बजरंग दल के नेता की पिटाई मामले में 3 गिरफ्तार​​​​​​​:गुरुग्राम में गौसेवा को लेकर हुआ था विवाद, कार्यालय में भी की थी तोड़फोड़

बजरंग दल के नेता की पिटाई मामले में 3 गिरफ्तार​​​​​​​:गुरुग्राम में गौसेवा को लेकर हुआ था विवाद, कार्यालय में भी की थी तोड़फोड़

गुरुग्राम में राष्ट्रीय बजरंग दल के जिलाध्यक्ष आशीष शर्मा के कार्यालय में घुसकर उन पर जानलेवा हमला करने के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान रिठौज गांव के नवीन, मोनू उर्फ मनोज और मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले नरेश के रूप में हुई है। नरेश वर्तमान में भौंडसी में रहता है। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में पता चला कि आशीष शर्मा व आरोपियों के बीच गायों का रेस्क्यू करने की बात को लेकर कहासुनी हुई थी, जिस बात को लेकर आरोपियों ने आशीष पर हमला कर दिया था। ये है पूरा मामला राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष पर शनिवार शाम को 8-10 गुंडों ने जानलेवा हमला कर दिया। गुंडे उनके ऑफिस में घुस आए और तोड़फोड़ करते हुए लाठी-डंडों से पिटाई की। उसे सड़क पर घसीटकर भी पीटा गया। उनके कार्यकर्ताओं पर भी डंडे बरसाए। हमले में जिलाध्यक्ष गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोप है कि सुबह भी उन पर हमला हुआ था, लेकिन शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। दोबारा हमला होने पर पुलिस ने इस मामले में 8 से 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। यह घटना कार्यालय में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी। वह विवाद, जिसके कारण आशीष शर्मा पर हमला हुआ.. सुबह की थी मारपीट, पुलिस से भी हाथापाई की जिला अध्यक्ष आशीष शर्मा ने बताया कि वह गोरक्षा कार्य से जुड़े हैं और नगर निगम के साथ मिलकर सड़कों से बेसहारा गायों को हटाने का कार्य करते हैं। शनिवार को नगर निगम की टीम बादशाहपुर में अभियान चलाकर सड़कों पर घूम रही गायों को पकड़ रही थी। इस कार्य में आशीष और उनकी टीम मदद कर रही थी। आरोप है कि इसी दौरान उन पर हमला किया गया, जिसमें वह मामूली रूप से घायल हुए। हमलावरों ने एक पुलिस के जवान के साथ भी हाथापाई की थी। पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि शनिवार की सुबह हुए हमले की लिखित शिकायत बादशाहपुर थाने में दी गई थी। बताया गया था कि कुछ असामाजिक तत्व अवैध रूप से डेयरियां चलाते हैं। वे आशीष के कार्य को गलत मानते हैं। इसी के चलते उन पर सुनियोजित हमला किया गया।​​​​​​ जान-माल का खतरा जताते हुए पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। शाम को ऑफिस में घुसकर हमला आशीष शर्मा के मुताबिक, शाम करीब साढ़े 4 बजे वह ऑफिस में थे। कुछ कार्यकर्ता भी उनके साथ बैठे थे। इसी दौरान 8 से 10 हमलावर उनके ऑफिस में घुस आए। उनके हाथों में डंडे और अन्य हथियार थे। हमलावरों ने गालियां देते हुए उन पर हमला कर दिया। कुछ ही मिनटों में वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। कार्यालय में मौजूद अन्य लोगों ने शोर मचाया, जिसके बाद हमलावरों ने उन्हें भी पीटा। वीडियो वायरल करने पर दी गालियां CCTV में हमलावर कहते हुए सुने जा सकते हैं, ‘हमारी वीडियो वायरल करेगा क्या? वीडियो और फोटो वायरल करने का मजा चखाते हैं। इसे आज छोड़ेंगे नहीं।’ CCTV फुटेज में गालियां भी साफ सुनाई दे रही हैं। हमले के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और आशीष को अस्पताल पहुंचाया। संगठन ने की सख्त कार्रवाई की मांग राष्ट्रीय बजरंग दल के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस हमले की निंदा की है। संगठन ने प्रशासन से हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि आशीष गौ माता की सेवा में लगे हैं, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों को यह पसंद नहीं आया। हम चुप नहीं बैठेंगे। संगठन के लाेग सवाल पूछ रहे हैं कि जब कार्यालय में दिनदहाड़े इतना बड़ा हमला हो सकता है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या? क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने की मांग की गई है। गुरुग्राम में राष्ट्रीय बजरंग दल के जिलाध्यक्ष आशीष शर्मा के कार्यालय में घुसकर उन पर जानलेवा हमला करने के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान रिठौज गांव के नवीन, मोनू उर्फ मनोज और मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले नरेश के रूप में हुई है। नरेश वर्तमान में भौंडसी में रहता है। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में पता चला कि आशीष शर्मा व आरोपियों के बीच गायों का रेस्क्यू करने की बात को लेकर कहासुनी हुई थी, जिस बात को लेकर आरोपियों ने आशीष पर हमला कर दिया था। ये है पूरा मामला राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष पर शनिवार शाम को 8-10 गुंडों ने जानलेवा हमला कर दिया। गुंडे उनके ऑफिस में घुस आए और तोड़फोड़ करते हुए लाठी-डंडों से पिटाई की। उसे सड़क पर घसीटकर भी पीटा गया। उनके कार्यकर्ताओं पर भी डंडे बरसाए। हमले में जिलाध्यक्ष गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोप है कि सुबह भी उन पर हमला हुआ था, लेकिन शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। दोबारा हमला होने पर पुलिस ने इस मामले में 8 से 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। यह घटना कार्यालय में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी। वह विवाद, जिसके कारण आशीष शर्मा पर हमला हुआ.. सुबह की थी मारपीट, पुलिस से भी हाथापाई की जिला अध्यक्ष आशीष शर्मा ने बताया कि वह गोरक्षा कार्य से जुड़े हैं और नगर निगम के साथ मिलकर सड़कों से बेसहारा गायों को हटाने का कार्य करते हैं। शनिवार को नगर निगम की टीम बादशाहपुर में अभियान चलाकर सड़कों पर घूम रही गायों को पकड़ रही थी। इस कार्य में आशीष और उनकी टीम मदद कर रही थी। आरोप है कि इसी दौरान उन पर हमला किया गया, जिसमें वह मामूली रूप से घायल हुए। हमलावरों ने एक पुलिस के जवान के साथ भी हाथापाई की थी। पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि शनिवार की सुबह हुए हमले की लिखित शिकायत बादशाहपुर थाने में दी गई थी। बताया गया था कि कुछ असामाजिक तत्व अवैध रूप से डेयरियां चलाते हैं। वे आशीष के कार्य को गलत मानते हैं। इसी के चलते उन पर सुनियोजित हमला किया गया।​​​​​​ जान-माल का खतरा जताते हुए पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। शाम को ऑफिस में घुसकर हमला आशीष शर्मा के मुताबिक, शाम करीब साढ़े 4 बजे वह ऑफिस में थे। कुछ कार्यकर्ता भी उनके साथ बैठे थे। इसी दौरान 8 से 10 हमलावर उनके ऑफिस में घुस आए। उनके हाथों में डंडे और अन्य हथियार थे। हमलावरों ने गालियां देते हुए उन पर हमला कर दिया। कुछ ही मिनटों में वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। कार्यालय में मौजूद अन्य लोगों ने शोर मचाया, जिसके बाद हमलावरों ने उन्हें भी पीटा। वीडियो वायरल करने पर दी गालियां CCTV में हमलावर कहते हुए सुने जा सकते हैं, ‘हमारी वीडियो वायरल करेगा क्या? वीडियो और फोटो वायरल करने का मजा चखाते हैं। इसे आज छोड़ेंगे नहीं।’ CCTV फुटेज में गालियां भी साफ सुनाई दे रही हैं। हमले के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और आशीष को अस्पताल पहुंचाया। संगठन ने की सख्त कार्रवाई की मांग राष्ट्रीय बजरंग दल के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस हमले की निंदा की है। संगठन ने प्रशासन से हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि आशीष गौ माता की सेवा में लगे हैं, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों को यह पसंद नहीं आया। हम चुप नहीं बैठेंगे। संगठन के लाेग सवाल पूछ रहे हैं कि जब कार्यालय में दिनदहाड़े इतना बड़ा हमला हो सकता है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या? क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने की मांग की गई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर