पिछले 20 दिनों से किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को लेकर पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां ने कहा कि, यह संघर्ष 2021 में भी जारी रहा, जो लंबे समय तक चला, तब भी किसानों की मांगें मानी गईं लेकिन लागू नहीं की गईं। आज हमें ऐसे किसान नेताओं की जरूरत है। मैं डल्लेवाल साहब से कहूंगा कि हमें आपके जैसे नेताओं की जरूरत है। सरकारी स्कूल में कार्यक्रम आयोजित बठिंडा के सरकारी स्कूल के वार्षिक समारोह में कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने स्कूल को एक लाख रुपए भी दिए और स्कूल की तारीफ करते हुए कहा कि अब सरकारी स्कूल किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं हैं। पराली जलाने के सवाल पर क्या बोले सीधे तौर पर गेहूं की बिजाई करने वाले किसानों द्वारा पराली न जलाने और गेहूं की फसल खराब होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों में ऐसा हुआ है, लेकिन अगर गेहूं की फसल खराब हो गई है तो इसमें क्लोरो दवा जरूर मिलानी चाहिए, लेकिन फिर भी हम देख रहे हैं। पिछले 20 दिनों से किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को लेकर पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां ने कहा कि, यह संघर्ष 2021 में भी जारी रहा, जो लंबे समय तक चला, तब भी किसानों की मांगें मानी गईं लेकिन लागू नहीं की गईं। आज हमें ऐसे किसान नेताओं की जरूरत है। मैं डल्लेवाल साहब से कहूंगा कि हमें आपके जैसे नेताओं की जरूरत है। सरकारी स्कूल में कार्यक्रम आयोजित बठिंडा के सरकारी स्कूल के वार्षिक समारोह में कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने स्कूल को एक लाख रुपए भी दिए और स्कूल की तारीफ करते हुए कहा कि अब सरकारी स्कूल किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं हैं। पराली जलाने के सवाल पर क्या बोले सीधे तौर पर गेहूं की बिजाई करने वाले किसानों द्वारा पराली न जलाने और गेहूं की फसल खराब होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों में ऐसा हुआ है, लेकिन अगर गेहूं की फसल खराब हो गई है तो इसमें क्लोरो दवा जरूर मिलानी चाहिए, लेकिन फिर भी हम देख रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पठानकोट का दौरा करेंगे पंजाब के राज्यपाल:भारत-पाक सीमा पर ग्रामीणों से चर्चा, प्रशासन ने शुरू की तैयारियां, अफसरों की जिम्मेदारी तय
पठानकोट का दौरा करेंगे पंजाब के राज्यपाल:भारत-पाक सीमा पर ग्रामीणों से चर्चा, प्रशासन ने शुरू की तैयारियां, अफसरों की जिम्मेदारी तय जिला प्रशासनिक परिसर, मलिकपुर में पंजाब के राज्यपाल के पठानकोट दौरे को लेकर जिला प्रशासन द्वारा मीटिंग हॉल में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जे) अंकुरजीत सिंह की अध्यक्षता में विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की गई। पठानकोट के अतिरिक्त उपायुक्त (जे) अंकुरजीत सिंह ने कहा कि पंजाब के राज्यपाल 23, 24 और 25 जुलाई 2024 को भारत और पाकिस्तान के सीमावर्ती जिलों का दौरा करेंगे। जिसके तहत राज्यपाल पंजाब 23 जुलाई को सबसे पहले जिला गुरदासपुर के घुमान में एक बैठक करेंगे और उसके बाद वह जिला पठानकोट के सीमावर्ती गांव खोजकी चक में ग्राम रक्षा समितियों के साथ एक बैठक करेंगे और लोगों को पेश आ रही समस्याओं पर चर्चा करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने राज्यपाल के दौरे को लेकर विभिन्न जिला अधिकारियों की जिम्मेदारियां सौंपी। यह अधिकारी रहे उपस्थित बैठक में कला राम कांसल एसडीएम धारकला, अभिषेक शर्मा सहायक कमिश्नर जरनल, धर्मवीर सिंह वन मंडल अधिकारी पठानकोट, परमप्रीत सिंह गोराया तहसीलदार पठानकोट, युद्धवीर सिंह जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी पठानकोट, सिमरनजीत सिंह गिल एक्सईएन लोक निर्माण विभाग, डीएसपी समीर सिंह मान और हरकिशन सिंह, राम लुभाया जिला लोक संपर्क अधिकारी, डा. सुनील चंद एसएमओ, महेश कुमार एक्सईएन जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
सफाई में पिछड़ रही क्लीन सिटी चंडीगढ़:पहले से 11वें पर पहुंचीं, सेक्टर-सड़कों पर कूड़े के ढेर; मिला चुका सफाई मित्र पुरस्कार
सफाई में पिछड़ रही क्लीन सिटी चंडीगढ़:पहले से 11वें पर पहुंचीं, सेक्टर-सड़कों पर कूड़े के ढेर; मिला चुका सफाई मित्र पुरस्कार चंडीगढ़ सिटी सफाई और स्वच्छता रखने के मापदंडों में पिछड़ती जा रही है। नगर निगम इसे स्वच्छ और साफ रखने के प्रयास करने के बड़े दावे तो कर रहा है, लेकिन इसे पिछली स्वच्छता रैंकिंग के बराबर नंबर भी नहीं मिल पा रहे हैं। हालांकि कुछ लोग मान रहे हैं कि कई लोग अपने आसपास सफाई नहीं रखते हैं, इसलिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराना भी पूरी तरह से सही नहीं होगा। चंडीगढ के विभिन्न सेक्टरों में कूड़ा सरेआम सड़कों पर फेंका जा रहा है। एक दिन के बाद नगर निगम की गाड़ी इसे उठाने तो पहुंच जाती है, लेकिन तब तक यह कूड़ा पूरी सड़क पर फैल चुका होता है। कुछ सेक्टर में चेतावनी के बाद भी लोग सड़क पर कूड़ा फैला रहे हैं। इनमें कुछ बड़े तो कुछ छोटे दुकानदार भी शामिल हैं। इस स्थिति में चंडीगढ़ को 2025 की स्वच्छता रैंकिंग में पहला स्थान मिलना मुश्किल होगा। 2023 में मिला था सफाई मित्र पुरस्कार
चंडीगढ़ को 2023 में स्वच्छ सर्वेक्षण में देश भर में 11वां रैंक मिला था। इसमें पिछले साल की तुलना में एक पायदान का सुधार भी हुआ था। यह राष्ट्रीय स्वच्छता और स्वच्छता कार्यक्रम नई दिल्ली में गृह और शहरी मामलों के मंत्रालय (MOHUA) द्वारा आयोजित किया गया था। चंडीगढ़ को इस रैंक के साथ सर्वश्रेष्ठ सफाई मित्र सुरक्षित शहर का पुरस्कार भी मिला था। कूड़ा रहित शहर में मिले थे 725 अंक
2022 में चंडीगढ़ को स्वच्छता सर्वेक्षण में 12वां रैंक मिला था। इस साल देश के कुल 4477 शहरी स्थानीय निकायों LBS) ने स्वच्छ सर्वेक्षण में भाग लिया था। इसमें चंडीगढ़ के तीन भाग में अच्छे अंक प्राप्त किए थे, लेकिन कूड़ा-रहित शहर भाग में बहुत कम 725 अंक मिले थे। सेवा स्तर प्रगति भाग में 4645.3 अंक तो खुले में शौच मुक्त खंड में पूरे 1125 अंक मिले थे। इसके अलावा नागरिक आवाज भाग में 2045.8 अंक प्राप्त हुए थे। निगम की गाड़ी डोर-टू-डोर उठा रही कूड़ा
नगर निगम की ओर से पिछले साल से ही डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए गाड़ी लगाई थी। यह गाड़ी शहर के प्रत्येक सेक्टर में जाकर कूड़ा इकट्ठा करती हैं। यहां एकत्रित कूड़े को रिसाइकलिंग प्लांट में डाला जा रहा है, मगर लोगों की लापरवाही से कूड़े की समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है। वेंडर भी फैला रहे गंदगी
शहर की कुछ नामी सड़कों और राजमार्गों के किनारों पर गंदगी के ढेर लगे हैं। इसके अलावा चंडीगढ़ का दिल कहे जाने वाले एलांते मॉल के आगे खड़े रेहड़ी-फड़ी वाले भी गंदगी फैला रहे हैं। निगम को इन सब पर नकेल कसने की जरूरत है। साथ खुले में कूड़ा डालने वालों पर कार्रवाई भी करनी होगी। नए मेयर के आगे रहेगी यह चुनौती
इस बार चंडीगढ़ मेयर का पद महिला के लिए आरक्षित हुआ है। अगले महीने नगर निगम के चुनाव हो सकते हैं। नए मेयर के सामने भी चंडीगढ़ काे साफ और स्वच्छ रखने मुख्य चुनौती रहेगा। देखना दिलचस्प होगा कि नई मेयर शहर की सफाई के लिए क्या नियम लागू करेंगी।
लुधियाना में पलटी बच्चों से भरी बस:ड्राइवर ने कच्चे रास्ते पर उतारी, कीचड़ में धंसी, मची चीख-पुकार
लुधियाना में पलटी बच्चों से भरी बस:ड्राइवर ने कच्चे रास्ते पर उतारी, कीचड़ में धंसी, मची चीख-पुकार लुधियाना में सुबह से रूक-रूककर हो रही बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया। जिसके चलते बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रही एक बस कच्चे रास्ते में फंसकर पलट गई। गनीमत रही कि कोई बच्चा हताहत नहीं हुआ। बस में 25 के करीब बच्चे सवार थे। अभिभावकों ने बस चालक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। वीरवार की सुबह करीब 8 बजे लुधियाना के चंडीगढ़ रोड पर वर्धमान मिल के पीछे ग्रीनलैंड स्कूल की एक बस बच्चों को लेकर जा रही थी। बताया जाता है कि स्कूल से थोड़ा पहले जलभराव होने और जाम लगा होने के कारण बस चालक ने बस को कच्चे रास्ते पर उतार दिया। जैसे ही बस ड्राइवर द्वारा बस को कच्चे रास्ते पर मोड़ा तो बस पहले कीचड में फंस और फिर पलट गई। बस के पलटते ही बस सवार बच्चों में चीख पुकार मच गई। बच्चों का चिखने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर बच्चों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों ने खुद निकाला बच्चों को बस से बाहर मौके पर पहुंचे बच्चों के परिजनों ने खुद बस से अपने बच्चों को बाहर निकाला और घर तक लेकर पहुंचे। एक अभिभावक मोहित कपूर ने कहा कि ड्राइवर ने गलत तरीके से बस को कच्चे रास्ते पर ले गया, जिससे की बस फंस गई और पलट गई। किसी भी बच्चे को चोट नहीं लगी। बस हमारे स्कूल की नहीं है उधर, ग्रीनलैंड स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि बस हमारे स्कूल की नहीं है, बल्कि जो पस पलटी है, वह बस स्कूली बच्चों के परिजनों द्वारा निजी तौर पर रखी हुई है। फिर भी हमारी तरफ से बच्चों का ख्याल रखा जा रहा है और सभी बच्चे सेफ हैं। ड्राइवर भी स्कूल की तरफ से नहीं रखा गया है।