आशीर्वाद वेलफेयर सोसाइटी ने बठिंडा में केंद्रीय जेल के पुरुष और महिला कैदियों के साथ मिलकर पौधारोपण अभियान शुरू किया है। बठिंडा में दस हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान सोसाइट की अध्यक्ष ममता जैन ने कहा कि पौधारोपण अभियान पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। महासचिव राम लाल रावल, केंद्रीय जेल के वरिष्ठ अधीक्षक एनडी नेगी, जज सुरेश गोयल, महिला जेल अधीक्षक श्रीमती चंचल कुमारी, सहायक अधीक्षक सुश्री किरण और सुश्री सुषमा ने पौधारोपण कार्यक्रम में भागीदारी की। इस दौरान में जेल के बंदी महिला और पुरुषों ने भी पौधे रोपित किए। आशीर्वाद वेलफेयर सोसाइटी ने बठिंडा में केंद्रीय जेल के पुरुष और महिला कैदियों के साथ मिलकर पौधारोपण अभियान शुरू किया है। बठिंडा में दस हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान सोसाइट की अध्यक्ष ममता जैन ने कहा कि पौधारोपण अभियान पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। महासचिव राम लाल रावल, केंद्रीय जेल के वरिष्ठ अधीक्षक एनडी नेगी, जज सुरेश गोयल, महिला जेल अधीक्षक श्रीमती चंचल कुमारी, सहायक अधीक्षक सुश्री किरण और सुश्री सुषमा ने पौधारोपण कार्यक्रम में भागीदारी की। इस दौरान में जेल के बंदी महिला और पुरुषों ने भी पौधे रोपित किए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर में पुलिस कमिश्नर ने बांटे हेलमेट:भुल्लर बोले- पीछे बैठे व्यक्ति के लिए भी जरुरी, पुलिस के डर से नहीं- सुरक्षा के लिए पहने
अमृतसर में पुलिस कमिश्नर ने बांटे हेलमेट:भुल्लर बोले- पीछे बैठे व्यक्ति के लिए भी जरुरी, पुलिस के डर से नहीं- सुरक्षा के लिए पहने अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने आज अमृतसर के सरकारी स्कूल में बच्चों और उनके पेरेंट्स को हेलमेट बांटे। उन्होंने इस दौरान कहा कि कोई भी हादसा होने के बाद पछताने से अच्छा है कि पहले सुरक्षा का ध्यान रखें और हेलमेट पहनें। इस दौरान 71 हेलमेट बांटे गए। अमृतसर के मॉल रोड स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस में आज पंजाब पुलिस की ओर से हेलमेट बांटने का समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने 71 बच्चों और उनके माता पिता के लिए हेलमेट बांटे। उन्होंने इस दौरान कहा कि यह सुरक्षा की ओर एक कदम है। उन्होंने कहा कि सिर्फ पुलिस के डर से हेलमेट न पहने बल्कि इसे अपनी सुरक्षा के लिए पहनें। हेलमेट अपनी जान की सुरक्षा के लिए है, इसीलिए अगर आप दुपहिया वाहन चलाते हैं तो हेलमेट को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। बच्चों की बात जल्दी मानते हैं पेरेंट्स : पुलिस कमिश्नर उन्होंने कहा कि बच्चों को हेलमेट बांटने की शुरुआत इसीलिए की गई, क्योंकि बच्चों की बात को पेरेंट्स जल्दी मानते हैं। वहीं सिर्फ चालक के लिए ही नहीं बल्कि पीछे बैठने वालों के लिए भी हेलमेट जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस भी अवेयरनेस में महिलाएं और बच्चे शामिल होते हैं उसे ज्यादा अच्छे से समझाया जा सकता है। इसीलिए इसकी शुरुआत स्कूल से की गई है, ताकि बच्चे अपने परिवार को इसकी महत्ता समझा सकें। उन्होंने कहा कि बहुत से एनजीओ और संस्थाएं हेलमेट बांटने के लिए तैयार हैं इसीलिए उनकी मदद ली जाए और इसे जरूरी समझा जाए।
होशियारपुर में AAP विधायक के खिलाफ दलित श्रमिकों का धरना:पीटने और मोबाइल छीनने का आरोप; थाने घेरकर किया प्रदर्शन
होशियारपुर में AAP विधायक के खिलाफ दलित श्रमिकों का धरना:पीटने और मोबाइल छीनने का आरोप; थाने घेरकर किया प्रदर्शन होशियारपुर के हलका उरमुर टांडा ब्लॉक के अंतर्गत गांव टाहली में पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब ने आप विधायक जसवीर सिंह राजा और उनके समर्थकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पेंडु यूनियन ओर मजदूरों ने विधायक पर गंभीर आरोप भी लगाए। बातचीत के दौरान मजदूर यूनियन के नेताओं ने बताया कि विधायक ने सवालों का जवाब देने के बजाय दलित मजदूरों की पिटाई की। साथ ही वीडियो बना रहे दलित मजदूर का मोबाइल फोन छीन लिया। