.41 लाख रुपए की ड्रग मनी, स्विफ्ट कार, पांच मोबाइल फोन, सोने के आभूषण जिसमें दो जेंट्स कड़े, दो लेडीज चूड़ियां, एक ब्रेसलेट, दो लेडीज चेन, दो अंगूठियां, एक हार, दो जोड़ी बालियां, एक जेंट्स चेन, लेडीज पेंडेंट आदि बरामद किए हैं। अप्रैल 2023 में जमानत पर आरोपी आया बाहर DCP इन्वेस्टिगेशन शुभम अग्रवाल ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी अमरजीत एक कुख्यात जुआरी है और वह जुआ खेलने के लिए दूसरे जुआरियों को भी जगह देता है और बदले में मोटी रकम वसूलता है। पिछले साल लुधियाना पुलिस ने उसे जुआ खेलने के मामले में भी गिरफ्तार किया था, जिसमें वह अप्रैल 2023 में जमानत पर बाहर आया था। लंबे समय से चल रहा नशा तस्करी का नेटवर्क DCP शुभम अग्रवाल ने कहा कि आरोपी लंबे समय से औद्योगिक क्षेत्र में नशा तस्करी का नेटवर्क चला रहा था और उसने नशे के पैसों से कार और कीमती सामान भी खरीदा था। इसी के तहत एसएचओ सराभा नगर नीरज चौधरी के नेतृत्व में पुलिस पार्टी ने आरोपी के ठिकानों पर छापा मारा और उसके पास से 2.5 किलो अफीम बरामद की गई। बाद में उसके घर पर छापेमारी के दौरान सोने के गहने, कार, नशे के पैसे और जुए के उपकरण भी बरामद किए गए। कुछ बड़े अफीम आपूर्तिकर्ताओं की पुलिस को हुई पहचान DCP अग्रवाल ने कहा कि पुलिस को संदेह है कि आरोपी पंजाब और अन्य राज्यों के कुछ अन्य बड़े अफीम आपूर्तिकर्ताओं के संपर्क में है। आरोपी से पूछताछ में कुछ बड़े अफीम आपूर्तिकर्ताओं की पहचान भी हुई है, पुलिस जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लेगी। आरोपी को कभी भी नशे के मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया, क्योंकि वह बहुत ही चतुराई से रैकेट चला रहा था। इस बीच लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने कहा कि आरोपी द्वारा नशे के पैसों से बनाई गई संपत्तियों की जांच की जाएगी और उन्हें कुर्क किया जाएगा।

बठिंडा में स्थापित होंगे 3 सौर ऊर्जा पावर प्लांट:पंजाब सरकार का फैसला, सालाना 6.65 मिलियन यूनिट बिजली पैदा होंगी, 50 करोड़ आएगी लागत
बठिंडा में स्थापित होंगे 3 सौर ऊर्जा पावर प्लांट:पंजाब सरकार का फैसला, सालाना 6.65 मिलियन यूनिट बिजली पैदा होंगी, 50 करोड़ आएगी लागत पंजाब सरकार द्वारा बठिंडा जिले में 12 मेगावाट क्षमता के तीन सौर ऊर्जा बिजली संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक की क्षमता चार मेगावाट रहेगी। इस परियोजना से सालाना लगभग 6.65 मिलियन यूनिट बिजली पैदा होगी। सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ा दिया है। उम्मीद है कि इससे लोगों को फायदा होगा। साथ ही बिजली कटौती से राहत मिलेगी। जून 2025 में पूरा होगा प्रोजेक्ट 50 करोड़ की लागत वाली 12 मेगावाट क्षमता की ये तीन सौर ऊर्जा परियोजनाएं जून 2025 तक चालू होने की उम्मीद है। इन परियोजनाओं को स्थापित करने के लिए बठिंडा जिले के गांव भागी वांदर, शेरगढ़ और कोठे मालुआणा में PSPCL के 66 केवी सब-स्टेशनों के पास पंचायत भूमि लीज पर पर ली गई है। इन परियोजनाओं से दीर्घकालिक पीपीए के अंतर्गत PSPCL को 2.748 रुपए प्रति किलोवाट घंटा की दर से बिजली की आपूर्ति की जाएगी। इससे पहले स्थापित किया है एक प्लांट पंजाब के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि यह प्रोजेक्ट पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पेडा) द्वारा किया जाएगा। इससे पहले कृषि बिजली की मांग को पूरा करने के लिए बठिंडा के गांव तरखानवाला में 4 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र चालू किया है। इस परियोजना से उत्पादित बिजली गांव सेखू स्थित PSPCL को भेजी के ग्रिड/सब स्टेशन को आपूर्ति की जाती है।