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण मजदूर टांडा पुलिस की ओर से नेता नवल गिल टाहली और दो अन्य को गिरफ्तार करने और चौकी प्रभारी द्वारा भारी पुलिस बल द्वारा गांव में दहशत फैलाने, दलित घरों में छापेमारी करने और दलित महिला का फोन छीनने की कड़ी निंदा की। एससी, एसटी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज उन्होंने ऐलान किया कि अगर गिरफ्तार नेताओं को तुरंत रिहा नहीं किया गया और हलका विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ एससी, एसटी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज नहीं किया गया, तो संगठन कड़ा संघर्ष करने के लिए मजबूर होगा। मंगलावार को उसी कड़ी के तहत ग्रामीण मजदूर यूनियन पंजाब ने राजा जसवीर सिंह विधायक उरमुर टांडा के खिलाफ शहर के विभिन्न बाजारों में विरोध प्रदर्शन किया और डीएसपी कार्यालय के सामने धरना दिया। विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। चुनाव आयोग के आदेशों की घोर अवहेलना यूनियन के राज्य प्रेस सचिव कश्मीर सिंह घुगशोर ने कहा कि चुनाव आयोग के आदेशों की घोर अवहेलना करते हुए, निर्वाचन क्षेत्र के विधायक तैश में आए और दलित कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट शुरू कर दी और विधायक के समर्थकों के साथ भी मारपीट की गई । निर्माण में लगे दलित युवक का मोबाइल फोन छीन लिया गया और विधायक और उनके समर्थक भाग गए और इसके विपरीत ग्रामीण श्रमिक नेता नवल गिल टाहली और दो अन्य को टांडा ने गिरफ्तार कर लिया। कुछ देर बाद बौरांव बस्ती चौकी प्रभारी के नेतृत्व में गांव में दहशत का माहौल पैदा करने के लिए दलितों के घरों पर छापेमारी कर धमकी दी गई।
इंटरव्यू के समय AGTF की हिरासत में था लॉरेंस:बर्खास्त DSP ने हाईकोर्ट में दायर की याचिका, कहा- जान को खतरा; सरकार को नोटिस
इंटरव्यू के समय AGTF की हिरासत में था लॉरेंस:बर्खास्त DSP ने हाईकोर्ट में दायर की याचिका, कहा- जान को खतरा; सरकार को नोटिस गैंगस्टर लॉरेंस के टीवी इंटरव्यू के मामले में अपनी बर्खास्तगी के आदेश को चुनौती देने वाले बर्खास्त डीएसपी गुरशेर सिंह फिर हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने अपने वकील के माध्यम से कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। उन्होंने गैंगस्टर लॉरेंस मामले में खुद को भी पक्षकार बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि उनकी जान को खतरा है। उनका यह भी दावा है कि इंटरव्यू के समय लॉरेंस एजीटीएफ की हिरासत में था। इसके बावजूद यह दर्शाया गया है कि लॉरेंस उनकी हिरासत में था। ऐसे में जिन अधिकारियों की हिरासत में लॉरेंस था, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें इस मामले में बलि का बकरा बनाया गया है। इस मामले में हाईकोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने को कहा है। कोर्ट ने कहा है कि 19 फरवरी तक जवाब दाखिल करना है। गुरशेर ने कोर्ट में मुख्य रूप से दो दलीलें दीं गुरशेर के वकील ने कोर्ट में मुख्य रूप से जांच की बातें सामने रखीं। उन्होंने बताया कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच एजीटीएफ कर रही थी। उनके पास कोई पूछताछ केंद्र नहीं था। ऐसे में उन्हें सीआईए खरड़ में रखा गया था। ऐसे में वे हमेशा एजीटीएफ की हिरासत में ही रहते थे। इसके बावजूद यह दिखाया गया है कि लॉरेंस उनकी हिरासत में था। जो कि बिल्कुल झूठ है। गुरशेर सिंह का करियर शानदार रहा है। उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। उनके प्रमोशन की भी तैयारी की जा रही थी। लेकिन इस मामले में उनका नाम आने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। वकील ने बताया कि उन्होंने एक और अर्जी दाखिल की थी। जिसके बाद दो कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं, सरकारी वकील ने कहा कि इस मामले में सरकार किस तरह जवाब दाखिल करे। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा गठित एसआईटी ने जांच के आदेश दिए थे। हाईकोर्ट ने कहा कि संधू की अर्जी में सवाल उठाए गए हैं। जिसका जवाब चाहिए। पहले इंटरव्यू में ली मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को प्रसारित हुआ था। इसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवाने की बात कबूल की थी। लॉरेंस ने कहा कि मूसेवाला गाने की बजाय गैंगवार में शामिल हो रहा था। मूसेवाला अपने कॉलेज के दोस्त अकाली नेता विक्की मिड्दुखेड़ा की हत्या में भी शामिल था, इसलिए उसने उसे मरवा दिया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक यह वही इंटरव्यू है जो उसने सीआईए की हिरासत से दिया था। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है।